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Thread: KAMINA  

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    20 Jul 2014
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    KAMINA

    सुबह-सुबह रोहित अपने जूते पहनता हुआ अपने छोटे भाई रवि को आवाज़ लगाते हुए
    रोहित- अरे रवि ज़रा मेरा बॅग दे दे मुझे ऑफीस के लिए देर हो रही है,
    रवि- लाया भैया
    रवि अपने भैया के रूम से उसका बॅग लेने जाता है तभी उसे रोहित के बेड के उपर एक बुक नज़र आती है जिसके बीच मे कोई फोटो रखी हुई थी, रवि उत्सुकता से उस बुक को उठाता है और उसमे रखी तस्वीर को देखता है तो देखता ही रह जाता है, वह तस्वीर किसी लड़की की थी जो कि बला की खूबसूरत थी, वह लड़की ब्लू कलर की साडी पहने हुए थी और साडी उसने अपनी नाभि के काफ़ी नीचे बाँधी हुई थी, थोड़ी मोटी थी जिसके कारण उसका पेट थोड़ा उभरा हुआ लग रहा था और गहरी नाभि के कारण बहुत ही मस्ताना दिखाई दे रहा था, कोई भी उसके भरे हुए गदराए पेट को देखे तो उसका लंड खड़ा हुए बिना नही रह पाएगा, उसके दूध का कसा हुआ उभार उसके पल्लू के उपर से भी नज़र आ रहा, उसके दूध लगभग 38 के नज़र आ रहे थे, उसका गोरा रंग, 5.9 के लगभग हाइट, और उसकी कमर के नीचे का पूरा पोर्षन काफ़ी जबरदस्त और भारी नज़र आ रहा था, लेकिन उसकी लंबी हाइट होने की वजह से वह मोटी नज़र नही आती थी बल्कि एक भरी पूरी गदराई औरत नज़र आ रही थी, उसका चेहरा साउत आक्ट्रेस नामिता जैसा था या यू कह लीजिए वह पूरी नामिता जैसी ही दिखाई दे रही थी, और उसकी उमर भी करीब 28 साल के आसपास नज़र आ रही थी.
    रवि उसके हुस्न और गदराई जवानी को देख कर मस्त हो गया और जब उसने उसके गदराए गोरे पेट और गहरी नाभि को देखा तो उसका लंड खड़ा हो गया और रवि अपने लंड को मसल कर अपने पाजामे मे अड्जस्ट करता हुआ मन ही मन सोचने लगा कि जब यह हुस्न की मालिका केवल फोटो से ही मेरा लंड टनटना सकती है तो अगर यह मेरे सामने आ जाएगी तो मेरा क्या होगा,
    और रवि उस लड़की को फोटो के उपर से ही चूमता हुआ, हे मेरी रानी पता नही तू कौन है एक बार मिल जा तुझे पूरी नंगी करके इस कदर चोदुन्गा कि तू अपनी सारी जिंदगी केवल मेरे ही मोटे लंड को याद कर के बिता देगी और फिर रवि ने जल्दी से उस तस्वीर को बुक के अंदर रख दिया और अपने भाई का बॅग लेकर बाहर आ गया,
    तभी दूसरी और से वाइट कलर की पतली सी मॅक्सी पहने हुए पायल एक हाथ मे अपने भैया का टिफिन और दूसरे हाथ मे कॉफी की ट्रे लेकर मुस्कुराती हुई लीजिए भैया आपका टिफिन और कॉफी दोनो रेडी है,
    रोहित- कॉफी लेते हुए थॅंक्स पायल तू हम सब का कितना केर करती है तू ना होती तो पता नही हम दोनो भाइयो का गुज़ारा कैसे होता,
    पायल- इसीलिए तो कहती हू भैया अब जल्दी से हमारे लिए एक भाभी ले आइए तो मज़ा आ जाएगा, क्यो रवि मे ठीक कह रही हू ना,
    रवि - अरे दीदी तुम कह तो ठीक रही हो पर भैया को अपने काम से फ़ुर्सत मिले तब ना
    रोहित- अरे बाबा क्या करू काम भी तो देखना पड़ेगा ना पर तुम लोगो की इच्छा अब मे जल्दी ही पूरी कर दूँगा
    पायल- चहक्ती हुई सच भैया
    रोहित- हा भाई हा
    पायल- तो बताओ ना क्या तुमने कही अपनी बात चलाई है
    रोहित- सोफे से उठता हुआ चलो बाइ अभी मे जा रहा हू शाम को बात करेगे और घर से बाहर निकल जाता है
    पायल रवि को देखती है तो वह बैठा- बैठा पायल को ही घूर रहा था,
    पायल- अब बैठा -बैठा मेरा मुँह क्या देख रहा है चल जल्दी से तैयार हो जा हमे भी कॉलेज जाना है ना, और फिर पायल उठ कर किचन मे जाती है और रवि बैठा-बैठा पायल को देखने लगता है और फिर उसकी नज़रे पायल की मॅक्सी मे लहराते गदराए मोटे-मोटे चुतडो पर चली जाती है और उसका लंड फिर से अकड़ने लगता है, तभी पायल एक दम से चलते हुए पलट कर रवि की ओर देखती है और रवि की नज़रे अपनी मोटी गान्ड की ओर पाकर एक दम रुक जाती है और रवि सकपका कर अपनी नज़रे दूसरी ओर कर लेता है, और पायल के चेहरे पर एक हल्की सी स्माइल आ जाती है और वह फिर से पलट कर किचन मे चली जाती है,
    पायल एक 25 साल की बहुत खूबसूरत और भरे बदन की लड़की थी लेकिन वह काफ़ी तेज मिज़ाज की थी उसका पूरा फिगुर एक निश्चित साँचे मे ढला हुआ था उसकी कमर और दूध 36 के थे और वह काफ़ी गोरी थी और उसकी भी हाइट लगभग 5.8" की थी, वह अड्वान्स लाइफ पसंद करती थी, उसका छोटा भाई रवि उससे 2 साल छोटा था लेकिन उसका बड़ा भाई रोहित उससे करीब 5 साल बड़ा था, रोहित एक कोम्पनी मे सेल्स मॅनेजर की पोस्ट पर था और उसकी सॅलरी से ही उसके घर का खर्च चलता था, उसके मा - बाप बीमारी के चलते 4 साल पहले गुजर चुके थे,
    रवि अपने रूम मे जाकर अपनी खिड़की से वेट करने लगा कि कब पायल बाथरूम मे नहाने के लिए जाए, और जैसे ही पायल अपनी ब्रा और पेंटी और एक टॉवेल लेकर बाथरूम मे घुसती है,
    रवि चुपचाप बाथरूम के दरवाजे के पास जाकर की होल से अपनी आँखे दरवाजे के की होल से सटा देता है, पायल अपनी ब्रा-पेंटी और टॉवेल को टांग कर अपनी वाइट कलर की मॅक्सी को अपने परो के पास से पकड़ कर अपने गले से जैसे ही उतारती है उसकी ब्लॅक कलर की उसके मोटे चुतडो मे कसी पेंटी और ब्लॅक कलर की उसके मोटे-मोटे दूध को बँधे ब्रा नज़र आ जाती है और रवि का लोड्ा पूरी तरह भनभाना जाता है,
    पायल का दूधिया बदन उसकी ब्लॅक पेंटी और ब्रा मे बहुत ही खूबसूरत लग रहा था उसकी पेंटी से उसकी चूत का फूला हुआ उभार देख कर रवि के मुँह मे पानी आ गया, उसकी गोरी-गोरी मोटी गुदाज जाँघो ने रवि को पागल कर दिया और उसके खूबसूरत पेट और गहरी नाभि को देख कर रवि का मन होने लगा कि अभी अपनी दीदी को अपनी गोद मे उठा कर अपने सीने से लगा कर खूब कस कर उसकी चूत मारे, फिर जैसे ही पायल शॅंपू लेने के लिए दूसरी और घूमी तो रवि को अपनी दीदी के मोटे-मोटे फैले हुए भारी- भारी गोरे चुतड नज़र आ गये उसकी भारी गान्ड की मोटी दरार के बीच उसकी पेंटी पूरी तरह फसि हुई थी,
    रवि ने अपने लंड को निकाल कर सहलाते हुए अपनी दीदी की मोटी गदराई गान्ड को देखने लगा, पायल ने अपने बालो पर शॅंपू करने के बाद शावर ऑन कर दिया और उसके गोरे बदन को पानी ने पूरा भिगो कर और सेक्सी बना दिया था फिर पायल ने अपनी मोटी छातियो पर कसी हुई ब्रा का हुक खोल कर उसे अलग कर दिया और उसके मोटे-मोटे दूध एक दम से आज़ाद हो गये, पायल के दूध काफ़ी बड़े और किसी बॉल की तरह ठोस नज़र आ रहे थे, रवि अपने मन मे सोचता हुआ कितनी कड़ी-कड़ी चुचिया है दीदी की एक बार दबाने को मिल जाए तो उनको दबा-दबा कर सारा रस निकाल लूँगा और अपने लंड को सहलाने लगा,
    पायल अपने दूध और अपनी बगल, अपने पेट और पीठ पर साबुन लगा-लगा कर मलने लगी जब वह अपने दूध पर साबुन लगाती तो उसके मोटे -मोटे दूध के निप्पल तन जाते थे उसके निप्पल काफ़ी बड़े और गुलाबी नज़र आ रहे थे, फिर जैसे ही पायल ने अपनी पेंटी मे हाथ डाल कर उसे नीचे सरका दिया तो रवि ने अपनी दीदी की बिना बालो वाली चिकनी चूत को देख कर पागल हो गया और अपने लंड को ज़ोर -ज़ोर से हिलाने लगा, पायल ने जल्दी से अपनी चूत और मोटी गान्ड पर साबुन लगाया और फिर शावर ऑन कर के अपने बदन को धोने लगी और उसका गोरा बदन फिर से चमकने लगा,
    पायल घूम-घूम कर अपने बदन को पानी से धो रही थी, रवि की आँखो के सामने कभी पायल की मोटी गान्ड आ जाती कभी उसकी फूली हुई उभरी चूत आ जाती , उसकी चिकनी चूत की लकीर खड़े होने पर भी काफ़ी खुली हुई नज़र आ रही थी जिसके कारण उसका उठा हुआ दाना भी नज़र आरहा था, पायल ने जल्दी से नाहकार अपने बदन को टॉवेल से पोछा और अपनी ब्रा और पेंटी पहन कर टॉवेल लपेटने लगी तभी रवि जल्दी से अपने रूम के अंदर चला गया और पायल बाथरूम से निकल कर,
    पायल- रवि जा जल्दी से नहा कर रेडी हो जा कहती हुई अपने रूम मे चली गई,
    रवि से रहा नही गया और वह बाथरूम मे जाकर पूरा नंगा हो गया और अपनी दीदी की उतरी हुई ब्रा और पेंटी को अपने हाथो मे लेकर देखता हुआ अपनी दीदी की चूत की कल्पना करते हुए अपने लंड को हिलाने लगा और अपनी आँखे बंद करके कभी सोचता कि वह अपनी दीदी के नंगे बदन से चिपक रहा है कभी सोचता कि वह अपनी दीदी की चूत को खूब ज़ोर-ज़ोर से फैला कर चाट रहा है, कभी सोचता कि अपनी दीदी की मोटी जंघे फैला कर अपने मोटे लंड से उसकी चूत मार रहा है,
    उसने अपनी दीदी की मस्त गोरी चिकनी चूत को सोचते हुए अपनी दीदी की चूत को चोदने की कल्पना करते हुए अपना वीर्य निकाल दिया और फिर दो मिनिट तक अपने लंड से अपना वीर्य दबा-दबा कर निचोड़ता हुआ शावर को ऑन करके नहाने लगा और फिर नहा कर रेडी हो गया,
    दरअसल एक दिन रवि ने अपनी दीदी को अपनी ब्रा और पेंटी हाथ मे लेकर बाथरूम मे घुसते देखा तो उसके मन मे अचानक ख्याल आया कि दीदी को क्यो ना नंगी नहाते देखा जाए और उसने जब बाथरूम के दरवाजे को गौर से देखा तो उसे की होल नज़र आ गया और उसने जब अपनी आँख उस के होल से लगा कर अंदर देखा तो अपनी बहन को नंगी देख कर उसके होश उड़ गये उसने पहली बार किसी जवान लड़की को पूरी नंगी देखा था बस वो दिन था और आज का दिन तब से रवि लगभग रोज अपनी दीदी को नंगी नहाते हुए देखने लगा था केवल सनडे ही ऐसा दिन था जिस दिन वह अपनी दीदी को नंगी नही देख पाता था क्यो की सनडे को उसके भाई की छुट्टी होती थी और वह घर पर ही रहता था,
    रवि अपनी बाइक पर अपनी दीदी का इंतजार करने लगा थोड़ी देर बाद पायल जब बाहर आई तो रवि उसको देख कर जल भुन गया क्यो कि पायल ने एक छोटी सी स्कर्ट और शॉर्ट शर्ट पहन रखी थी जिसमे उसकी मोटी - मोटी गदराई जंघे साफ नज़र आ रही थी और अगर थोड़ी तेज हवा चल जाए तो उसकी मस्तानी चूत और गान्ड मे कसी पेंटी भी नज़र आने लगे,
    रवि- अपना मुँह पर गुस्सा दिखाते हुए क्या ये कपड़े पहन कर कॉलेज जाओगी,
    पायल- उसे घूर कर गुस्से से देखती हुई, क्यो क्या बुराई है इसमे,
    रवि- दीदी ये सब तुम पर नही अच्छा लगता है
    पायल- मुझ पर क्या अच्छा लगता है और क्या नही ये मे तुझसे बेहतर जानती हू, मुझे ज़्यादा समझाने की कोशिश मत किया कर मेरी जो मर्ज़ी होगी मे पहनूँगी समझे,
    रवि -उसके लाल तमतमाए चेहरे को देख रहा था
    पायल - अब मेरी शकल क्या देख रहा है चल जल्दी से बाइक स्टार्ट कर,
    रवि अपना सा मुँह लेकर बाइक स्टार्ट करता है और पायल उस पर बैठ जाती है और दोनो कॉलेज के लिए उड़ जाते है,
    कॉलेज पहुच कर बाइक से यूटर कर पायल, चल अब मे जाती हू और अपनी मोटी गान्ड को मतकाती हुई अपनी क्लास की ओर जाने लगती है, रवि मन मे बाते करता हुआ, अपनी दीदी की गदराई गान्ड को देखता हुआ, मेरे बाप का क्या जाता है तुम नंगी होकर कॉलेज आ जाया करो पर जिस दिन तुम्हारी मोटी गान्ड मे किसी ने लंड फसा दिया तो फिर रोती हुई मेरे पास मत आना कि रवि किसी ने मेरी गान्ड मे लंड फसा दिया और रवि अपनी बाइक पार्क करके अपनी क्लास मे चला जाता है,
    उधर रोहित के बॉस ने रोहित को बुलाया और रोहित जब उनके केबिन मे गया तो
    बॉस- आओ रोहित प्लीज़ सिट डाउन
    रोहित - थॅंक यू सर
    बॉस- सो रोहित व्हाट ईज़ युवर डिसीजन, क्या फ़ैसला लिया तुमने मेरी बेटी निशा के बारे मे,
    रोहित- मुस्कुरा कर सर, आइ आम रेडी
    बॉस- इसका मतलब है तुम्हे निशा पसंद है
    रोहित- हा सर लेकिन
    बॉस- मे जानता हू अभी सिर्फ़ तुमने उसकी तस्वीर ही देखी है और तुम उससे मिलना भी चाहते हो, नो प्राब्लम बेटे वह कल ही इस शहर मे आ जाएगी उसके बाद मे तुम्हारी उससे मीटिंग करवाता हू, उसने भी सिर्फ़ तुम्हारी तस्वीर देखी है, तुम दोनो एक दूसरे को मिल कर पसंद कर लो फिर मे जल्दी से तुम दोनो की शादी करवा देता हू, ओके
    रोहित -मुस्कुरा कर ओके सर और फिर अपने केबिन मे आ जाता है
    दरअसल जो तस्वीर सुबह रवि ने देखी थी वह निशा की तस्वीर थी जो रोहित के बॉस की बेटी थी और रोहित का बॉस अपनी बेटी निशा की शादी रोहित से करना चाहता था,
    इधर रवि अपनी क्लास से बाहर आकर केफे हाउस मे बैठा हुआ कॉफी पी रहा था तभी उसकी नज़र एक लड़की पर पड़ती है और उसका दिल ज़ोर से धड़कने लगता है उस लड़की का इनोसेंट चेहरा, भरे हुए गुलाबी गाल, रसीले होंठ, लहराते रेशमी बाल, उसकी खूबसूरती मे चार चाँद लगा रहे थे, उसने एक वाइट टॉप और ब्लू कलर का जीन्स पहन रखा था उसके दूध बिल्कुल कठोर और लगभग 36 के नज़र आ रहे थे उसकी मोटी जंघे उसके जीन्स को फाड़ने को बेताब हो रही थी और जब उसने अपने कदम केफे के काउंटर की ओर बढ़ाए तो रवि उसके मोटे-मोटे गदराए चुतडो को देख कर पागल हो गया उससे रहा नही गया और वह उस लड़की के पास जाकर सीधे उसके पीछे खड़ा हो गया और अपने चेहरे को उसके बालो के पास लेजा कर उसके रेशमी बालो को सूंघने लगा, उसकी खुश्बू जब उसकी नाक मे पड़ी तो वह मदहोश हो गया और उसके बालो की खुश्बू को सुन्घ्ता हुआ एक गहरी सांस लेने लगा, फिर रवि उस लड़की के साइड मे आकर खड़ा हो गया और उसके खूबसूरत चेहरे को देखने लगा, वह लड़की अपने पार्स से पैसे निकाल कर काउंटर पर रख कर जैसे ही रवि को देखती है उसकी नज़रे रवि की नज़रो से मिलती है और रवि उसको देख कर एक स्माइल पास कर देता है लेकिन वह रवि की स्माइल का कोई जवाब ना देकर पलट कर चलदेती है, जब वह कुछ दूर चली जाती है तो रवि दौड़ता हुआ उसके पीछे जाकर एक्सक्यूस मी, सुनिए तो,
    वह लड़की रुक कर, यस
    रवि- क्या मे आपका नाम जान सकता हू
    लड़की- क्यो क्या करेंगे आप मेरा नाम जान कर
    रवि- क्या आप इसी कॉलेज मे पढ़ती है
    लड़की- लगता है आपको सवाल पूछने की बीमारी है, और पलट कर चल देती है
    रवि- फिर से उसके पीछे लपकता हुआ, उसके साथ-साथ चलता हुआ, सुनिए प्लीज़ अपना नाम तो बता दीजिए
    लड़की- क्या आप पागल है जो इस तरह मेरे पीछे पड़ गये,
    रवि- तुम्हे देख कर तो कोई भी पागल हो सकता है,
    लड़की- लुक मिस्टर. अपनी बकवास अपने पास रखो और अब मेरे पीछे नही आना वरना मुझसे बुरा कोई नही होगा, और फिर से अपनी मोटी गान्ड मतकाते हुए कॉलेज की क्लास मे घुस जाती है,
    रवि जब देखता है कि वह लड़की उसी की क्लास के अंदर गई है तो वह चौंक जाता है और फिर दौड़ कर अपनी क्लास मे चला जाता है जहा वह लड़की भी पीछे की सीट पर बैठ कर एक दूसरी लड़की से बात कर रही थी, रवि अपने आस पास नज़र दौड़ा कर सोचने लगता है की यह लड़की लगता है इस क्लास मे नई-नई आई है पर इसके बारे मे किससे पुंच्छू तभी उसकी नज़र एक चश्मा लगाए स्टूडेंट अजय पर पड़ती है और वह सोचता है कि बेचारे चस्मे वाले ही पढ़ने मे तेज होते है और सबसे सही तरीके से कुछ भी बता देते है इसलिए इसी से पूछता हू और अपने पास बैठे अजय से
    रवि- हाय अजय
    अजय-मुस्कुराकर हाय
    रवि-अजय वो लड़की कौन है वो तो हमारी क्लास मे पहले नही थी
    अजय- अरे उसका नाम सोनिया है वह अभी- अभी जाय्न हुई है
    रवि- कहाँ रहती है
    अजय- ये तो मुझे नही पता लेकिन पढ़ने मे बहुत तेज है कल सर भी उसकी तारीफ कर रहे थे
    रवि का मन क्लास मे नही लगता है और वह सोनिया के हुस्न को देखता हुआ बैठा रहता है,
    तभी सर की नज़र उस पर पड़ती है और सर रवि को आवाज़ लगाते हुए रवि, लेकिन रवि सोनिया के हुस्न मे खोया हुआ था और उसे सर की आवाज़ नही सुनाई दी,
    सभी स्टूडेंट रवि को देखने लगे यहाँ तक कि सोनिया ने भी देख लिया कि रवि उसी को घूर रहा है और वह एक दम से सकपका जाती है और इतने मे सर अपनी चाक का एक टुकड़ा उठा कर सीधे रवि के मुँह पर मार देते है और रवि का ध्यान भंग हो जाता है,
    सर- रवि कहाँ है तुम्हारा ध्यान
    रवि- सकपकाते हुए कही नही सर
    सिर-अभी मे क्या लेक्चर दे रहा था
    रवि- जी वो
    सिर- अपनी उंगली रवि को दिखा के गेट की तरफ इशारा करके आउट
    रवि - चुपचाप अपनी सीट से उठता हुआ सोनिया को देखता है और सोनिया भी अपने सीरियस चेहरे से रवि को देखती है और रवि क्लास से बाहर हो जाता है,

    कॉलेज छूटने के बाद पायल सीधे रवि के पास आती है और उसकी पीठ पर हाथ मारते हुए चल स्टार्ट कर अपनी बाइक,
    रवि- दीदी 5 मिनिट रूको और रवि कॉलेज के गेट की ओर देखने लगता है
    पायल- किसी का वेट कर रहा है क्या
    रवि- नही वो बस ऐसे ही
    पायल- तो फिर मुँह उठाए गेट की ओर क्यो देख रहा है,
    रवि दीदी तुम बस 5 मिनिट यही रूको मे अभी आता हू और रवि कॉलेज के गेट के अंदर जाकर सोनिया को अपनी नज़रो से खोजने लगता है, तभी उसे सोनिया आते हुए नज़र आती है और वह जल्दी से दौड़ कर सोनिया के पास पहुच जाता है और उसके सामने जाकर खड़ा हो जाता है,
    सोनिया उसको देख कर रुक जाती है और उसके चेहरे को देखने लगती है,
    रवि- हाय सोनिया
    सोनिया- तो तुमने मेरा नाम मालूम कर लिया
    रवि- सोनिया को देख कर मुस्कुराते हुए, सोनिया कुछ दिन रुक जाओ मे तुम्हारी पूरी जिंदगी मालूम कर लूँगा
    सोनिया- मेरा रास्ता छोड़ो और मुझे जाने दो
    रवि- सोनिया मे तुमसे कुछ कहना चाहता हू
    सोनिया- अपनी आँखे उसे दिखाती हुई, मुझे तुम्हारी कोई बकवास नही सुन्नी है,
    रवि- सोनिया का हाथ पकड़ लेता है,
    सोनिया- अपना हाथ उसके हाथो से छुड़ाने की कोशिश करती हुई, मेरा हाथ छोड़ो
    रवि- सोनिया की आँखो मे देखता हुआ, सोनिया तुम जानती हो तुम गुस्से मे कितनी खूबसूरत लगती हो,
    सोनिया- अपना हाथ छुड़ाते हुए, अपनी बकवास बंद करो और आगे से मेरे पास आने की ज़रूरत नही है वरना मे तुम्हारी प्रिन्सिपल से शिकायत कर दूँगी,
    रवि- उसका हाथ छोड़ते हुए, अब तुम चाहे तो मुझे सूली पर चढ़ा दो लेकिन अब रवि के मुँह से अगर कोई अल्फ़ाज़ निकलेगा तो वह सिर्फ़ और सिर्फ़ एक ही होगा, सोनिया, सोनिया, सोनिया
    रवि की बातो को सुन कर सोनिया की साँसे थोड़ी तेज हो जाती है और वह जल्दी से उसके पास से चल देती है और तेज-तेज कदमो से अपनी स्कूटी स्टार्ट करके उड़ जाती है,
    रवि जब गेट के बाहर आता है तो
    पायल- कहाँ गया था
    रवि- कुछ नही बस ऐसे ही थोड़ा कम था,
    पायल- उसको घूरते हुए मे सब जानती हू आज कल तू लड़कियो के पीछे बहुत भागने लगा है
    रवि- अपने मन मे बाते करता हुआ, दीदी तुम अपने पीछे लगा लो तो मे लड़कियो के पीछे भागना बंद कर दू, पर तुम्हारी गदराई चूत तो ना जाने किसके लंड को देख कर फड़केगी, और अपनी बाइक स्टार्ट करके पायल
    को बैठा कर चल देता है,
    घर पहुच कर रवि सोफे पर बैठा- बैठा सोनिया के हुस्न को याद करता हुआ बैठा रहता है तभी, पायल दौड़ कर रवि के पास आकर रवि का हाथ पकड़ कर उठाते हुए
    पायल- रवि इधर आ तुझे एक चीज़ दिखाती हू
    रवि- उठता हुआ धीमी आवाज़ मे, क्या अपनी चूत खोल कर दिखा रही हो दीदी
    पायल- उसके कुछ शब्द को सुनते हुए, क्या कहा तूने
    रवि- कुछ भी तो नही कहा , क्या दीदी तुम्हारे भी कान बजते रहते है
    पायल- रवि को घूर कर देखती हुई रवि तूने कुछ तो उल्टा सीधा कहा है मेरे बारे मे,
    रवि- ओफ्फ हो दीदी मे भला आपके बारे मे कोई उल्टी बात कह सकता हू क्या, आप भी ना, अब
    खड़ी -खड़ी मुझे क्या देख रही हो बताओ भी क्या दिखा रही थी
    पायल- उसका हाथ पकड़ कर अपने भैया रोहित के रूम मे लेजा कर बेड पर पड़ी बुक को दिखाते हुए जा देख उस बुक मे क्या है, रवि उस बुक को देख कर सारी बात समझ जाता है और नाटक करते हुए, अरे बुक मे क्या होगा,
    पायल- तू बुक खोल कर देख तो सही
    रवि- जाकर बुक खोल कर देखता है और पायल को देख कर दीदी क्या गदराया माल है,
    पायल- उसको घूर कर क्या बोला
    रवि- मेरा मतलब है कितनी खूबसूरत लड़की है कौन है यह
    पायल- अपना मुँह बना कर मे भी नही जानती पर भैया की बुक मे है तो हो सकता है भैया की कोई गर्लफ्रेंड हो
    रवि- उस फोटो को देखते हुए, हे भैया आप कितने लकी है
    पायल- रवि के हाथो से फोटो लेकर वापस बुक मे रखती हुई, अब और कितना देखेगा खा जाएगा क्या उसे,
    रवि- दीदी तुम भी ना
    पायल- चल निकल बाहर और अपने भैया के रूम का दरवाजा बंद करके बाहर आ जाती है और सोफे पर जाकर बैठ जाती है
    रवि भी उसके सामने बैठ जाता है, पायल सोफे से अपनी पीठ टिका कर एक मागज़िने उठा कर पढ़ने लगती है और अपने पैर को उठाकर टी-टेबल पर रख लेती है, उसके ऐसा करने से सामने बैठे रवि को अपनी दीदी की पूरी पेंटी नज़र आने लगती है, और उसका मोटा लंड अपनी बहन की पेंटी मे कसी फूली हुई चूत देख कर खड़ा हो जाता है और रवि पायल की नज़रे बचा कर उसकी चूत को देखने लगता है उसकी मोटी- मोटी कसी हुई जंघे पूरी नंगी लगती है, तभी पायल की नज़र रवि की आँखो पर पड़ती है और वह देख लेती है कि रवि कहाँ देख रहा है और अपनी टाँगो को नीचे करते हुए गुस्से से रवि को देख कर कमीना कही का कह कर उठ कर अपने मोटे-मोटे चुतड मटका कर अपने रूम मे जाने लगती है और रवि उसके गदराए चुतडो के पीछे अपनी नज़र लगा देता है और रूम मे घुसने से पहले अपनी आदत के अनुसार पायल एक दम से पलट कर रवि को देखती है और रवि की भूखी नज़रे अपनी मोटी गान्ड पर पाती है तभी रवि उसको देख कर सकपका जाता है और अपना मुँह दूसरी और घुमा लेता है और पायल एक हल्की सी स्माइल मारते हुए रूम मे घुस जाती है, पायल अपने बेड पर लेट कर अपनी गदराई चूत मे पेंटी के अंदर से हाथ डाल कर सहलाती हुई सोचती है, रवि कितना कमीना है कैसे आँखे फाड़-फाड़ के मेरी मोटी गान्ड को घूर रहा था जैसे की खा जाएगा, कमीना अपनी बहन को भी नही छोड़ता है, कही अगर मे इसके सामने नंगी खड़ी हो जाउन्गि तो कही मुझे चोद ना दे,
    कभी -कभी तो इसका लंड पाजामे के उपर से कितना बड़ा नज़र आता है और सुबह - सुबह कैसा तना रहता है, इसका लोड्ा कितना मोटा होगा, आह और अपनी चूत को पायल सहलाने लगती है और उसकी चूत से पानी बहने लगता है, पायल अपने आप से बाते करते हुए कमीना ज़रूर मुझे नंगी देखने के लिए मरा जा रहा होगा, मेरी मोटी गान्ड और दूध को तो दिन भर ही घूरता रहता है लगता है अपनी बहन के उपर चढ़ कर चोदने के लिए मरा जा रहा है अगर मे इसके सामने नंगी हो जाउ तो ये क्या करेगा, कही मुझे पकड़ कर ज़बरदस्ती चोदने लगा तो और पायल की चूत पानी छोड़ने लगती है और वह अपनी दो उंगलिया अपनी चूत मे भर कर सहलाने लगती है और उसकी नज़रो के सामने रवि का कल्पना किया हुआ मोटा लंड झूलने लगता है, हाय मोटे -मोटे लंड से चुदवाने मे कितना मज़ा आता होगा, आह जब उंगली से ही इतना अच्छा लगता है तो लंड की तो बात ही अलग होगी, आह आह पायल अपनी चूत मे खूब उंगली डाल-डाल कर झाड़ जाती है और फिर एक घंटे आराम करने के बाद बाहर आती है.
    रवि और पायल सोफे पर बैठे कॉफी पी रहे थे तभी दरवाजे की कॉल बेल बजती है और रवि उठ कर गेट खोलता है और उसके सामने जो होता है उसको देख कर रवि की आँखे खुली की खुली ही रह जाती है और वह एक दम से अपना दिल थाम लेता है और रवि के मुँह से निकलता है "हमने सोचा था कि हम आप से बस ख्वाबो मे ही मिल पाएगे हमे क्या मालूम था कि आप इस तरह अचानक हमारे सामने आ जाएगे"
    सोनिया- तुम यहा
    रवि- वही तो मे भी पूछना चाहता हू कि आप यहा मेरे घर पर
    सोनिया- ओ तो ये तुम्हारा घर है, पर यह अड्रेस तो मुझे पायल ने दिया था
    रवि - आप कैसे जानती है पायल को
    सोनिया- शी ईज़ माइ फ्रेंड्स
    रवि- मुस्कुराते हुए आंड यू आर माइ गर्लफ्रेंड
    सोनिया- वेरी फन्नी
    रवि - बट यू आर स्वीट हन्नी
    सोनिया- शट अप
    रवि - कम इन
    सोनिया- पहले बताओ पायल है
    तभी अंदर से पायल की आवाज़ आती है कौन है
    रवि, रवि दीदी कोई आपसे मिलने आया है, और
    सोनिया अंदर आ जाती है और
    पायल सोनिया को देख कर अपना हाथ आगे बढ़ाते हुए उसको गले लगाकर आ अंदर आ और उसे सोफे पर बैठते हुए खुद भी उसके पास बैठ जाती है, रवि भी आकर बैठते हुए सोनिया को देख कर मुस्कुराने लगता है,
    पायल ये मेरा भाई है रवि और रवि ये मेरी बेस्ट फ्रेंड है सोनिया, तेरी ही क्लास मे इसका अड्मिशन हुआ है,
    रवि- सोनिया को मुस्कुराकर देखता हुआ, अच्छा मुझे तो पता ही नही था, कब आज ही लिया है आपने अड्मिशन
    सोनिया- रवि को घूर कर देखती हुई, नही तीन दिन हो गये
    रवि- मुस्कुरा कर सोनिया की आँखो मे देखता हुआ, क्या बात है आप तीन दिन से मेरी क्लास मे आ रही है और मेने आपको आज पहली बार देखा है
    सोनिया- रवि को घूर कर देखते हुए, आपका ध्यान कही और रहा होगा
    रवि- सोनिया को देख कर मुस्कुराते हुए, सही कहा आपने दो दिन से मेरा ध्यान वाकई कही और था,
    पायल- सोनिया तू बैठ मे तेरे लिए कॉफी बना कर लाती हू,
    सोनिया- अरे यार तकलीफ़ क्यो करती है,
    पायल- अरे इसमे तकलीफ़ की क्या बात है और किचन मे जाकर पायल कॉफी बनाने लगती है
    सोनिया अपनी नज़रे उठा कर रवि को देखती है और रवि उसी को देख रहा था
    सोनिया- तुम दिन भर मुझे घूरते क्यो रहते हो उस दिन क्लास मे भी सबके सामने
    रवि- मुस्कुरा कर क्यो कि मे पहली नज़र मे ही तुमको अपना दिल दे बैठा हू,
    सोनिया- मुस्कुरा कर ये आशिको वाली बाते खूब सुनी है मेने और कई आशिको को देखा भी है लेकिन मुझे इन सब बेकार की बातो मे कोई दिल्लचस्पी नही है इसलिए तुम बेकार मे अपना वक़्त बर्बाद मत करो, और अपने हाथो से उसकी ओर चुटकी बजाते हुए समझे मिस्टर. मजनू
    रवि- सोनिया के करीब जाकर बैठता हुआ उसकी नशीली आँखो मे देख कर, धीरे से कहता है, मे तो तुम्हारे इस खूबसूरत हुस्न पर मर मिटा हू और जब तक इन रसीले लबो का रस पी नही लेता मुझे चैन नही आने वाला है.
    सोनिया- अपने चेहरे पर गुस्सा लाते हुए रवि को अपनी उंगली दिखा कर रवि अपनी हद मे रह कर बात करो वरना मुझ से बुरा कोई नही होगा,
    रवि- मुस्कुरा कर अरे तुम तो सीरीयस होने लगी, अच्छा बाबा मत पिलाना मुझे अपने होंठो का रस पर अब जब तुम मेरी दीदी की दोस्त हो तो क्या हम दोस्त नही बन सकते, और अपना हाथ सोनिया की ओर बढ़ा देता है
    सोनिया- थोड़ा मुस्कुरा कर उसे अपना हाथ देती हुई ओके और उसकी आँखो मे देखती हुई, लेकिन सिर्फ़ दोस्ती और कुछ नही समझे,
    रवि- मुस्कुराकर मे समझ गया,
    रवि उसकी तनी हुए चुचियो को देख कर मन ही मन कहता है मेरी रानी एक दिन तुझे पूरी नंगी करके अपनी बाँहो मे भर कर तेरे हर अंग का रस नही पिया तो मेरा नाम भी रवि नही,
    तभी पायल कॉफी लेकर आती है और सोनिया को देती है,
    रवि- दीदी मेरे लिए
    पायल- तूने अभी तो पी थी मेरे साथ
    रवि- मुँह बना कर ओके
    कुछ देर बैठने के बाद सोनिया वहाँ से चली जाती है
    शाम को जब रोहित घर आता है तो पायल उसके लिए कॉफी लेकर आती है और
    पायल -क्या बात है भैया आज आप बहुत खुस लग रहे है
    रोहित - नही तो ऐसी तो कोई बात नही है,
    पायल- नही भैया कुछ तो बात है आज आप कुछ अलग दिख रहे है
    रोहित- मुस्कुरा कर तू तो लगता है मन की बाते भी जान लेती है तुझसे तो बच कर रहना पड़ेगा,
    पायल- अब बताओ भी भैया पहेलिया क्यो बुझा रहे हो
    रोहित- आक्च्युयली पायल मेने शादी करने का फ़ैसला कर लिया है,
    पायल- चहकते हुए ग्रेट भैया
    रोहित- तो तू ये नही पूछेगी कि किससे कर रहा हू
    पायल- मे जानती हू
    रोहित- चौक्ते हुए, तू कैसे जानती है
    पायल- भैया आप उसी से शादी कर रहे है ना जो आपकी बुक के अंदर है
    रोहित- मुस्कुराकर ओ तो तूने उसकी तस्वीर देख ली है
    पायल- भैया भाभी तो बहुत अच्छी है कहाँ रहती है
    रोहित- पायल आक्च्युयली वो मेरे बॉस की बेटी है उसका नाम निशा है
    पायल- तो भैया कब मिलवा रहे हो मुझे अपनी भाभी से
    रोहित- बहुत जल्द, अच्छा मे ज़रा एक ज़रूरी काम से अपने दोस्त के यहाँ जा रहा हू खाना भी उसी के साथ खाउन्गा तुम मेरे लिए खाना मत बनाना ओके
    पायल- ओके भैया ओर फिर रोहित चला जाता है पायल दौड़ती हुई रवि के रूम मे जाती है जहा रवि अपने बेड पर लेटा हुआ था और पायल धम्म से जाकर रवि के उपर कूद जाती है और
    रवि हाय मार डाला रे,
    रवि- दीदी ये क्या तरीका है अभी मेरे पेट मे लग जाता
    पायल- उसका पेट सहलाते हुए सॉरी-सॉरी और रवि के उपर झुक कर एक पप्पी ले लेती है
    रवि- थोड़ा उठ कर तकिये का सहारा लेकर बैठते हुए, पायल को अजीब नज़रो से देखता हुआ,
    हे दीदी क्या बात है इतनी खुस क्यो हो रही हो ऐसा क्या मिल गया तुमको
    पायल- अरे पगले ऐसी न्यूज़ है कि तू सुनेगा तो पागल हो जाएगा,
    रवि- पायल को देखता हुआ, क्यो ऐसी क्या बात है
    पायल- अरे पगले भैया शादी कर रहे है
    रवि- अपने मन मे खुद से बाते करता हुआ, लो गई भेस पानी मे चूत भैया को मिलने वाली है और खुजली इनकी बुर मे हो रही है, अच्छा कौन है वो ख़ुसनसीब लड़की जो हमारी भाभी बनने वाली है
    पायल- अरे वही लड़की जिसकी फोटो आज मेने तुझे दिखाई थी
    पायल की बात सुन कर रवि का लंड करवट लेने लगता है, हाय वो गदराई लोंड़िया मेरी भाभी बन कर आएगी तो मेरा क्या होगा, मे तो उसकी गदराई जवानी देख-देख कर पागल हो जाउन्गा
    रवि- क्या बात कर रही हो दीदी वो लड़की हमारी भाभी बनेगी
    पायल- हाँ और उसका नाम निशा है वो भैया के बॉस की बेटी है
    रवि- पायल के दूध को घूर कर देखते हुए खुद से बाते करते हुए हे दीदी उसके तो दूध तुमसे भी मोटे-मोटे है और उसका गुदाज पेट तो मेरे लंड को पागल कर देता है
    पायल- अपने भाई की चुभती नज़र अपने दूध पर महसूस करती है और उसकी पीठ पर एक हाथ मारते हुए कमीना कह कर चल देती है और
    रवि - क्या हुआ दीदी, और अपनी बहन की गदराई मटकती गान्ड को देखने लगता है,
    तभी अपनी आदत के अनुसार पायल एक दम पलट कर उसको देखती है और वह सकपका कर अपनी नज़रे हटा लेता है, पायल उसको खा जाने वाली नज़रो से घुरती हुई चली जाती है,


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  2. #2
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    Re: KAMINA

    KAMINA
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    तभी अपनी आदत के अनुसार पायल एक दम पलट कर उसको देखती है और वह सकपका कर अपनी नज़रे हटा लेता है, पायल उसको खा जाने वाली नज़रो से घुरती हुई चली जाती है,.........................

    Ab Agey..................

    अगले दिन रवि अपनी दीदी को कॉलेज लेकर उसे छोड़ कर अपनी क्लास मे आ जाता है और फिर उसकी नज़र सोनिया से मिलती है सोनिया उसको देख कर स्माइल मारती है और वह सोनिया को देख कर आँख मार देता है और सोनिया को उससे ऐसी उम्मीद नही थी और वह अपने चेहरे पर गुस्सा लाती हुई अपने नज़रे उससे हटा लेती है, रवि बराबर उसको देखता रहता है, कुछ देर बाद सोनिया फिर से रवि की ओर देखती है तो इस बार रवि उसको दूर बैठा -बैठा चूमने का इशारा करता है, सोनिया अपने चेहरे पर कठोर भाव लाकर उसकी ओर देखती है और फिर उसके मुँह से एक ही शब्द निकलता है कमीना.
    क्लास छूटने पर सोनिया कॉफी पीने के लिए जाती है तभी रवि आ जाता है
    रवि- हाय सोनिया
    सोनिया- रुक कर गुस्से से क्या है
    रवि- अरे नाराज़ क्यो होती हो मे तो सिर्फ़ तुम्हे ये कह रहा था कि चलो साथ चल कर कॉफी पीते है
    सोनिया- मुझे नही पीनी तुम्हारे साथ कॉफी
    रवि- नाराज़ हो मुझसे
    सोनिया- तुम्हे शर्म नही आती क्लास मे सब के सामने ऐसी हरकत करते हुए
    रवि- ओह तो तुम ये कहना चाहती हो कि मुझे ऐसी हरकत सबके सामने नही करना चाहिए
    सोनिया- रवि मे तुमसे कोई बात नही करना चाहती प्लीज़ मुझे अकेला छोड़ दो
    रवि- उसका हाथ पकड़ कर तुम समझती क्या हो अपने आप को, मे तुम्हारे लिए पागल हू और तुम मुझे कोई रेस्पोन्स नही दे रही हो
    सोनिया- उसकी तरफ आँख निकाल कर, रवि मेरा हाथ छोड़ो
    रवि- नही छोड़ूँगा क्या कर लोगि
    सोनिया- अपने आँखे दिखा कर, रवि तुम मेरा हाथ छोड़ते हो कि नही
    रवि- उसका हाथ छोड़ते हुए, जानेमन इतना गुस्सा करती हो तो तुम नही जानती तुम कितनी सेक्सी नज़र आने लगती हो
    सोनिया- रवि किसी बात की हद होती है
    रवि- तुम भी ना यार थोड़ा सा मज़ाक कर लिया तो तुम इतना भड़क जाती हो मे तो सिर्फ़ तुम्हारे साथ कॉफी पीना चाहता हू और तुम बात का बतंगड़ बना रही हो अब चलो चल कर कॉफी पीते है
    सोनिया रवि के साथ कॉफी हाउस मे जाकर बैठ जाती है और रवि दो कॉफी ऑर्डर कर देता है
    तभी उधर से पायल आ जाती है,
    पायल- ओफ्फ हो क्या बात है एक मुलाकात मे ही तुम दोनो कॉफी पीने आ गये इट्स ग्रेट,
    सोनिया- मुस्कुरा कर आ बैठ पायल
    पायल- हाँ वो तो बैठूँगी ही पर मेरे इस कमीने भाई से तूने बहुत जल्दी दोस्ती कर ली
    रवि - दीदी तुम भी ना अब एक ही क्लास मे है तो दोस्ती तो हो ही जाएगी ना
    पायल- सोनिया रवि तुझे परेशान तो नही करता है ना, अगर करता हो तो मुझे बता देना मे इसकी पिटाई लगा दूँगी और दोनो रवि को देख कर हस्ने लगते है
    रवि- अरे दीदी मे क्यो सोनिया को परेशान करने लगा और सोनिया के कसे हुए दूध को घूर कर देखते हुए अपनी जीभ पर होंठ फेरने लगता है
    पायल का ध्यान उसकी ओर नही रहता है लेकिन सोनिया रवि की हरकत को देख कर रवि को आँख दिखाते हुए अपने होंठ को इस तरह हिलाती है जैसे कमीना कह रही हो,
    रवि उसके लबो के शब्दो को भाँप लेता है और अपने मन मे कहता है मेरी रानी जिस दिन इस कामीने का लंड तुम्हारी चूत मे जाएगा उस दिन तुम्हे पता चलेगा कि यह कमीना क्या चीज़ है, और तुम्हारे चक्कर मे कही मेरी दीदी भी मुझ से चुद ना जाए ये भी खूब फुदकती है इसकी चूत लगता है मुझे मारनी ही पड़ेगी तभी इसकी अकल ठिकाने आएगी,
    थोड़ी देर तक रवि लगातार सोनिया के दूध को देखता रहता है, और सोनिया अपनी नज़रे चुरा -चुरा कर उसकी नज़रो को अपने दूध पर महसूस करती रहती है, लेकिन सिवाय मन मे गुस्सा करने के वह कुछ नही कर पाती है, थोड़ी देर बाद पायल उठ कर चली जाती है और उसके जाते ही सोनिया भी उठ कर
    सोनिया - मे चलती हू
    रवि- उसका हाथ पकड़ कर अरे इतनी जल्दी कहाँ जा रही हो और उसे फिर से बैठा लेता है
    सोनिया बैठ कर इधर उधर देखने लगती है
    रवि- सोनिया तुम मुझसे प्यार करती हो ना
    सोनिया- हस्ते हुए, प्यार और वो भी तुमसे
    रवि- क्यो क्या कमी है मुझमे
    सोनिया- खूबी भी तो कोई नही है
    रवि- अपने हाथ को अपनी पेंट की चैन पर ले जाकर सोनिया को देखता हुआ, देखना चाहोगी क्या खूबी है मुझमे
    सोनिया- उसकी बात का मतलब समझ कर एक दम घबरा कर इधर उधर देखने लगती है और उसके होंठ सूखने लगते है
    रवि- उसकी स्थिति को भाँप कर अरे घबराओ नही मे तुम्हे अपनी खूबी नही दिखाता हू, लेकिन सोनिया मे तुमसे बहुत प्यार करता हू, वैसे भी तुममे तो बहुत सारी खूबिया है और मेरी खूबी तो तुम्हे नज़र नही आती है और सोनिया को देख कर उसके मोटे-मोटे दूध को देखता हुआ लेकिन सोनिया तुम्हारी खूबिया तो मुझे साफ नज़र आती है, और तुम्हारी खूबिया मुझे बहुत अच्छी लगती है,
    सोनिया- रवि की बात सुन कर अपनी नज़रे नीचे झुका लेती है और कुछ देर बाद रवि अब हमे चलना चाहिए
    रवि- पर सोनिया मुझे तो लगता है कि तुम मेरे साथ इसी तरह बैठी रहो और हमारी जिंदगी यू ही कट जाए
    सोनिया- रवि अब चलो भी,
    रवि- ओके बाबा चलो और उसके साथ चल देता है,
    रवि सोनिया एक बात कहु
    सोनिया- क्या
    रवि- मेरे साथ मूवी देखने चलॉगी
    सोनिया- उसको देखते हुए मुस्कुरा कर तुमने सोच कैसे लिया कि मे तुम्हारे साथ मूवी देखने चलूंगी
    रवि- क्यो मे तुम्हे काटता हू
    सोनिया- तुम्हारा क्या भरोशा
    रवि- सोनिया तुम मुझसे जितना दूर भागती हो मेरा दिल तुम्हारे उतना ही पास आने का करता है
    सोनिया- रवि तुम दिन मे भी सपने देखते रहते हो
    रवि- मेडम सपनो को हक़ीकत बनते देर नही लगती
    रवि- बोलो चलोगि मूवी देखने
    सोनिया- नही
    रवि- ओके जैसी तुम्हारी मर्ज़ी, और रवि उसके पास जाकर एक दम से उसके गालो को चूम लेता है
    सोनिया- उसकी इस हरकत से सिहर जाती है और अपना मुँह फाडे उसको देखती रह जाती है और रवि अपनी क्लास मे घुस जाता है,
    रात को रोहित अपने रूम मे सोया रहता है और पायल भी अपने रूम मे लेटी रहती है और रवि टीवी ऑन करके हॉल मे बैठा रहता है और एक इंग्लीश मूवी चलती रहती है जिसमे कुछ उत्तेजक सीन देख कर रवि का लंड बिल्कुल तना रहता है और रवि अपने लंड को अपने पाजामे के उपर से सहलाता रहता है, तभी पायल सोचती है कि थोड़ी देर टीवी देखते है नींद तो आ नही रही और जैसे ही हॉल मे आती है उसे रवि सोफे पर बैठा दिखाई देता है और उसकी पीठ पायल की ओर होती है टीवी का सीन देख कर पायल एक दम रुक जाती है जिसमे एक आदमी एक औरत के उपर चढ़ कर उसकी चूत मे धक्के मार रहा था और वह औरत कराहते हुए अपनी दोनो जाँघो को खोल कर अपनी टाँगो को उस आदमी की कमर मे लपेटे हुए थी और वह आदमी कस-कस अकर उसकी चूत को ठोक रहा था, पायल यह सीन देख कर गरम हो गई और उसके होंठ सूखने लगे और वह अपनी जीभ को अपने होंठो पर फेरती हुई धीरे-धीरे आगे बढ़ी तभी अचानक उस औरत की चूत नज़र आ जाती है और रवि अपने आप को रोक नही पता है और पाजामे को अपने अंगूठे मे फसा कर दूसरे हाथ से अपने मोटे लंड को बाहर निकाल कर उसके टोपे को खोलता हुआ देखने लगता है और पायल की नज़र जब रवि के मस्त मोटे लंड पर पड़ती है तो उसकी सांस रुक जाती है और उसका मुँह खुला का खुला रह जाता है, पायल अपना मुँह फाडे उसके मोटे लंड को देखती रहती है और रवि अपनी मस्ती मे मगन अपने मोटे लोड्े को सहलाता रहता है पायल उसके तगड़े लंड को देख कर गरम हो जाती है और उसकी चूत पानी छोड़ने लगती है और उसका हाथ अपने आप अपनी चूत मे चला जाता है और वह अपनी चूत को सहलाने लगती है, तभी वह सीन ख़तम हो जाता है और रवि वापस अपने लंड को अपने पाजामे मे डाल लेता है और पायल चुपचाप वापस अपने रूम मे आ जाती है पर उसकी चूत मे बहुत ज़्यादा खुजली बढ़ जाती है और वह पूरी नंगी होकर अपनी चूत को अपनी उंगलियो से छेड़ने लगती है,
    उसकी आँखो के सामने रवि का मोटा लंड झूलने लगता है और वह बस यह कल्पना करने लगती है कि रवि उसकी चूत को अपने लंड से कस-कस कर चोद रहा है, आ आ हे रवि फाड़ दे मेरी चूत और पायल की उंगलिया उसकी चूत मे तेज़ी से आगे पीछे होने लगती है,
    पायल आह आह ओह रवि खूब चोद कस के चोद अपनी दीदी को आह आह कितना मोटा लंड है तेरा रवि एक बार अपनी दीदी को अपने मोटे लंड से खूब कस कर चोद दे आह आह, सी आह सी आह ओह रवि चोद खूब चोद फाड़ दे अपनी दीदी की चूत को आह आह और फिर पायल की चूत ढेर सारा पानी छोड़ने लगती है और पागल बेसूध होकर नंगी ही अपने बेड पर लेट जाती है और उसकी गहरी-गहरी साँसे पूरे रूम के सन्नाटे मे भी सुनाई देने लगती है,
    उधर रवि जब बाथरूम मे जाता है तो अपनी दीदी की पेंटी तगी देखता है और उसका लंड झटके मारने लगता है और वह पायल की मोटी गान्ड और चूत को अपनी आँखे बंद करके सोचने लगता है और उसे उसकी दीदी पूरी नंगी नज़र आने लगती है वह महसूस करने लगता है कि वह अपनी दीदी की गदराई गान्ड मे अपना मुँह डाल कर चाट रहा है उसकी गान्ड को कस-कस कर अपने हाथो से दबोच-दबोच कर उस पर थप्पड़ मार-मार कर उसकी गदराई मोटी गान्ड को लाल कर रहा है और पायल उसके लंड को अपने हाथो मे पकड़ कर सहला रही है, फिर अचानक उसे कुछ याद आता है और वह जल्दी से दबे पाँव अपने भाई के रूम मे एंटर होता है और देखता है कि रोहित मस्त खर्राटे मारते हुए सो रहा था तभी वह अपनी नज़रे इधर उधर दौड़ाता है तभी उसकी नज़र उस चीज़ पर पड़ती है जिसके लिए वह आया था वह जल्दी से टेबल पर रखी हुई बुक को उठा कर चुपचाप बाथरूम मे आ जाता है और फिर उस बुक के अंदर से निशा का फोटो निकलता है
    और जब वह अपनी होने वाली भाभी का गदराया बदन उसका मासल उभरा हुआ पेट और रसीले होंठ भरे हुए गुलाबी गाल, मोटे-मोटे दूध देखता है तो वह अपनी होने वाली भाभी को देख तो रहा था की उसने एक ब्लू कलर की साडी पहनी हुई है लेकिन उसकी कल्पना ने उसकी होनेवाली भाभी को पूरी नंगी उसकी आँखो के सामने ला कर खड़ा कर दिया और वह उसकी फूली हुई चूत और मोटी गान्ड की कल्पना करते हुए तबीयत से झाड़ गया, और चुपचाप फिर अपने भाई की बुक को उसी टेबल पर रख कर अपने रूम मे जाकर लेट गया,
    रवि के दिमाग़ मे अब सोनिया का खूबसूरत चेहरा आने लगा और उसे सोनिया को अपनी बाँहो मे लेने का मन होने लगा और वह सोचने लगा की सोनिया की गदराई जवानी का रस वह कब पिएगा, अगर सोनिया उसे नही मिली तो वह उसके बिना कैसे जिएगा,
    यह मुझे क्या हो गया है मुझे दिन रात सोनिया का ही ख्याल आने लगा है लगता है मुझे उससे सच मच प्यार हो गया है , लेकिन वह मेरी चाहत को समझना ही नही चाहती है सोनिया को पाने का क्या रास्ता हो सकता है, अगर मे दीदी से सोनिया के लिए कहु तो क्या वह मेरी मदद करेगी, नही-नही वह कभी मेरी मदद नही करेगी उल्टा वह सोनिया को और मना कर देगी की मेरे कमिने भाई से दूर ही रहना वह बहुत बड़ा कमीना है, तो फिर मुझे क्या करना चाहिए कि सोनिया मेरी बाँहो मे आ जाए, क्या दीदी को चोदने के लिए ट्राई करना चाहिए, हाँ मुझे दीदी को फसाना होगा, जब तक मे दीदी को चोद नही लूँगा वह मेरी बात कभी नही मानेगी, एक बार अगर दीदी एक बार मुझसे चुद गई तो मज़ा आ जाएगा उसकी तो दिन और रात सभी रंगीन हो जाएगी, और दीदी फिर उसके लंड के इशारे पर नाचने लगेगी पर उसके लिए मुझे दीदी को चोदना होगा और वैसे भी दीदी एक दम चोदने लायक हो गई है उसकी मस्तानी गान्ड बहुत ही जबरदस्त हो रही है, कही साली किसी से फँस ना जाए,
    नही- नही उसकी रसीली जवानी का रस तो मे ही पीऊंगा उसके लिए चाहे मुझे जो करना पड़े अगर मुझे सोनिया को हासिल करना है तो उसका सबसे सही रास्ता मेरी दीदी ही है,
    मुझे अपनी दीदी को चोदना होगा लेकिन कैसे, उसके लिए दीदी को पटाना होगा, दीदी को हर हाल मे खुस रखना होगा उसका भरोसा हासिल करना होगा, मुझे अब दीदी के लिए फीलडिंग करना पड़ेगी तभी वह मुझे अपनी मस्तानी गान्ड और चूत दे सकती है, एक बार मेने दीदी को चोद दिया तो फिर सोनिया मुझसे दूर नही, रात को 11 बज चुके थे और रवि आज बहुत ही बेचैन था तभी उसे उसके दोस्त करण की याद आ जाती है, करण उसी शहर मे रहता था और एक कोम्पनी मे अकाउंट ऑफीसर की पोस्ट पर था, करण की फॅमिली उसके पॅटरिक गाँव मे रहती थी जहा उसके मा बाप और एक छोटा भाई रहता था, करण के गाँव मे उसके पास काफ़ी प्रॉपर्टी थी लेकिन वह जॉब करना लाइक करता था इसलिए वह शहर मे आकर जॉब करने लगा और एक फ्लॅट मे अकेला रहने लगा, करण और रवि स्कूल के टाइम से दोस्त थे उसके बाद करण ने अपना ग्रॅजुयेशन कंप्लीट करके जॉब शुरू कर दिया और रवि ने अपनी स्टडी कंटिन्यू रखी, अब रवि करण से 8-15 दिन मे एक ही बार मिल पाता था,
    रवि ने करण को कॉल किया और कुछ देर बाद
    कारण-हेलो बोल रवि क्या बात है इतनी रात को कॉल कर रहा है कुछ खास बात है क्या
    रवि- नही यार ऐसी कोई खास बात नही है बस तेरी याद अचानक आ गई सो तुझे कॉल कर दिया
    कारण - अच्छा-अच्छा और बता कैसी कट रही है और घर मे सब कैसे है
    रवि - बस यार सब बढ़िया है मे तुझसे मिलना चाहता था
    कारण - तो एक कम कर सनडे को मेरे फ्लॅट मे आ जा वही छोटी सी पार्टी अरेंज करते है वैसे भी तेरे साथ बैठे को बहुत दिन हो गये,
    रवि- ओके ये ठीक रहेगा मे इसी सनडे आता हू फिर हमारी चाय्स वाली वोड्का का मज़ा लेंगे,
    कारण- अबे रवि तू तो कम से कम वोड्का पीना बंद कर दे साले तू जब वोड्का पीता है तो तेरा लंड तुझे बहुत परेशान करने लगता है
    रवि- हस्ते हुए हाँ यार वोड्का पीते ही मुझे चोदने का मन करने लगता है, पिएगे तो वोड्का वरना कुछ नही
    कारण- चल जैसी तेरी मर्ज़ी तो ठीक है सनडे डन रहा अपना प्रोग्राम
    रवि- ओके डन
    कारण- ओके चल बाइ
    रवि- ओके बाबा गुड नाइट
    रवि मन ही मन खुस होता हुआ करण के साथ पीने मे मज़ा आ जाता है और साला बाते भी अच्छी करता है मज़ा आएगा. कुछ देर बाद सोचते-सोचते रवि की आँख लग जाती है. और फिर रोज की तरह उनकी दिनचर्या शुरू हो जाती है, रोहित ऑफीस चला जाता है और पायल और रवि कॉलेज के लिए चल देते है,
    कॉलेज पहुच कर पायल सीधे अपनी क्लास मे चली जाती है और रवि अपनी क्लास मे जाता है और जैसे ही अंदर पहुचता है उसकी नज़र सोनिया पर पड़ती है, सोनिया उसको देख कर अपना मुँह दूसरी और फेर लेती है, रवि अपनी सीट पर बैठ कर सोनिया को घूर्ने लगता है थोड़ी देर बाद सोनिया अपनी नज़रे उठा कर रवि को देखती है तो उसे अपनी और देखता पाकर जल्दी से अपनी नज़रे नीचे कर लेती है, क्लास छूटने के बाद जैसे ही सोनिया बाहर आती है रवि दौड़ कर उसके पास पहुच कर
    रवि- हाय सोनिया हाउ आर यू
    सोनिया- फाइन
    रवि- क्या बात है तुम मुझसे डर क्यो रही हो
    सोनिया- मे तुमसे क्यो डरने लगी
    रवि- तो फिर क्लास मे मुझे देख क्यो नही रही थी
    सोनिया- मे तुम्हे क्यो देखु
    रवि- अच्छा बाबा मत देखो चलो कॉफी पीते है और उसका हाथ पकड़ कर आगे बढ़ता है तभी सोनिया वही खड़ी रहती
    है, रवि रुक कर उसकी ओर देखता है तो
    सोनिया- अपनी आँखे दिखा कर पहले हाथ छोड़ो
    रवि- उसका हाथ छोड़ कर ओके अब तो चलो
    सोनिया उसके साथ चलने लगती है केफे मे पहुच कर दोनो कॉफी पीने लगते है
    रवि- सोनिया को घूर कर उसके दूध को देखता है और सोनिया उसकी ओर से सड़ा सा मुँह बनाते हुए अपनी नज़रे हटा लेती है
    रवि- सोनिया तुम कभी मुस्कुराती नही हो क्या
    सोनिया- क्यो बिना बात के मुस्कुराऊ क्या
    रवि- देखो थोड़ा मुस्कुरा दिया करो तो तुम बहुत ही खूबसूरत नज़र आती हो, अगर तुम्हे मेरी बात पर यकीन नही है तो थोडा मुस्कुरा कर देखो
    सोनिया- उसकी बात सुन कर थोड़ा मुस्कुराते हुए, लो अब ठीक है
    रवि- नही अभी मे जो भी बाते तुम से करूँगा तुम उसका मुस्कुरा कर जवाब दो तभी तुम अच्छी लगोगी
    सोनिया- मुस्कुरा कर ठीक है
    रवि- मुस्कुराते हुए भाई तुम तो मुझसे बहुत ही खफा लगती हो क्या मे यहा से चला जाउ
    सोनिया- मुस्कुरा कर उसकी आँखो मे देखती हुई, मेने ऐसा तो नही कहा
    रवि- अच्छा तो तुम क्या चाहती हो कि मे तुमसे बात ना करू
    सोनिया- उसको देखते हुए फिर मुस्कुराती है और मेने ऐसा भी नही कहा
    रवि- तो तुम ये चाहती हो कि मे तुम्हारे पास ना आया करू
    सोनिया- मुस्कुराते हुए, मेने ऐसा भी नही कहा
    रवि- मुस्कुरा कर उसके मोटे दूध को देखता हुआ उसके दूध की ओर इशारा करता हुआ तो फिर तुम ये चाहती हो कि मे तुम्हारे इनको ना देखा करू, तभी सोनिया के मुँह से मुस्कुराते हुए निकल जाता है कि मेने ऐसा तो नही कहा और फिर जब उसकी बात से रवि एक गहरी मुस्कान देता है तो सोनिया को अपनी ग़लती का एहसास होता है और वह अपनी नज़रे नीचे कर लेती है लेकिन अपनी मंद-मंद मुस्कुराहट को रोक नही पाती है
    रवि- मुस्कुराता हुआ, तो इसका मतलब तुम ये चाहती हो कि मे तुम्हारे इनको देखा करू
    सोनिया- अपनी नज़रे उपर उठा कर रवि को मारते हुए, तुम वाकई बहुत कमिने हो
    रवि- क्या बात है आज तुम मेरी दीदी की ज़बान बोल रही हो

    तभी नाम लिया और पायल हाजिर हो जाती है और पायल जब दूर से उन दोनो को बैठा देखती है तो उसके चेहरे की मुस्कान गायब हो जाती है और वह अपने आप से बाते करने लगती है, क्या बात है आज कल तो ये जोड़ा अक्सर साथ-साथ नज़र आने लगा है कही रवि ने सोनिया को फसा तो नही लिया, घर मे तो कमीना अपनी बहन के दूध और गान्ड के पीछे अपनी नज़रे लगाए रहता है और यहा सोनिया को फसा रहा है, कही इसने अपना लंड सोनिया को दिखा दिया तो सोनिया अपनी चूत दिए बिना नही रह पाएगी वैसे भी घोड़ी खूब मस्ता रही है इसकी गान्ड भी काफ़ी मोटी हो गई है और दूध भी खूब तने रहते है तभी रवि इसके आगे पीछे लट्तू की तरह घूम रहा है, यह ज़रूर इसको चोदने के चक्कर मे लग रहा है, रवि को देखती हुई, देखो कैसे बार-बार अपनी नज़रे सोनिया की उठी हुई ठोस चुचियो पर ले जाता है कमीना कही का,
    पायल- हाय सोनिया क्या हो रहा है
    सोनिया- आओ पायल बस कॉफी पी रहे थे
    पायल- रवि एक कॉफी मेरे लिए भी बुला ना
    रवि- ओके दीदी और रवि एक कॉफी का ओर ऑर्डर दे देता है
    पायल- यार आज तो कॉलेज मे बड़ी बोरियत हो रही है, कुछ मज़ा नही आ रहा है
    रवि- दीदी क्यो ना हम आज मूवी देखने चले
    पायल - गुड आइडिया, तेरा क्या ख्याल है सोनिया,
    सोनिया- रवि को देखने लगती है तो रवि रिक्वेस्ट करने के अंदाज मे सोनिया को इशारा करता है और आँख मार देता है
    सोनिया- रवि को देख कर मुस्कुराती हुई, नही यार मेरा तो मूड नही है तुम लोग जाओ
    रवि- सोनिया को अपनी आँखे दिखा कर गुस्सा दिखाता हुआ अरे दीदी तुम्हारी सहेली को लगता है मूवी देखने मे मज़ा नही आता है
    पायल- सोनिया से अरे चल ना शाम तक आ जाएगे थोड़ा मस्ती हो जाएगी और क्या, चल उठ अभी शो शुरू होने मे आधा घंटा है तब तक हम वहाँ पहुच जाएगे
    थोड़ी देर बाद तीनो हॉल मे जाकर बैठ जाते है और मूवी शुरू हो जाती है, रवि उसके पास सोनिया और उसके पास पायल बैठी हुई थी पायल का ध्यान मूवी की तरफ था, रवि मूवी की बजाय सोनिया का चेहरा देख रहा था और सोनिया अपनी नज़रे मूवी को देखती हुई रवि को भी तिरछी नज़रो से देख रही ही,
    तभी रवि ने अपने सर को सोनिया के कंधे से टिका दिया तो सोनिया उसको देख कर अपने कंधे उचका कर उसकी गर्दन हटा देती है, रवि फिर से थोड़ी देर बाद सोनिया के कंधे पर अपनी गर्दन रख देता है और सोनिया इस बार धीरे से अपने कंधे को उचकाती है और रवि अपने सर को थोड़ा सा उठा कर फिर से उसके कंधो पर रख लेता है इस बार सोनिया अपने कंधे ना उचका कर चुपचाप बैठी रहती है और अपनी नज़रे तिरछी करके रवि को देखती है, रवि अपने सर को सोनिया के कंधे से टिकाए हुए उसके गले से आती हुई मादक खुसबू को सूंघने लगता है और किसी लड़की की नशीली गंध का पहला एहसास उसे पागल करने लगता है,
    रवि सोनिया के गले की खुश्बू लेते हुए अपने मुँह को उसके कान के पास धीरे से ले जाकर उसके कान मे धीरे से कहता है आइ लव यू सोनिया और सोनिया उसको पलट कर घूर कर देखती है तो वह फिर से अपने सर को जल्दी से उसके कंधे पर रख कर मूवी देखने लगता है और सोनिया के चेहरे पर एक हल्की सी स्माइल आ जाती है और सोनिया फिर से अपना चेहरा पर्दे की ओर घुमा लेती है, रवि फिर से अपने मुँह को सोनिया के कान के पास धीरे से लाता है और उसके कान मे धीरे से फिर कहता है आइलव यू सोनिया, इस बार सोनिया अपना मुँह पर्दे की ओर ही किए रहती है और रवि की हरकत से उसको भी अच्छा लगता है और वह मंद-मंद मुस्कुराती हुई मूवी देखती रहती है पर उसका ध्यान मूवी की तरफ ना होकर रवि की तरफ लगा रहता है, अगर उससे कोई अभी पूछ ले कि अभी-अभी हीरो ने क्या डायलॉग बोले तो वह नही बता पाएगी, रवि उसके कानो के पास आकर सोनिया मे तुमसे बहुत प्यार करता हू आइ लव यू सोनिया, आइ लव यू, सोनिया चुपचाप बैठी अपनी नज़रे पर्दे पर लगाए रहती है, तभी रवि अपने होंठो को सोनिया के गले से लगाता है और सोनिया को उसकी इस हरकत का ज़रा भी अंदाज़ा नही था और वह एक दम से सिहर जाती है, रवि जब देखता है कि सोनिया कोई विरोध नही कर रही है तो अपने होंठ सोनिया के गले से लगाकर उसकी पूरी गर्दन पर अपना मुँह फेर-फेर कर चूमने लगता है और सोनिया अपनी आँखे बंद कर लेती है रवि उसको बहुत ही सेक्सी अंदाज मे बड़े प्यार से उसके कान की लो उसके कान के पीछे के हिस्से को चूमता हुआ उसके गालो को चूमने लगता है और फिर जैसे ही उसके गर्दन के साइड मे अपने होंठ रख कर चूमना शुरू करता है तो सोनिया की चूत से पानी आ जाता है और उसके मोटे-मोटे दूध के निप्पल कड़क हो कर तन जाते है,
    रवि काफ़ी देर तक उसके गर्दन को चूमता रहता है और सोनिया मस्त होती हुई अपनी आँखे बंद किए रहती है तभी रवि जब सोनिया की बंद आँखो को देखता है तो सोनिया की तोड़ी को अपने हाथो से पकड़ कर थोड़ा अपनी ओर घुमा कर अपने तपते हुए होंठ को सोनिया के रसीले गुलाबी होंठो पर रख देता है और एक गहरा चुंबन लेता है और सोनिया की चूत पानी-पानी हो जाती है और वह रवि की इस हरकत से एक दम से अपना मुँह हटा करके अपनी आँखे खोल देती है और गहरी - गहरी साँसे लेने लगती है और रवि सीधा बैठ कर मूवी देखने लगता है, तभी
    पायल- सोनिया को गहरी साँसे लेते हुए देख कर क्या हुआ सोनिया,
    सोनिया- अपने सूखे हुए होंठो पर अपनी जीभ फेर कर अपने होंठो को गीला करती हुई कुछ नही,
    पायल सोनिया को घूर कर देखती है और फिर थोड़ा आगे होकर एक नज़र रवि पर मारती है जो तिरछी नज़र से पायल को खुद को देखते हुए देख लेता है और अपनी आँखे पिक्चर की और गढ़ा देता है, फिर पायल सोनिया को एक बार और देखती है और सोनिया भी पायल को तिरछी नज़रो से देख कर अपनी नज़रे पर्दे की ओर लगा देती है,
    पायल वापस रिलॅक्स होकर बैठ जाती है और अपने मन मे सोचती हुई, ये सोनिया इतनी तेज - तेज साँसे क्यो ले रही थी, कही रवि इसकी चुचिया तो नही मसल रहा था और उसके यह सोचते ही उसकी खुद की चूत मे खुजली होने लगती है और वह फिर से सोचती है, क्या सोनिया वाकई रवि से फसि हुई है, क्या सचमुच रवि उसकी मोटी- मोटी गदराई चुचिया मसल रहा था साली दो मुलाकात मे ही लंड लेने को तैयार हो गई क्या किस्मत है, एक मे हू कि अपने घर के लंड को ही नही ले पाई और यह बाहर की होकर भी मेरे भाई से तुरंत चूत मराने को तैयार हो गई,
    पिक्चर के इंटरवल पर पायल मे अभी आती हू कुछ खाने का लेकर और पायल जाने लगती है तो सोनिया भी अपनी सीट से उठने लगती है और रवि तुरंत उसका हाथ पकड़ कर वापस बैठा लेता है,
    सोनिया- उसको देखती हुई क्या है
    रवि- तुम कहाँ जा रही हो
    सोनिया- वो मुझे और फिर कहते -कहते रुक जाती है
    रवि- मुस्कुराकर बाथरूम जाना है क्या
    सोनिया- उसको देख कर अपनी नज़रे नीचे कर लेती है
    रवि- अच्छा ठीक है तुम्हे जाना हो तो जाओ
    सोनिया- उसको देख कर मुझे नही जाना
    रवि- मुस्कुरा कर उसे देखता हुआ, सोनिया तुमने मेरी बात का जवाब नही दिया
    सोनिया- उसको देखती हुई कौन सी बात का
    रवि- वही बात जो अभी कुछ देर पहले मेने तुम्हारे कान मे कहा था
    सोनिया- अपना मुँह बनाती हुई मुझे नही मालूम तुमने क्या कहा था
    रवि- ठीक है तो मे फिर से कह देता हू
    सोनिया- रवि को घूर कर देखती हुई कोई ज़रूरत नही है
    रवि- मतलब तुमने सुन लिया था ना
    सोनिया- कुछ सोच कर, रवि मुझे यह सब बाते बिल्कुल पसंद नही है
    रवि- मुस्कुराकर उसके दूध को घूरता हुआ तो फिर तुम्हे क्या पसंद है
    सोनिया- दूसरी और मुँह फेरती हुई कुछ नही
    रवि- सोनिया मेरी तरफ देखो
    सोनिया- उसकी ओर देख कर क्या है
    रवि- सोनिया मे सचमुच तुमसे बहुत प्यार करने लगा हू
    सोनिया- रवि को घूर कर गुस्से से देखती हुई, देखो रवि मुझे यह सब बाते बिल्कुल अच्छी नही लगती
    रवि- पर मे क्या करू सोनिया तुम मुझे बहुत अच्छी लगती हो, मेरा दिल करता है कि मे तुम्हे अपनी बाँहो मे भर कर चूम लू,
    सोनिया- रवि को देख कर रवि तुम मेरे बारे मे जानते क्या हो जो इतनी बाते किए जा रहे हो
    रवि- मुझे कुछ नही जानना तुम्हारे बारे मे, मे तो सिर्फ़ इतना जानता हू कि मे अब तुम्हारे बिना नही रह सकता, मे सचमुच तुमसे बहुत प्यार करता हू, आइ लव यू सोनिया
    सोनिया- अपनी सीट से उठते हुए , मे जा रही हू
    रवि- सोनिया का हाथ पकड़ कर वापस सीट पर बैठाते हुए, सोनिया मुझे तुम्हारा जवाब चाहिए
    सोनिया- गुस्सा करके रवि मेरा जवाब सिर्फ़ ना है, ना है और कुछ नही
    रवि- सोनिया तुम झूठ बोल रही हो, सच तो ये है की तुम भी मुझसे प्यार करने लगी हो
    सोनिया- रवि अब मे तुम्हे कैसे समझाऊ और कहते -कहते रुक जाती है और पायल आकर उसके पास बैठ जाती है
    पायल- पॉपकॉर्न देते हुए लो भाई मूवी देखते हुए ये खाने मे अलग ही मज़ा आता है, जब दोनो अपना हाथ बढ़ा कर पॉपकॉर्न नही लेते तो पायल का फिर माथा ठनकता है,
    पायल- क्या बात है तुम दोनो इतने उदास क्यो दिख रहे हो, तुम दोनो के बीच कोई झगड़ा हुआ है क्या,
    सोनिया- पॉपकॉर्न लेकर मुस्कुराते हुए नही ऐसी कोई बात नही है
    पायल- ले रवि तुझे नही खाना क्या
    रवि- नही दीदी मेरा मन नही कर रहा है
    पायल- उठ कर अरे भाई तुम
    दोनो पता नही इतनी अच्छी मूवी देख कर भी क्यो उदास हो चल सोनिया तू मेरी सीट पर आ जा मे तुम दोनो के बीच बैठ कर तुम्हारा मूड ठीक करती हू और फिर पायल दोनो के बीच बैठ जाती है
    रवि और सोनिया आगे की ओर झुक कर पायल के हाथ से पॉपकॉर्न लेते हुए एक दूसरे की आँखो मे देखते है तभी रवि
    सोनिया को आँख मार देता है, और सोनिया अपनी जीभ निकाल कर रवि को मुँह चिड़ा देती है, पायल -उनकी इस हरकत को देख लेती है और उसे सोनिया से जलन सी होने लगती है और वह गुस्से मे रवि के सर पर एक लप्पड़ मारती हुई क्यो रे कमिने अभी तो नही खा रहा था अब कहा से भूख लग गई तुझे,
    रवि -अपने सर को सहलाता हुआ, दीदी बिना मारे भी तो मना कर सकती थी कि मत खा
    पायल- तुझे जब तक एक दो लप्पड़ ना मारो तुझे समझ मे नही आता है ना
    रवि- मुस्कुरा कर पायल की मोटी चुचियो को पायल की आँखो के सामने देखते हुए, दीदी जिस दिन मेने मार दिया ना तो रोने लगोगी,
    पायल- रवि की आँखो की इस हरकत से खुस होती हुई मुस्कुरा कर उसको एक लप्पड़ और सर पर मारते हुए तू मुझे मारेगा,
    रवि- मुस्कुराकर, पायल की आँखो के सामने उसके मोटे-मोटे दूध को अपने होंठो पर जीभ फेर कर देखता हुआ, नही
    दीदी मे तुम्हे कैसे मारूँगा जब तुम मुझे मारने दोगि तब ना मे मारूँगा,
    पायल- मुस्कुराकर चल ठीक है तू भी मार लेना लेकिन अभी नही यहाँ सबके सामने मारेगा तो सब क्या सोचेंगे कि अपनी बड़ी बहन को मार रहा है, घर चल फिर जी भर कर मार लेना,
    रवि- का लंड पायल की बात सुन कर खड़ा हो जाता है और वह ठीक है दीदी जब तुम कहोगी तब ही मारूँगा और पायल के दूध को घूर्ने लगता है, तभी सोनिया की नज़र अपनी ओर देख कर रवि सकपका जाता है और एक दम पर्दे पर मूवी चालू हो जाती है, मूवी के बाद पायल और रवि सोनिया को छोड़ कर अपने घर आ जाते है,

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  3. #3
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    Re: KAMINA

    KAMINA.....................

    रवि का लंड पायल की बात सुन कर खड़ा हो जाता है और वह ठीक है दीदी जब तुम कहोगी तब ही मारूँगा और पायल के दूध को घूर्ने लगता है, तभी सोनिया की नज़र अपनी ओर देख कर रवि सकपका जाता है और एक दम पर्दे पर मूवी चालू हो जाती है, मूवी के बाद पायल और रवि सोनिया को छोड़ कर अपने घर आ जाते है,.....................

    Ab Agey...............

    घर पहुच कर
    पायल- रवि के सर पर एक झपट मार देती है
    रवि- पायल को देख कर दीदी मारा क्यो
    पायल- उसको अपनी आँखे दिखाती हुई क्यो रे क्या चल रहा है तेरा सोनिया के साथ,
    रवि- अपनी नज़रे घुमाता हुआ, क्या मतलब
    पायल- ज़्यादा होशियार मत बन, मे सब जानती हू कि तू सोनिया के फसाने के चक्कर मे है
    रवि- दीदी तुम भी क्या बात करती हो क्या मे तुम्हे ऐसा लगता हू
    पायल- बेटा तू कितना बड़ा कमीना है यह मुझसे बेहतर कौन जान सकता है
    रवि- मुस्कुराते हुए पायल की आँखो के सामने उसके मोटे-मोटे दूध को देखता हुआ, दीदी अभी तुमने मेरा कमीनपन
    देखा ही कहाँ है जिस दिन दिखा दूँगा तुम मुझसे भागती फ़िरोगी
    पायल- उसको घूर कर गुस्से से देखती हुई, तू अपनी दीदी को कमीनापन दिखाएगा
    रवि- मुस्कुरा कर पायल का मुँह पकड़ कर उसके गाल को चूमता हुआ ओफ्फ हो दीदी तुम तो नाराज़ हो गई मे तो मज़ाक कर रहा हू, और पायल के गुलाबी भरे हुए गालो को अपने हाथो से सहलाता हुआ, क्या मे अपनी दीदी के साथ कोई कमिनि हरकत कर सकता हू,
    पायल- मुस्कुरा कर उसका हाथ हटाते हुए चल ज़्यादा मक्खन मत लगा अपनी दीदी को मे सब जानती हू तेरी हर्कतो के बारे मे,
    रवि- नही दीदी तुम जैसा सोच रही हो ऐसा कुछ भी नही है और फिर अगर मे कुछ ऐसा सोचूँगा तो क्या तुम्हे नही बताउन्गा,
    पायल- मुस्कुरा कर उसका हाथ पकड़ कर सोफे पर बैठती हुई खुद भी उससे सॅट कर बैठ जाती है और रवि को उसके वी गले से उसके आधे दूध साफ दिखाई दे रहे थे और वह अपनी नज़रे उन पर लगाए हुए था,
    पायल- उसका हाथ थाम कर, अच्छा सच-सच बता तूने सोनिया के साथ सिनेमा मे कोई हरकत की थी क्या,
    रवि- नही बाबा मे सच कह रहा हू और अगर मेने ऐसा कुछ किया होता तो सोनिया तो तुम्हारी दोस्त है क्या तुम्हे नही बताती,
    पायल- तो फिर उसका चेहरा उदास क्यो लग रहा था,
    रवि- अब दीदी मुझे क्या पता , मुझसे तो वह ठीक से बात भी नही करती है,
    पायल- कुछ सोच कर उसके गले मे हाथ डाल कर अच्छा बता तू मुझसे कितना प्यार करता है
    रवि- अपनी दीदी के गदराए बदन की मादक गंध को अपनी सांसो मे खीच कर सुघता है और उसकी मोटी गदराई चुचियो का सख़्त उभार जब उसके मुँह के बिल्कुल करीब होता है तो उसका मोटा लंड खड़ा हो जाता है,
    रवि अपनी दीदी के गालो को चूमता हुआ, दीदी यह भी कोई पूछने वाली बात है, मेरा इस दुनिया मे तुम्हारे सिवा है ही कौन
    पायल- खुस होती हुई अच्छा ठीक है बोल कॉफी पिएगा
    रवि- उसके दूध को देख कर मे तो कब से पीना चाहता हू
    पायल- उसकी नज़रो को समझ कर मुस्कुराते हुए, कमीना कही का और फिर पलट कर जान भुज कर अपनी गदराई गान्ड को मटका कर हिलाते हुए किचन की ओर जाने लगती है और रवि अपनी ललचाई नज़रो से उसकी बलखाती मोटी गान्ड की थिरकन को अपनी आँखो से देखने लगता है, और जैसे ही पायल उसे पलट कर देखती है तो रवि इस बार उसकी नज़रो के सामने मुस्कुराता हुआ उसके पूरे बदन का अपनी नज़रो से मुआयना करता है, पायल उसकी कमिनि नज़र को पढ़ कर मुस्कुराते हुए किचन मे घुस जाती है,
    रवि अपनी दीदी का अच्छा रेस्पॉन्स देख कर तुरंत उठ कर किचन की ओर जाता है और पायल के मोटे चुतडो के पीछे जाकर खड़ा होकर
    रवि- दीदी आज आपको मूवी कैसी लगी
    पायल- अपनी मोटी गान्ड मे उसके लंड का उभार महसूस करके अपनी गान्ड को थोड़ा और पीछे की और दबाती हुई, बहुत अच्छी थी, मुझे तो बहुत मज़ा आया
    रवि- दीदी मूवी टाकीज़ मे जाकर देखो तभी मूवी का मज़ा आता है
    पायल- हाँ लेकिन अगली बार सिर्फ़ हम दोनो ही चलेगे, सोनिया तो बोर करने लगती है
    रवि अपनी दीदी से मीठी-मीठी बाते करते हुए उसके गदराए चुतडो का एहसास अपने लंड पर महसूस कर रहा था और उसे उसकी दीदी की गदराई जवानी की मादक खुश्बू पागल बना रही थी, पायल अपने आप से बोलती हुई आज तो कितनी गर्मी लग रही है, लगता है मे अपनी ड्रेस चेंज कर लू, रवि उसको देख कर अपने मन मे बोलता हुआ, हाँ दीदी पूरी नंगी हो जाओ तो मज़ा आ जाएगा पायल कॉफी बनाकर रवि को देते हुए
    पायल- ले तू कॉफी लेकर बैठ मे अपने कपड़े बदल कर आती हू और फिर अपने रूम मे चली जाती है, फिर कुछ देर बाद एक मिनी स्कर्ट और टॉप पहन कर आ जाती है जिसमे उसकी गोटी- गोरी पिंदलिया और गदराई मोटी-मोटी जंघे साफ नज़र आ रही थी, रवि उसकी स्कर्ट मे उचकति गदराई गान्ड की थिरकन और मस्त मोटी जाँघो की चिकनाहट देख कर अपने लंड को अड्जस्ट करते हुए
    रवि- दीदी तुम्हे पता है ये कपड़े ही तुम पर सबसे ज़यादा अच्छे लगते है, पर तुम इन्हे पहन कर कॉलेज मत जाया करो
    पायल- क्यो कॉलेज पहन कर जाने मे क्या बुराई है
    रवि- उसकी गदराई मोटी जाँघो को देखते हुए, दीदी तुम इन कपड़ो मे बहुत अच्छी लगती हो किसी की नज़र ना लग जाए
    पायल- मुस्कुरा कर, रवि तू बहुत बड़ा कमीना है,
    रवि - क्यो
    पायल - सीधे क्यो नही कहता कि दीदी तुम इन कपड़ो मे बहुत सेक्सी लगती हो
    रवि- दीदी वो बात नही है
    पायल- उसकी नज़रो से अपनी नज़रे मिलाकर तो फिर क्या बात है
    रवि- दरअसल दीदी इन कपड़ो मे तुम्हे जब लोग ग़लत नज़रो से देखते है तो मुझे अच्छा नही लगता है
    पायल - मुस्कुराते हुए, तो तू क्या चाहता है कि लोग मुझे ना देखे और तू मुझे दिनभर देखता रहे
    रवि- मेने ऐसा कब कहा कि मे तुम्हे दिन भर देखता रहू
    पायल- तो फिर क्यो कह रहा था कि दीदी इन कपड़ो को तुम घर पर ही पहना करो, घर पर तेरे अलावा इन कपड़ो मे मुझे और कौन देखेगा,
    रवि- सकपका कर पायल के मुस्कुराते चेहरे को देख कर, तुम भी ना दीदी, कहा की बात कहाँ ले जाती हो
    पायल- तो फिर तू मुझे दिन भर क्यो घूरता रहता है, तेरा दिल करता है मुझे ऐसे कपड़ो मे देखने का
    रवि- तुम भी ना दीदी, कोई भाई जब अपनी बहन के साथ घर मे होगा तो क्या वह अपनी बहन को नही देखेगा क्या वह अपनी आँखे बंद कर ले
    पायल- मुस्कुरा कर, हर भाई अपनी बहन को देखता है लेकिन तेरे जैसी कमिनि नज़रो से नही, मे जानती हू तू क्या चाहता है तू बहुत ही कमीना है रवि अपने मन मे बात करता हुआ, पायल की गदराई जवानी को देखता हुआ,
    दीदी तुम्हारे जैसी गदराई जवान बहन अगर अपने भाई के सामने अध नंगी घूमेगी तो उसका लंड तो उसकी चूत फाड़ने के लिए तडपेगा ही ना,
    रवि- दीदी मुझे अफ़सोस है कि तुम मेरे बारे मे ऐसा सोचती हो,
    पायल- अपने चेहरे पर थोड़ा गुस्सा दिखाते हुए, चल-चल अब नाटक मत कर, तू किसी दिन मुझसे बहुत पिटने वाला है
    रवि- दीदी मारना है तो वैसे ही मार लो पर इतनी खरी खोटी सुनाने की क्या ज़रूरत है,
    पायल- उसके सीरियस चेहरे को देख कर, चल अब ड्रामा बंद कर तू जानता है कि मे तुझसे कितना प्यार करती हू, इसीलिए तूइतना कमीना हो गया है, और उसके गाल को अपने हाथो से कस कर खिचती हुई, भाई भी मिला तो इतना कमीना, चल अब मे थोड़ी देर आराम करूँगी मुझे बहुत थकान लग रही है, और फिर पायल अपने रूम मे चली जाती है,
    रवि बैठा-बैठा अपने आप से बाते करता हुआ, साली समझती सब है पर पता नही अपनी चूत क्यो नही देती, कभी तो ऐसा बिहेव करेगी जैसे अभी चुद जाएगी और कभी एक दम से इतनी सख़्त हो जाएगी कि अगर उसे छू भी दो तो शायद मार डालेगी, इसका भी करेक्टर बड़ा उलझा हुआ है, कुछ समझ नही आता कि इसकी चूत कैसे मारू, बहुत ही तेज नेचर की है इतनी आसानी से अपनी चूत पर हाथ नही रखने देगी, पर मे कितना बड़ा कमीना हू शायद यह उसका अंदाज़ा नही लगा सकती है एक दिन तो इसको चोद कर ही रहुगा,
    उधर पायल लेटे-लेती कमीना कही का कैसे आँखे फाड़-फाड़ कर अपनी बहन की गान्ड और दूध को देखता है अगर ज़रा सा मोका दू तो साला इतना बड़ा कमीना है कि मुझे नंगी करके नोच कर खा जाएगा, जब यह अपनी बहन की जवानी को हीअपनी आँखो से इस तरह पीता रहता है तो यह सोनिया के साथ क्या करता होगा, सोनिया भी कुतिया कुछ बताती नही उसकी चूत को भी लगता है मेरे कामीने भाई का ही लंड चाहिए, उसको समझाना पड़ेगा नही तो यह रवि कभी भी उसको चोद कर निकल जाएगा और सोनिया को पता भी नही चल पाएगा, पर यह रवि की नज़रे आख़िर मेरी गान्ड के पीछे ही क्यो पड़ी रहती है क्या मेरी गान्ड इतनी गदराई और फैली हुई है कि वह अपनी बहन की ही गान्ड का दीवाना हो गया है, ज़रा मे भी तो देखु मेरी मोटी गान्ड कैसी लगती है और फिर पायल ड्रेसिंग टेबल के शीशे के सामने जाकर अपनी मिनी स्कर्ट को अपनी कमर तक चढ़ाते हुए अपने मोटे गदराए चुतडो को घुमा कर शीशे के सामने करके अपनी मोटी गान्ड देखने लगती है जो की ब्लू कलर की पेंटी मे कसी हुई थी और उसकी पेंटी की लेस उसकी मोटी गान्ड की गहरी खाई मे फसि हुई थी और उसके गोरे- गोरे गदराए चुतडो के तरबूज जैसे पाट पूरे नंगे थे,
    पायल ने अपनी जबरदस्त मोटी गान्ड को अच्छे से शीशे मे देखती हुई मुस्कुराती है और फिर अपनी पेंटी को नीचे सरका कर अपने दोनो हाथो से अपने मोटे चुतडो के पाटो को फैलाकर अपनी गहरी गान्ड की गुदा को देखने लगती है और उसे अपनी गान्ड को खूब फैलाकर देखने मे काफ़ी मज़ा आता है और वह अपनी गान्ड की गुदा को अपनी उंगली से सहलाते हुए, आह कमीना ज़रूर मेरी इस गदराई मोटी गान्ड को चाटने के लिए मरा जा रहा होगा, अगर मे उसको अपनी गान्ड इस तरह से अपने हाथो से फैलाकर दिखा दू तो वह तुरंत अपना मोटा लंड मेरी गान्ड के छेद मे फसाने के लिए मरने लगेगा, ज़रूर मेरी गान्ड को सोच-सोच कर अपना मोटा लंड हथियता होगा और अपने सपनो मे मेरी गान्ड को खूब कस-कस कर चोदता होगा, तभी तो मेरे इन मोटे चुतडो को दिन भर खा जाने वाली नज़रो से घूरता रहता है, लगता है उसे मेरे ये मोटे- मोटे चुतड पहुत पसंद है,
    पायल फिर शीशे के सामने से अपने मोटे चुतडो को जान भुज कर मतकाते हुए अपनी मिनी स्कर्ट उठाए बेड तक जाती है और वहाँ से अपने चुतडो को देख कर खुस होती हुई अपने पेंटी उपर चढ़ा कर अपनी स्कर्ट को अपने हाथो से छोड़ देती है और उसकी मिनी स्कर्ट फिर से उसके गदराए मोटे-मोटे चुतडो को ढक लेती है,


    To Be Cont........................................

  4. #4
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    Re: KAMINA

    KAMINA..............


    पायल फिर शीशे के सामने से अपने मोटे चुतडो को जान भुज कर मतकाते हुए अपनी मिनी स्कर्ट उठाए बेड तक जाती है और वहाँ से अपने चुतडो को देख कर खुस होती हुई अपने पेंटी उपर चढ़ा कर अपनी स्कर्ट को अपने हाथो से छोड़ देती है और उसकी मिनी स्कर्ट फिर से उसके गदराए मोटे-मोटे चुतडो को ढक लेती है,.......

    Ab Agey............

    अगले दिन सनडे था और रवि करण से मिलने उसके फ्लॅट मे पहुच जाता है करण उसको देखते ही गले लगा लेता है
    कारण - आ यार कितने दिनो बाद मिला है
    रवि- साले जब से तू जॉब करने लगा है मुझे तो भूल ही गया
    कारण- नही यार ऐसी कोई बात नही है बस ये समझ ले कि मे तुझसे मिलने आने ही वाला था इतने मे तेरा ही कॉल आ गया,
    रवि- अच्छा ये बता तू इस तरह अकेला कब तक रहेगा शादी-वादी क्यो नही कर लेता, तेरे शादी करने से हमे भी एक खूबसूरत भाभी को देखने का मोका मिल जाया करेगा.
    कारण- हाँ यार सोच तो मे भी यही रहा हू पर शादी के लिए मेने तो अभी तक कोई लड़की नही देखी है, हाँ मम्मी –पापा ज़रूर मेरे पीछे लगे हुए थे कि बेटा अब शादी कर ले कब तक होटेल का सड़ा गला खाना खाएगा, तो मेने भी कह दिया कि मुझे तो कोई लड़की नही नज़र आ रही है यदि आपको कोई लड़की पसंद हो तो बता देना, मे भी उससे मिल लूँगा और फिर हम शादी कर लेंगे,
    रवि- अबे इतनी अच्छी न्यूज़ सुना रहा है वह भी सूखा-सूखा
    कारण- अबे तेरे लिए मेने सब तैयारी पहले से कर रखी है, और अलमारी मे रखी वोड्का की बोतल दिखाते हुए वह देख तेरी खास पसंद वहाँ है,
    रवि - ग्रेट, चल अब जल्दी से पेग बना उसके बाद जब थोड़ा शुरूर होगा तभी मज़ा आएगा
    कारण- जाकर बोतल ले कर बैठ जाता है और फिर दो लार्ज पेग बनाकर दोनो चेस करते हुए अपना-अपना पेग आधा करते हुए अपने ग्लास को टेबल पर रख कर
    कारण- और बता क्या चल रहा है आज कल कॉलेज मे कोई लोंड़िया वगेरह फसाई की नही
    रवि- अरे यार अब तुझे क्या बताऊ एक लड़की है जो मुझे बहुत अच्छी लगती है पर
    कारण- अबे पर क्या, साली को फसा कर चोद दे और क्या
    रवि- यार चोदना तो मे भी उसे चाहता हू लेकिन यार अभी उससे सिर्फ़ 4 ही मुलाकात हुई है और मुझे ऐसा लगने लगा है जैसे मे उसे कई सदियो से जानता हू, मेने कई लड़कियो को चोदने की नज़र से देखा लेकिन इस लड़की को चोदने के अलावा भी मेरे दिल मे उसके लिए एक अलग फीलिंग होती है, जब कोई और गदराई गान्ड और दूध वाली लड़की मेरे सामने आती है तो मुझे हमेशा ऐसा लगता है कि मे उसे खूब रगड़-रगड़ कर चोदु और बहुत बेरहमी से उसकी मोटी गान्ड मारू (अपने मन मे सोचता हुआ- जैसे मुझे अपनी दीदी को देख कर कुछ ऐसी ही फीलिंग्स होती है कि साली की गान्ड इतनी गदराई है की उसको नंगी करके खूब कस- कस कर उसकी गदराई गान्ड मारू और उसको इस कदर चोदु की उस पर बिल्कुल भी रहम ना करू) लेकिन इस लड़की को चोदना तो चाहता हू लेकिन उसको देखते ही उसे बहुत प्यार से अपनी बहो मे भर कर उसे खूब प्यार करने का मन करता है, उसके लिए पता नही मे बेरहमी करने के बारे मे ज़्यादा नही सोच पाता हू और जब वह मेरे सामने आती है तो उसके लाजवाब हुस्न को देख कर मे पागल होने लगता हू,
    करण- अपना पेग ख़तम करते हुए, अबे मुझे तो लगता है तुझे उससे प्यार हो गया है तभी तू ऐसी बहकी-बहकी बाते कर रहा है, देख प्यार के चक्कर मे पड़ने से अच्छा है चोद-चाद के आगे बढ़,
    रवि- हाँ तू कहता तो ठीक है अब देखता हू कि क्या होता है
    कारण- वैसे है कौन वह लड़की
    रवि- अरे भाई मेने कहा ना कि अभी उससे दो- चार मुलाक़ते ही हुई है मुझे तो अभी उसके बारे मे कुछ भी नही पता है,
    करण- अच्छा वो सब तो ठीक है ये बता कि मेरी शादी मे मेरे गाँव आएगा कि नही, क्यो कि मुझे तो शादी अपने गाँव से ही करना पड़ेगी, और मे चाहता हू कि तू अपनी पूरी फेमिली के साथ मेरे गाँव ज़रूर आए
    रवि- अबे ये भी कोई कहने की बात है वैसे भी तेरी होने वाली बीबी से तो मेरा एक अलग ही रिश्ता होगा और जब तेरी बीबी मेरे सामने होगी तो हम दोनो के बीच तू आने की कोशिश भी मत करना नही तो मे तुझे उसके सामने ही मारूँगा समझे.
    करण- अबे साले मेरी बीबी से ही पूछ लेगे कि वह किसे अपने पास खड़े रहने की इजाज़त देती है और किसे दूर भगाती है
    रवि- तो लगा ले बेटा शर्त तेरी बीबी तुझे ही ना भगा दे कही, और कहे मुझे तो रवि के साथ ही रहना है
    करण- हस्ते हुए साले तू बहुत बड़ा कमीना है तू कभी सुधारने वाला नही है, बुरा मत मानना पर मुझे तो लगता है तू अपनी बहन को भी इस मामले मे नही छोड़ता होगा,
    रवि- करण की बात सुन कर अपने मन मे सोचता हुआ, अबे मेरी दीदी की मतवाली गान्ड को चोदने के लिए तो मे मरा जा रहा हू एक बार वह मुझे अपनी नंगी चूत और मोटी गान्ड दे दे तो मे पूरी रात उसकी नंगी करके इस कदर कस-कस के उसकी गदराई गान्ड मारूँगा की वह भी मेरे लंड को अपनी जिंदगी मे कभी नही भूल पाएगी,
    कारण- क्या हुआ क्या सोचने लगा, कही मेरी बात को तूने दिल पे तो नही ले लिया, यार मे तो मज़ाक कर रहा था,
    रवि- अरे नही यार मेने तेरी बात का कभी बुरा माना है क्या, अच्छा तू बता तुझे कोई मस्तानी चूत मारने के लिए मिली या नही,
    करण- अरे यार अपनी ऐसी किस्मत कहाँ कि कोई औरत चोदने के लिए मिल जाए बस जब कभी ज़्यादा मन करता है तो मुट्त् मार कर अपनी भादस अपने हाथो से निकाल लेते है,
    रवि- हस्ते हुए, अबे मुट्त् भी मारता है तो किसी ना किसी की चूत को तो सोच कर ही मुट्त् मारता होगा
    करण- अबे तू तो सीधे मेरी फॅंटेसी के बारे मे पूछने लगा है, मे किसकी चूत को सोच कर मुट्त् मारता हू यह बताना इतना आसान नही लगता है इसलिए तू यह बात मुझसे ना पूछ तो ही अच्छा है,
    रवि- दूसरा पेग ख़तम करते हुए अपनी नशीली आँखे चढ़ा कर अबे तुझे अपने जिगरी दोस्त पर ही फैथ नही है कही तू अपनी मम्मी की चूत को सोच कर तो मुट्त् नही मारता है,
    करण- रवि की बात सुन कर अपनी नशीली आँखो को उपर चढ़ा कर कुछ सोचने लगता है
    रवि- अबे बुरा मत मानना मे तो मज़ाक कर रहा था जिस तरह तूने किया था
    करण- मुस्कुराता हुआ रवि को उंगली दिखाते हुए नशे मे अपनी लड़खड़ाती आवाज़ से अबे तू वाकई बहुत बड़ा कमीना है और दोनो हस्ने लगते है
    करण- अच्छा रवि तू भी तो किसी ना किसी की चूत को सोच कर मुट्त् मारता होगा मुझे नही बताएगा
    रवि- देख भाई करण जिस दिन तू मुझे बता देगा कि तू किसकी चूत को सोच कर मूठ मारता है, तुझे इस दुनिया मे सबसे नशीली चूत और गान्ड किसकी लगती है और तू किसे सबसे ज़्यादा कस-कस कर पूरी रात नंगी करके चोदना चाहता है, उस दिन मे भी तुझे यह बता दूँगा कि मे किसकी चूत और गान्ड को सबसे जयदा चोदना चाहता हू, किसकी चूत और गान्ड मुझे इस दुनिया मे सबसे ज़्यादा अच्छी लगती है और किसे मे रात भर पूरी नंगी करके खूब कस-कस कर चोदना चाहता हू,
    कारण- रवि तू फिकर मत कर एक दिन मे तुझे अपनी सबसे बड़ी फॅंटेसी के बारे मे ज़रूर बताउन्गा और जिस दिन मेने तुझे अपनी फॅंटेसी के बारे मे बता दिया उस दिन तेरा लंड यही बैठे- बैठे पानी छोड़ देगा,
    रवि- अगर ऐसी बात है तो मे भी जब तुझे अपनी फॅंटेसी के बारे मे बताउन्गा तो तेरा लंड भी पानी छोड़े बिना नही रह पाएगा,
    करण- ओके डन
    रवि- खड़ा होता हुआ, यार आज तो दिन मे ही दारू पी ली है अब अगर मे घर गया तो
    करण- क्या अगर घर गया तो
    रवि- कुछ नही यार
    करण- तू मुझसे कुछ छुपा रहा है
    रवि- नही यार बस मुझे अपनी दीदी का ख्याल आ गया
    करण- क्यो तेरी दीदी तेरा शराब पीना पसंद नही करती है क्या
    रवि- नही यार बात ये है कि आज तक मे कभी दीदी के सामने शराब पी कर नही गया हू
    करण- अबे तो इसमे प्राब्लम क्या है तू शाम तक यही आराम कर ले उसके बाद चले जाना
    रवि- हाँ यह ठीक रहेगा और दोनो खाना खाकर वही सो जाते है, शाम को करीब 7 बजे रवि की नींद खुलती है और वह जब कारण को देखता है तो कारण बालकनी मे खड़ा-खड़ा रोड पर जाने वालो देखता हुआ खड़ा था, रवि उठ कर करण के पास जाता है,
    रवि- अबे तू सोया नही क्या
    कारण- नही यार मुझे तो रोज ही दारू पीने की आदत है सो मुझे नींद ही नही आई, तू बता कैसी नींद आई,
    रवि- भाई मे तो मस्त हो गया लेकिन अब हमारी अगली पार्टी नाइट मे होगी, दिन मे साला दारू पीने का मज़ा इतना नही आता जितना रात को आता है,
    करण- बेटे शराब और शबाब का असली मज़ा तो रात को ही आता है,
    रवि- हाँ यह तू बिल्कुल सही कह रहा है, अच्छा अब मुझे चलना चाहिए और हाँ जल्दी से लड़की पसंद करके मुझे अपनी होने वाली बीबी से मिलवा,
    कारण - क्यो नही पहले लड़की तो मिलने दे जैसे ही बात पक्की होगी सबसे पहले तुझे ही बताउन्गा
    रवि- मुस्कुरा कर आँख मारता हुआ, केवल मिलवाएगा और कुछ नही कारण- मुस्कुराते हुए, साले तू बहुत बड़ा कमीना है चल अब जा यहाँ से
    रवि- मुस्कुरा कर उसके गले लगता हुआ, अच्छा करण फिर मिलते है जल्दी ही अगली पार्टी अरेंज करते है ओके बाइ
    करण- उसको देख कर मुस्कुराते हुए बाइ डियर,
    पायल सोफे पर बैठी-बैठी पेपर पढ़ रही थी तभी दरवाजे की कॉल बेल बजती है और वह दरवाजे की ओर जा कर दरवाजा खोलती है तो सामने रवि खड़ा था
    पायल- कहाँ था आज दिन भर से तू
    रवि- वो दीदी एक दोस्त से मिलने उसके घर चला गया था
    पायल- ऐसा कौन सा दोस्त है तेरा जो तुझे सुबह से शाम हो गई
    रवि- ओफ्फ हो दीदी है एक दोस्त तुम नही जानती उसे वह बहुत पहले मेरी क्लास मे पढ़ता था अब वह जॉब करता है और आज सनडे को उसकी छुट्टी होती है इसलिए आज उसने मुझे मिलने के लिए बुला लिया था,
    पायल- तो कम से कम मुझसे बोल कर तो जाता मे पूरा दिन बोर हो गई,
    रवि- सोफे पर उसके सामने बैठते हुए ओके बाबा सॉरी.
    पायल- मुस्कुरा कर चल कोई बात नही, मे भी अकेली बोर हो रही थी तो मेने सोनिया को बुला लिया था,
    रवि- क्या, सोनिया आई थी यहाँ
    पायल- हाँ लेकिन तेरा मुँह क्यो उतर गया
    रवि- मुस्कुरा कर नही ऐसी कोई बात नही है
    पायल- अच्छा सच-सच बता क्या तू सोनिया को लाइक करता है
    रवि- मतलब
    पायल उसको घूर कर अपनी आँखे निकाल कर देखती हुई अपने आप से मन मे कहती हुई, कमीना लाइक करने का मतलब पूछ रहा है, सीधे कह दू क्या कि तू उसे चोदना चाहता है क्या,
    पायल- अरे मेरा मतलब है कि तुझे वह अच्छी लगती है क्या,
    रवि- मुस्कुरा कर उसकी आँखो के सामने उसके दूध पर नज़र मारता कर उसे देखता हुआ, दीदी अच्छी तो मुझे तुम भी लगती हो इसमे नया सवाल क्या है,
    पायल- अपने मन मे बात करती हुई, मतलब तू मुझे भी चोदना चाहता है, कमीना कही का, मुझे तो अब पक्का यकीन होता जा रहा है कि तू मेरी चूत मारने के चक्कर मे है, जब देखो तेरी कमिनि नज़रे मेरे मोटे-मोटे चुतडो और कसी हुई इन चुचियो पर ही आकर टिक जाती है, कमीना शरमाता भी नही है कि अपनी बहन के ही दूध देख रहा है, पर मे कैसे मालूम करू कि यह मेरे बारे मे क्या सोचता है, कुछ ना कुछ आइडिया निकालना ही पड़ेगा,
    रवि- पायल के आगे चुटकी बजाता हुआ, अरे दीदी कहाँ खो गई
    पायल- एक दम से होश मे आते हुए, कुछ नही रे बस ऐसे ही कुछ सोचने लगी थी, अच्छा ये बता तूने अपनी होने वाली भाभी निशा का फोटो तो देखा ही है ना
    रवि- अपने मन मे अरे देखा क्या है मे तो उसको पूरी नंगी करके चोद भी चुका हू और अभी तुम देखने दिखाने की ही बात कर रही हो, हाँ दीदी देखा है ना
    पायल- तो बता निशा भाभी ज़यादा खूबसूरत है या सोनिया,
    रवि- ओह दीदी ये तो तुमने बड़ा ही कठिन सवाल पूछ लिया, और अपने मन मे मुझे तो दोनो चूत बहुत ही कातिल लगती है दोनो ही मेरे खवाबो मे नंगी हो चुकी है,
    पायल- अरे बता ना
    रवि- दीदी भाभी ज़यादा खूबसूरत है शरीर की बनावट के हिसाब से, लेकिन सोनिया ज़्यादा खूबसूरत है चेहरे की खूबसूरती के हिसाब से,
    पायल- क्यो सोनिया का शरीर अच्छा नही है
    रवि- नही ऐसी बात नही है
    पायल- मुस्कुराकर तो फिर कैसी बात है
    रवि- दीदी अब मे क्या बोलू तुम्हारे सवाल बहुत उलझाने वाले है
    पायल- मुस्कुराते हुए, अच्छा तो सीधा सवाल पूछती हू ये बता निशा भाभी और सोनिया दोनो मे से किसका शरीर तुझे ज़्यादा अच्छा लगता है,
    रवि- दीदी तुम भी ना क्या सवाल कर रही हो यह मे भला कैसे बता सकता हू जबकि मेने अभी तक निशा भाभी को देखा ही नही,
    पायल- कुछ सोच कर रुक एक मिनिट मे अभी आई और पायल उठ कर अपनी छोटी सी स्कर्ट मे कसी अपनी भारी गान्ड हिलाते हुए पहले अपने भैया के रूम मे जाती है फिर वहाँ से वह अपने रूम मे जाती है जब वापस आती है तो उसके हाथ मे दो तस्वीरे थी एक तस्वीर निशा भाभी की और दूसरी सोनिया की,
    पायल- रवि की बॉडी से अपने गदराए जिस्म को सटा कर बैठते हुए उसके सामने फोटो रख कर ले देख अब उपर से नीचे तक दोनो को और बता की तुझे कौन ज़्यादा मस्त लगती है
    रवि- पायल की इस तरह की बात सुन कर अश्चर्य से उसका मुँह देखने लगता है
    पायल- उसकी आँखो मे घूर कर एक कातिल मुस्कान अपने चेहरे पर लाती है जैसे अभी चुद जाना चाहती हो, अब मेरा मुँह क्या देख रहा है अब बता ना,
    रवि- पायल के गदराए गुलाबी गालो और रसीले होंठो को इतने करीब से देखता है और फिर उसकी नज़र अपनी दीदी की गदराई कसी हुई मोटी-मोटी चुचियो पर जाती है तो उसका लंड खड़ा हो जाता है, वैसे भी पायल के गदराए जिस्म से ऐसी मादक खुसबू आ रही थी की इतने करीब वह जिसके भी जाए उसका लंड खड़ा कर दे
    रवि अपनी नज़रे पायल से हटा कर निशा भाभी और सोनिया की तस्वीर देखने लगता है और उन दोनो के गदराए जिस्म को देख कर उसका लंड पेंट फाड़ने को उतारू हो जाता है, पर निशा साडी पहनने और अपनी गहरी नाभि को अपने गुदाज पेट से दिखती हुई ज़यादा चोदने लायक लग रही थी और उसकी कमर के नीचे का भाग कुछ ज़्यादा ही फैला हुआ था जिससे रवि को उसकी 40 की जबरदस्त गान्ड का अंदाज़ा हो रहा था, उसका लंड पूरी तरह तना हुआ था और उसके माथे पर पसीने की हल्की बूंदे उभर आई थी, पायल भी उसकी स्थिति को समझ रही थी,
    पायल- अब बोलेगा भी की देखता ही रहेगा,
    रवि- दीदी दोनो अच्छी है,
    पायल- अपने मन मे अरे कामीने मे वो तो जानती हू कि तुझे दोनो मिल जाए तो तू दोनो को ही चोद लेगा लेकिन ये तो बता कि सबसे पहले किसकी गान्ड और चूत को मारना चाहता है,
    पायल- अच्छा चल मत बता पर ये तो बता दे कि हम तीनो मे ज़्यादा खूबसूरत कौन है
    रवि- मुस्कुरा कर अरे दीदी यह भी कोई पूछने वाला सवाल है और उसके गदराए चुचो पर एक नज़र मारते हुए, तुमसे
    खूबसूरत भला कोई हो सकता है,
    पायल- उसके सर पर एक झपट मारते हुए, अपनी दीदी को मक्खन लगता है क्या मे नही जानती कि मे कोई खूबसूरत नही हू,
    रवि- अपने गले को पकड़ते हुए, मा कसम दीदी मे झूठ नही बोल रहा हू तुम्हारा तो चेहरा इतना खूबसूरत है और तुम्हारा ?
    पायल- हाँ-हाँ बोल क्या तुम्हारा
    रवि- मेरा मतलब है कि तुम्हारा फिगर भी अच्छा है और फेस भी तभी डोर बेल फिर से बजती है और पायल लगता है भैया आ गये और जाकर दरवाजा खोल देती है और रोहित अंदर आ जाता है,
    रोहित- पायल, रवि इधर आओ तुम दोनो के लिए गुड न्यूज़ है
    पायल- उत्साहित होती हुई वह क्या भैया,
    रोहित- अरे मेने लड़की देख ली है और और जब मेने यस कर दिया तो मेरे बॉस ने तुरंत ही हम लोगो की सगाई का ऐलान कर दिया और दो दिन बाद हम लोग सगाई के लिए उनके नेटिव प्लेस पर जा रहे है,
    पायल- चहकते हुए, ओह भैया ग्रेट क्या न्यूज़ दी है आपने,
    रवि- भैया तो हमे सगाई के लिए उनके यहाँ जाना है क्या
    रोहित- हाँ रवि और हम लोग स्कार्पियो से सुबह 4 बजे करीब निकलेगे तब जाकर उनके यहाँ करीब सुबह 10 बजे तक पहुच जाएगे तुम लोग सारी तैयारी कर लो, और हाँ कल तुम दोनो जाकर शॉपिंग कर लेना परसो सुबह-सुबह ही हम लोग निकल जाएगे रात को रवि अपने बेड पर सोने की कोशिश कर रहा था लेकिन उसका लंड उसे बहुत परेशान कर रहा था और उसकी आँखो के सामने बस फूली हुई चूत और गदराई हुई मोटी-मोटी गान्ड ही नज़र आ रही थी, वह काफ़ी देर तक जागने के बाद आख़िर यह सोचता-सोचता सो गया कि कल उसे अपनी दीदी के साथ शॉपिंग करने जाना है,


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  5. #5
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    Re: KAMINA

    KAMINA

    रात को रवि अपने बेड पर सोने की कोशिश कर रहा था लेकिन उसका लंड उसे बहुत परेशान कर रहा था और उसकी आँखो के सामने बस फूली हुई चूत और गदराई हुई मोटी-मोटी गान्ड ही नज़र आ रही थी, वह काफ़ी देर तक जागने के बाद आख़िर यह सोचता-सोचता सो गया कि कल उसे अपनी दीदी के साथ शॉपिंग करने जाना है,

    Ab Agey.......

    रवि करण के फ्लॅट की डोर बेल बजाता है तभी एक 45 साल की खूबसूरत सी महिला दरवाजा खोलती है उसका गदराया बदन देख कर ही रवि का लोड्ा तन जाता है उसकी 40 की मोटी-मोटी चुचिया उसके हटे हुए पल्लू से साफ नज़र आ रही थी और उसका उठा हुआ गदराया नंगा पेट और उस पर एक बड़ी सी गहरी नाभि देख कर, सीधे अपना मुँह उसके उठे हुए पेट मे भरने का करने लगे, उसके पेट का उठाव और नीचे फैली हुई कमर को देख कर ही रवि को उसके फूले हुए गदराए भोस्डे का एहसास होने लगता है और उसकी मोटी- मोटी जंघे साडी के उपर से भी इतनी गदराई नज़र आ रही थी कि रवि को लगा कि अभी इस मस्तानी घोड़ी के बदन से चिपक जाए, साली नंगी कैसी गदराई लगती होगी क्या माल है, ऐसी गदराई आंटी को चोदने मे मज़ा आ जाए,
    आंटी- चुटकी बजाती हुई हेलो, कहाँ खो गये, कौन हो तुम और किससे मिलना है
    रवि- जी मेरा नाम रवि है और यहा करण रहता था ना
    आंटी- हाँ यह कारण का ही फ्लॅट है पर तुम कौन हो
    रवि- आक्चुयली मेडम मे उसका दोस्त हू
    आंटी- अच्छा आओ बैठो मे उसे बुलाती हू
    और वह आंटी जैसे ही मुड़ती है उसके फैले हुए मोटे- मोटे बाहर की और निकले गदराए चुतडो को देख कर रवि अपने मोटे लोड्े को मसले बिना नही रह पाता है और अपनी नज़रे उस आंटी की मोटी गदराई गान्ड मे पूरी तरह गढ़ा कर अपने लंड को सहलाने लगता है तभी वह आंटी पलट कर उसे देखती है और उसकी नज़र रवि के उठे हुए लंड पर पड़ जाती है जिसे रवि उसकी गदराई गान्ड को देख-देख कर मसल रहा था,
    आंटी- उसकी हरकत देख कर, अपने चेहरे पर थोड़ा गुस्सा लाते हुए सोफे की ओर इशारा करते हुए वहाँ बैठो मे करण को बुलाती हू और धीमी आवाज़ मे कमीना कही का कहती हुई अंदर चली जाती है,
    थोड़ी देर बाद करण आता है
    कारण- अरे रवि अचानक क्या बात है
    रवि- अरे यार मे इधर से गुजर रहा था तो सोचा शाम हो गई है शायद तू ऑफीस से आ गया होगा इसलिए तुझे देखने आ गया
    करण- ये तो तूने बहुत अच्छा किया, अब आज की नाइट तू यही रुक जा अपने घर फोन कर दे कि तू आज नही आएगा, आज मे तुझे एक पार्टी दे देता हू
    रवि- अबे वो तो ठीक है लेकिन यह सब अचानक आख़िर आज ऐसा क्या है
    करण- अरे यार मे तुझे बताना ही भूल गया और मम्मी ज़रा यहा आइए, और वह आंटी अपनी गदराई गान्ड हिलाते हुए बाहर आती है,
    करण- मम्मी ये मेरा सबसे खास दोस्त रवि है और रवि ये मेरी मम्मी है, आज ही मेरे गाँव से मुझसे मिलने आई है, और आज इतफ़ाक़ से इनका बर्त डे है
    रवि- करण की मम्मी की गदराई जवानी पर उसकी आँखो के सामने ही अपनी कामुक नज़रे फेरता हुआ, थोड़ा मुस्कुरा कर नमस्ते आंटी आंड मेनी-मेनी हॅपी रिटर्न्स ऑफ दा डे,
    आंटी- जबरन उसकी और स्माइल करके, थॅंक यू रवि,
    आंटी वापस अंदर चली जाती है और
    करण- बस यार यही कारण है कि मेने तुझे रुकने के लिए कहा है आज रात को तेरा वाला फ्लेवर वोड्का लेते है उसके बाद मम्मी ने बढ़िया खाना बनाया है दोनो खाएँगे और फिर तू आज यही सो जाना सुबह निकल जाना, चल अब घर पर बता दे और मे तेरे लिए ड्रिंक का इंतज़ाम करता हू,
    रवि- ओके बाबा, और रवि अपने घर कॉल करके बता देता है कि वह आज नही आएगा
    रात को दोनो बहुत देर तक ड्रिंक करते है फिर करण उसे बाहर वाले रूम मे सोने को कह कर उठ कर अंदर चला जाता है,
    रवि- ड्रिंक के नशे मे लेटा रहता है और उसकी कमज़ोरी थी कि वह वोड्का पीता है तो उसका लंड बहुत ज़्यादा खड़ा होने लगता है और उसको रह-रह कर करण की मम्मी की मस्तानी जवानी याद आती है और वह अपनी कल्पना मे करण की मम्मी की नंगी करते हुए अपने लंड को बाहर निकाल कर सहलाने लगता है, और केरेन की मम्मी की चूत और मोटी गान्ड को नंगी अपने सामने महसूस करते हुए खुद से बाते करने लगता है, हाय करण क्या मस्त फूला हुआ भोसड़ा होगा तेरी मम्मी का, क्या गजब की गदराई और मोटी गान्ड है, हाय करण तेरी मम्मी पूरी नंगी कैसी लगती होगी, काश एक बार तेरी मम्मी को मे पूरी नंगी देख लेता, आह आज तो वोड्का के नशे के उपर तेरी मम्मी की गदराई जवानी भी भारी पड़ रही है दोस्त, क्या मस्त माल है तेरी मम्मी, अगर ऐसी गदराई मम्मी मेरी होती तो उसको पूरी नंगी करके रात भर उसकी गान्ड और चूत को खूब कस-कस कर चोदता, हाय कारण तेरी मम्मी है की चूत और मोटी गान्ड का खजाना, क्या मस्त गोरी- गोरी मोटी-मोटी गदराई जंघे होगी, हाय पेंटी और ब्रा मे उसका भारी भरकम शरीर कैसा लगता होगा, क्या पता साली ने पेंटी पहनी भी होगी की साडी के अंदर नंगी होगी हाय कारण तेरी मम्मी की फूली हुई चूत को अपने मुँह से दबाने मे कितना मज़ा आएगा,
    उसकी मोटी गान्ड मे अपना मुँह भरने मे कितना मज़ा आएगा, एक बार तेरी मम्मी नंगी होकर मेरे सामने आ जाए तो साली को रात भर नंगी करके चोद-चोद के उसकी मोटी गान्ड और चूत को लाल कर दूँगा, बस यही सोचता हुआ रवि अपने लंड को बाहर निकाल कर करण की मम्मी को अपनी आँखो के सामने नंगी करके लंड हिलाने लगा वह अपने ख्यालो मे कभी करण की मम्मी की चूत सहलाता कभी उसकी गदराई गान्ड को झुका कर अपना मुँह उसमे भरता और कभी अपने मोटे लंड से उसकी फूली हुई बुर और गान्ड को चोदने लगता, वह अपनी कल्पना मे कारण की मम्मी की चूत के गुलाबी छेद और गान्ड के कसे हुए छेद मे अपना लंड पेल-पेल कर चोदने लगा और अपने हाथ से अपने लंड को हिलाने लगा, अचानक अंदर वाले रूम की लाइट जलती है और रवि अपने मन मे सोचता है कही करण की मम्मी अंदर अपनी साडी उतार कर नंगी तो नही सो रही है, और वह उस दरवाजे के पास अपना लंड अपने हाथो मे लिए जाता है और दरवाजे से लगी हुई एक खिड़की से कुछ रोशनी बाहर आती उसे दिखाई पड़ती है और वह उस खिड़की को धीरे से थोड़ा ज़ोर लगा कर अपनी और खिचता है तो वह खिड़की थोड़ी सी खुल जाती है और उसके अंदर परदा लगा होता है, रवि जैसे ही अपने हाथो से पर्दे को थोड़ा सरकाता है, अंदर का नज़ारा देख कर उसके पैरो तले की ज़मीन सरक जाती है, अंदर एक बेड पर करण की मम्मी पूरी नंगी होकर बेड के उपर खड़ी थी और करण बेड पर अपने घुटनो के बल खड़ा होकर अपनी मम्मी की चूत को अपने हाथो से फैला-फैला कर चाट रहा था और करण की मम्मी पूरी नंगी खड़ी होकर अपने दोनो पैरो को थोड़ा फैलाकर अपने बेटे से अपनी चूत खड़े-खड़े चटा रही थी और करण के सर पर हाथ फेर रही थी और करण अपने दोनो हाथो से अपनी मम्मी की मोटी-मोटी गदराई गान्ड को अपने मुँह की ओर दबाता हुआ अपनी मम्मी की फूली हुई चिकनी चूत को पागल कुत्ते की तरह चाट रहा था, करण की मम्मी का पेट थोडा सा लटका हुआ मस्त गुदाज लग रहा था और उसकी जंघे इतनी मोटी थी कि कारण के दोनो हाथो मे समा नही रही थी, उसके मोटे-मोटे दूध बड़े-बड़े पपितो की तरह लग रहे थे,
    कुछ देर बाद करण पालती मार कर बैठ गया और उसका 8 इंच मोटा लंड सीधा उसके पेट से सॅटा हुआ उपर की ओर तन गया और करण की मम्मी अपनी दोनो टाँगो को करण के आस पास करके उसके खड़े लंड पर धीरे से बैठ गई और करण का मोटा लंड उसकी मम्मी की चूत मे पूरा फस गया, करण ने अपनी मम्मी को अपने सीने से लगा लिया और उसकी मोटी गान्ड को कस कर अपने लंड की ओर दबा लिया, जब लंड करण की मम्मी की बच्चेदानी तक पहुच गया तो करण की मम्मी अपने शरीर को पीछे झुकाने लगी तो करण ने अपनी मम्मी की पीठ को अपने दोनो हाथो से संभालते हुए उसे अपने सीने की ओर खिचा और फिर अपनी मम्मी के गुलाबी गदराए गालो को चूमता हुआ उसके रसीले लाल-लाल होंठो को अपने मुँह मे भर कर चूसने लगा, उसकी मम्मी उसके मोटे लंड पर बैठे- बैठे अपनी गान्ड को उसके लंड पर दबा रही थी,
    करण ने अपनी मम्मी को कस कर अपने सीने से भींच लिया और उसकी गोरी-गोरी पीठ को अपने हाथो से सहलाते हुए बैठे-बैठे ही अपने लंड को अपनी मम्मी की मस्त चूत मे डालने लगा, कभी वह अपनी मम्मी के मोटे चुतडो को अपने हाथो मे कस कर दबोचता कभी अपना हाथ उसकी गान्ड के कसे हुए छेद मे ले जाकर अपनी उंगली को दबा देता, कभी अपनी मम्मी की मोटी चुचियो को अपने हाथो मे भर-भर कर कस –कस कर मसल्ते हुए उसके रसीले लाल-लाल होंठो का रस पीने लगता, करीब 10 मिनिट तक उसकी मम्मी पूरी नंगी उसके मोटे लंड पर बैठी रही और वह अपनी मम्मी की मस्त गदराई जवानी को अपने लंड पर बैठाए मसलता रहा,
    कुछ देर बाद करण ने अपनी मम्मी को बेड पर लेटा दिया और दो मोटे तकिये उसकी गदराई मोटी गान्ड के नीचे रख दिया जिसके कारण करण की मम्मी की चिकनी फूली हुई गदराई चूत काफ़ी उठ गई और जब करण की मम्मी ने अपनी मोटी जाँघो को पूरी तरह फैलाकर अपने घुटनो को अपनी ओर कर लिया तो रवि करण की मम्मी की फटी हुई चिकनी और फूली हुई भोसड़ी को देख कर पागल हो गया और खूब कस- कस कर अपने मोटे लंड को मुठियाने लगा, करण ने जल्दी से अपनी मम्मी की फूली हुई बुर को अपने हाथो से सहलाया और फिर उसकी फूली हुई चूत पर अपने मुँह को दबाता हुआ एक गहरा चुम्मा लिया और फिर अपने मोटे लंड को अपनी मम्मी की चूत के गुलाबी छेद मे रख कर एक करारा धक्का मारा कि उसका पूरा का पूरा लंड उसकी मम्मी की चूत मे जड़ तक समा गया और उसकी मम्मी के मुँह से आह की आवाज़ निकल गई
    उसके बाद करण ने अपने पैर के पंजो पर बैठ कर अपनी मम्मी की चूत कस-कस कर मारना शुरू कर दिया और उसकी मम्मी आह आह करती हुई सीसीयाने लगी, कारण अपनी मम्मी की चूत मे कस-कस कर अपना मोटा लंड मार रहा था और उसकी मम्मी आह आह करती हुई अपनी चूत अपने बेटे से मरवा रही थी,
    करण का मोटा लंड अपनी मा की चूत मे सतसट अंदर बाहर हो रहा था, कुछ देर करण ने अपने पेर के पंजो के बल बैठ कर अपनी मम्मी की चूत को कस कर चोदा उसके बाद वह सीधा अपनी मम्मी के नंगे बदन पर लेट गया और अपनी मम्मी की गदराई मस्त जवानी से कस कर चिपक गया और फिर अपनी मम्मी की मोटी गान्ड को अपने हाथो से दबोचता हुआ उसके रसीले होंठो को पीने लगा और उसके मोटे-मोटे दूध को कस कर दबाने लगा, करीब 20 मिनिट तक करण अपनी मम्मी को इसी तरीके से चोदता रहा उसके बाद जब उसकी मम्मी की चूत बहुत ज़्यादा चिकनी हो गई और करण का लंड उसकी बुर मे बहुत ही फिसल-फिसल कर जाने लगा और उसकी मम्मी आह आह करके खूब सीसीयाने लगी और अपने पेरो को उपर नीचे फेकने लगी तब करण ने अपने दोनो हाथो को अपनी मम्मी की गदराई गान्ड के नीचे ले जाकर उन्हे कस कर अपने हाथो से दबोचते हुए अपनी मम्मी की फूली हुए मस्त भोस्डे मे कस-कस कर अपना मोटा लंड पेलना शुरू कर दिया और जब उसकी मम्मी की चूत मे तबीयत से लंड अंदर बाहर होने लगा तो उसकी मम्मी आह आह करते हुए अपने बदन को ऐथ्ने लगी और उसकी चूत काँपने लगी और वह झाड़ गई तभी करण ने अपने लंड के 8-10 धक्के कस-कस कर अपनी मम्मी की फूली हुई चूत मे मारे और फिर वह पूरी ताक़त से अपनी मम्मी की मोटी गान्ड को अपने लंड की ओर दबाते हुए उसकी चूत से अपने लंड को पूरा चिपका कर अपने लंड को अपनी मम्मी की चूत मे पूरी गहराई तक भर कर रुक-रुक कर अपने वीर्य की पिचकारी अपनी मम्मी की चूत मे छोड़ने लगा, और फिर पूरे रूम मे सिर्फ़ उनकी सांसो की आवाज़ के अलावा कुछ नही सुनाई दे रहा था,
    उनकी जबरदस्त चुदाई देख कर रवि पागल हो गया और करण की मम्मी की चूत और मोटी गान्ड को देख -देख कर अपने लंड को ज़ोर से हिलाना शुरू कर दिया और फिर एक दम उसको लगा क़ि उसका वीर्य उसके लंड से निकल गया है, तभी उसकी पीठ पर एक ज़ोर का मुक्का पड़ता है और आवाज़ आती है कि उठ कमीना कही का ना जाने किसके सपने देखता पड़ा रहता है सुबह के 10 बज रहे है हम कब शॉपिंग करने चलेंगे, और पायल उसको एक और घुसा मार कर अब उठ जा रवि जल्दी से और फिर रूम के बाहर निकल जाती है, रवि एक दम से उठ कर बैठ जाता है और उसको अपने उंडरवेार के अंदर काफ़ी गीलापन महसूस होता है और वह अपना पाजामा हटाकर अपने लंड को देखता है तो उससे ढेर सारा वीर्य निकल रहा था, और रवि अपने मन मे सोचता हुआ ओफ्फ हो ये क्या हो गया मेरा तो नाइट फॉल हो गया, फिर वह अपने सर को पकड़ कर थोड़ा सा मुस्कुरा कर, ओफ्फ हो कैसा अजीब सपना था, करण बेटे तुझे अपनी मम्मी को चोदने के लिए मेरे ही सपनो मे आना था, और फिर मुस्कुराता हुआ उठा और बाथरूम मे जाकर फ्रेश होने लगा और अपने मन मे सोचने लगा, साले सपनो का भी कोई ईमान धरम नही होता है चाहे जैसा सपना आ सकता है, कही ये साला करण सच मच अपनी मम्मी को चोदता तो नही है,
    रवि जल्दी से रेडी होकर अपनी स्वीट बट तीखी सिस्टर के साथ शॉपिंग करने चल दिया,
    रवि- दीदी तुम अपने लिए क्या ले रही हो
    पायल- अपने मन मे डिल्डो
    रवि- क्या सोच रही हो दीदी
    पायल- सोच रही हू कि ऐसी चीज़ खरीदु जो अपने यहाँ आसानी से ना मिलती हो
    रवि- अपने मन मे, फक्किंग मशीन लेने का इरादा लगता है इसका
    पायल- तेरा क्या लेने का इरादा है
    रवि- अपने मन मे, तुम्हारी चूत और मोटी गान्ड, दीदी मुझे तो जो चाहिए वह सब घर पर ही है
    पायल- क्या मतलब
    रवि- मतलब कि मेरे पास तो काफ़ी ड्रेससे है, आप देख लो आपको क्या लेना है, वैसे सगाई मे आप टॉप और स्कर्ट पहन कर चलना उसमे आप बहुत अच्छी लगोगी
    पायल- मन मे कमीना कही का, मेरी मोटी जंघे और गदराई गान्ड जो तुझे स्कर्ट से देखने को मिल जाती है,
    पायल- क्यो ज़रूरी है मे तेरी चाय्स की चीज़े पहनु
    रवि- दीदी सफ़र मे पहन लेना वहाँ जाकर फिर चेंज कर लेना
    पायल- अपने मन मे, ज़रूर ये सफ़र मे मेरी चूत सहलाने का मोका ढूँढ रहा है, हा तू ठीक कह रहा है वैसे भी सफ़र मे कॉमफर्टबल कपड़े पहनना चाहिए,
    रवि- अब समझी ना अपने भाई की बात
    पायल- अपने मन मे, तू कितना बड़ा कमीना है यह मुझसे बेहतर कौन समझ सकता है,
    रवि- दीदी जब भाभी से मिलोगि तो क्या करोगी,
    पायल- क्या करूँगी, उनसे हाय, हेलो कहूँगी और क्या,
    पायल- और तू क्या कहेगा भाभी से
    रवि- मेने अभी तक कुछ सोचा नही
    पायल- अपने मन मे, तू तो इतना बड़ा कमीना है कि तू तो भाभी की फोटो देख कर उसे अपनी आँखो से ही चोद चुका होगा शॉपिंग करके लोटने पर पायल का पैर अचानक मोच खा जाता है और वह एक दम से गिर जाती है
    रवि- अरे क्या हुआ दीदी
    पायल- आह रवि मेरा पैर मूड गया बहुत दर्द हो रहा है रवि पायल का हाथ पकड़ कर उसको सहारा दे
    कर उठाता है और पायल खड़ी होती है पर उसके पैर की मोच का दर्द कुछ ज़्यादा था और वह फिर से नीचे बैठ जाती है,
    पायल- आह रवि बहुत दर्द कर रहा है ये एडी के उपर की नस खिच गई है
    रवि- दीदी मेरा हाथ पकड़ कर धीरे –धीरे चलो घर के अंदर चल कर बैठ जाना
    पायल- नही रवि मुझसे एक कदम भी नही चला जाएगा
    रवि- पर दीदी मे तुम्हे उठाकर कैसे ले जाउ
    पायल- क्यो नही ले जा सकता
    रवि- मुस्कुरा कर दीदी तुम इतनी मोटी हो मुझसे तुम्हारा वजन कैसे सहा जाएगा
    पायल- उसको घूर कर गुस्से से देखती हुई उसकी पीठ मे मारती है , मे मोटी हू
    रवि- आह सॉरी बाबा सॉरी चलो कोशिश करता हू
    रवि पायल को अपने हाथो का सहारा दे कर खड़ी करता है फिर उसकी मोटी गान्ड के नीचे अपना हाथ ले जाकर उसको अपनी गोद मे उठा लेता है, अपनी दीदी की गदराई मुलायम गान्ड के स्पर्श से रवि पागल हो जाता है और उसका लंड तुरंत खड़ा हो जाता है, पायल के मोटे-मोटे दूध उसके आँखो के सामने तने दिख रहे थे, उसकी उत्तेजना अपनी जवान और गदराई दीदी के शरीर के स्पर्श से आसमान छूने लगी थी, उसने अपने हाथ को अपनी दीदी की गदराई मोटी गान्ड पर ठीक से अड्जस्ट किया और अपनी दीदी की मुलायम गान्ड को अपने पंजो मे भर कर दूसरे हाथ से उसकी पीठ पर लेज कर उसकी गदराई कसी हुई चुचियो को अपने सीने के पास सटा लिया, पायल अपनी आँखे फाडे रवि के चेहरे को देख रही थी और रवि अपनी दीदी के गुलाबी गालो, रसीले होंठो और मोटी-मोटी गदराई चुचियो को देख रहा था, और जैसे ही रवि ने अपनी दीदी की आँखो मे देखा तो उसकी नज़र अपनी दीदी से मिल गई और वह ऐसा पल था जब दोनो एक साथ उत्तेजित लग रहे थे दोनो का चेहरा मारे उत्तेजना के एक अलग ही रंग मे आ चुका था, और दोनो की आँखे एक दूसरे को देख कर कह रही थी एक मेरी प्यास बुझा दे, दोनो की नज़रे एक दूसरे की आँखो मे ठहर गई थी और दोनो को एक दूसरे की आँखो मे अपना चेहरा नज़र आ रहा था, रवि का दिल अपनी दीदी के हुस्न को देख कर उसके खूबसूरत चेहरे को चूमने का कर रहा था, वही पायल का दिल यह चाह रहा था कि रवि उसके होंठो को कस कर चूम ले, उस समय ना रवि को यह एहसास था कि वह अपनी दीदी को अपनी गोद मे उठाए एक ही जगह काफ़ी देर से खड़ा है और ना ही पायल को भी इस बात का एहसास था, बस दोनो एक दूसरे को देख कर एक दूसरे की बाँहो मे सिमट कर एक दूसरे को कस कर चूम लेना चाहते थे, और हुआ भी कुछ ऐसा ही, रवि अपनी दीदी के हुस्न के मायाजाल मे ऐसा उलझ गया कि उसे कुछ एहसास नही रहा, और जब उसकी आँखो ने अपनी दीदी की नशीली आँखो को और उसके उत्तेजक चेहरे को इस तरह देखा तो उससे रहा नही गया और दीदी आइ लव यू कह कर अपनी दीदी के रसीले होंठो को करीब 5 सेकेंड तक चूमता है और फिर अचानक जब वह अपना मुँह अपनी दीदी के होंठो से हटाता है तो पायल का कामुक एहसास उसके चेहरे से और ज़्यादा छलकने लगता है और पायल की नज़रे 2 सेकेंड बाद नीचे झुक जाती है तब रवि को अचानक अपनी की हुई हरकत का एहसास होता है और वह दीदी सॉरी कहता हुआ अपने घर की ओर बढ़ने लगता है. वह धीरे-धीरे अब आगे की ओर देख कर बढ़ता जाता है और उसके चेहरे का एक्सप्रेशन काफ़ी कठोर हो जाता है, पायल रवि की गोद मे चुपचाप बैठी हुई अपनी नज़रे उठा कर रवि के चेहरे को फिर से देखने लगती है, कुछ देर तक पायल रवि के चेहरे को देखती है और फिर ना जाने कहा से पायल के होंठो पर एक हल्की सी मुस्कान आ जाती है और वह रवि की नज़र बचा कर हल्के से उसके सीने से चिपक जाती है और अपने सर को उसके सीने से लगा देती है, रवि पायल की मनोदशा को समझते हुए, कुछ आगे चल कर उसके होंठो पर भी एक छोटी सी मुस्कान आ जाती है, और कुछ पॅलो की इस सिचुयेशन के बाद दोनो का दिमाग़ फिर काम करना शुरू कर देता है और रवि अपने हाथो को पायल की मोटी गदराई गान्ड पर फिर से अड्जस्ट करते हुए उसकी गान्ड और चुतड के बीच अपना हाथ भर कर उसकी गान्ड और चूत को अपने हाथो से दबाता हुआ, अप्यल को अपने हाथो मे कस लेता है, जहा रवि का मोटा लंड अपना सर उठा कर खड़ा था वही पायल की प्यासी चूत भी अपने भाई के मर्दाना एहसास से पानी छोड़ देती है, रवि का हाथ अपनी दीदी के स्कर्ट से हट कर उसकी नंगी गोरी-गोरी मोटी गदराई जाँघो को भिंचे रहता है, रवि अपनी दीदी की मदमस्त जवानी के एहसास और उसके गदराए जिस्म से उठती भीनी-भीनी खुसबू ने उसे पागल कर दिया था, और वह फिर से पायल के चेहरे को देखता हुआ, अपने मन मे सोचता है, दीदी तुम कितनी हसीन हो तुम तुम्हारे इस लाजवाब हुस्न ने आज तुम्हारे भाई को तुम्हारा गुलाम बना दिया है, तुम बहुत सेक्सी हो, पायल अचानक रवि की ओर देखती है और रवि अपनी नज़रे हटा लेता है, पायल एक बार फिर धीरे से मुस्कुरा देती है, और अपने मन मे सोचती है, कमीना आज बहुत सेक्सी लग रहा है, जब यह मुझको पूरी नंगी करके अपनी गोद मे ऐसे ही उठाएगा तो वह एहसास कैसा होगा हे मे तो मर जाउन्गि, मुझे पूरी नंगी देख कर यह तो मुझे खूब कस कर अपने मोटे लंड से चोदेगा, और अचानक पायल के मुँह से निकल जाता है, है ना रवि
    रवि- क्या दीदी
    पायल- मुस्कुरा कर कुछ नही थोड़ी देर मे रवि अपनी दीदी को लाकर सोफे पर बैठा देता है, और खुद ज़मीन पर अपने पेर के पंजो के बल बैठ कर
    रवि- लाओ अपना पर दिखाओ कहा मोच आई है, और उसके पेरो के पंजो को अपने हाथो से पकड़ कर अपने मुँह के करीब लाकर देखने लगता है पायल छोटी सी स्कर्ट पहने अपने पेरो को ज़मीन पर टिका कर सोफे से टिक कर बैठी थी और जब रवि ने उसके मोच खाए पेर के तलवो पर अपना हाथ रख कर उसे उपर उठाया तो उसकी स्कर्ट थोड़ा उपर सरक गई और उसकी गोरी-गोरी मोटी जंघे दिखाई देने लगी, रवि अपनी दीदी के पेरो की गोरी और चिकनी पिंदलियो को अपने हाथो से पकड़े हुए उसके पेर के पंजो की नसो पर अपने हाथ से थोड़ा दबाता है तो
    पायल-आह रवि बहुत दर्द कर रहा है और वह अपने पेर को हटाने लगी, रवि ने उसके पेरो को कस कर पकड़ लिया और
    रवि- दीदी दो मिनिट देखने तो दो मे अब नही दबाउन्गा आप आराम से बैठी रहो मे देखता हू और फिर रवि ने अपने हल्के हाथो से उसकी परो की नसो को दबाना शुरू किया, पायल अपनी टांग उठाए रवि को आँखे फाड़ कर देख रही थी और रवि आज उसे बहुत अच्छा लग रहा था वह एक तक मंद-मंद मुस्कुराती हुई रवि की ओर देख रही थी, तभी रवि की नज़र अपनी दीदी की मोटी गदराई जाँघो की जड़ो मे पहुच गई और उसका लंड झटके मारने लगा उसे पायल की लाल रंग की पेंटी मे कसी हुई उसकी फूली चूत का उभार नज़र आने लगा और वह पायल के पेर को थोड़ा और उपर करके उसकी गदराई जाँघो की जड़ो मे अपनी आँखे फाडे हुए देखने लगा, पायल उसकी नज़रो को पकड़ चुकी थी और वह समझ गई कि रवि उसकी पेंटी मे कसी हुई फूली चूत को हसरत भरी नज़रो से देख रहा है, तभी रवि ने जैसे ही पायल की तरफ देखा पायल ने जल्दी से अपनी आँखे बंद कर ली और फिर रवि ने अपनी नज़रे उसकी चूत पर टिका दी और पायल ने फिर से धीरे से अपनी आँखे खोल कर रवि को देखने लगी और रवि द्वारा अपनी चूत देखे जाने से उसके चेहरे पर थोड़ी मुस्कुराहट आ गई,
    पायल- रवि तू क्या देख रहा है
    रवि - सकपकाता हुआ अपनी नज़रे पायल की ओर कर के कुछ नही दीदी, कही भी मोच नज़र नही आ रही है
    पायल- पगले वो तो पेर की नस खींच गई है वह तुझे कैसे नज़र आएगी,
    रवि- फिर भी दीदी मे थोड़ा मालिश कर देता हू मुझे हाथ लगा कर बताओ कि आपको सबसे ज़्यादा दर्द कहाँ हो रहा है
    पायल- मुस्कुरा कर अपने मन मे, पगले अब मे तुझे अपनी चूत मे हाथ लगा कर कैसे बताउ कि मुझे यहाँ सब से
    ज़्यादा दर्द हो रहा है, पायल अपने पेरो की पिंदलियो के नीचे वाले हिस्से मे हाथ लगा कर यहाँ
    रवि- पायल की गोरी और चिकनी पिंडालियो को अपने हाथो से पकड़ कर हल्के-हल्के सहलाने लगता है और पायल अपनी कामुक नज़रो से मंद-मंद मुस्कुराती हुई रवि की ओर देखती रहती है, रवि अपनी दीदी की गोरी- गोरी पिंडालियो को सहलाता हुआ जब अपनी नज़रे पायल की ओर करता है तो पायल की कातिल निगाहो और उसके मस्त रूप को देखता ही रह जाता है और उसकी नज़रे अपनी दीदी की कत्ल कर देने वाली नज़रो से मिल जाती है,
    दोनो की कामुक नज़रे जब एक दूसरे से मिलती है तो दोनो एक दूसरे को खा जाने वाली चुदास भरी नज़रो से देखते है और रवि का जहाँ लोड्ा भनभाना जाता है
    वही पायल की पेंटी उसकी चूत रस से गीली हो जाती है,
    रवि- पायल की आँखो मे देखता हुआ अपने मन मे बोलता है, दीदी क्या हुस्न है तुम्हारा, तुम्हारे इस रसीले हुस्न को मे पी जाना चाहता हू एक बार अपनी चूत मरवा लो ना मुझसे,
    पायल- उसकी आँखो मे देखती हुई, अपने मन मे, अरे पगले पेर क्या सहला रहा है एक बार मेरी चूत को खोल कर सहला दे, मे तो तुझसे चुदवाने को तैयार बैठी हू, कब चोदेगा मुझे,
    दोनो एक दूसरे को देखते हुए अपने मन की बात अपने मन मे ही कहते है फिर दोनो एक दूसर को देख कर मुस्कुरा देते है,
    पायल- क्या बात है बड़े प्यार से देख रहा है अपनी दीदी को,
    रवि- मुस्कुराते हुए उसके गोरे पेरो की पिंडालियो को सहलाता हुआ, दीदी तुम बहुत सुंदर हो और उसकी आँखो के सामने उसके मोटे-मोटे तने हुए दूध को देखने लगता है
    पायल- अपने उसी पेर से जिसे रवि पकड़ कर बैठा था, एक लात रवि के सीने मे मार कर मुस्कुराते हुए, रवि तू वाकई मे बहुत बड़ा कमीना है,
    रवि- पीछे गिरते हुए अपने आप को संभाल कर, मुस्कुराते हुए पायल की आँखो मे देख कर, दीदी तुम्हारी किस्मत अच्छी है कि तुम मेरी दीदी हो नही तो अभी तक तो मे कमिनेपन की सारी हदे पर कर जाता,
    पायल- सोफे से अपनी पीठ को उठा कर अपने हाथो की दोनो कोहनियो को अपनी जाँघ पर रख कर अपने दोनो हाथो से अपनी तोड़ी को पकड़ कर सोफे पर बैठ कर रवि की आँखो मे मुस्कुराते हुए देखती हुई,
    पायल- क्या कमीनपन दिखाता तू
    रवि- उसकी लात खाकर थोड़ा गुस्से मे आ गया था और बिना डरे पायल की आँखो के सामने ही उसके मोटे-मोटे दूध को देख कर, क्या तुम नही जानती कि मे क्या कमीना पन दिखाता,
    पायल- अपनी आँखे उसको दिखाती हुई थोड़ा सा मुस्कुरा कर, हिम्मत है तो दिखा
    रवि- देखो दीदी मुझे चलेंज मत करो तुम मेरी दीदी हो इस लिए अभी तक बचती आ रही हो, नही तो
    पायल- अपनी आँखो से उसको डराने की कोशिश करती हुई, नही तो क्या करता तू मेरे साथ
    रवि- अपनी नज़रे इधर उधर करता हुआ, दीदी अब जाने भी दो नही तो तुम्हे बुरा लग जाएगा,
    पायल- मे जानती हू क़ि तू मेरे बारे मे क्या सोचता है, तेरी कामिनी हरकते मुझसे छुपी नही है
    रवि- उसके सामने ही उसके मोटे खरबूजो जैसे कसे दूध को देख कर उसकी आँखो मे देखता है और पायल की ओर मुस्कुरा कर, तो दीदी तुम क्या चाहती हो,
    पायल- उसकी बात को समझ कर उठ कर उसे एक झपत उसकी पीठ पर मार कर, रवि तू वाकई कमीना है अपनी बहन को भी नही छोड़ रहा है, और फिर अपनी मोटी गान्ड को मतकाते हुए मुस्कुरा कर किचन की ओर जाने लगती है
    रवि- दीदी तुम तो आराम से चल रही हो देखा मेने कैसे तुम्हारी मोच ठीक कर दी,
    पायल- पलट कर उसकी और मुस्कुरा कर देखते हुए, कमीना कही का, कॉफी पिएगा
    रवि- उसके दूध को घूर कर मुस्कुराता हुआ पिला दो ना पायल उसकी हरकत से मन ही मन मे खुस होती हुई मुस्कुरा कर फिर से पलट कर अपने गदराए मोटे-मोटे चुतड मतकाती हुई किचन मे घुस जाती है, थोड़ी देर बाद पायल कॉफी के दो कप लेकर आती है और रवि को एक कप पकड़ाते हुए सोफे पर अपनी गदराई मतवाली गान्ड को रख कर बैठ जाती है, फिर दोनो एक दूसरे की आँखो मे देख कर मुस्कुराते हुए कॉफी का गरम-गरम घुट अपने गले से नीचे उतारने लगते है,
    पायल- मुस्कुरा कर कैसी है
    रवि- उसके खूबसूरत चेहरे को देख कर मुस्कुराता हुआ, बहुत अच्छी हो
    पायल- उसकी बातो को समझ कर, मुस्कुराती हुई मीठी है कि नही
    रवि- पायल के गदराए दूध को देखता हुआ, उसकी आँखो मे देख कर जब पूरी पी लूँगा तब पता चलेगा कि मीठी है या नही,
    पायल- मुस्कुरा कर, क्यो देख कर पता नही चलता
    रवि- पायल के जिस्म को उसकी आँखो के सामने उपर से लेकर नीचे तक देखता हुआ, कलर तो बहुत अच्छा है तो फिर मिठास भी खूब होगी
    पायल- मुस्कुरा कर आराम से पीना नही तो मुँह जल जाएगा
    रवि- मुस्कुराते हुए, मुझे आराम से ही पीना पसंद है, मे पूरा रस ले -ले कर ही पीता हू तभी पीने का असली मज़ा आता है,
    पायल- मुस्कुरा कर कभी कोई दूसरा ब्रांड पिया है
    रवि- मुस्कुरा कर नही, और पायल की ओर अपने आइब्रो उचकाता हुआ उसकी और इशारा करता हुआ, मुझे तो शुरू से यही ब्रांड पसंद है,
    पायल- कभी पी कर छोड़ने का इरादा है कि नही
    रवि- मुस्कुरा कर नही, मे तो जिंदगी भर पीऊंगा
    पायल - तुझे कब-कब पीना पसंद है
    रवि- मुस्कुराते हुए वैसे तो किसी भी टाइम पिला दो पी लूँगा, लेकिन रोज रात को सोने से पहले पीने को मिल जाए तो मज़ा आ जाए,
    पायल- रोज रत को तुझे कौन आकर पिलाएगा, तेरा कोई नौकर तो बैठा नही है, तेरी इस तरह रोज रात को तो तेरी बीबी ही सेवा कर सकती है, इसलिए तुझे रोज रात को पीने के लिए तो शादी करना पड़ेगी,
    रवि- मुस्कुरा कर, दीदी रोज रात को मुझे तुम भी तो पिला सकती हो, क्या अपने भाई के लिए इतना नही कर सकती,
    पायल- मुस्कुरा कर खड़ी होकर उसके पास जाकर, ला कप दे, और उसके हाथ से कप लेती हुई उसकी पीठ पर मारते हुए, कमीना कही का, और फिर पायल अपने मोटे-मोटे चुतडो को कुछ ज़्यादा ही मटका कर किचन की ओर जाती है और रवि अपनी दीदी के गदराए चुतडो को देखने लगता है, और पायल किचन मे घुसने से पहले झट से पलट कर देखती है और रवि को अपने गदराए चुतड देखते हुए पाती है और मुस्कुरा कर, रवि यू आर ए रास्कल, और किचन मे घुस जाती है, और रवि उसकी बात सुन कर खुस होता हुआ, अपने आप से बाते करता हुआ, हे दीदी एक बार नंगी होकर अपने भाई के मोटे लंड पर बैठ जाओ, तुम्हारी गदराई मोटी गान्ड देख-देख कर तो अब मुझसे रहा नही जाता है,
    रवि- ज़ोर से आवाज़ लगाता हुआ, दीदी
    पायल- क्या है
    रवि- दीदी तो फिर आज रात को पिलाओगी
    पायल- किचन मे खड़ी रवि की बात सुन कर मंद- मंद मुस्कुराती हुई, सोचूँगी
    रवि- क्या दीदी इसमे सोचूँगी कहाँ से आ गया, अपने भाई को पिलाने मे तुम्हे सोचना पड़ रहा है, अभी आपके हॅज़्बंड कहते तो उन्हे झट से पिला देती,
    पायल- किचन मे मुस्कुराते हुए, कहा ना सोचूँगी
    रवि- क्या दीदी तुम बहुत सोचती हो
    पायल- अच्छा सच-सच बता क्या तू सच मुच मुझसे ही पीना चाहता है
    रवि- दीदी जो बात तुम खुद जानती हो वो पूछती क्यो हो
    पायल- किचन मे अपना मुँह दबा कर अपनी हसी को अपने हाथो से छुपाती हुई, अच्छा ठीक है पी लेना
    रवि-लेकिन कब
    पायल- जब मेरा मन करेगा मे आकर पिला दूँगी
    रवि- दीदी जल्दी मन बनाओ मे पीने के लिए मरा जा रहा हू
    पायल- शांति रख तुझे पीने को मिल जाएगी बात ख़तम
    रवि- ठीक है दीदी मे इंतजार करूँगा
    रात को सब लोग अपना-अपना समान पॅक करके सुबह के जाने की तैयारी कर के सो जाते है और फिर सुबह करीब 3:30 पर तीनो भाई बहन स्कारियो मे सवार होकर उड़ जाते है, रोहित सुनसान हाइवे पर स्कार्पीओ उड़ा रहा था और पायल और रवि पीछे की सीट पर बैठे हुए थे,


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    Re: KAMINA

    KAMINA

    रात को सब लोग अपना-अपना समान पॅक करके सुबह के जाने की तैयारी कर के सो जाते है और फिर सुबह करीब 3:30 पर तीनो भाई बहन स्कारियो मे सवार होकर उड़ जाते है, रोहित सुनसान हाइवे पर स्कार्पीओ उड़ा रहा था और पायल और रवि पीछे की सीट पर बैठे हुए थे,

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    पायल- रोहित भैया मुझे तो नींद आ रही है
    रोहित -पीछे देखता हुआ पायल पीछे की लाइट बंद कर लो और सो जाओ अभी हमे बहुत टाइम लगेगा, तब तक अपनी नींद पूरी कर लो पायल, रवि को मुस्कुरा कर देखती हुई सीट पर टिक कर अपनी आँखे बंद कर लेती है और रवि मध्यम रोशनी मे उसके गदराए गालो को देखने लगता है, कुछ देर बाद पायल अपने सर को रवि के कंधे के उपर रख कर सोने का नाटक करने लगती है, रवि अपने मन मे सोचता है, दीदी तुम इतनी चुदासी हो तुम्हे भला नींद कैसे आ सकती है, रवि अपने चेहरे को पायल की ओर घुमा कर उसके गदराए गालो पर अपने होंठ लगा देता है, पायल के जिस्म से उठती मादक खुसबू रवि का लंड खड़ा कर देती है, कुछ देर तक रवि पायल के गुलाबी गालो से अपने होंठो को छुआता रहता है फिर धीरे से अपना एक हाथ पायल की गुदाज गदराई जाँघो पर रख देता है, और जब अपने हाथो के पंजो से अपनी दीदी की गदराई जाँघो को पकड़ता है तो उसके गुदाज और नरम-नरम जाँघो के स्पर्श से रवि का लंड झटके मारने लगता है, रवि धीरे से अपनी दीदी की जाँघो के उपर पड़ी हुई स्कर्ट को हटा देता है
    फिर जब अपनी दीदी की मोटी- मोटी नंगी जाँघो को अपने हाथो मे भर कर दबोचता है तो उसे ऐसा लगता है कि अभी उसका लंड पानी छोड़ देगा, रवि अपनी दीदी की गुदाज मखमली जाँघो को सहलाता हुआ, धीरे से अपनी दीदी के कानो के पास अपना मुँह लगा कर, दीदी सो गई क्या, पायल उसकी आवाज़ सुनती है और उसकी चूत फूल जाती है, वह पूरी मस्ती मे अपने भाई द्वारा अपनी गदराई जाँघो को मसलवाने का मज़ा लेती अपनी आँखे बंद किए उसके कंधे पर अपना सर रखे पड़ी रहती है, रवि फिर से अपनी दीदी के गुलाबी गालो पर अपने होंठ फेरता हुआ उसके कान मे धीरे से, दीदी मुझसे अपनी चूत मर्वओगि, पायल की साँसे उसकी यह बात सुन कर काफ़ी तेज हो जाती है पर वह अपनी आँखे बंद किए चुपचाप पड़ी रहती है, जब पायल कोई रिप्लाइ नही करती है तो रवि अपना हाथ धीरे से उसकी जाँघो को सहलाते हुए आगे बढ़ाता है और उसके हाथ मे उसकी पेंटी की कीनोर टकराने लगती है और रवि का लंड पूरी तरह तन जाता है, तभी रवि अपने हाथ को थोडा उठाकर अपनी दीदी की पेंटी मे कसी फूली हुई चूत पर रख देता है और उसके ऐसा करने से पायल की साँसे लगता था कि रुक जाएगी, पायल अपने हाथो की मुत्ठियो को कसते हुए अपनी गहरी सांसो को कंट्रोल करने की पूरी कोशिश करने लगती है, रवि ने जब अपनी दीदी की पेंटी मे कसी फूली हुई गुदाज चूत पर अपने हाथ का दबाव बढ़ाया तो उसकी चूत के फूले हुए मुलायम माँस के गरम एहसास ने उसको पागल कर दिया और रवि ने अपने मुँह को अपनी दीदी के कानो के पास ले जाकर उसकी फूली हुई चूत को पूरी तरह अपने हाथो के पंजो मे भर कर कस कर दबोचते हुए पायल के कानो मे धीरे से , दीदी तुम्हारी चूत कितनी फूली हुई है, उसकी इस हरकत से तो मानो पायल की जान ही निकल गई और उसकी साँसे रुकते -रुकते बची और उसने धीरे से अपनी जाँघो को थोड़ा खोल दिया,
    रवि अपनी दीदी की चूत को अपने हाथो से अच्छी तरह सहला रहा था और बीच- बीच मे उसकी चूत को मसल भी देता था, पायल अपनी हिम्मत बाँधे चुपचाप अपनी सांसो को कंट्रोल कर रही थी और बार-बार अपने मुँह के थूक को अपने सूखे गले से गतक्ने की कोशिश कर रही थी, रवि ने अब अपने हाथ को पायल के गले मे डाल कर उसको अपनी ओर खीच कर धीरे से सटा लिया और अपने हाथ को घुमा कर पायल के गालो को थाम कर थोड़ा उपर उठा कर उसके रसीले होंठो को चूम लिया, रवि अपनी दीदी के होंठो को चूमता हुआ धीरे-धीरे अपनी दीदी की फूली हुई चूत को सहलाने लगता है, पायल की चूत पूरी तरह गीली हो जाती है और रवि के हाथो मे अपनी दीदी की चूत का पानी लगने लगता है, रवि अपनी दीदी की चूत को थोड़ा कस कर मसलता हुआ उसके कानो के पास मुँह लगा कर, दीदी तुम्हारी चूत तो बहुत पानी छोड़ रही है, कब पिलाओगी अपनी इस नशीली बुर का रस, पायल से अब बर्दास्त करना मुश्किल हो रहा था लेकिन रवि था कि उसकी गदराई फूली चूत को सहलाता ही जा रहा था, रवि ने उस दिन सुबह 6 बजे तक जब तक की उजाला नही हो गया अपनी दीदी के होंठो को चूमता हुआ उसकी फूली चूत को सहलाता रहा, और जब कुछ उजाला हो गया तो उसने पायल को थोड़ा दूर सरका कर खुद अपने भैया से बाते करने लगा,
    लगभग 7 बजे पायल उठने का नाटक करती है और जब आँखे खोलती है तो रवि उसकी आँखो देख कर मुस्कुरा देता है रात भर जागने की वजह से पायल की आँखे लाल हो गई थी,
    रवि- मुस्कुरा कर गुड मार्निंग दीदी
    पायल- रवि की आँखो मे देखती हुई हल्के से मुस्कुराती है और अपना मुँह फाड़ कर जमहाई लेती हुई, गुड मार्निंग
    रवि- भैया कही गाड़ी रोको ना कुछ चाइ, कॉफी हो जाए,
    रोहित- ठीक है और फिर स्कार्पीओ को एक हाइवे के किनारे के ढाबे के पास खड़ा कर देता है और फिर तीनो वहाँ चाइ पीते है, चाइ पीते-पीते पायल का चेहरा कुछ सूजा हुआ लग रहा था और उसकी नज़रे सीधे रवि से ना मिलाते हुए वह अपनी चोर नज़रो से रवि को देख रही थी और रवि बिंदास अपनी दीदी को देख रहा था, तभी पायल ने जब रवि की ओर कनखियो से देखा तो रवि को अपनी ओर देखता पाया और फिर दोनो की नज़रे पूरी तरह लड़ गई और पायल ने एक हल्की सी स्माइल रवि को दी तो रवि ने रिप्लाइ मे अपनी आँख पायल की ओर मार दी, और पायल की मुस्कुराहट रवि की इस हरकत से अचानक गायब हो गई और उसने अपनी नज़रे नीचे कर ली,
    रोहित- क्या हुआ पायल तू कुछ उदास लग रही है तेरी तबीयत तो ठीक है ना
    पायल कुछ कहती उससे पहले ही रवि बोलने लगा
    रवि- कुच्छ नही भैया लगता है दीदी रात भर ठीक से सो नही पाई इसलिए उनकी नींद पूरी नही हुई है इसलिए आपको ऐसा लग रहा है रवि की बात सुन कर पायल उसकी ओर देखने लगी और अपने मन मे सोचने लगी, लगता है इस कमिने को यह पता चल गया था कि मे सोई नही हू जाग रही हू,
    रोहित- चलो कोई बात नही, अभी भी हमे 2-3 घंटे और लगेगे पहुचने मे इसलिए पायल तू चाहे तो और सो लेना
    रवि- पायल को मुस्कुरा कर देखता हुआ, नही भैया अब तो उजाला हो गया है अब दीदी नही सोएगी
    रवि की बात सुन कर पायल उसको घूर कर देखती हुई अपने मन मे, कमीना कही का मोका मिल गया तो बहुत बोल रहा है, और फिर रवि की पीठ मे एक मुक्का मारती हुई तू अपना मुँह बंद रख मे सोऊ चाहे जागु,
    रोहित- हस्ते हुए तुम दोनो की नोक झोक कभी बंद नही होती है, चलो अब चलते है और फिर तीनो स्कार्पीओ मे बैठ कर अपनी मंज़िल की ओर उड़ जाते है,
    सुबह 10 बजे करीब सभी लोग अपनी मंज़िल पर पहुच गये और फिर रोहित के बॉस ने उन लोगो का स्वागत किया और फिर सगाई की रस्म की बारी आई तो सभी निशा का इंतजार करने लगे, तभी वह हुस्न की मालिका, एक रेड कलर की साडी उस पर रेड कलर का मॅचिंग ब्लाउज, साडी को अपने उठे हुए पेट और गदराए पेट की गहराई मे घुसी हुई नाभि के काफ़ी नीचे बाँधे, अपनी मस्तानी चल चलते हुए आई तो सब की नज़रे उस पर ठहर गई, उसके मोटे-मोटे पपितो के समान दूध उसके ब्लौज को फाड़ देने की पूरी कोशिश कर रहे थे लेकिन ब्लौज के अंदर उसकी लाल कलर की ब्रा ने अपनी पूरी कसावट के साथ उन गदराई और कठोर चुचियो को अपने साथ बाँधे रखा था, उसका चेहरा उसके गुलाबी मगर भरे हुए मस्त गालो के साथ बहुत ही मादक लग रहा था और उसके रसीले होंठ इतने लाल थे कि हर कोई उसके होंठो का रस पी लेना चाहता था,
    पायल अपनी भाभी को देख कर खुस हो रही थी और रोहित भी अपनी ख़ुसी को दबा नही पा रहा था, उस फंक्षन की भीड़ मे हर कोई उस लालपरी के खूबसूरत हुस्न को ही देख रहा था और किसी की भी नज़र उसके खूबसूरत चेहरे से हट नही रही थी, लेकिन उस पूरे फंक्षन की भीड़ मे एक ही बंदा ऐसा था जो उस अप्सरा के चेहरे को देखने की बजाय उसके मांसल गदराए पेट और उसके उभरे हुए भारी चुतडो को ही सब से ज़्यादा देख रहा था और वह बंदा था एक बहुत ही बड़ा कमीना, और उस पूरी पार्टी मे एक ही लड़की थी जो उस कमिने की कमिनि नज़रो को ताड़ चुकी थी और उस लड़की का नाम था पायल,
    लेकिन यह क्या पायल को अपने भाई की इस हरकत पर नाराज़ होना चाहिए था लेकिन उसके चेहरे पर तो एक जलन के भाव उभर आए थे, और वह खा जाने वाली नज़रो से रवि को देख रही थी, तभी रवि की नज़र पायल के चेहरे पर पड़ती है और उसकी नाराज़ आँखो को देखते ही रवि उसकी मनोदशा को भाँप जाता है और पायल की ओर से तुरंत अपनी नज़रे हटा लेता है उसके इस तारह से अपनी नज़रे हटा लेने पर पायल का गुस्सा और बढ़ जाता है, तभी रोहित के बॉस कहते है क़ि भाई एक 10 मिनिट और वेट कर लेते है उनका कोई बहुत ही अज़ीज दोस्त आने वाला है उसके बाद सगाई की रस्म शुरू कर दी जाएगी,
    पायल सीधे अंदर जाती है और फिर लगभग 10 मिनिट बाद जब पायल बाहर आती है तो सारी महफ़िल की नज़रे एक बार फिर बीते हुए वक़्त को दोहराने लगती है, पायल ने भी एक रेड कलर का चुन्नी ड्रेस पहना हुआ था जिसमे उसका पूरा हुस्न कामदेव को भी अपनी और देखने के लिए मजबूर कर दे,
    रवि अपनी दीदी के इस रूप को आज पहली बार देख रहा था, पायल के गदराए हुस्न पर सभी की निगाहे देख कर भी पायल को शांति नही मिली लेकिन जब पायल ने रवि की नज़रो को अपने गदराए जवान जिस्म पर पागलो की तरह पड़ते देखी तो उसके हुस्न के साथ उसका गुरूर सातवे आसमान पर पहुच गया और रवि की ओर देख रही थी जो आँखे फाडे अपनी दीदी को देख रहा था, पायल ने रवि की ओर देख कर अपनी जीभ निकाल कर उसे चिड़ाते हुए वह मुस्कुराती हुई सीधे अपनी होने वाली भाभी निशा के पास पहुच गई और फिर अपनी भाभी का हाथ पकड़ कर उसको अपने भैया रोहित के पास लाकर खड़ा कर दिया और तीनो बाते करने लगे,
    रवि अपनी दीदी के बदले अंदाज देख कर मन ही मन खुस हो रहा था, और वह जानता था कि आज का सफ़र उसकी दीदी को कभी नही भूलने वाला है और वह अपनी दीदी की जिंदगी मे एक अहम किरदार बन चुका है, पायल अपने आप को दूसरो के साथ बिज़ी करने की पूरी कोशिश कर रही थी लेकिन उसकी नज़रे और उसका दिल उसका साथ नही दे रहा था और बार-बार वह अपनी नज़रो को सब से चुरा कर रवि की प्रतिक्रिया अपने लिए देखना चाह रही थी, रवि अब टोटली कन्फ्यूज़ हो गया था क्यो कि उसके सामने दो-दो हुस्न की मालिकाए थी वह एक को देखे या दूसरी को देखे वह समझ नही पा रहा था, तभी रवि ने पायल को अपनी और आते हुए देखा, पायल मुस्कुराती हुई रवि के पास आ गई और
    पायल- चल रवि तुझे निशा भाभी से मिलवती हू और उसका हाथ पकड़ कर अपनी भाभी की ओर चल पड़ी
    रवि अपनी दीदी को इस कदर खूबसूरत नही समझता था लेकिन आज वह अपनी दीदी को इतने करीब से देखने पर ऐसा महसूस कर रहा था जैसे वाकई कोई अप्सरा उसका हाथ पकड़ कर अपने साथ लिए जा रही हो, जब पायल अपनी भाभी के पास पहुचि तो
    पायल- भाभी देखो आपसे मिलने कौन आया है
    निशा- रवि को देख कर प्रश्नवचक नज़रिए से देखने लगी,
    रवि अपनी भाभी के गदराए छलकते हुए योवन को अपनी आँखो से देख कर अपनी आँखो से ही पीने लगा और उसे अचानक वह दिन याद आ गया जब उसने अपनी भाभी को अपनी कल्पना मे पूरी नंगी करके चोद्ते हुए मूठ मारा था, रवि अपनी भाभी के गदराए हुस्न को देखता हुआ सोचने लगा कि इसी को मेने अपने ख्यालो मे किस बेरहमी से चोदा था,
    पायल- भाभी पहचानो ये कौन है
    निशा- आइ थिंक ये रवि है
    पायल- मुस्कुरा कर एक दम सही पहचाना भाभी आपने
    रवि- अपनी आँखो से निशा के गदराए दूध को एक नज़र मारता हुआ उसके रसीले होंठो को देख कर मुस्कुराते हुए नमस्ते भाभी
    निशा- उसकी नज़रो को समझ तो नही पाई पर उसकी नज़रो का कमीनपन उसे एक पल के लिए ज़रूर नज़र आया और वह भी मुस्कुरा कर नमस्ते भैया कहती है,
    रोहित- निशा यह अपने घर मे सब से छोटा है
    रवि- पायल के दूध को उसकी आँखो के सामने देखते हुए मुस्कुरा कर, सिर्फ़ उमर मे भैया रवि के इस तरह अपने दूध को निहारने से पायल अपने मन मे खुस होते हुए उपरी तोर पर अपनी आँखे रवि को दिखाते हुए उसे देखने लगती है, कुछ देर सभी खड़े –खड़े आपस मे इंट्रो करते हुए बाते करते है, तभी रोहित के बॉस,
    बॉस- एक्सक्यूस मी लॅडीस आंड जेंटॉल्मन आज मे अपनी बेटी निशा की सगाई का ऐलान अपने खास और जूनियर रोहित के साथ करता हू, और फिर सभी तालियो की गड़गड़ाहट से बॉस की बात का समर्थन करते है और फिर दोनो लोग अपनी-अपनी रिंग एक दूसरे के हाथो मे पहना देते है, कुछ देर बाद पार्टी मे सभी लोग खाना पीना शुरू कर देते है, तभी पायल रोहित और निशा को डॅन्स करने को कहती है और एक रोमांटिक धुन के साथ वो लोग धीरे-धीरे एक दूसरे की कमर मे हाथ डाल कर डॅन्स शुरू कर देते है और रवि अपनी गदराई भाभी की तिरकति जवानी को एक और खड़ा- खड़ा देखने लगता है, तभी पायल रवि के पास आकर
    पायल- तेरा भी मन डॅन्स करने को कर रहा है क्या
    रवि- कर तो रहा है लेकिन मे किसके साथ करू, क्या तुम मेरे साथ डॅन्स करोगी
    पायल- भाव खाती हुई, डॅन्स वो भी तेरे साथ, नो वे
    रवि- क्यो मे तुम्हे अच्छा नही लगता
    पायल- मुस्कुरकर उसकी आँखो को प्यासी नज़रो से देखती हुई, नही
    रवि- पायल के हाथो को पकड़ कर अपनी और खिचता है और उसकी आँखो मे अपनी आँखे डाल कर उसे देखता है, पायल का चेहरा एक दम सीरीयस हो जाता है और वह रवि के होंठो को देखती हुई उसके कुछ कहने का इंतजार करती है, रवि उसके हाथो को अपने हाथो से दबाते हुए अपना सर उसके मुँह के करीब ले जाकर उसकी आँखो मे आँखे डाल कर, दीदी जब तुम झूठ बोलती हो तो तुम्हारे होंठ काँपने लगते है, और फिर रवि उसका हाथ छोड़ देता है और अपने भैया और भाभी की ओर चल देता है और पायल उसको देखती रहती है,
    रवि- भाभी क्या भैया के साथ ही डॅन्स करती रहोगी, मेरे साथ भी डॅन्स करो ना, और रोहित की ओर देख कर भैया प्लीज़
    रोहित- निशा को छोड़ते हुए, हा- हा क्यो नही तेरा पूरा हक है आख़िर तेरी भाभी जो ठहरी,
    रोहित निशा को वही छोड़ कर पायल की तरफ आने लगता है और
    रवि अपनी भाभी को अपनी कमिनि नज़रो से मुस्कुरा कर देखते हुए अपना हाथ उसकी और बढ़ा देता है, निशा अपने होंठो पर जबरन की स्माइल लाते हुए, अपने हाथ को रवि के हाथ मे दे देती है, रवि अपनी भाभी के हाथो को अपने हाथो मे पकड़ कर उसे अपने करीब खिचता है और फिर उसकी नंगी कमर मे अपना दूसरा हाथ डाल कर धीरे- धीरे म्यूज़िक की आवाज़ मे थिरकने लगता है,
    रवि अपने नज़रे अपनी भाभी के चेहरे की ओर जमाए हुए था लेकिन निशा अपनी नज़रे नीचे किए हुए रवि के साथ धीरे-धीरे डोल रही थी,
    रवि- भाभी मेरी तरफ देख कर डॅन्स करो ना, आप तो अपने देवेर से शर्मा रही है,
    निशा- उसकी बात सुन कर अपनी नज़रे उसके चेहरे की ओर करती है और उसकी नज़रे रवि की नज़रो से मिल जाती है, निशा को रवि की नज़रो का अंदाज कुछ अच्छा नही लगता है, पर रवि अपनी कमिनि नज़रो से अपनी भाभी के भरे हुए गालो और रसीले होंठो को बिना किसी डर के देख रहा था,
    रवि- भाभी भैया ठीक कह रहे थे
    निशा- क्या
    रवि- यही कि आप बहुत खूबसूरत हो
    निशा -अपनी नज़रो को इधर उधर करने लगती है,
    रवि- पर एक बात है भाभी
    निशा -अपनी नज़रे फिर से रवि की ओर करके उसका मुँह देख कर उसके अगली बात का इंतजार करने लगती है, जब रवि आगे कुछ नही कहता है तो
    निशा- बोलो क्या बात है
    रवि- यही कि भैया आपको जितनी खूबसूरत कह रहे थे आप उतनी खूबसूरत नही है, बल्कि आप मेरे ख्याल मे दुनिया की सबसे खूबसूरत औरतो मे से एक है, और फिर अपनी नज़रे अपनी भाभी के सामने ही उसकी मोटी-मोटी चुचियो की ओर गढ़ा कर अपने हाथ का दबाव उसकी चिकनी कमर मे बढ़ा देता है और फिर धीरे से अपनी भाभी को अपनी और खिच लेता है रवि की इस हरकत से निशा इधर उधर लोगो को देखने लगती है और उसकी साँसे थोड़ी तेज हो जाती है दूसरी ओर पायल रवि को देख-देख कर लाल हो रही थी और उसका बस नही चल रहा था नही तो वह अभी जाकर रवि की पीठ मे कस कर एक मुक्का मार देती,
    रवि- भाभी आप बहुत कम बोलती हो क्या
    निशा- अपनी नज़रो से उसे देखती हुई, क्यो
    रवि- मे जब से आपके साथ डॅन्स कर रहा हू आप कुछ भी बात नही कर रही हो, क्या आप को मेरे साथ डॅन्स करना पसंद नही है
    निशा- नही ऐसी बात नही है, और अपने मन मे रवि को देखती हुई सोचने लगती है, यह कितना बड़ा कमीना लग रहा है क्या यह सच मुच रोहित का सगा भाई है, जब से मेरे साथ डॅन्स कर रहा है इसकी नज़रे बार-बार मेरे दूध को ही घूर रही है,
    रवि- भाभी एक बात कहु
    निशा- कहो
    रवि- सच बोलना भाभी अभी आप मेरे बारे मे ही सोच रही थी ना निशा उसकी बात सुन कर अपना मुँह फाडे उसे देखने लगती है और सोचने लगती है, यह जितना कमीना लगता है यह उतना है नही यह तो कमिनो का भी कमीना है, मेरे मन तक के अंदर झाँक रहा है पता नही और क्या - क्या जान लेगा, तभी निशा रवि को देखते हुए,
    निशा- रवि अब बस करे मुझे प्यास लगी है
    रवि- अपनी भाभी के गोरे मुखड़े को देख कर मुस्कुराता हुआ, भाभी प्यासा तो मे भी हू पर अब आप कहती हो तो ठीक है जाइए अपनी प्यास बुझा लीजिए और निशा की कमर से अपना हाथ हटा लेता है, निशा जल्दी से उसके पास से दूर चली जाती है और फिर उसको कुछ रिलॅक्स महसूस होता है, निशा अपनी सांस लेते हुए अपने आप से बाते करती हुई, ओह गॉड कितना क्रिटिकल लड़का है इसकी फ़ितरत कुछ अलग ही नज़र आती है, पूरा दिन मस्ती करने के बाद रोहित रवि और पायल को वापस चलने के लिए तैयार होने को कहता है, पायल अपनी पॅकिंग करके रवि के पास आकर
    पायल- चल रवि मे तो रेडी हो गई
    रवि- उसको चुन्नी ड्रेस मे देख कर, तुमने अभी तक यही ड्रेस पहना हुआ है क्या यही पहन कर चलॉगी,
    पायल- क्यो इसमे क्या दिक्कत है
    रवि- दिक्कत तो कुछ नही है पर स्कर्ट और टॉप पहन लेती तो सफ़र मे तुम्हे कॉंफिरट महसूस होता, जाओ स्कर्ट और टॉप पहन लो, पायल उसको घूर कर देखती हुई कुछ सोचने लगती है और फिर नही मे तो इसी मे ठीक हू
    रवि- थोड़ा गुस्सा होकर पायल की आँखो मे देखता हुआ, ओफ्फ हो दीदी तुम्हारी नई ड्रेस बेकार मे खराब हो जाएगी, जाओ स्कर्ट और टॉप पहन लो,
    पायल- रवि की बात सुन कर कुछ मुश्किल मे पड़ जाती है और फिर सोचने लगती है, कमीना कितना खराब है स्कर्ट पहनने को इसलिए कह रहा है कि रात को मेरी चूत को आराम से सहला सके, सच तो यह था कि पायल की चूत भी यह सब सोच कर फूलने लगी थी, और वह तो नही चाह रही थी कि वह अपनी ड्रेस चेंज करे लेकिन उसकी चूत की मीठी-मीठी खुजली उसको ड्रेस चेंज करने पर मजबूर कर देती है,
    रवि तैयार होकर बाहर बैठा हुआ था तभी पायल को जब उसने स्कर्ट और टॉप मे बाहर आते देखा तो मुस्कुराए बिना नही रह सका और पायल भी उसके पास आकर मुस्कुराने लगी, दोनो की नज़रे एक दूसरे से मिलती है तो रवि पायल की आँखो मे देख कर उसकी ओर आँख मार देता है और पायल अपनी नज़रे इधर उधर घूमते हुए मंद-मंद मुस्कुराने लगती है,
    रवि- दीदी एक बात कहु
    पायल- उसको मुस्कुरा कर देखती हुई, क्या
    रवि- दीदी जब तुम चुन्नी ड्रेस पहनती हो तो पूरी औरत नज़र आती हो और जब तुम स्कर्ट और टॉप पहनती हो तो एक लड़की की तरह दिखने लगती हो,
    पायल- अच्छा, तो तुझे कौन ज़्यादा अच्छी लगती है लड़की या औरत
    रवि- यह बहुत मुस्किल सवाल है इसका जवाब तो मे दूँगा लेकिन अभी नही पायल उसको घूर कर देखती हुई अपने मन मे, कमिने मे सब जानती हू, तुझे तो चूत अच्छी लगती है चाहे वह औरत की हो या लड़की की
    शाम को 7 बजे करीब रोहित अपने बॉस से विदा लेकर अपने भाई और बहन को अपने साथ स्कार्पियो मे बैठा कर अपने घर की और उड़ने लगता है,


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    शाम को 7 बजे करीब रोहित अपने बॉस से विदा लेकर अपने भाई और बहन को अपने साथ स्कार्पियो मे बैठा कर अपने घर की और उड़ने लगता है,

    Ab Agey.........

    रवि अपने मुँह को अपनी दीदी की ओर करके उसको देखता रहता है और पायल की नज़रे सामने रोड पर रहती है लेकिन वह अपनी तिरछी नज़रो से रवि की नज़रो को देखती रहती है रात को करीब 10 बजे तीनो एक ढाबे पर खाना खाते है उसके बाद फिर से स्कारिओ मे सवार हो कर उड़ने लगते है, पायल सीधे बैठी हुई अपनी आँखे खोले रोड पर देखती रहती है और बीच-बीच मे रवि की ओर देख लेती है, जब वह रवि की और देखती है तो रवि को अपने आप को देखते हुए पाती है और फिर जब उसकी नज़रे रवि की नज़रो से मिलती है तो रवि के सीरीयस चेहरे को देख कर उसका भी चेहरा कुछ सीरीयस हो जाता है,
    रवि- पायल की आँखो मे देख कर अपनी मुँह को उचकाता हुआ देखता है जैसे पूछ रहा हो क्या है, और पायल उसकी आँखो मे देखती है, उसका पूरा मुँह वासना की आग मे सुलगता हुआ नज़र आ रहा था,
    रवि- पायल की ओर देख कर मुस्कुराता हुआ, दीदी लगता है आपको नींद आ रही है, लाइट बंद कर दू क्या,
    पायल- रवि की ओर देखती है और अपने सूखे होंठो को अपनी जीभ से गीला करती हुई, चुपचाप बैठी रहती है
    रवि- पायल के दूध को उसकी आँखो के सामने ललचाई नज़रो से देखता है और पायल उसकी कमिनि नज़रो को देख कर अपनी नज़रे नीचे कर लेती है, पायल रवि से कम से कम एक हाथ की दूरी पर बैठी थी,
    रवि- धीरे से दीदी
    पायल- अपनी नज़रे उठा कर रवि की और देखती है उसका मुँह काफ़ी सीरीयस लग रहा था
    रवि- अपने हाथ को अपने साइड मे सीट पर हल्के से मारते हुए अपना मुँह हिलाकर उसको अपने पास सरकने का इशारा करता है, और उसके इस तरह के इशारे से पायल का चेहरा कुछ लाल होकर और भी सीरीयस हो जाता है, जब पायल रवि को सिर्फ़ अपनी आँखे फाडे देखती रहती है, पर उसके पास नही सरकती है, तब रवि दुबारा पायल को सीट पर हाथ मार कर अपने पास आने का इशारा करता है, इसबार पायल अपनी नज़रे दूसरी ओर कर लेती है, तभी रवि अपना हाथ पकड़ कर पायल के हाथ को पकड़ कर अपनी और धीरे से खिचता है और पायल उसको घूर कर देखने लगती है, रवि कुछ फोर्से करता हुआ पायल के हाथ को खिच कर अपने पास सरक आने का इशारा करता है और पायल इस बार उससे अपना हाथ छुड़ाते हुए, धीरे से उसके थोड़ा करीब सरक कर बैठ जाती है, अब रवि और पायल के बीच सिर्फ़ एक बीते का अंतर था, पायल अपनी नज़रो को नीचे झुकाए बैठी रहती है और उसकी चूत बिना कुछ किए ही पानी छोड़ने लगती है, रवि अपनी दीदी को घूर कर देख रहा था और उसका लंड भी तन चुका था,
    रोहित- ड्राइव करते हुए, आगे की ओर ही देखता हुआ, क्या बात है तुम दोनो बहुत चुप- चुप बैठो हो नींद आने लगी है क्या, लगता है तुम दोनो काफ़ी थक गये हो
    रवि- नही भैया मुझे तो नींद नही आ रही है पर शायद दीदी को नींद आ रही है, अभी- अभी उन्होने एक झपकी भी ली थी,
    रवि की बात सुन कर पायल रवि को देखने लगती है,
    रोहित- अच्छा ठीक है तुम दोनो सो जाओ मे हल्की आवाज़ मे म्यूज़िक लगा देता हू और रोहित म्यूज़िक शुरू कर देता है, और रवि से कहता है रवि चाहो तो पीछे की लाइट ऑफ कर दो,
    रवि- जी भैया और रवि पायल को मुस्कुरा कर देखता हुआ लाइट ऑफ कर देता है,
    फिर रवि जब पलट कर पायल को देखता है तो पायल की आँखे और वासना मे डूबा हुआ उसका चेहरा उसे साफ दिखाई दे रहा था, दोनो की नज़रे एक दूसरे की आँखो को साफ देख रही थी, यहाँ तक की रवि की मुस्कुरहत भी पायल को नज़र आ गई और उसने अपनी नज़रे सामने रोड की और लगा दी, कुछ देर ऐसे ही बैठे रहने के बाद अचानक रवि ने अपने एक हाथ को पायल की मोटी गदराई जाँघ पर रख दिया और पायल एक दम से रवि को देखने लगी,
    दोनो की नज़रे मिली और रवि ने पायल को आँख मार दी, उसकी इस हरकत से पायल ने अपनी नज़रो को दूसरी और घुमा लिया, रवि धीर-धीरे अपनी दीदी की गदराई मोटी जाँघो को अपने हाथ से दबाने लगा और पायल चुपचाप बिना किसी विरोध के अपनी आँखे खोले रोड की ओर देख रही थी,
    थोड़ी देर तक रवि ने अपनी दीदी की मोटी गुदाज गदराई जाँघो पर अपना हाथ फेरा फिर उसने अपनी दीदी की कलाई को पकड़ कर अपनी और खिचना चाहा तो पायल उसको घूर कर देखने लगी, पायल का पूरा चेहरा लाल हो रहा था और उसकी साँसे भी अबनॉर्मल लग रही थी, पायल ने अपने हाथ को रवि के हाथ से छुड़ाने की कोशिश की तो रवि ने उसकी और घूर कर देखते हुए उसकी कलाई को हल्के से मोड दिया, उसके द्वारा कलाई मोड जाने का हल्का दर्द पायल के चेहरे पर दिखाई देने लगा और पायल रवि को आँखे फाडे घूर रही थी,
    तभी रवि उसके हाथो को अपने मुँह की और ले जाता है और अपने होंठो से अपनी दीदी के हाथ को चूम लेता है, पायल अपनी आँखे फाडे उसकी इस हरकत को देख रही थी और फिर एक दम से अपना हाथ अपनी ओर खिच लेती है, रवि उसकी बाँहे पकड़ कर उसको अपनी और खिचता है और पायल उसको देखती है पर उसकी ओर नही सरकती है, रवि पायल को देख कर मुस्कुरा देता है और खुद उसके पास सरक कर उससे सॅट कर बैठ जाता है और पायल अपनी आँखे सामने की ओर करके रोड की ओर देखने लगती है, रवि अपने हाथ को उसके सर के पीछे से उसके गले मे डाल कर उसके बाजू को दबाता हुआ अपनी ओर उसके जिस्म को खिच कर सटा लेता है, पायल उसकी आँखो मे देखती हुई उससे दूर हटने का प्रयास करती है तभी रवि अपने होंठो को उसके गुलाबी गाल से सटा कर उसको अपनी ओर दबाते हुए अपने होंठो से उसके गाल को सहलाने लगता है, उसकी इस हरकत से पायल की आँखे बंद हो जाती है और उसका विरोध ख़त्म हो जाता है,
    रवि थोड़ी देर तक उसके गालो को अपने होंठो से चूमता हुआ अचानक उसी हाथ से जिसको उसके गले मे डाल कर उसकी बाँहो को अपनी ओर दबाता है उसी हाथ से पायल के दूसरे साइड के गाल पर अपना हाथ लगाकर उसके मुँह को अपनी और घुमाता है और अपनी दीदी के रसीले होंठो को अपने मुँह मे भर कर चूसने लगता है, उसकी इस हरकत से पायल के हाथ पाँव काँपने लगते है और वह तड़प जाती है, रवि जब उसके होंठो को अपने मुँह से छोड़ता है तो पायल की साँसे बहुत तेज हो जाती है और वह रवि को अपने से दूर धकेलने लगती है लेकिन ना वह दूर सरकती है और ना ही उसके दूर धकेलने मे उसके हाथो मे कोई ज़्यादा ताक़त होती है, रवि उसका मुँह फिर से अपनी ओर घुमाता है और पायल की नज़रे रवि की आँखो मे देखती है और फिर पायल अपनी नज़रो को दूसरी ओर कर लेती है लेकिन रवि फिर से अपने हाथो से उसके गालो को थाम कर फिर से अपनी दीदी के रसीले होंठो को चूम लेता है, इस बार पायल थोड़ी ताक़त से रवि के मुँह को अपने हाथ से दूर धकेल देती है, रवि अपने मुँह को उसके मुँह से हटा लेता है और उसके गले मे हाथ डाले उसको देखने लगता है लेकिन पायल उससे अपनी नज़रे नही मिलाती है और गहरी- गहरी साँसे लेती हुई रोड की और देखती रहती है, पूरी गाड़ी मे एक सन्नाटा पसरा हुआ था बस म्यूज़िक की मध्यम आवाज़ ही उनकी सांसो की आवाज़ को दबा पा रही थी.
    रोहित- सामने देख कर ड्राइव करता हुआ, अरे तुम दोनो सो गये क्या,
    रोहित की आवाज़ सुन कर पायल रवि को देखने लगती है, और रवि पायल को देख कर
    रवि- नही भैया मे जाग रहा हू जबकि दीदी सो गई है,
    रवि की बात सुन कर पायल रवि के बाजू मे एक मुक्का मारती है और जल्दी से सीट से टिकते हुए अपना सर टिका कर अपनी आँखे बंद कर लेती है रवि पायल की इस हरकत को देख कर मंद-मंद मुस्कुराने लगता है, और पायल के आँख बंद किए हुए खूबसूरत हुस्न को अपनी नज़रो से देखने लगता है, कुछ देर बाद पायल अपनी आँखे धीरे से खोल कर रवि की ओर देखती है तो रवि उसे ही घूर रहा था, पायल रवि को अपनी और देखती है और उसके चेहरे पर एक मुस्कान आ जाती है और वह फिर अपनी आँखे बंद कर लेती है, रवि धीरे से अपने सर को सीट से टिकाते हुए अपने हाथ को पायल की गदराई मोटी जाँघ पर रख कर धीरे-धीरे अपने हाथ को उसकी जाँघ पर फेरने लगता है और पायल अपनी आँखे बंद किए रहती है, तभी रवि पायल की जाँघो को थोड़ी ताक़त से दबाते हुए अपने मुँह को उसके कान के पास ले जाकर धीरे से उसके कान मे
    रवि- दीदी सो गई क्या
    पायल- अपनी आँखे खोल कर मुस्कुराते हुए उसके चेहरे को अपने कान से दूर हटते हुए उसको घूर कर देखती है. रवि अपने दूसरे हाथ से पायल की बाँहो को अपनी और दबाता हुआ अपने मुँह को फिर से उसके कान के पास लेजा कर
    रवि- दीदी एक बार मुझसे चिपक जाओ ना और पायल के जिस्म को अपने उपर खिचते हुए उसको कस कर अपने जिस्म से चिपका लेता है और पायल उससे दूर हटने का प्रयास करती है, तभी रवि उसके रसीले होंठो को अपने होंठो मे भर कर कस कर उसके होंठो को चूसने लगता है और पायल के हाथ पाँव ढीले हो जाते है, तभी रवि अचानक अपनी दीदी के रसीले होंठो को पीता हुआ अपने दूसरे हाथ से अपनी दीदी की मोटी- मोटी कसी हुई एक चुचि को अपने हाथो मे भर कर कस कर दबाने लगता है,
    उसकी इस हरकत से पायल पागल हो जाती है और एक दम से रवि से कस कर चिपक जाती है, रवि अपनी दीदी को कस कर अपनी बाँहो मे भर लेता है और पागलो की तरह उसकी कसी हुई दोनो चुचियो को बारी-बारी से दबाता हुआ उसके रसीले होंठो का रस पीने लगता है, पायल की चूत रवि की इस हरकत से पानी - पानी हो जाती है और रवि का मोटा लंड पेंट फाड़ने का प्रयास करने लगता है,
    रवि अपनी दीदी के रसीले होंठो को चूमता हुआ जी भर कर उसकी गदराई कसी हुई चुचियो को कस-कस कर दबाता रहता है, फिर रवि जब पायल के होंठो को आज़ाद करता है तो एक दम से पायल को होश आता है और वह रवि को दूर धकेल देती है और रवि की ओर देखने लगती है जो ड्राइव करने मे मस्त था,
    रवि- पायल का हाथ पकड़ कर अपनी और खिचता है तो पायल अपना हाथ छुड़ाते हुए उसको घूर कर अपनी आँखे दिखाती है, रवि उसको जबरन अपनी ओर खिचने की कोशिश करता है और पायल उसको धकेल कर सीट के एक दम कोने मे जल्दी से जाकर बैठ जाती है और रवि को देख कर मुस्कुराने लगती है,
    रवि अपने मुँह के इशारे से उसको अपने पास आने को कहता है चुकी रवि अपने भैया के जस्ट पीछे होता है इसलिए वह पायल की ओर नही जा सकता था क्यो कि यदि रोहित एक दम से अपनी गर्दन पीछे की ओर घुमाता तो उसकी नज़र उन दोनो पर पड़ सकती थी, रवि इशारे से पायल को अपने पास आने को कहता है लेकिन पायल दूर बैठी मुस्कुराती हुई उसको अपना अगुंता दिखती है, रवि वही से अपना हाथ बढ़ा कर पायल के हाथ को पकड़ने की कोशिश करता है तो पायल अपना हाथ अपनी पीठ के पीछे छुपा लेती है,
    तभी रवि उसकी जाँघो पर हाथ बढ़ा कर एक चींटी काट देता है और पायल गुस्सा खाकर उसके बाजू मे एक मुक्का मारती है, और उसके मुँह से ज़ोर से निकल जाता है, कमीना कही का,
    रोहित- क्या हुआ पायल नींद मे क्यो बड़बड़ा रही है,
    रोहित की आवाज़ सुन कर पायल झट से अपनी आँखे बंद करके सोने का नाटक करने लगती है और रवि उसको देख कर मुस्कुराने लगता है, तभी रवि अपने हाथ को बढ़ा कर पायल की स्कर्ट को उसकी जाँघो से उठा देता है और पायल अपनी स्कर्ट नीचे करती हुई रवि को अपनी आँखे निकाल कर देखती है तो रवि उसको दूर से ही चूमने का इशारा करता है, पायल उसकी ओर अपनी जीभ निकाल कर मुँह चिड़ाती है,
    रवि इशारे से उससे रिक्वेस्ट करता हुआ दीदी एक बार मेरी बाँहो मे आओ ना, पायल- उसको मारने का इशारा करती हुई धीरे से बुदबुदाती है, कमीना कही का,
    तभी रवि पायल की ओर इशारा करके अपने दिमाग़ पर अपनी उंगली लगाते हुए मुस्कुराता है और भैया कही गाड़ी रोको ना मुझे बहुत ज़ोर से पेशाब आया है, उसकी बात सुन कर पायल उसको देखने लगती है और जैसे ही रोहित गाड़ी को स्लो करके साइड मे लगाता है पायल सोने की आक्टिंग करने लगती है, रोहित गाड़ी से उतर कर नीचे आ जाता है और रवि भी उतर कर एक साइड मे पेशाब करने लगता है, दो मिनिट तक दोनो भाई बाहर की हवा लेते है उसके बाद रोहित फिर से ड्राइविंग सीट पर आकर बैठ जाता है पर रवि इस बार जिधर पायल बैठी थी उधर का गेट खोलता है और पायल थोड़ी सी आँख खोल कर रवि को देखती है तभी रवि पायल की मोटी गान्ड मे एक चींटी काट देता है जिससे पायल उछल कर दूसरी ओर सरक जाती है और रवि जल्दी से गाड़ी के अंदर पायल से सॅट कर बैठ जाता है और पायल उसको घूर कर देखती हुई दूसरी तरफ सरक जाती है, अब पायल रोहित के बिल्कुल पीछे हो जाती है और रवि अपने माइंड की ओर इशारा करता हुआ पायल को देख कर मुस्कुराता है, पायल उसको देख कर मुस्कुराते हुए, अपने मन मे कमीना कितना स्मार्ट है मानना पड़ेगा,
    स्कार्पीओ अपनी रफ़्तार से उड़ी जा रही थी और पायल जो की सीट के बिल्कुल किनारे एक कोने मे सिमटी हुई अपने चेहरे पर एक गहरी खामोशी लेकिन आँखो मे चमक और होंठो पर हल्की मगर प्यारी सी मुस्कान लिए बैठी थी, रवि अपनी दीदी के अंदाज़े हुस्न को देख कर मस्त हो रहा था और बड़ी ही कातिल निगाहो से देखती हुई अपनी दीदी को मुस्कुरा कर देख रहा था, तभी रवि धीरे से अपनी दीदी की ओर सरकता है और उसकी दूरी अपनी दीदी से कुछ कम हो जाती है और पायल की मुस्कान बढ़ने लगती है, रवि धीरे से थोड़ा और सरकता है और उसकी दूरी उसकी दीदी से थोड़ी और कम हो जाती है और पायल की मुस्कान और बढ़ जाती है, अब रवि अपने हाथो की दो उंगलियो को सीट पर किसी घोड़े की तरह धीरे-धीरे दौड़ाते हुए अपनी दीदी की मोटी जाँघो तक पहुचा देता है और इस बार पायल की मुस्कान एक दम से गायब हो जाती है और उसका चेहरे पर एक अजीब सी सूजन आ जाती है और उसके होंठ काँपने लगते है और उसकी आँखो की पुतलिया अपने नियंत्रण को खो कर इधर उधर मटकने लगती है,
    रवि अपने पूरे हाथ को अपनी दीदी की मोटी- मोटी गदराई हुई मखमली जाँघो पर रख देता है और पायल की साँसे कुछ तेज होने लगती है यह बात उसके मोटे-मोटे कसे हुए दूध उपर नीचे होकर बताने लगते है, रवि धीरे से पायल की स्कर्ट को उसकी जाँघो से उपर चढ़ाने लगता है और पायल अपने आपको उससे बचाने की कोशिश करने लगती है, तभी
    रवि- भैया मे भी सो जाउ मुझे भी नींद आ रही है,
    रोहित- ठीक है रवि
    पायल रवि को मुस्कुरा कर देखती है और रवि अपनी दीदी के बिल्कुल करीब आ जाता है और उसके चेहरे को अपने हाथो मे भर कर उपर उठाता है, पायल रवि की आँखो मे घूर कर देखती है उसके चेहरे से हसी गायब हो चुकी होती है, रवि जैसे ही अपनी दीदी के होंठो पर अपने होंठ रखता है पायल अपनी आँखे बंद कर लेती है, रवि अपनी दीदी को अपनी ओर खिचता है और पायल बिना किसी विरोध के रवि के करीब सरक जाती है और रवि उसके मोटे-मोटे दूध को अपने हाथो मे भर कर कस कर दबाता हुआ अपनी दीदी के रसीले होंठो को चूस-चूस कर उसका रस पीने लगता है, पायल अपनी आँखे बंद किए हुए अपने होंठो का रस अपने भाई को पिलाती रहती है और रवि अपनी दीदी के मस्त-मस्त कसे हुए आमो को मसलता रहता है, रवि अपने हाथ को अपनी दीदी के गले मे डाल कर उसे अपने सीने से चिपका कर उसके रसीले होंठो को पिए जा रहाथा, कुछ देर बाद रवि अपनी दीदी के होंठो और गालो को अपने होंठो से चूमता हुआ उसके टॉप के दो बटन खोल कर अपने हाथ को अपनी दीदी के नंगे दूध पर जैसे ही रखता है पायल की साँसे रुकने लगती है और रवि को जब अपनी दीदी की मोटी- मोटी लेकिन एक दम सख़्त और कठोर चुचियो का स्पर्श मिलता है तो रवि पागल होने लगता है और अपनी दीदी के कठोर दूध को अपने हाथो मे पूरा भर कर उनको कस- कस कर दबाते हुए उनका रस निचोड़ने लगता है. रवि की इस हरकत से पायल की चूत से ढेर सारा पानी बहने लगता है और वह रवि के जिस्म से अपने जिस्म को कस कर चिपकाने की कोशिश करती है, रवि अपनी दीदी के नंगे दूध को कस-कस कर अपने हाथो से मसलता रहता है, तभी रवि अपने हाथ को अपनी दीदी की चुचियो से बाहर निकाल कर उसकी कमर मे हाथ डाल कर उसे थोड़ा अपनी और खीच कर उसके रसीले होंठो को अपने मुँह मे भर कर अपनी दीदी की जबरदस्त मोटी और गदराई जाँघो को अपने हाथो मे भर-भर कर मसल्ने लगता है और अपने हाथ को थोड़ा पीछे लेजा कर जब अपनी दीदी की मोटी गान्ड को दबोचता है तो रवि को मज़ा आ जाता है वह अपनी दीदी की स्कर्ट को उपर तक चढ़ा कर उसकी गदराई जाँघो और फैली हुई गान्ड को अपने हाथो मे भर -भर कर मसल्ते हुए अपनी दीदी के होंठो को चूमने लगता है,
    कुछ देर बाद रवि अपनी दीदी के होंठ चूस्ते हुए जैसे ही अपना हाथ अपनी दीदी की पेंटी मे कसी हुई फूली चूत पर रख कर अपनी दीदी की फूली हुई चूत को एक दम से अपने हाथो मे भर कर दबाता है तो पायल एक दम पागल हो जाती है और अपनी जीभ बाहर निकल कर अपने भाई के मुँह मे दे देती है और रवि अपनी दीदी की रसीली जीभ को अपने मुँह मे भर कर उसकी फूली हुई गदराई चूत को अपने हाथो मे भर कर दबोच-दबोच कर मसल्ने लगता है, पायल पूरी मस्ती मे आ जाती है और अपनी जीभ को अपने भाई के मुँह मे देती हुई अपनी जाँघो को थोड़ा सा फैला देती है जिससे रवि का हाथ पूरी तरह अपनी दीदी की पेंटी मे कसी हुई गदराई चूत पर कस जाता है, तभी रवि अपनी दीदी की स्कर्ट के अंदर से ही हाथ डाले-डाले अपने हाथ को अपनी दीदी के पेट की तरफ ले जाकर अपनी दीदी की पेंटी के एलास्टिक मे अपना हाथ भर कर एक दम से अपनी दीदी की नंगी फूली हुई चूत को अपने हाथो मे भर लेता है और उसकी इस हरकत से पायल सिहर जाती है और अपने भाई का दूसरा हाथ खुद ही पकड़ कर अपने दूध पर रख लेती है और अपने भाई के मुँह मे अपनी रसीली जीभ को अंदर तक भरने की कोशिश करने लगती है,
    रवि अपनी दीदी की रसीली जीभ का रस पीते हुए अपने एक हाथ से उसके मोटे-मोटे दूध को कस-कस कर दबोचता हुआ अपने दूसरे हाथ से उसकी मखमली चिकनी फूली हुई चूत को मसल्ने लगता है, तभी जब रवि अपनी दीदी की फूली हुई चूत की फांको के बीच की गहराई मे अपने हाथो की उंगलियो को भरता है तो पायल पागल हो जाती है और ज़ोर से सीस्याना चाहती है लेकिन उसकी जीभ अपने भाई के मुँह मे होने की वजह से वह सीसीया नही पाती है और रवि अचानक अपनी दो उंगलिया अपनी दीदी की चूत के छेद मे भर देता है और पायल अकड़ जाती है और उसका शरीर कमान की तरह तन जाता है जिससे उसकी कठोर और बड़ी-बड़ी चुचिया और कठोर होकर बाहर की तरफ और ज़्यादा तन जाती है, ऐसी कसी हुई तनी चुचियो को दबाने मे रवि को आनंद आ जाता है और वह अपनी दीदी की चूत मे अपनी उंगली डाले हुए हुसके होंठो को चूमता रहता है, पायल के होंठ चूस-चूस कर रवि बिल्कुल लाल कर देता है, पायल अपना मुँह उसके होंठो से हटा लेती है और उसके गले से चिपक जाती है रवि अपनी दीदी की चूत मे अपनी उंगली को डाले हुए उसके मोटे-मोटे दूध को दबाता हुआ, उसके कान मे धीरे से, दीदी मेरी तरफ देखो और उसके चेहरे को अपने हाथो से पकड़ कर अपने मुँह के सामने लाता है,
    पायल अपनी आँखे बंद किए हुए बैठी रहती है और रवि उसके होंठो को चूमता है और फिर अपना मुँह हटाता है,
    फिर दुबारा उसके होंठो को चूमता है और फिर हटाता है, तब पायल अपनी आँखे खोल कर रवि को देखती है, अचानक रवि उसकी चूत मे डाली हुई उंगली को निकाल कर अपनी जीभ से पायल के सामने चाटता है तो पायल मारे शर्म के मुस्कुराकर रवि के सीने से चिपक जाती है,
    रवि उसको अपनी बाँहो मे भर कर उसके मोटे- मोटे दूध को कस-कस कर मसल्ते हुए रवि उसकी चूत मे फिर से अपनी उंगली डाल कर सहलाने लगता है, पायल की चूत पानी छोड़ने लगती है और रवि पायल को सीट से टीका कर आराम से उसकी टाँगे फैला कर बैठा देता है और उसकी पेंटी को एक साइड सरका कर उसकी चूत को अपनी उंगलियो से सहलाता हुआ पायल को देखता है, पायल अपनी आँखे खोल कर रवि को देखती है और रवि अपनी दीदी की चूत के रस से भीगी हुई उंगलियो को अपनी दीदी को दिखा कर अपने होंठो से चाट लेता है, पायल पूरी मस्त हो चुकी थी और रवि की इस हरकत को देख कर थोड़ा मुस्कुराकर फिर से अपनी आँखे बंद कर लेती है और अपनी जाँघो को फैलाए हुए अपने भाई से अपनी चूत मसल्वाती रहती है,
    दोनो को इसी तरह मस्ती मारते-मारते रात के 2 बज जाते है और कब स्कार्पीओ उनके गेट के सामने जाकर पहुच जाती है उन्हे पता भी नही चलता है, तभी
    रोहित- अरे भाई अब जाग जाओ घर आ गया है, रोहित की आवाज़ सुन कर पायल हड़बड़ा कर अपनी स्कर्ट नीचे करती है और रवि जबरन जमहाई खाते हुए उठ कर बैठते हुए जानबूझ कर पायल की चुचियो को पकड़ कर मसल्ते हुए दीदी उठो घर आ गया और पायल उसकी हरकत पर मुस्कुरा कर उसका हाथ अपनी चुचियो से हटा कर उसको एक मुक्का उसकी पीठ पर मारती हुई, कमीना कही का, और फिर तीनो स्कार्पीओ से उतर कर अपना-अपना समान लेकर घर के अंदर एंटर हो जाते है.


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  8. #8
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    Re: KAMINA

    KAMINA

    रोहित की आवाज़ सुन कर पायल हड़बड़ा कर अपनी स्कर्ट नीचे करती है और रवि जबरन जमहाई खाते हुए उठ कर बैठते हुए जानबूझ कर पायल की चुचियो को पकड़ कर मसल्ते हुए दीदी उठो घर आ गया और पायल उसकी हरकत पर मुस्कुरा कर उसका हाथ अपनी चुचियो से हटा कर उसको एक मुक्का उसकी पीठ पर मारती हुई, कमीना कही का, और फिर तीनो स्कार्पीओ से उतर कर अपना-अपना समान लेकर घर के अंदर एंटर हो जाते है.

    Ab Agey.........

    रात काफ़ी हो गई थी इसलिए सब अपने-अपने बेड पर जाते ही सो गये, सुबह-सुबह रवि और पायल कॉलेज के लिए चल देते है, कॉलेज पहुच कर पायल सीधे क्लास की ओर जाने लगती है,
    रवि- दीदी
    पायल-पलट कर क्या है
    रवि- दीदी तुम आज ठीक से बात क्यो नही कर रही हो
    पायल- मेरी मर्ज़ी, और तुनक कर चल देती है
    रवि- अपने आप से बात करता हुआ, ये लोंदियो की जात ही साली ऐसी होती है, रात को तो गान्ड मराने को तैयार हो गई थी और अभी ऐसा लग रहा है जैसे मुझे जानती ही नही, फिर भी रवि की नज़र अपनी दीदी के मटकते चुतडो से हटी नही जब तक की वह उसकी नज़रो से ओझल नही हो गई,
    क्लास मे पहुच कर रवि की नज़र सबसे पहले उस सीट पर पहुचि जहाँ सोनिया बैठती थी, रवि ने देखा कि सोनिया अपनी कॉपी मे कुछ लिख रही थी, वह अपनी सीट पर जाकर बैठ गया, कुछ देर तक वह सोनिया को देखता रहा फिर अचानक सोनिया ने नज़रे उठा कर रवि की ओर देखा और दोनो की नज़रे मिली तो सोनिया मुस्कुरा दी,
    रवि अपने मन मे चलो ये तो कम से कम लाइन पर है, आज वैसे काफ़ी सेक्सी लग रही है, खुले हुए बाल, भरा हुआ चेहरा ऐसा लग रहा है आज मc मे है,
    रवि- अपने पास बैठे चस्मे वाले लड़के से यार एक बात पुच्छू
    अजय- अपने चश्मे की आड़ से रवि को देखता हुआ पूछो
    रवि- यार ये मc का क्या मतलब होता है
    अजय- कुछ सोच कर, यार अभी तक तो सर ने ये टॉपिक पढ़ाया ही नही है वैसे कौन से चॅप्टर मे है यह टॉपिक
    रवि- अपना सर पकड़ कर, तेरी मम्मी है घर मे
    अजय- हॅ
    रवि- जाकर अपनी मम्मी से पूछना क्यो कि यह टॉपिक हमारी बुक मे नही है, इसके बारे मे तो तेरी मम्मी ही बता पाएगी
    अजय- लेकिन पूछुगा क्या
    रवि- यही कि मम्मी जी मc का औरतो से क्या संबंध होता है
    अजय- क्यो मc का संबंध औरतो से होता है क्या
    रवि- हाँ यह औरतो का एक सबसे महगा गहना होता है, अपना खून देकर इस गहने की कीमत चुकाना पड़ती है
    अजय- तो क्या मेरी मम्मी ने यह गहना खरीदा होगा
    रवि- अबे जब तेरी मम्मी 12-13 साल की होगी तभी यह गहना उसने खरीद लिया होगा, यह गहना ना होता तो तू मेरे बगल मे चश्मा लगाए ना बैठा होता,
    अजय- अपन सर खुजाते हुए, यार तुम बहुत गोल- मोल बाते करते हो
    रवि- अच्छा तुझे अभी मालूम करना है क्या
    अजय- हाँ
    रवि- तो एक कम कर वो जो सोनिया बैठी है ना वह इस टॉपिक की एक्सपर्ट है जा उससे जाकर पूछ कि सोनिया क्या आज तुम मc मे हो
    अजय- तो क्या वह बता देगी
    रवि- ओफ़कौरसे यार वह अभी के अभी तुझे बता कर तेरा कन्फ्यूषन दूर कर देगी
    अजय- ओके और अजय सोनिया के पास जाता है,
    अजय- हेलो सोनिया
    सोनिया- हाई
    अजय- सोनिया मे एक सवाल पूछ सकता हू
    सोनिया- पूछो
    अजय- सोनिया क्या आज तुम मc मे हो
    सोनिया- सटाक, अजय के गाल पर ऐसा थप्पड़ मारती है कि पूरी क्लास मे उसकी आवाज़ गूँज जाती है और अजय चुपचाप अपनी सीट छोड़ कर अपना मुँह दबाए हस्ता हुआ बाहर निकल जाता है और उधर सोनिया भी उसके बेहूदा सवाल से नाराज़ होकर बाहर आ जाती है, पर अजय यह नही समझ पाता है कि आख़िर मेने ऐसा क्या कह दिया कि सोनिया ने इतना ज़ोर का थप्पड़ मेरे गाल पर जड़ दिया,
    रवि- हाई सोनिया
    सोनिया- मुस्कुरा कर, और रवि कैसे हो
    रवि- मे तो अच्छा हू लेकिन तुम मुझे कुछ ठीक नही दिखाई दे रही हो
    सोनिया- क्यो
    रवि- तुम्हारा चेहरा देख कर लगता है कि तुम मुझे मिस कर रही थी
    सोनिया- मुस्कुरा कर मे और तुम्हे मिस करू
    रवि- क्यो मे मिस करने लायक नही हू क्या
    सोनिया- मिस तो मे पायल को कर रही थी, कहाँ है वह
    रवि- वो तो अपनी क्लास मे है, चलो हम लोग एक-एक कॉफी लेते है
    सोनिया- नही मेरा मन नही कर रहा है
    रवि- तो फिर क्या इरादा है
    सोनिया- कुछ नही अभी कुछ देर बाद वापस क्लास मे जाउन्गि पर तुम क्लास से बाहर क्यो आ गये
    रवि- ताकि तुम भी मेरे पीछे आ जाओ
    सोनिया- हेलो मे कोई आपके पीछे नही आई हू
    रवि- उसके दूध को उसकी नज़रो के सामने देख कर सोनिया तुम बहुत खूबसूरत हो सच तो यह है कि मे ही तुम्हारे पीछे आ जाता हू
    सोनिया- देखो रवि मुझे इन बातो मे कोई दिलचस्पी नही है सो प्लीज़ मुझसे यह सब बाते ना किया करो
    रवि- अच्छा मे तुमसे एक बात कहना चाहता हू लेकिन तुम्हे वादा करना होगा कि तुम किसी से नही कहोगी
    सोनिया- कुछ सोच कर अच्छा ठीक है वादा रहा,
    रवि- सोनिया मे तुम्हे पूरी नंगी देखना चाहता हू रवि की बात सुन कर सोनिया सुन्न रह जाती है और वह एक दम से गुस्से मे आकर चल देती है
    रवि- सोनिया सुनो तो
    सोनिया- लीव मे अलॉन और आज के बाद मुझसे बात नही करना
    रवि- सोनिया का हाथ पकड़ कर सुनो तो
    सोनिया- अपना हाथ छुड़ा कर, डॉन'ट टच मी
    रवि- बट आइ लव यू सोनिया
    सोनिया- वॉट यू मीन आइ लव यू, तुम लव जैसे शब्द के लायक नही हो और उसका भी मज़ाक उड़ा रहे हो
    रवि- वो कैसे
    सोनिया- एक तरफ कहते हो कि मुझसे प्यार करते हो और दूसरी तरफ तुम्हारे मुँह से गंदी बाते मेरे लिए निकलती है
    रवि- अच्छा एक बात सही-सही बताओ अगर तुमने सही जवाब दे दिया तो मे मान लूँगा कि मे प्यार करने के लायक नही हू, जो लड़का जिस लड़की से प्यार करता है वह उससे राखी बँधवाएगा या फिर उसको नंगी देखेगा
    सोनिया- मे नही जानती मुझे जाने दो
    रवि- अच्छा यह तो बता दो कि फिर कब दिखा रही हो अपने इस गदराए हुस्न का जलवा और उसके सामने ही उसकी तनी हुई मोटी-मोटी चुचिया देखने लगता है,
    सोनिया- वाकई मे रवि तुम बहुत बड़े कमिने हो
    रवि- यह मेरे सवाल का जवाब नही हुआ
    सोनिया- मे जा रही हू और तेज -तेज कदमो से चल देती है, रवि भी उसके पीछे चल देता है, सोनिया कॉलेज की लाइब्ररी मे घुस जाती है और रवि भी उसके पीछे वाहा पहुच जाता है, सोनिया एक बुक लेकर पढ़ने लग जाती है और रवि उसके सामने जाकर बैठ जाता है और उसे घूर कर देखने लगता है, सोनिया अपनी नज़रे किताबो पर गढ़ाए रहती है और रवि उसको मुस्कुराते हुए देखता रहता है, कुछ देर बाद सोनिया अपनी नज़र उठा कर रवि को देखती है तो रवि उसे आँख मार देता है, सोनिया जल्दी से अपनी नज़रे फिर से किताब मे लगा देती है, तभी रवि टेबल के नीचे से अपने पेर को आगे बढ़ा कर सोनिया की स्कर्ट उसके पेरो पर चढ़ाता हुआ उसकी गोरी- गोरी पिंडालियो पर अपने पेर फेरने लगता है,
    सोनिया उसकी हरकत को देख कर गुस्से मे अपनी आँखे निकाल कर रवि को दिखती है और रवि उसकी और मुस्कुरा कर अपने पेर पीछे खिच लेता है सोनिया फिर से अपनी नज़रे बुक पर लगा देती है तो रवि फिर से उसकी गोरी पिंडालियो को अपने पेर की पंजो से सहलाने लगता है और सोनिया इस बार फिर से उसको घूर कर देखती हुई अपने पेरो को थोड़ा पीछे खिचती है तो रवि अपने पेरो को थोड़ा सा और आगे करते हुए सोनिया की जाँघ तक पहुचा देता है,
    सोनिया उसकी इस हरकत पर उसे आँखे दिखाती हुई उसके पेरो को अपने परो से एक लात मारती है और उठ कर चल देती है, रवि उसके पीछे जाकर लाइब्ररी के गेट के बाहर उसका हाथ पकड़ लेता है,
    सोनिया- अपना चेहरा गुस्से से लाल करते हुए अपनी आँखे निकाल कर, रवि छोड़ो मेरा हाथ
    रवि- सोनिया को मुस्कुरा कर देखते हुए, मेरी जान तुम नही जानती कि जब तुम गुस्से मे होती हो तो कितनी खूबसूरत लगती हो,
    सोनिया- अपनी आँखे दिखाते हुए, रवि मे कहती हू मेरा हाथ छोड़ो,
    रवि- एक शर्त पर
    सोनिया- अपना हाथ छुड़ाने की कोशिश करती हुई मुझे तुम्हारी कोई शर्त नही सुनना है,
    रवि- ठीक है तो जब तक मेरी शर्त नही सुनोगी मे हाथ नही छोड़ूँगा
    सोनिया- कसमसा कर अच्छा बोलो क्या शर्त है
    रवि- कल मेरे साथ मूवी देखने चलना होगा
    सोनिया- मे नही जाउन्गि
    रवि- तो ठीक है मे जब तक हाथ नही छोड़ूँगा जब तक तुम हाँ नही कहोगी
    सोनिया- अपने हाथ को छुड़ाने की कोशिश करती हुई, प्लीज़ रवि छोड़ दो सब देख रहे है,
    रवि- पहले हाँ कहो
    सोनिया- अच्छा बाबा चलूगी अब तो छोड़ो
    रवि- देखो अपनी बात से पलटना नही वरना, उसके सामने उसके मोटे-मोटे दूध को देखता हुआ, अगली बार मे कुछ और पाकडूँगा और फिर छोड़ूँगा नही
    सोनिया- अपना हाथ छुड़ा कर, रवि तुम बहुत कमिने हो
    रवि- थॅंक्स फॉर कॉंप्लिमेंट और फिर अब चलो एक-एक कॉफी हो जाए और सोनिया उसके साथ चल देती है
    कॉलेज छूटने के बाद रवि, पायल को लेकर घर आ जाता है और घर आकर अपनी दीदी का हाथ पकड़ते हुए,
    रवि- दीदी क्या बात है तुम मेरे साथ ऐसा बिहेव क्यो कर रही हो,
    पायल- रवि मुझे अकेला छोड़ दे मे तुझसे कोई बात नही करना चाहती और अपना हाथ छुड़ा कर अपने रूम की ओर जाने लगती है, रवि दौड़ कर उसके पीछे जाकर उसका हाथ फिर से पकड़ता हुआ,
    रवि- दीदी आख़िर बात क्या है, कल तक तो तुम बिल्कुल ठीक थी फिर आज अचानक क्या हो गया
    पायल- कल तूने मेरे साथ जो किया वह ठीक नही किया और अब तू मुझसे दूर रह, मुझे तुझसे कोई बात नही करनी
    रवि- दीदी पर उस बात के लिए मे अकेला ज़िम्मेदार नही हू उसके लिए तुम भी उतनी ही कसूर वार हो जितना कि मे
    पायल- हाँ मुझसे ग़लती हुई है, लेकिन अब मे उस बात को याद नही करना चाहती और प्लीज़ रवि अब मुझे परेशान मत कर मुझे अकेला छोड़ दे,
    रवि- पायल को अपनी और खिचता हुआ, दीदी अब मे तुमसे दूर नही रह सकता
    पायल- रवि छोड़ मुझे, और उसे दूर धकेल देती है
    रवि- पायल को अपनी और खिच कर उसके रसीले होंठो को चूम लेता है, और पायल का मुँह जैसे ही चूम कर छोड़ता है
    पायल- सटाक से एक तगड़ा तमाचा रवि के मुँह पर मारती हुई गुस्से से रवि को देख कर एनफ, बहुत हो गया, और रवि को उंगली दिखाती हुई अगर आगे से तूने ऐसी हरकत की तो मुझे भैया से कहने मे ज़रा भी देर नही लगेगी, और उसे धक्कादेती हुई निकल जा मेरे रूम से,
    रवि- अपना सा मुँह लेकर बाहर आकर सोफे पर बैठ जाता है और पायल अपने बेड पर लेट कर रोने लगती है,
    रवि- बाहर बैठ कर अपने आप से बाते करता हुआ, जाने क्या समझती है अपने आप को, हिम्मत है तो भैया से बता कर देख, नही-नही उसका कोई भरोसा नही है बता भी सकती है, पर अचानक इसको हुआ क्या, कल तो कितने प्यार से मुस्कुरा कर मुझसे चिपक रही थी, लेकिन अब इसे क्या हो गया, रवि वही बैठ कर टीवी चालू कर लेता है और अपने गाल को सहलाते हुए अपनी दीदी के मारे गये थप्पड़ का अफ़सोस करता रहता है, करीब आधे घंटे बाद पायल बाहर आती है और सीधे किचन मे जाकर कॉफी बनाने लगती है और थोड़ी देर बाद दो कप कॉफी लेकर आती है, रवि अपने मुँह को टीवी की ओर लगा देता है और पायल की ओर नही देखता है, पायल भी रवि के पास एक कप कॉफी रख कर उसके सामने सोफे पर बैठ जाती है और कॉफी पीने लगती है, पायल भी रवि को सिर्फ़ एक बार देख कर अपने नज़रे नीचे किए हुए कॉफी पीने लगती है, रवि उसकी दी हुई कॉफी की तरफ देखता भी नही है और टीवी देखता रहता है,
    पायल जब आधी कॉफी पी लेती है तब अपनी नज़र उठा कर रवि की ओर देखती है तो रवि टीवी को देख रहा था, पायल अपनी आँखे निकाल कर
    पायल- कॉफी क्यो नही पीता है ठंडी हो रही है
    रवि- उसकी बात का कोई जवाब नही देता है और अपनी नज़रे टीवी की ओर ही लगाए रहता है
    पायल- फिर से अपनी कॉफी पीने लगती है और कॉफी ख़तम करके उठ कर उसके भरे हुए कप को उठा कर किचन मे ले जाती है, पर रवि उसकी और कोई ध्यान नही देता है,
    रात को खाने की टेबल पर रोहित और पायल बैठे होते है
    रोहित- रवि कहाँ है वह खाना नही खाएगा क्या
    पायल- मे देखती हू और उठ कर रवि के रूम मे जाती है और रवि अपने बेड पर उल्टा लेटा हुआ था, पायल दरवाजे के पास से ही आवाज़ लगा कर रवि खाना खा ले भैया तेरा वेट कर रहे है,
    रवि- मुझे भूख नही है
    पायल- थोड़ा करीब जाकर उसके सामने खड़ी होकर, ज़्यादा नाटक मत कर और चल के खाना खा ले,
    रवि- पायल को गुस्से से देखता हुआ, मेने कहा ना मुझे भूख नही है, और अगर होती भी तो मे नही ख़ाता,
    पायल- को थोड़ी हसी आ जाती है और वह, तू उठता है की मे जाकर भैया को बता दू
    रवि- उठ कर पायल को गुस्से से देखता हुआ, हाँ जाओ बता दो मे किसी से नही डरता,
    पायल- देख रवि मे आख़िरी बार पूछ रही हू, खाना खाएगा कि नही
    रवि- नही
    पायल- जा मत खा मुझे क्या, और तुनक कर वापस आ जाती है,
    रोहित- क्या हुआ उसकी तबीयत तो ठीक है ना
    पायल- लगता है उसका पेट गड़बड़ है कह रहा है उसे आज खाने का मन नही है
    रोहित- चलो कोई बात नही, लाओ मुझे खाना दो और फिर रोहित खाना खाने लगता है पर पायल का मन दुखी हो जाता है और वह रवि को भूखा सोच कर परेशन होने लगती है और उससे भी खाना ठीक से खाया नही जाता है,
    रोहित- क्या बात है तेरा भी पेट गड़बड़ है क्या
    पायल- एक दम सकपका कर नही तो
    रोहित- तो फिर एक ही रोटी को 10 मिनिट से चिड़िया की तरह चुग-चुग कर क्यो खा रही है
    पायल- अपनी नज़रे नचाते हुए जल्दी से एक बड़ा सा कौल तोड़ कर खाने लगती है
    खाना खाने के बाद पायल अपने रूम मे बैठ कर उलझन मे नज़र आती है जब उसका मन नही मानता तो वह एक थाली मे खाना लेकर रवि के दरवाजे पर जाती है लेकिन दरवाजा अंदर से लॉक होता है, पायल धीरे से दरवाजे को एक दो बार खटखटाती है लेकिन रवि कोई रेस्पॉन्स नही देता है और फिर पायल मजबूर होकर वापस आ जाती है,
    पायल अपने बेड पर लेटी हुई खुद से बाते करती हुई, लगता है मेने रवि के साथ ज़्यादा सख्ती दिखा दी, मुझे उसे प्यार से समझाना चाहिए था, और फिर पिछली रात को हुई उसके और रवि के बीच की घटना को सोचने लगती है, और अपने मन मे ग़लती तो मेरी भी थी और मेने सारा दोष रवि के सर पर मढ़ दिया, लेकिन मुझे ऐसा नही करना चाहिए था, और यही सब बाते सोचती हुई पायल सो जाती है,

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  9. #9
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    Re: KAMINA

    KAMINA

    पायल अपने बेड पर लेटी हुई खुद से बाते करती हुई, लगता है मेने रवि के साथ ज़्यादा सख्ती दिखा दी, मुझे उसे प्यार से समझाना चाहिए था, और फिर पिछली रात को हुई उसके और रवि के बीच की घटना को सोचने लगती है, और अपने मन मे ग़लती तो मेरी भी थी और मेने सारा दोष रवि के सर पर मढ़ दिया, लेकिन मुझे ऐसा नही करना चाहिए था, और यही सब बाते सोचती हुई पायल सो जाती है,

    Ab Agey...........

    सुबह-सुबह पायल अपने भैया का टिफिन तैयार करके देती हुई, भैया अब शादी की डेट कब तक फिक्स होगी
    रोहित- जूते पहनता हुआ, पायल बॉस तो जल्दी ही कोई डेट निकलना चाहते है, पर मे सोच रहा हू कि इतनी जल्दी क्या है
    पायल- अरे भैया अब इसमे जल्दी और देर वाली बात कहा है, मे तो चाहती हू कि आप जल्दी से भाभी को हमारे घर मे ले आओ, तो मुझे भी एक साथी मिल जाएगी,
    रोहित- अच्छा मतलब मे आपकी हेल्प के लिए शादी कर लू
    पायल- मुस्कुराते हुए, ऐसी बात नही है भैया, पर जब भाभी इस घर मे आ जाएगी तो घर मे एक रोनक सी आ जाएगी
    रोहित- पायल के सर पर हाथ फेरता हुआ, अरे वह तो आ जाएगी पर अब हमे तेरी भी शादी के बारे मे सोचना पड़ेगा
    पायल- शरमाते हुए, मुझे नही करना शादी-वादी
    रोहित- मे भी तुझे अपने से अलग नही करना चाहता पर शादी तो एक दिन सभी को करनी ही होती है, पर फिकर मत कर जब तक तू अपनी पढ़ाई पूरी नही कर लेती मे तुझ पर कोई प्रेसर नही डालुगा,
    पायल- मुस्कुरा कर थॅंक यू भैया और फिर रोहित अपना बॅग लेकर बाहर निकल जाता है,
    पायल- रवि के रूम मे जाती है तो रवि सो रहा था, पायल उसको आवाज़ लगा कर, रवि उठ जा आज कॉलेज नही जाना क्या, चल जल्दी से उठ कर तैयार हो जा मे भी नहाने जा रही हू,
    पायल की बात सुन कर रवि अपनी आँखे खोलता है और पायल बाहर जाकर सीधे बाथरूम मे घुस जाती है, रवि एक पल के लिए पायल को बाथरूम मे नंगी देखने का सोचता है लेकिन फिर गुस्से के मारे वह अपना इरादा बदल देता है और जाकर सोफे पर बैठ जाता है, कुछ देर बाद पायल नाहकार निकलती है और उसके बदन पर सिर्फ़ एक टॉवेल होता है, पायल रवि के सामने से उस देखती हुई जाती है लेकिन रवि उसकी ओर कोई ध्यान नही देता है, पायल उसको मुस्कुरा कर देखती हुई अपने रूम मे चली जाई है, जब रवि बाथरूम मे जाता है तो पायल की उतरी हुई पेंटी और ब्रा को देखता है जो नीचे पड़ी हुई थी रवि गुस्से से उसकी ब्रा और पेंटी को अपने पेर से दूर करता हुआ, नहाना शुरू कर देता है और फिर तैयार होकर पायल को अपनी बाइक मे बैठा कर कॉलेज पहुच जाता है, पायल जैसे ही उसकी बाइक से नीचे उतरती है रवि अपनी बाइक को आगे बढ़ा देता है और पायल से कुछ दूर जाकर अपनी बायक को पार्क करने के बाद सीधे अपनी क्लास मे चला जाता है और पायल उसको खड़ी हुई देखती रह जाती है,
    क्लास मे सोनिया रवि की ओर बार-बार देख रही थी लेकिन रवि का आज मूड अपसेट था और वह सोनिया की ओर नही देख रहा था, सोनिया आज उसमे इतना बदलाव देख कर कुछ समझ नही पा रही थी और जैसे ही क्लास छुट्टी है रवि जल्दी से बाहर निकल कर केफे मे जाकर एक टेबल पर बैठ जाता है, कुछ देर बाद वहाँ पायल और सोनिया साथ-साथ आती है और एक दूसरी टेबल पर आमने-सामने बैठ जाती है,
    तभी सोनिया की नज़र रवि पर पड़ती है, और वह
    सोनिया- पायल वो देख रवि वहाँ बैठा है उसे भी यही बुला ले ना,
    पायल- तू ही बुला ले मेरे बुलाने पर वह नही आएगा
    सोनिया- क्यो क्या हो गया
    पायल- मुस्कुरा कर कुछ नही आज वह थोड़ा मुझसे नाराज़ है
    सोनिया- हाँ तभी आज काफ़ी अपसेट लग रहा है
    पायल- तू जाकर उसको बुला ला
    सोनिया- ना बाबा ना, उसका मूड वैसे भी अपसेट है कही मुझ पर ही ना बिगड़ जाए
    पायल- अरे डरती क्यो है, वह मुझसे नाराज़ है तुझे कुछ नही कहेगा
    सोनिया- अच्छा ठीक है और सोनिया रवि के पास जाकर
    सोनिया- हाय रवि
    रवि- उसको देख कर जबरन अपने होंठो पर मुस्कान लाता हुआ, हाय
    सोनिया- क्या बात है आज कुछ अपसेट लग रहे हो
    रवि- मुस्कुरकर नही ऐसी तो कोई बात नही है
    सोनिया- चलो वहाँ चल कर बैठते है
    रवि- उसके साथ चल देता है और जब वह पायल को वहाँ बैठा देखता है तो वह कुछ सोचने लगता है और तभी पायल उसको देख कर एक स्माइल देती है तो रवि उसकी ओर से अपना मुँह हटा लेता है तीनो एक साथ बैठ जाते है और रवि सोनिया की ओर देख रहा था, और सोनिया रवि को देख कर मुस्कुराते हुए, रवि कॉफी तो ऑर्डर कर दो,
    रवि -उसकी बात सुन कर कॉफी ऑर्डर करता है
    सोनिया- क्या बात है रवि आज तुम अपसेट क्यो हो
    रवि- सोनिया को मुस्कुरा कर देखते हुए, नही ऐसी कोई बात नही है
    सोनिया- पर पायल तो कह रही थी कि तुम उससे नाराज़ हो
    रवि- पायल की ओर देखता है और पायल उसको देख कर मुस्कुरा देती है, रवि अपनी नज़रे उसकी ओर से हटा कर, सोनिया को देखता हुआ, यह मेरी दीदी है इनसे मे क्यो नाराज़ होने लगा
    पायल- तो फिर तेरा मुँह क्यो फूला हुआ है
    रवि- पायल को देख कर, तुम्हे इससे क्या मेरा मुँह फूला हो चाहे नही
    पायल- मुस्कुराते हुए, चल अपना मुँह ठीक कर ऐसा फूला हुआ मुँह अच्छा नही लगता है,
    सोनिया- ओफ्फ हो पायल अब तुम दोनो यही मत झगड़ने लगना,
    पायल- मुस्कुराकर अरे तुम नही जानती सोनिया यह बड़ा बदमाश है और रवि को देखने लगती है
    रवि- पायल को घूर कर देखता है कॉफी पीने के बाद तीनो वापस अपनी क्लास मे आ जाते है और फिर रवि से अब रहा नही जाता है और वह सोनिया को फिर से देखने लगता है और सोनिया जब उसकी ओर देखती है तो समझ जाती है कि रवि उसके मोटे- मोटे दूध को खा जाने वाली नज़रो से देख रहा है तभी दोनो की नज़रे एक दम से मिलती है और रवि सोनिया को देख कर एक स्माइल देता है और सोनिया भी रिप्लाइ कर देती है तभी बाहर से एक उसकी ही क्लास की लड़की अंदर आती है जिसके दूध बहुत ज़्यादा मोटे होते है और रवि अपनी कमिनि नज़रो को रोक नही पाता है और उसके मोटे-मोटे थनो को देखने लगता है तभी सोनिया रवि की नज़रो को देख लेती है और फिर जैसे ही रवि सोनिया को देखता है तो मुस्कुरा देता है और सोनिया उसको देख कर मुस्कुराती हुई, अपने होंठ हिलाकर बुदबुदाती हुई वाकई बहुत बड़ा कमीना है किसी को भी नही छोड़ता है, पता नही अपनी दीदी को भी छोड़ता होगा कि नही, तभी वह सोचने लगती है कि आख़िर पायल और रवि के बीच क्या झगड़ा चल रहा है जो रवि उससे नाराज़ है, कही रवि ने पायल के साथ कोई ऐसी वैसी हरकत तो नही कर दी, फिर नही- नही मे भी क्या सोचने लगी भला एक भाई अपनी बहन के साथ ऐसा क्यो करेगा, फिर कुछ सोचते हुए रवि की कमिनि नज़रो को देख कर, कर भी सकता है इसके कमिने पन का कोई भरोसा नही है,
    कॉलेज छूटने के बाद पायल रवि की बाइक के पास खड़ी उसका वेट कर रही थी तभी रवि सोनिया के साथ बाहर आता दिखाई देता है और रवि सोनिया से खूब हस-हस कर बात कर रहा था, और सोनिया भी हस-हस कर उसके जवाब का रिप्लाइ दे रही थी, पायल को उन दोनो का इस तारह हस-हस कर बाते करते हुए सॅट कर चलना अच्छा नही लगा और वह उन्हे घूर कर दूर से देख रही थी तभी रवि, सोनिया के साथ उसकी स्कूटी के पास पहुच कर सोनिया के हाथ को पकड़ कर उससे कुछ कहने लगता है और सोनिया अपनी गर्दन को नीचे झुका कर मुस्कुराने लगती है, पायल उन दोनो की इन हर्कतो से ना जाने क्यो जल जाती है और रवि की बाइक को एक लात मारती है लेकिन उल्टा उसके ही पेर मे लग जाता है, थोड़ी देर बाद सोनिया अपनी स्कूटी मे बैठ जाती है और रवि उसको देख कर मुस्कुराता हुआ उसको हाथ हिला कर बाइ करता है, और पायल की ओर चल देता है, पायल काफ़ी गुस्से मे लग रही थी और जब रवि उसके पास आकर उसको देखता है तो पायल अपनी आँखे निकल कर रवि को घूर कर देख रही थी, रवि उसकी परवाह ना करते हुए अपनी बाइक स्टार्ट करता है और पायल उसके पीछे बैठ जाती है और रवि अपने घर की ओर उड़ जाता है,
    घर पहुच कर रवि सोफे पर टिक कर बैठ जाता है और पायल उसके पास आकर,
    पायल- गुस्से से रवि को देखती हुई, बहुत चिपक-चिपक के बात कर रहा था सोनिया से,
    रवि- उसको अपनी आँखो से देखता हुआ, मेरी मर्ज़ी मे किसी से भी बात करू तुम्हे उससे क्या
    पायल- तेरी जो मर्ज़ी हो वह कर मुझे क्या करना है और अपने पेर पटकती हुई अपने रूम की ओर जाने लगती है और रवि उसकी गदराई मोटी गान्ड को देख कर मुस्कुराने लगता है, और अपने मन मे सोचने लगता है, हाई दीदी तुम्हारी इस गदराई गान्ड को देख कर ही तो तुम्हारा भाई तुम पर मर मिटा है, दीदी तुम्हारी गान्ड तो इतनी खूबसूरत है कि मे अब तुम्हे पूरी नंगी करके जब तक तुम्हारी गान्ड और चूत को कस-कस कर नही चोद लेता मुझे चैन नही आएगा और अपने खड़े लंड को अपने हाथो से दबाता हुआ, देखो दीदी तुम्हारे मस्ताने फैले हुए चुतडो का असर, कि तुम्हारे गदराए चुतडो की मतकती थिरकन देख कर मेरा लोडा कैसे तुरंत खड़ा हो जाता है,
    पायल कुछ देर अपने रूम मे पड़ी रहती है लेकिन उसका मन नही लगता और वह उठ कर बाहर आ जाती है, रवि सोफे पर बैठा टीवी देख रहा था और पायल उसके पास जाकर,
    पायल- रवि कॉफी पिएगा,
    रवि- नही
    पायल- रवि के सामने बैठ कर उसे देखने लगती है और रवि उसे नीग्लेट करता हुआ टीवी पर अपनी नज़रे जान बुझ कर लगाए हुए था,
    पायल- रवि कल हम दोनो मूवी देखने चले
    रवि- नही
    पायल- क्यो
    रवि- मेरा मन नही है
    पायल- बहुत अच्छी मूवी लगी है, इसी साल की है
    रवि- टीवी देखता हुआ कौन सी
    पायल- कमिने
    रवि, पायल की ओर घूर कर देखने लगता है और पायल मुस्कुरा कर मे तुझे नही कह रही हू , सच्ची मूवी है,
    रवि- फिर से टीवी की ओर देखने लगता है
    पायल- रवि बोल ना चलेगा ना
    रवि- सोचुगा
    पायल- अब इसमे सोचना क्या है
    रवि- चलूँगा पर सोनिया भी साथ जाएगी
    पायल- उसको गुस्से से घूर कर देखती हुई, अब यह सोनिया कहाँ से बीच मे टपक पड़ी
    रवि- मेने उसे मूवी दिखाने का वादा किया है,
    पायल- अपना मुँह बनाती हुई, मुझे नही जाना उसके साथ
    रवि- ठीक है तो हम दोनो ही चले जाएगे
    पायल- जब मे तेरे साथ चल रही हू तो उसके साथ जाने की तुझे क्या ज़रूरत है
    रवि- मे उसे अब ना नही कह सकता
    पायल- तो ठीक है जा दिखा उसे खूब मूवी और तुनक कर किचन मे चली जाती है,
    रवि पायल को इस तरह जलते देख कर खुश हो जाता है, कुछ देर बाद पायल दो कप मे कॉफी लेकर आती है और रवि को एक कप उसके हाथ की ओर बढ़ाती हुई ले, रवि उसके हाथ से कॉफी ले लेता है,
    पायल- प्लीज़ रवि क्या हम दोनो नही चल सकते
    रवि- पायल को घूर कर देखते हुए तो क्या उसको मना कर दू
    पायल- रवि को देख कर, क्या वह तेरी खास दोस्त बन गई है
    रवि- पायल को देख कर, दीदी वह मुझे बहुत खूबसूरत लगती है, इसलिए मे उसे बहुत पसंद करता हू
    पायल- रवि की बात सुन कर उसकी आँखो मे देखती है और फिर कॉफी पीते हुए क्या तू उससे प्यार करता है
    रवि - इस बार पायल की आँखो मे देखता है, पायल का चेहरा एक दम निराश सा महसूस होता है, रवि उसको देख कर अपनी नज़रो को टीवी की ओर लगाते हुए, अभी मे इस बारे मे कुछ नही कह सकता, लेकिन शायद वह भी मुझे बहुत पसंद करती है,


    पायल- रवि यह सब ठीक नही है तुझे लड़कियो के चक्कर मे नही पड़ना चाहिए और अपनी पढ़ाई पर ध्यान देना चाहिए
    रवि- दीदी मुझे क्या करना है और क्या नही यह मे अच्छी तरह से जानता हू
    पायल- उसको गुस्से से देखती हुई, क्या खाक जानता है, कल से तू उससे मिलना बंद कर दे
    रवि- क्यो
    पायल- उसकी ओर देखती हुई , बस ऐसे ही
    रवि- पर क्यो
    पायल- एक दम से, क्यो कि मुझे तेरा उससे मिलना बिल्कुल अच्छा नही लगता
    रवि- पायल की आँखो मे देख कर लेकिन मेरे उससे मिलने से तुम्हे क्या प्राब्लम है,
    पायल- रवि अब मे तुझे कैसे सम्झाउ और रवि की आँखो मे देखने लगती है
    रवि- मुस्कुरा कर पायल की आँखो के सामने उसके दूध को घूर कर, मे उससे दूर नही रह सकता दीदी मुझे उसके वो बहुत अच्छे लगते है,
    पायल- रवि की बात और उसकी नज़रो का इशारा अपने दूध की ओर देख कर अपनी नज़रे नीचे करती हुई, रवि उसके साथ कुछ ग़लत हरकत मत करना वह एक अच्छी लड़की है,
    रवि- मुस्कुरा कर क्यो अच्छी लड़कियो के उनको नही छूना चाहिए
    पायल- रवि की आँखो मे देख कर, रवि वह एक समझदार लड़की है वह तुझे अपने आप को कभी नही छूने देगी
    रवि- पायल की आँखो मे देख कर मुस्कुराता हुआ, क्यो तुम समझदार नही थी क्या
    पायल को उसकी बात सुन कर अपनी ग़लती का एहसास होता है और वह रवि की ओर देख कर, अपने चेहरे को सीरियस बना कर, देख रवि वह एक ग़लती से होने वाला हादसा था और मे उस हादसे को भूल जाना चाहती हू
    रवि- मुस्कुरा कर पायल की आँखो मे देखता हुआ, पर दीदी मे तो यह चाहता हू की ऐसे हादसे हमेशा होते रहे और मे तो उस हादसे को जिंदगी भर याद रखना चाहता हू,
    पायल रवि की बात सुन कर अपनी नज़रे नीचे कर लेती है और फिर कुछ देर बाद अपनी नज़रे उपर करके ठीक है बोल देना सोनिया को कि वह भी हमारे साथ मूवी देखने चले,
    रवि- पायल के मोटे-मोटे दूध को अपनी ललचाई नज़रो से पायल के सामने ही घूरता हुआ, पर दीदी मे तो तुम्हारे साथ अकेला ही मूवी देखने जाना चाहता हू,
    पायल- उसको अपनी आँखे निकाल कर दिखाती हुई, मुझे नही जाना तेरे साथ अकेले
    रवि- पायल की आँखो मे देख कर थोड़ा मुस्कुराता हुआ, क्यो अपने भाई से डर लगता है
    पायल- मुस्कुराते हुए खड़ी होकर, अपने पेरो की ओर इशारा करते हुए, तुझसे डरे मेरी जूती, और फिर अपनी गदराई गान्ड को अपने भाई के सामने हिलाते हुए किचन मे कप रखने जाने लगती है और रवि अपनी दीदी के भारी-भारी उठे हुए चुतडो को घूर कर मटकते देखने लगता है और पायल एक दम से पलट कर रवि को देखती है जो उसके चुतडो को खा जाने वाली नज़रो से देख रहा था, पायल रवि को देख कर मुस्कुराए बिना नही रह पाती है और उसके मुँह से निकलता है कमीना कही का, और फिर वह किचन मे चली जाती है,
    जब वह किचन से बाहर आकर वापस सोफे पर बैठ जाती है और रवि की ओर मुस्कुरा कर देखने लगती है तो रवि उसको देख कर अपने आप से बात करता हुआ, सच दीदी बहुत खुजली है तुम्हारी चूत मे यह तुमने साबित कर दिया, लेकिन अब की बार तुम्हारा यह कमीना भाई ग़लती नही करेगा, अब की बार तुम्हारा भाई तुम्हे इतना मजबूर कर देगा कि तुम खुद मेरी बाँहो मे आकर मुझसे यह कहोगी कि रवि आज अपनी दीदी को पूरी नंगी करके खूब कस-कस कर चोद भैया मे तेरे बिना मर जाउन्गी, प्लीज़ रवि मुझे पूरी नंगी करके अपने उपर चढ़ा ले और अपनी दीदी को खूब कस-कस कर चोद दे भैया, रवि, पायल के दूध को उसकी आँखो के सामने देखते हुए सोफे पर लेट जाता है और अपनी नज़रो से पायल के पेरो से लेकर चेहरे तक का मुआयना करता हुआ पायल की गोरी- गोरी पिंडालियो को देखता है फिर पायल के तने हुए मोटे-मोटे चुचो को घूर कर देखता है, पायल रवि की कमिनि नज़रो को देख कर अपनी नज़रे इधर-उधर मटकाने लगती है और फिर घुमा कर रवि की आँखो मे देखने लगती है, रवि पायल के मोटे-मोटे दूध को ललचाई नज़रो से घूर-घूर कर देख रहा था,
    पायल- रवि की और आँखे दिखाती हुई, ऐसे क्यो घूर रहा है मुझे, खा जाएगा क्या
    रवि- पायल की आँखो मे देख कर, मे जो चाहता हू तुम करने ही कहा देती हो
    पायल- तुझे शर्म नही आती अपनी बहन को इस तरह देखते हुए
    रवि- पायल की आँखो मे मुस्कुरा कर देखता हुआ, क्यो मे क्या देख रहा हू
    पायल- ज़्यादा स्मार्ट मत बन मे सब जानती हू
    रवि- क्या जानती हो
    पायल अपने मन मे, यही कि तू मुझे चोदना चाहता है, मेरी चूत को चाटने के लिए मरा जा रहा है, कमीना कही का
    रवि- अब चुप क्यो हो गई बोलो ना क्या जानती हो
    पायल- मुश्कुरा कर कुछ नही
    रवि- अच्छा दीदी एक बात कहु
    पायल- क्या
    रवि- दीदी, भाभी बहुत सुंदर है ना
    पायल- अपने मन मे कमीना कही का तुझे भाभी नही भाभी की मोटी गान्ड सुंदर लगती है, पर जैसे तू मुझे चोदने की नज़र से देखता है इस तारह अगर भाभी को देखा तो भाभी तेरा मुँह तोड़ देगी
    रवि- दीदी तुम क्या सोचने लग जाती हो
    पायल- मुस्कुरकर यही कि तू कितना कमीना है
    रवि- अब कमीनापन वाली बात कहाँ से आ गई
    पायल- तो फिर क्यो कह रहा है कि भाभी बड़ी सुंदर है
    रवि- ये लो अगर मेने भाभी को सुंदर कह दिया तो इसमे मे कमीना कैसे हो गया
    पायल- तू क्या अपने आप को बहुत स्मार्ट समझता है क्या मे जानती नही कि तेरी नज़रे तेरे अंदर का सब हाल बया कर देती है,
    रवि- अच्छा तो क्या तुम मेरी नज़र को पढ़ लेती हो
    पायल- हाँ
    रवि- उसके दूध को घूरता हुआ तो बताओ अब मेरी नज़रे क्या कह रही है
    पायल- यही कि तू मेरे हाथ से जूते खाएगा
    रवि- दीदी जब देखो तुम मुझे मारने की बात करती हो, क्या मे तुम्हे इतना बुरा लगता हू
    पायल- अपना मुँह बनाते हुए नही तू तो बड़ा अच्छा है तेरी तो आरती उतरना चाहिए
    रवि- पायल की आँखो मे मुस्कुरकर देखता हुआ, दीदी मे तुम्हे अच्छा लगू या नही पर तुम मुझे कल से बहुत अच्छी लगने लगी हो,
    रवि की बात सुन कर पायल मुस्कुराए बिना नही रह पाती है और अपने पास मे पड़ा तकिया उठा कर रवि को मारते हुए कमीना कही का तू कभी नही सुधर सकता है,
    रवि- अपने आप को बचाते हुए मुस्कुराता हुआ, दीदी एक तो खुद आगे रह कर बिगाड़ती हो, फिर मुझे कमीना भी कहती हो
    पायल- मुस्कुरा कर सच मे रवि तू बहुत कमीना है और उठ कर अपने रूम की ओर जाने लगती है, तभी रवि उसका हाथ पकड़ कर अपनी और खिचता है और पायल उसको धकेल्टी हुई हस कर अपने रूम की ओर भाग जाती है
    शाम को रोहित जब वापस आता है तो
    रोहित- पायल-रवि कहाँ हो तुम दोनो,
    पायल- क्या हुआ भैया आ गये आप
    रोहित- हाँ भाई आ गया और यह लो तुम दोनो के लिए मिठाई ले कर आया हू
    पायल- अरे वा कुछ खास बात है क्या,
    रोहित- हाँ वो क्या है ना,
    पायल- रूको भैया मे बताती हू, आपकी शादी की डेट फिक्स हो गई यही ना
    रोहित- मुस्कुराता हुआ, हाँ आज से ठीक 15 दिन बाद बॉस ने शादी की तारीख पक्की कर दी है इसलिए अब हमारे पास बहुत कम समय है और तू तो जानती ही है कि मुझे टाइम मिलेगा नही इसलिए रवि और तुझे मिल कर ही सब अरेंज करना पड़ेगा और हाँ तुम दोनो अपने खास दोस्तो को ज़रूर इन्वाइट कर देना दो दिन बाद शादी के कार्ड भी आ जाएगे,
    पायल- खुस होती हुई भैया आप फिकर ना करो रवि और मे सब अरेंज कर देंगे, मे अभी रवि को यह खूसखबरी सुनाती हू और पायल दौड़ कर रवि के रूम की ओर भाग जाती है
    रवि अपने बेड पर लेटा हुआ था पायल उसके पास जाकर
    पायल -ले रवि अपना मुँह खोल
    रवि- क्या बात है ये मिठाई कौन लाया
    पायल- पहले मुँह तो खोल और फिर रवि के मुँह मे मिठाई डालती हुई, रवि भैया की शादी की डेट तय हो गई है 15 दिन बाद शादी है,
    रवि पायल को इतना खुस देख कर उसके चेहरे को गौर से देखता हुआ,
    रवि- दीदी एक बात कहु
    पायल- मुस्कुराते हुए क्या
    रवि- पायल का हाथ पकड़ कर दीदी जब तुम इस तरह ख़ुसी से मुस्कुराती हो ना तब तुम मुझे बहुत खूबसूरत लगती हो रवि की बात सुन कर पायल की हसी थोड़ी सिकुड जाती है और वह रवि की आँखो मे देखने लगती है
    रवि- दीदी एक बात और कहु
    पायल- रवि की ओर सीरियस होकर देखती हुई क्या
    रवि- खड़ा होकर पायल के करीब आता है और पायल अपने हाथो मे मिठाई का डब्बा लिए अपनी आँखे फाडे रवि को प्रश्नत्मक तरीके से देखती है और रवि पायल की दोनो बाँहो को अपने हाथ से पकड़ता हुआ, दीदी आइ लव यू
    उसकी बात सुन कर पायल जाने लगती है तो रवि उसकी बाँहो को नही छोड़ता है और उसे अपनी ओर धीरे से खिचता है
    पायल- रवि को देख कर रवि छोड़ मुझे जाने दे
    रवि- दीदी मे तुम्हे चूमना चाहता हू
    पायल- रवि मे मार दूँगी
    रवि- प्लीज़ दीदी एक किस दे दो
    पायल- रवि मेरा हाथ छोड़
    नही तो अभी भैया को बुला लूँगी
    रवि- उसका हाथ छोड़ते हुए दीदी तुम अपनी सुंदरता का घमंड दिखाती हो
    पायल- क्यो मेरी सुंदरता क्या तेरे लिए है
    रवि- पायल के गालो को अपने हाथो से सहलाता हुआ, दीदी इस सुंदरता पर मेरे सिवा किसी का हक नही है
    पायल- उसका हाथ हटाते हुए, क्यो मे तेरी बीबी हू जो मुझ पर तेरा हक है, अपने होश मे रहा कर नही तो किसी दिन इतने जूते खाएगा की सब भूल जाएगा, बड़ा आया मेरी सुंदरता पर अपना हक जताने वाला, कमीना कही का, और पलट कर बाहर जाने लगती है,
    रवि- पीछे से उसे आवाज़ लगा कर, दीदी एक दिन तुम्हे इस कामीने की बाँहो मे आना ही पड़ेगा, और पायल पलट कर उसे अपने हाथ का अंगूठा दिखाती हुई, अपनी जीभ दिखा कर, थगा, सपने देख, सपने पर पूरे नही होने वाले, कमीना कही का और मुस्कुरा कर पायल उसके रूम से अपनी गदराई गान्ड हिलाती हुई बाहर चली जाती है

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    Re: KAMINA

    KAMINA

    दीदी एक दिन तुम्हे इस कामीने की बाँहो मे आना ही पड़ेगा, और पायल पलट कर उसे अपने हाथ का अंगूठा दिखाती हुई, अपनी जीभ दिखा कर, थगा, सपने देख, सपने पर पूरे नही होने वाले, कमीना कही का और मुस्कुरा कर पायल उसके रूम से अपनी गदराई गान्ड हिलाती हुई बाहर चली जाती है

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    कॉफी हाउस मे पायल और सोनिया बैठ कर बात कर रही थी तभी रवि उन्हे देख कर उनके पास आ जाता है,
    और अपनी दीदी को मुस्कुरा कर देखते हुए हाय सोनिया
    सोनिया- हेलो रवि
    रवि- क्या बात है आज बहुत खुस दिख रही हो,
    सोनिया- हाँ आज मेरे मम्मी-पापा मेरे गाँव से मुझसे मिलने आ रहे है
    रवि- तो क्या वो गाँव मे रहते है
    सोनिया- हाँ मे यहा हॉस्टिल मे अकेली रहती हू
    रवि- क्या बात है, क्या तुम्हारे हॉस्टिल मे लड़को का आना आलोव है
    सोनिया- क्यो
    रवि- क्यो कि कभी मेरा मूड तुमसे मिलने का हुआ तो मे तुम्हारे हॉस्टिल मे ही आ जाउन्गा ना, और पायल को मुस्कुरा कर देखता हुआ क्यो दीदी मेने ठीक कहा ना
    सोनिया- नही-नही मेरे हॉस्टिल मे लड़को के आने पर पाबंदी है, हाँ अगर लड़का भैया हो तो आ सकता है, और पायल हस्ते हुए अगर तुम मेरे भैया बन कर आना चाहो तो आ सकते हो
    रवि- वेरी फन्नी, और पायल की आँखो के सामने उसके मोटे-मोटे कसे हुए गदराए दूध को घूर कर देखते हुए, मेरी तो एक ही प्यारी बहन है जिसे मे बहुत प्यार करता हू, क्यो दीदी है ना,
    पायल- उसको घूर कर देखते हुए, सोनिया से भी रखी बँधवा लेगा तो कोई बुराई नही है
    रवि- सोनिया की आँखो के सामने उसके मस्ताने थनो को देखते हुए, दीदी मे सोनिया से रखी तो बँधवा लेता लेकिन अब बहुत देर हो चुकी है, क्यो सोनिया मे ठीक कह रहा हू ना
    सोनिया रवि की बात सुन कर झेप जाती है और अपनी नज़रे नीचे कर लेती है
    पायल- क्यो तेरा सोनिया से शादी करने का इरादा है क्या
    रवि- मुस्कुरा कर सोनिया को देखता हुआ,
    दीदी यदि सोनिया को कोई ऐतराज ना हो तो मे तो रेडी हू, क्यो सोनिया क्या बोलती हो
    सोनिया- हस कर शादी और वो भी तुमसे
    रवि- क्यो क्या बुराई है मुझमे
    पायल अपने मे सोचती हुई बुराई तुझमे नही तेरे कमिने पन मे है
    सोनिया- वो बात नही है, पर शादी का फ़ैसला तो मेरे मम्मी-पापा ही करेगे,
    रवि अपने मन मे डार्लिंग तुम्हारी मस्तानी चूत फाड़ने का फ़ैसला भी तुम्हारे मा-बाप ही करेगे क्या, तुम क्या जानो की मे अपनी दीदी की उठी हुई मस्तानी गान्ड को फाड़ने और तुम्हारे खूबसूरत हुस्न का रसीला रस पीने के लिए कितना तड़प रहा हू, तुम दोनो मस्त रसीली चुतो के बीच मे जब भी बैठता हू मेरा लंड खड़ा ही रहता है,
    रवि- अच्छा वो सब छोड़ो चलो आज हम तीनो मूवी देखने चलते है, क्यो दीदी
    पायल- तुम लोग जाओ मेरा मूड नही है
    सोनिया- मेरा भी मूड नही है
    रवि- अरे चलो ना, अपना मूड बना लो वैसे भी मूवी अच्छी है, दीदी प्लीज़ चलो ना,
    पायल- कुछ सोच कर चल ठीक है, चल सोनिया आज देख लेते है
    सोनिया- लेकिन
    पायल- अरे अब चल ना और फिर तीनो मोविए देखने सिनिमा हाल मे पहुच जाते है
    रवि दोनो के बीच मे बैठ जाता है और फिर पर्दे पर मूवी चालू हो जाती है, आज पहली बार तीनो मे से किसी का भी मन मूवी मे नही लग रहा था और तीनो अपनी नज़रो को तिरछा करके एक दूसरे को देखने की कोशिश कर रहे थे, रवि अपने आप से बात करता हुआ, क्या करू दोनो तरफ कसे हुए माल बैठे है किसके मोटे-मोटे दूध पर हाथ फेरू, एक काम करता हू दीदी ज़्यादा सादी बनती है ना आज इसी को जलाता हू और रवि थोड़ा तिरछा होकर सोनिया की ओर घूम जाता है और अपने हाथ को सोनिया की सीट के उपर रख कर अपनी उंगलियो की हरकत धीरे- धीरे सोनिया के दूसरी तरफ के बाजू पर करने लगता है और सोनिया उसके उंगलियो का स्पर्श जैसे ही अपने बदन पर महसूस करती है उसकी पुरानी याद ताज़ा हो जाती है और उसकी चूत मे एक जिर्झिरि सी दौड़ जाती है और उसके दूध के निप्पल मे अचानक एक कडपन आने लगता है,
    रवि अपनी उंगलियो को पूरी हथेली मे कॉनवर्ट करते हुए अपने हाथ के पंजे से सोनिया की बाँहो को थाम लेता है और सोनिया अपनी गर्दन घुमा कर एक बार रवि की ओर देखती है और फिर पर्दे की ओर अपना मुँह कर लेती है,
    दूसरी तरफ पायल रवि के हाथ को सोनिया की सीट की ओर जाते हुए देख लेती है और बड़े ध्यान से थोडा झुक कर अपनी नज़रे सोनिया के दूध की ओर कर देती है, तभी रवि अपने मुँह को सोनिया के कंधे पर रख देता है और सोनिया अपने कंधे उचका कर रवि का मुँह हटा देती है, रवि दूसरे हाथ से सोनिया की बाँहो को अपनी ओर दबाता है और फिर अपने हाथ को उसके गले मे डाल कर धीरे-धीरे अपनी उंगलियो को उसले गदराए दूध पर फेरने लगता है, सोनिया गुस्से से रवि की ओर देखती है और रवि उसको देख कर मुस्कुरा देता है,
    सोनिया अपने मन मे, कितना कमीना है अपनी बहन के सामने ही मेरे दूध को छूने की कोशिश कर रहा है, रवि फिर से अपने सर को उसके कंधे पर रख देता है और अपने हाथ को सोनिया के उपर से थोड़ा हटाकर एक दम से अपने पूरे हाथ के पंजे को सोनिया के पूरे भरे हुए मोटे-मोटे कसे दूध पर रख देता है, सोनिया उसकी इस हरकत से कांप जाती है पर कुछ कर नही पाती, वह सोचती है कि कही पायल को पता ना चल जाए, पायल सीधी बैठ कर मूवी देख रही थी और उसका ध्यान रवि के हाथ की ओर नही था लेकिन बीच -बीच मे वह रवि के सर को सोनिया के कंधे पर रखे देख कर मन ही मन उसे कमीना- कुत्ता कही का कह कर फिर सामने देखने लगती, उधर रवि के पूरे हाथ को अपने गदराए दूध पर रखे जाने से सोनिया को बहुत डर भी लग रहा था लेकिन उसे थोड़ा अच्छा भी लग रहा था इसलिए वह उसका विरोध भी नही कर पा रही थी तभी रवि ने अपने हाथो के पंजो पर थोड़ी ताक़त लगा कर सोनिया के पूरे गदराए कसे हुए दूध को अपने हाथ मे भर लिया और सोनिया उसकी इस हरकत से सिहर गई, रविने जब सोनिया के मोटे-मोटे कसे हुए गदराए दूध को अपने हाथो के पंजो मे पूरी तरह थाम कर दबाया तो उसका लंड उसका पेंट फाड़ने को रेडी हो गया क्यो कि सोनिया के दूध इतने ठोस और कसे हुए थे कि उसे ऐसा लग रहा था कि इसके दूध को दबाने भर से उसका लंड पानी छोड़ देगा, रवि ने जब देखा कि सोनिया चुपचाप बैठे गहरी साँसे लेकर मूवी देख रही है और कोई ऑब्जेक्षन नही ले रही है तो रवि बिल्कुल फ्री हो गया और सोनिया के दूध को अपने हाथो के पंजो मे भर कर कस-कस कर दबाने लगा, सोनिया रवि की इस हरकत से पागल हो गई और उसका मन कर रहा था कि वह रवि से कस-कर चिपक जाए, रवि सोनिया के मोटे-मोटे खरबूजो की तरह पके हुए मस्ताने दूध को दबाता हुआ मस्ती से भर गया था, उसने अपने होंठो से सोनिया के नंगे गले को चूमते हुए उसके दूध को खूब ज़ोर -ज़ोर से दबोच-दबोच कर मसल रहा था, सोनिया का बस नही चल रहा था नही तो वह ज़ोर से एक सिसकारी मारना चाहती थी लेकिन उसे इतना मज़ा आ रहा था कि उसकी चूत पूरी गीली हो चुकी थी, सोनिया की हिम्मत रवि द्वारा उसके गदराए दूध को कस-कस कर दबोचे जाने से टूट चुकी थी और उसने अपने सर को पीछे सीट पर टिकाते हुए अपनी आँखे बंद कर ली और उसकी जाँघो के बीच अपने आप गेप बढ़ गया, अब सोनिया को कुछ दिखाई नही दे रहा था और वह मन ही मन बस यही कह रही थी कि आह रवि तुम कितने अच्छे हो आह,
    आह रवि बहुत अच्छा लग रहा है ऐसे ही दबाते रहो आह,आह
    रवि सोनिया के दूध को खूब ज़ोर-ज़ोर से मसल रहा था, यदि उजाला होता और सोनिया की टीशर्ट को उतार कर उसको नंगी करके उसके दूध देखे जाते तो वह पूरे लाल दिखाई देते, रवि ने उसके दूध को दबोच-दबोच कर इतना दबाया कि कोई पति अपनी बीबी के दूध को सुहागरात मे भी इतना नही मसलता होगा, जब पिक्चर के इंटर्वल को सिर्फ़ 5 मिनिट रह गये तो पायल ने रवि को जब सोनिया के गले मे अपना मुँह लगाए देखा तो उसने थोड़ा झुक कर सोनिया के दूध को देखने की कोशिश की और उसे जैसे ही रवि का हाथ उसके मोटे-मोटे गदराए दूध को मसलता नज़र आया तो उसका दिमाग़ खराब हो गया और वह अपने आप को रोक नही सकी और उसने रवि की पीठ मे एक ज़ोर दार मुक्का मार दिया,
    अपनी पीठ पर पायल का मुक्का पड़ते ही रवि ने एक दम से सोनिया के दूध को छोड़ कर सीधा बैठ कर पायल की ओर देखने लगा और पायल ने जल्दी से अपने मुँह को पर्दे की ओर कर लिया लेकिन उसके चेहरे से ऐसा लग रहा था जैसे खून उतर आया हो, सोनिया इस बात को मदहोशी मे डूबी होने के कारण समझ नही पाई कि अभी क्या हुआ था, लेकिन रवि अब सीधा बैठ कर पायल को बिना कुछ कहे मंद-मंद मुस्कुराता हुआ पर्दे की ओर देखने लगा तभी सामने इंटर्वल लिखा हुआ आ गया,
    इंटर्वल होने पर सिनिमा हाल की सारी लाइट ऑन हो जाती है और रवि पायल के चेहरे की ओर देखता है जो कि गुस्से से लाल हो रहा था लेकिन पायल इंटर्वल होने के बाद भी अपनी घुरती नज़रो को बिना पालक झपकाए पर्दे की ओर ही टिकाए हुए थी, सोनिया थोड़ा रिलॅक्स होकर जब रवि को देखती है और रवि उसकी ओर देखता है तो दोनो की नज़रे एक बार को मिलती है और रवि सोनिया को देख कर थोड़ा मुस्कुरा देता है और सोनिया बिना मुस्कुराए ही अपनी नज़रो को नीचे कर लेती है, कुछ देर बाद सोनिया फिर रवि को देखती है तो रवि सोनिया को देख कर इशारे से अपने कान को पकड़ता हुआ उसे सॉरी कहता है तो सोनिया फिर से अपनी निगाहे झुका कर फिर उपर उठाते हुए रवि की साइड से पायल को देखती है जो अपने मुँह पर हाथ लगाए अपनी जाँघो पर अपने हाथ की कोहनी को टिकाए पर्दे की ओर देख रही थी,
    सोनिया, पायल की खामोशी से अंजान सोनिया- चल पायल बाहर होकर आते है, दरअसल सोनिया की चूत के रस के कारण उसकी पूरी पेंटी चिपचिपा रही थी और उसे बैठने मे काफ़ी दिक्कत हो रही थी, और वह बाथरूम जाकर अपनी चूत को पानी से धोना चाहती थी.
    पायल- उसकी ओर घूर कर देखती हुई, मुझे नही जाना तुझे जाना हो तो जा,
    सोनिया- पायल की बात सुन कर अरे चल ना बाथरूम से आते है
    पायल- थोड़ा कड़क आवाज़ मे मेने कहा ना मुझे नही जाना
    रवि- चलो सोनिया मे चलता हू
    सोनिया- नही मे चली जाउन्गि और सोनिया उठ कर चल देती है
    रवि -उसके जाते ही खुद भी उठ कर सोनिया के पीछे जाने लगता है तो पायल का गुस्सा और बढ़ जाता है और वह रवि का हाथ पकड़ कर सीट पर ज़ोर से बैठाते हुए,
    पायल-अब बाथरूम मे जाकर उसको पेशाब भी करवाएगा क्या,
    रवि- मुस्कुरा कर बैठते हुए, दीदी आख़िर हुआ क्या है जो तुम इस तरह गुस्सा दिखा रही हो और यह कोई तरीका है सोनिया से बात करने का वह तो तुम्हारी खास दोस्त है ना, एक तो बेचारी तुम्हारे कहने पर यहा चली आई और तुम हो की उसके साथ जाने मे भी नखरा कर रही थी
    पायल- रवि को पीठ पर मारते हुए मुझे ज़्यादा ज्ञान देने की कोशिश मत कर समझे, और रवि की आँखो मे घूर कर देखती हुई, कमीना कही का,
    रवि- दीदी तुम भी ना, तुम्हारा छोटा भाई क्या हो गया तुम तो जब देखो मुझे मारती ही रहती हो, कभी तो अपने भाई से प्यार भी कर लिया करो
    पायल- रवि की बात सुन कर उसे गुस्से से अपनी आँखे निकाल कर देखती है और
    रवि- उसको देख कर मुस्कुराता हुआ हाय दीदी मेरी जान ऐसे ना देखो तुम जब अपनी कातिल नज़रो के तीर मुझ पर ऐसे चलाती हो तो मेरा दिल करता है की तुम्हे पकड़ कर चूम लू,
    रवि की बात सुन कर पायल अपने मुँह को सामने कर लेती है और मन ही मन थोड़ा खुस हो जाती है,
    रवि- सच दीदी जब तुम इस कदर अपनी नज़रे मुझ पर मारती हो तो तुम बहुत खूबसूरत लगती हो, तुम्हारी इसी अदा ने तो तुम्हारे भाई को ही तुम्हारा दीवाना बना दिया है, उसकी बात सुन कर पायल फिर से उसको देखती है तो रवि उसके सामने उसके मोटे-मोटे गदराए दूध को देख कर मुस्कुराने लगता है और पायल उसके बाजू मे हस के धक्का मारती हुई, कमीना कही का, और इतने मे जैसे ही पायल सोनिया को आते देखती है तो उसकी हसी फिर गायब हो जाती है और वह सोनिया के आने से पहले ही
    पायल- रवि को देख कर खड़ा हो
    रवि- पायल को देख कर क्यो
    पायल- मे कहती हू खड़ा हो
    रवि- अपनी सीट से खड़ा होकर लो हो गया अब
    पायल- खड़ी होकर रवि को थोडा आगे की धकेल कर उसे सोनिया की सीट पर बैठा देती है और खुद रवि की सीट पर बैठ जाती है और जब सोनिया उसके पास आती है तो
    पायल - सोनिया यहा बैठ जा, सोनिया पायल को कुछ अजीब नज़रो से देखते हुए बैठ जाती है अब रवि और सोनिया पायल के आस पास बैठे थे, उसकी इस हरकत पर जहा रवि थोड़ा मुस्कुराता है वही सोनिया कन्फ्यूज़ नज़र आती है, लेकिन पायल काफ़ी खुस नज़र आती है,
    मूवी फिर से शुरू हो जाती है और रवि अपने मन मे सोचता हुआ, दीदी कितना जल रही है, इसको और जलाना चाहिए तभी इसका दिमाग़ ठिकाने आएगा और रवि चुपचाप मूवी देखने लगता है. उधर पायल नही जानती कि वह किस चीज़ का इंतजार कर रही थी लेकिन उसकी नज़रे बराबर रवि की ओर कनखियो से देख रही थी, शायद वह यह एक्सपेक्ट कर रही थी की रवि उसके साथ भी सोनिया जैसी कोई हरकत करने की कोशिश करे, लेकिन रवि अपने इरादे को पक्का करते हुए अपनी गदराई बहन को हाथ भी नही लगाता है और पायल बैठे-बैठे ही ना जाने किस तरह की आग मे जल रही थी, एक दो बार तो उसने मूवी देखते हुए भी रवि को एक दो लप्पड़ उसकी पीठ मे मारे लेकिन रवि मंद-मंद मुस्कुराता हुआ पर्दे की ओर देखता रहा, अंत मे मूवी ख़तम हो गई और पायल का भेजा उस सिनिमा हॉल मे फ्राइ हो गया, उन तीनो ने एक नई मूवी देखी थी लेकिन तीनो मे से किसी से भी आप पूछ लो कि मूवी की स्टोरी क्या थी तो वह तीनो ही जवाब देने मे असमर्थ नज़र आते, क्यो की उन्होने तो मूवी पर ध्यान ही नही दिया, तभी रवि सोनिया को देख कर
    रवि- मुस्कुराता हुआ, क्यो सोनिया कैसी थी मूवी
    सोनिया- रवि को गुस्से से देखती हुई, बकवास
    पायल- अरे सोनिया से क्या पूछ रहा है मे बताती हू, सोनिया को इंटेरवाल के पहले तक ही मूवी अच्छी लगी इंटर्वल के बाद सोनिया को मूवी बिल्कुल पसंद नही आई
    रवि- मुस्कुराता हुआ पर दीदी मे आपके बारे मे गारंटी से कह सकता हू कि आपको इंटर्वल के पहले मूवी बहुत खराब लगी और आपने सोचा कि शायद इंटर्वल के बाद कुछ अच्छी लगे लेकिन उसके बाद भी आपको बोरियत का सामना ही करना पड़ा,
    रवि की बात सुन कर पायल उसको घूर कर देखती है और सोनिया पायल को देखती है और रवि दोनो मस्तानी लोंदियो की जवानी को देख- देख कर खुस होता हुआ आगे चलने लगता है,

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    Re: KAMINA

    KAMINA


    रवि- मुस्कुराता हुआ पर दीदी मे आपके बारे मे गारंटी से कह सकता हू कि आपको इंटर्वल के पहले मूवी बहुत खराब लगी और आपने सोचा कि शायद इंटर्वल के बाद कुछ अच्छी लगे लेकिन उसके बाद भी आपको बोरियत का सामना ही करना पड़ा,
    रवि की बात सुन कर पायल उसको घूर कर देखती है और सोनिया पायल को देखती है और रवि दोनो मस्तानी लोंदियो की जवानी को देख- देख कर खुस होता हुआ आगे चलने लगता है,


    Ab Agey........

    उसके बाद पायल और रवि सोनिया से बाइ कहते हुए अपने घर की ओर आ जाते है, घर आते ही पायल अपने रूम मे जाकर लेट जाती है और रवि टीवी ऑन करके सोफे पर बैठ जाता है,
    पायल की आँखो के सामने रवि द्वारा सोनिया के दूध दबाने का द्रश्य नज़र आने लगता है और उसे पता नही क्या होता है और वह सीधे उठ कर रवि के पास जाकर उससे टीवी का रिमोट छीन कर टीवी बंद कर देती है,
    रवि- क्या हुआ दीदी टीवी क्यो बंद कर दी
    पायल- उसको गुस्से से घूर कर देखती हुई, सिनिमा मे तू सोनिया के साथ क्या कर रहा था
    रवि- मुस्कुराता हुआ कुछ भी तो नही
    पायल- ज़्यादा बनने की कोशिश मत कर मे सब जानती हू तू क्या कर रहा था
    रवि- उसके खरबूजो की तरह मोटे दूध को घूर कर मुस्कुराते हुए देख कर क्या कर रहा था
    पायल- अपनी नज़रे उससे हटा कर तुझसे तो बात ही करना बेकार है और फिर से टीवी ऑन करके उसकी ओर रिमोट फेंकते हुए अपने रूम की और तेज-तेज कदमो से चल देती है रवि मुस्कुराता हुआ अपनी दीदी की गदराई गान्ड के मोटे-मोटे लहराते हुए पाटो को देखने लगता है, और अपने मन मे हाय दीदी जल बिन मछली की तरह तड़प रही हो, क्यो जलती हो अगर मेरी बाँहो मे आने के लिए तुम्हारा जी मचल रहा है तो आ क्यो नही जाती,
    रवि उठ कर पायल के रूम मे जाता है पायल अपने बेड पर उल्टी होकर लेटी हुई थी रवि उसकी मोटी गदराई गान्ड को देख कर उसके पास जाता है और उसकी गान्ड को अपने हाथो से सहला देता है और पायल एक दम पलट कर उठ कर बैठ जाती है और
    पायल- क्या है क्यो आया है यहा
    रवि- मेरी दीदी ना जाने मुझसे क्यो खफा है सो उसको मनाने आया हू
    पायल- अपनी नज़रे इधर उधर करती हुई मे तुझसे क्यो नाराज़ होने लगी आख़िर तुझ पर मेरा हक ही क्या है
    रवि- दीदी आख़िर मुझे समझ नही आता कि तुम मुझसे चाहती क्या हो
    पायल- कुछ सोचती हुई, अपने चेहरे को सीरीयस बना कर रवि मुझे तेरा सोनिया के साथ रहना बिल्कुल अच्छा नही लगता है
    रवि- क्यो
    पायल- मे नही जानती
    रवि- तुम झूठ बोलती हो, जबकि तुम अच्छी तरह जानती हो पायल रवि की ओर देखती है और फिर अपनी नज़रे नीचे कर लेती है, रवि पायल के पास बैठ जाता है और उसके चेहरे को गौर से देखता हुआ
    रवि- दीदी एक बात कहु
    पायल- रवि की ओर देख कर क्या
    रवि- मुस्कुराता हुआ, दीदी तुम बहुत सेक्सी हो
    पायल- मुस्कुरा कर मार खाएगा तू मेरे हाथ से
    रवि- सच दीदी तुम मुझे बहुत सेक्सी लगती हो और उसके गालो को अपने हाथो से सहला देता है
    पायल- मुस्कुरा कर उसका हाथ झटकते हुए, रवि तू अपना मुँह बंद रखेगा
    रवि- दीदी एक बार मुझसे कस कर चिपक जाओ ना
    पायल- उठ कर मे जा रही हू
    रवि- उसका हाथ पकड़ कर प्लीज़ दीदी बस एक बार
    पायल- उससे अपना हाथ छुड़ाते हुए, उस दिन का थप्पड़ भूल गया
    रवि- उसका हाथ छोड़कर, दीदी वह थप्पड़ तो मे भूल गया लेकिन वह स्कार्पियो की रात मुझे रह-रह कर याद आती है
    पायल- अपना सर झुकाते हुए, देख रवि मे वो सब बात नही करना चाहती
    रवि- पायल की मोटी गदराई जाँघो पर अपना हाथ रख कर, पर दीदी मे तो उस दिन हुई हम दोनो के बीच की घटना को बार-बार दोहराना चाहता हू, और तुम्हे अपनी बाँहो मे भर कर उसी तरह चूमना चाहता हू
    पायल- रवि तुझे शर्म आनी चाहिए क्या तू यह नही सोचता कि मे तेरी बहन हू और तुझे मेरे साथ ऐसी बात नही करना चाहिए
    रवि- उस दिन जो हुआ उसके बाद से तो मे तुम्हे पूरी नंगी देखने के लिए तड़प रहा हू
    पायल- रवि को गुस्से से देखती हुई, कमीना कही का अपनी बहन को नंगी देखेगा
    रवि- दीदी एक बार बस एक बार मुझे अपने पास आने दो ना
    पायल- देख रवि मे तुझे बहुत बर्दास्त कर चुकी क्यो कि तू मेरा भाई है, लेकिन अगर तूने मुझे ज़्यादा परेशान किया तो मे तेरी शिकायत भैया से कर दूँगी
    रवि- जब देखो भैया की धमकी देती हो, जाओ कह दो, ज़्यादा से ज़्यादा क्या होगा भैया मुझे मारेंगे या घर से निकाल देंगे, और तुम भी यही चाहती हो ना
    पायल- उसकी बात सुन कर थोड़ा सीरीयस होकर, रवि के कंधे पर हाथ रख कर, देख रवि तू मेरा अच्छा भाई है ना, तो फिर तुझे मेरे लिए अपना नज़रिया बदालना चाहिए, मे तो अपनी ग़लती पर पछता रही हू और तू है कि एक और ग़लती करने पर आमादा है,
    रवि- कुछ सोच कर, दीदी मे जानता हू कि मे जो चाहता हू वह ग़लत है, और पायल के भरे हुए गालो को अपने हाथो से सहलाता हुआ, लेकिन दीदी तुम्हारे इस खूबसूरत हुस्न को देख कर मुझसे रहा नही जाता है और मेरा दिल करता है कि मे तुम्हे पूरी नंगी करके तुम्हारे एक -एक अंग को चूम कर तुम्हे खूब प्यार करू, तुमसे ज्यदा खूबसूरत और सेक्सी लड़की मेने नही देखी, तुम्हारा भाई तुम पर मर मिटा है उसे और मत तद्पाओ
    पायल- उसकी बाते सुन कर मन ही मन खुस होती है लेकिन चेहरे पर गुस्सा दिखाने की कोशिश करती है फिर भी उसके चेहरे पर हल्की मुस्कान आ ही जाती है और वह बेड से उठते हुए, रवि को अपनी कातिल नज़रे दिखाती हुई उसे धकेल कर तू बहुत बड़ा कमीना है रवि तू कभी नही सुधर सकता अब अपने मुँह से एक भी शब्द मत निकालना मे कॉफी बनाने जा रही हू, तू पिएगा क्या,
    रवि- मुस्कुरा कर पायल के मोटे-मोटे भरे हुए दूध को देख कर मे तो कब से पीना चाहता हू दीदी पर तुम हो कि पिलाती ही नही, एक बार पीला दो ना
    पायल- उसके पेरो मे अपनी टांग उठा कर एक लात मारती हुई, पिला नही सकती पर जूते ज़रूर खिला सकती हू, खाएगा और फिर रूम के बाहर मुस्कुरा कर जाने लगती है
    रवि -पीछे से, दीदी अगर तुम नही पिलाओगी तो मे सोनिया के पास जाकर पी लूँगा
    पायल- पलट कर उसको मुस्कुरा कर देखती हुई, कमीना कही का और मुस्कुरा कर बाहर चली जाती है
    रवि को अपनी दीदी कुछ लाइन पर आती हुई नज़र आने लगी थी लेकिन वह जानता था कि जल्दबाज़ी करना ठीक नही होगा इसलिए वह अपनी दीदी को पूरी तरह अपने जाल मे फसा कर शिकार करना चाहता था, लेकिन एक बात वह समझ गया था कि उसकी दीदी भी उस स्कार्पीओ वाली ग़लती को फिर से करने के लिए तड़प रही है, तभी तो रवि द्वारा सोनिया के दूध दबाने पर पायल एक दम जल भुन गई थी.
    शाम को पायल और रोहित बैठ कर बाते कर रहे थे और उधर रवि ने सोनिया को कॉल किया
    सोनिया- हेलो
    रवि- हाय सोनिया
    सोनिया- तुम, तुम्हे मेरा नंबर. कहा से मिला,
    रवि- सोनिया जिस दिन तुम्हे मेने पहली बार देखा था उसी दिन तुम मेरे दिल मे बस गई थी और मेने उसी दिन तुम्हारे बारे मे सब कुछ जान लिया था फिर नंबर. क्या चीज़ है,
    सोनिया- क्यो फोन किया है तुमने
    रवि- सोनिया मे तुमसे अकेले मे मिलना चाहता हू
    सोनिया- लेकिन मे तुमसे नही मिलना चाहती
    रवि- देखो सोनिया झूठ मत बोलो मे जानता हू कि तुम भी मुझसे उतना ही प्यार करती हो जितना मे तुमसे
    सोनिया- हेलो किसी ग़लतफहमी मे मत रहना, वो तो पायल की वजह से मे तुम्हे कुछ कहती नही हू, वरना तुम जैसे कमिने लड़को को मे अच्छी तरह जानती हू
    रवि- सोनिया कल मे तुम्हारा नॅशनल पार्क मे सुबह 9 बजे इंतजार करूँगा कल सनडे है और हम वही मिल रहे है
    सोनिया- मे नही आउन्गि
    रवि- और मे जानता हू कि तुम ज़रूर आओगी, शोर्प 9 ओ'क्लॉक ओके बाइ और रवि फोन कट कर देता है
    सोनिया अपने हॉस्टिल मे अपने मम्मी-पापा के पास बैठी होती है और
    पापा- सोनिया बेटे अब तुम्हारी शादी की उमर हो गई है और हम तुम्हारी शादी करना चाहते है
    सोनिया- जी पापा
    सोनिया के पापा उठ कर बाहर चले जाते है और सोनिया उसकी मम्मी की गोद मे सर रख कर अपनी आँखे बंद करती है और उसे रवि का चेहरा अपनी आँखो के सामने दिखने लगता है
    मम्मी- क्या हुआ बेटी क्या तू शादी की बात से खुस नही है
    सोनिया- अपनी मम्मी को देखती है और अचानक उसकी आँखे भर आती है,
    मम्मी- सोनिया क्या बात है तू तो बच्चो की तरह रो रही है, अपनी मम्मी को नही बताएगी क्या बात है
    सोनिया- अपनी मम्मी की बात सुन कर एक दम से फुट-फुट कर रोने लगती है
    मम्मी- सोनिया क्या हुआ बेटी, कुछ तो बोल,
    सोनिया अपने मन ही मन मे सोचती हुई, क्या बताऊ मम्मी कि तुम्हारी बेटी के दिल मे कोई इस तरह बस गया है कि वह उससे जुदा होने का सोच कर ही रो पड़ी है, मे अब आप से कैसे कहु की रवि को मे कितना चाहने लगी हू, उस कमिने की हर्कतो मे ना जाने क्या जादू है कि वह रोज मेरे सपनो मे आकर मेरी रात भर की नींद खराब कर देता है, मे कैसे कहु कि वह मुझे ना जाने क्यो बहुत अच्छा लगता है और अब तो उसने तुम्हारी बेटी के जिस्म को भी छू कर इतना घायल कर दिया है कि अब तुम्हारी बेटी सिर्फ़ उसी को अपनी बाँहो मे लेना चाहती है, उसके हाथो के स्पर्श ने मुझे उसकी और गिरने को मजबूर कर दिया है, और मे उसे अपना सब कुछ सौंप देना चाहती हू,
    मम्मी- अब बोल भी सोनिया क्या बात है,
    सोनिया- अपने आँसू पोछते हुए कुछ नही मम्मी बस आप लोगो से जुदा होने का सोच कर मेरा मन दुखी हो गया
    मम्मी- अरे बेटी बस इतनी सी बात, अरे पगली हर लड़की को एक दिन अपने मा-बाप का घर छोड़ना पड़ता है, और अभी तेरी पढ़ाई मे कम से कम 7-8 महीने और बाकी है तू आराम से अपनी पढ़ाई पूरी कर ले, हम तो तुझसे इसलिए कह रहे थे कि तेरे पापा के एक जान पहचान वाले के गाँव से एक रिश्ता आने वाला है अगर वह लड़का तुझे पसंद कर लेता है तो फिर बात आगे बढ़ेगी, तू अभी कोई फिकर मत कर और अपनी पढ़ाई मे मन लगा,
    अगले दिन सुबह 9 बजे सोनिया नॅशनल पार्क की ओर चल देती है तभी ऑफीस को जाते हुए एक मोड़ पर करण की बाइक उसकी स्कूटी से टकरा जाती है,
    सोनिया- अपनी आँखे गुस्से से कारण को दिखाती हुई, अंधे हो देख कर नही चला सकते,
    कारण- सोनिया का गुस्से मे लाल चेहरा देख कर उसे देखता ही रह जाता है और अपने आप से बात करता हुआ हाय क्या हुस्न है अगर यह लड़की अभी मुझसे शादी करने को कह दे तो मे अभी इसको ब्याह कर अपनी बीबी बनाने को तैयार हू, मेडम इसमे मेरी कोई ग़लती नही है यह मोड़ ही कुछ ऐसा है कि हमे इस मोड़ पर टकराना ही लिखा था, सो हम टकरा गये,
    सोनिया- ज़्यादा स्मार्ट बनने की कोशिश मत करो, मे अच्छी तरह जानती हू तुम जैसे लड़को को जो जान बुझ कर लड़कियो की गाड़ी से टकरा जाते है
    कारण- ओ मेडम मुझे कोई सौक नही है आप से टकराने का, लेकिन शायद हमारी किस्मत मे यहा टकराना लिखा था
    सोनिया- वापस अपनी स्कूटी स्टार्ट करती हुई सभी लड़के लगता है कमिने होते है, उसकी बात सुन कर करण को रवि की याद आ जाती है
    कारण- अरे मेडम मे तो कुछ भी नही हू अगर तुम मेरे दोस्त से मिलती तो फिर तुम यही कहती कि वह दुनिया का सबसे बड़ा कमीना है औरते और लड़किया उससे निगाहे मिलाती नही है बल्कि उसकी निगाहो को देख कर अपनी निगाहे नीचे कर लेती है,और करण अपनी गाड़ी आगे बढ़ा देता है,
    रवि नॅशनल पार्क की एक बेंच पर बैठा हुआ सोनिया का वेट कर रहा था तभी उसे सोनिया आती हुई दिखाई देती है और वह एक दम से खुशी से झूम उठता है, और अपने आप से बाते करता हुआ, आज बन ठन कर वो आए इस कदर है, जैसे सब कुछ लूटा देने की चाहत हो इंतजार हमारा सफल हो गया ओ रब्बा क्या यह मेरे कामीनेपन का असर है
    रवि- आख़िर तुम आ ही गई
    सोनिया- मुस्कुरा कर मे कोई तुमसे मिलने नही आई हू वो तो मेरा सच मूच टाइम पास नही हो रहा था सो सोचा चलु तुम्हे ही कोम्पनी दे देती हू और उसके पास जाकर बैठ जाती है
    रवि- सोनिया आइ लव यू
    सोनिया- बहुत देखे है इस तरह आइ लव यू कहने वेल, जो शुरुआत मे आइ लव यू कह कर बाद मे लड़की का हाथ बीच रास्ते पर छोड़ जाते है
    रवि- नही सोनिया मे उन लोगो मे से नही हू, मे तुम से सच मुच बहुत प्यार करता हू
    सोनिया- रवि यह सब बेकार की बाते बंद करो और कुछ और बाते करो
    रवि- सोनिया को मुस्कुरा कर देखता है और सोनिया भी उसको मुस्कुरा कर देखती है,
    रवि- मेरे पास आकर बैठो ना
    सोनिया- नही मे यही ठीक हू
    रवि- सोनिया के पास धीरे से सरक जाता है और उसकी जंघे जैसे ही सोनिया की मोटी गदराई जंघी से टकराती है
    सोनिया अपनी नज़रो को नीचे कर लेती है, और अपने हाथो को जोड़ कर अपने नखुनो को एक दूसरे से खोदने लगती है रवि सोनिया का हाथ पकड़ कर अपने हाथ मे ले लेता है सोनिया उससे हाथ छुड़ाने की कोशिश करती हुई मंद-मंद मुस्कुराती है, रवि सोनिया के मुलायम गोरे-गोरे हाथो को अपने हाथो से सहलाते हुए उसके गाल को चूम लेता है, सोनिया मुस्कुरा कर यही सब करने के लिए तुमने मुझे यहा बुलाया है
    रवि- क्या करू डार्लिंग जब तुम्हे देखता हू तो तुम्हे छुए बिना नही रह सकता हू, सोनिया रवि की आँखो मे देखती है तो
    रवि- उसके गदराए मोटे-मोटे दूध को देखते हुए, सोनिया क्या मे एक बार तुम्हे छू सकता हू
    सोनिया- नही
    रवि- उसको अपनी और खिचता है सोनिया को गदराई जवानी देख कर उसका लंड तन जाता है और सोनिया उससे दूर हटने की कोशिश करती है लेकिन उसके हाथो की पकड़ अपनी बाँहो मे जैसे ही महसूस करती है उसके दूध के निप्पल अकड़ने लगते है और वह मदहोश होने लगती है, रवि सोनिया के गालो को अपने हाथो मे भर कर उसके होंठो पर किस कर देता है तो सोनिया का चेहरा लाल हो जाता है और वह शर्म से अपनी आँखे झुका लेती है,
    रवि- सोनिया सच -सच बताओ, मे तुम्हे अच्छा लगता हू ना
    सोनिया- मुस्कुराती हुई, नही
    रवि- पर तुम मुझे बहुत अच्छी लगती हो और सोनिया को अपनी और खिच कर उसके रसीले होंठो को बेतहाशा चूमने लगता है
    सोनिया उसकी इस हरकत से एक दम से उससे लिपट जाती है और रवि से रहा नही जाता है और वह अपने हाथो मे सोनिया के कसे हुए गदराए दूध को थाम लेता है और उन्हे कस-कस कर दबाने लगता है, सोनिया की साँसे बहुत तेज गति से चलने लगती है और वह रवि से कस कर चिपक जाती है, रवि सोनिया के रसीले होंठो को चूसने लगता है और उसके मोटे-मोटे कसे हुए गदराए दूध को अपने हाथो मे भर-भर कर मसलने लगता है, सोनिया की गदराई चुचियो को अपने हाथ मे भरने के लिए रवि को पूरा पंजा खोलना पड़ता है और वह उसके मोटे दूध मे अपना मुँह उसकी शर्ट के उपर से लगा देता है और सोनिया के दूध को अपने मुँह से दबाने लगता है, सोनिया रवि द्वारा कस-कस कर अपनी चुचिया दबाए जाने से मदहोश हो जाती है तभी रवि अपने हाथ को सोनिया की जीन्स मे कसी मोटी जाँघो पर ले जाकर उसकी मोटी गदराई जाँघो को खूब कस -कस कर दबाता है और फिर अपने हाथ को सोनिया के भारी-भारी गदराए चुतडो पर लेजा कर उसके गदराए चुतडो का जयजा लेते हुए उसके सुडोल चुतडो को अपने हाथो मे कसने लगता है,
    10-15 मिनिट तक रवि सोनिया के गदराए हुए पूरे बदन को अपने हाथो मे भर-भर कर खूब ज़ोर -ज़ोर से मसलता है तभी सोनिया की शर्ट का उपर का बटन खुल जाता है और रवि सोनिया की शर्ट का एक और बटन खोल देता है और फिर जब रवि सोनिया की नंगी चुचियो को अपने हाथो मे भर कर दबाता है तो उसका लंड झटके मारने लगता है, सोनिया अपनी आँखे बंद कर लेती है और रवि उसके मोटे-मोटे दूध को खूब कस-कस कर मसल्ने लगता है, तभी सोनिया को एक दम से उसके पापा की शादी वाली बात याद आ जाती है और वह एक दम से रवि को अलग करती हुई अपने शर्ट का बटन बंद करने लगती है, रवि भी उसको ज़्यादा फोर्स नही करना चाहता था इसलिए वह भी चुपचाप बैठ जाता है, कुछ देर तक दोनो मे से कोई नही बोलता है और फिर सोनिया रवि के चेहरे की ओर देखती है तो रवि उसको देख कर आँख मार देता है और सोनिया अपनी नज़रे मुस्कुराते हुए झुका लेती है,
    रवि - उसका चेहरा अपने हाथो से पकड़ कर उपर उठता है और सोनिया उसकी आँखो मे देखती है तब रवि फिर से उससे आइ लव यू सोनिया कहता है और सोनिया मुस्कुरा कर फिर से अपना सर नीचे कर लेती है,

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  12. #12
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    Re: KAMINA

    KAMINA

    रवि उसका चेहरा अपने हाथो से पकड़ कर उपर उठता है और सोनिया उसकी आँखो मे देखती है तब रवि फिर से उससे आइ लव यू सोनिया कहता है और सोनिया मुस्कुरा कर फिर से अपना सर नीचे कर लेती है,

    Ab Agey.........

    इधर रवि का प्यार परवान चढ़ता है उधर रोहित की बॅंड बज जाती है और उनके घर मे निशा की एंट्री हो जाती है, रात को निशा अपने बेड पर दुल्हन के लीबाज मे बैठी थी और रोहित पायल और रवि के पास बैठा था, तभी रवि भैया मे अभी भाभी से मिल कर आता हू और वह निशा के रूम मे जाता है, लेकिन पायल को उसका इस तरह जाना अच्छा नही लगता है,
    रवि अपनी भाभी को बेड पर बैठे देखता है और अंदर जाकर हेलो भाभी
    निशा- रवि को देख कर मुस्कुराती हुई आओ रवि
    रवि- क्या बात है भाभी दुल्हन के लीबाज मे तो आप अप्सरा लग रही है और
    रवि अपनी भाभी के गदराए जिस्म पर एक नज़र उपर से नीचे तक मरता है,
    निशा उसकी नज़रो को देख कर थोड़ा शर्मा जाती है, रवि कुछ और कहता उसके पहले ही पायल आकर
    पायल- चल रवि बाहर और भैया भाभी को आराम करने दे वैसे भी शादी मे सब बहुत थक गये है
    रवि- अरे दीदी दो मिनिट तो भाभी से बात करने दो
    पायल- एक सेकेंड भी नही अब चल बाहर और उसका हाथ पकड़ कर बाहर ले जाती है
    बाहर आकर
    पायल- जाओ भैया, भाभी आपको बुला रही है और फिर मुस्कुराने लगती है और रवि का हाथ पकड़ कर चल तू मेरे साथ मुझे तुझ से काम है और उसे पकड़ कर अपने रूम मे ले जाती है, रोहित उन दोनो को देख कर मुस्कुराता हुआ अपने रूम की ओर चल देता है, अंदर पहुच कर रोहित निशा के करीब जाकर बैठ जाता है और निशा थोड़ा सिमट जाती है, रोहित निशा के हाथो को पकड़ कर उसके चेहरे से घुघाट को पूरा हटा कर उसके गदराए हुस्न को देखने लगता है, निशा अपनी नज़रे झुका लेती है तो रोहित उसका मुँह पकड़ कर उपर उठता है और उसके होंठो पर जैसे ही किस करने जाता है निशा अपना चेहरा इधर उधर घूमने लगती है, रोहित निशा के पास सरक कर उसे अपनी बाँहो मे भर लेता है और निशा कसमसने लगती है, रोहित निशा के होंठो को अपने मुँह मे भर कर चूमने लगता है और निशा उसकी बाँहो मे सिमटने लगती है, रोहित जैसे ही निशा का पल्लू उसके सीने से हटाता है निशा यह कह कर अपना पल्लू वापस अपने कंधे मे डाल लेती है की उसे शर्म आ रही है, रोहित उसकी बात सुन कर रूम की लाइट ऑफ कर देता है और फिर निशा को लेकर बेड पर लेट जाता है, और उसके गदराए जिस्म को सहलाते हुए,
    रोहित- निशा तुम खुस तो हो ना
    निशा- क्यो आपको ऐसा क्यो लग रहा है कि मे खुस नही हू
    रोहित- नही वो बात नही है, क्या है ना मेरा छोटा सा घर है और फिर मेरा एक ही भाई है और छोटी बहन है बस इन्ही लोगो के साथ हमे अपनी जिंदगी गुजारनी है, तुम दोनो से मिल चुकी हो तुम्हे कैसा लगा
    निशा- पायल तो बहुत अच्छी है पर तुम्हारा भाई तो मुझे बहुत कमीना नज़र आता है
    रोहित- क्यो उसने तुमसे कुछ उल्टा सीधा कहा क्या
    निशा- नही कहा तो कुछ नही पर उसके चेहरे से ही शरारत नज़र आती है
    रोहित- अरे वह तो अभी बच्चा है उसमे अकल ही कितनी है
    निशा- कोई बच्चा नही है, तुम्हे किस आंगल से बच्चा नज़र आता है
    रोहित- अरे वह ज़रूर तुमसे कुछ मज़ाक कर रहा होगा और तुमने उसे सीरीयस ले लिया
    निशा- खेर छोड़िए वह सब बाते
    रोहित- मुस्कुरा कर तो फिर अब क्या करू
    निशा- मुस्कुरकर मुझे तो रवि नही तुम ही बच्चे नज़र आ रहे हो अब मे बताऊ कि क्या करो
    रोहित- निशा को अपनी बाँहो मे भर कर अच्छा अभी देखो ये बच्चा क्या करता है और निशा को अपनी बाँहो मे भर कर उसकी गदराई जवानी का रस पीना शुरू कर देता है
    रवि- क्या दीदी तुमने दो मिनिट भी भाभी से बात नही करने दी
    पायल- उसको खा जाने वाली नज़रो से देखती हुई क्या बात करना थी तुझे भाभी से
    रवि- अब कुछ तो कहता ना उनकी शान मे
    पायल- अरे तुझे ज़रा भी अकल नही है की आज उनकी सुहागरात है और रात के 11 बज रहे है
    रवि- पायल की गदराई जवानी को देख कर, क्या होता है दीदी सुहागरात मे
    पायल- रवि को घूर कर देखती हुई मुझे नही पता, जैसे तू कुछ जानता ही नही है
    रवि- पायल के दूध को उसकी आँखो के सामने घूर कर देखता हुआ मुस्कुरा कर मे बताऊ दीदी
    पायल- उसको घूर कर देखती हुई, चल अब जा तू अपने रूम मे, बड़ा आया मुझे बताने वाला, मे कोई बच्ची हू
    रवि- दीदी आज तो मे यही सोना चाहता हू
    पायल- पागल हो गया है यहा कहाँ सोएगा और अपने मन मे तुझे यहा सुलाया तो तू मेरी चूत मारे बिना नही रहेगा
    रवि- क्यो इतना बड़ा बेड है मे भी एक कोने मे पड़ा रहूँगा, और पायल के बेड पर लेट जाता है
    पायल- रवि को मारते हुए उठ यहा से और जा अपने रूम मे, तभी रवि पायल को एक दम से पकड़ कर अपने उपर खिच लेता है और उसके होंठो को कस कर चूम लेता है,
    पायल उसके इस तरह की हरकत के लिए बिल्कुल तैयार नही थी और वह रवि के उपर पड़ी हुई थी और रवि उसको अपनी बाँहो मे भर कर दबोच लेता है,
    पायल- रवि छोड़ मुझे, कामीने तू अपनी बहन के साथ ऐसा कर रहा है
    रवि- दीदी ई लोवे उ और पायल को पागलो की तरह चूमने लगता है, पायल पूरी कोशिश करके उससे छूटना चाहती थी लेकिन रवि ने उसको कस-कर अपने सीने से दबोच रखा था,
    पायल- रवि मे कहती हू कि छोड़ दे आ, रवि छ्चोड़ मुझे
    रवि- दीदी तुम्हारा जिस्म कितना गदराया हुआ है कितना अच्छा लग रहा है अपनी बाँहो मे भर कर
    पायल- रवि छ्चोड़ मुझे, तुझे मेरी कसम है, और अपने मन मे कमीना छोड़ने के लिए मरा जा रहा है
    रवि- पायल की कसम वाली बात सुन कर उसे छोड़ देता है और पायल बैठ कर हफने लगती है,
    पायल- रवि अभी के अभी मेरे रूम से निकल जा और दुबारा मेरे रूम मे आने की कोशिश मत करना
    रवि- अपने दोनो कन पकड़ कर, अच्छा बाबा सॉरी अब नही करूँगा, प्लीज़ तुम भी लेट जाओ मे तुम्हे टच नही करूँगा बस तुम्हे देखता हुआ लेटा रहूँगा,
    पायल- थोड़ा रिलॅक्स होते हुए उसके साइड मे लेट जाती है, पायल लेटे हुए रवि का चेहरा देखती है और रवि लेटे हुए अपनी दीदी का मादक हुस्न देख-देख कर मज़ा लेता रहता है,
    रवि- दीदी
    पायल- हू
    रवि- मुस्कुरा कर दीदी भैया और भाभी अभी क्या कर रहे होंगे
    पायल- मुस्कुरा कर मुझे नही मालूम, और अपने मन मे जैसे तू जानता ही नही है कि भैया भाभी की चूत मार रहे होंगे
    रवि- मुस्कुरा कर, मे बताऊ
    पायल- उसको थोड़ा मुस्कुरा कर अपनी आँखे दिखाती हुई तू फिर शुरू हो गया,
    रवि- मुस्कुराते हुए अच्छा नही बोलता पर एक बात तो बताओ
    पायल- क्या
    रवि- दीदी तुम रोज बाथरूम मे पूरी नंगी होकर क्यो नहाती हो
    पायल- उसकी बात सुन कर अश्चर्य से उसे आँखे फाड़ कर देखती हुई, क्या मतलब, तुझे कैसे मालूम कि मे
    रवि- पायल की कमर मे हाथ रख कर धीरे से उसकी गदराई गान्ड को सहलाता हुआ,
    दीदी तुम नही जानती पर तुम मुझे नंगी इतनी अच्छी लगती हो कि क्या बताऊ, जब भी तुम नहाती हो मे तुम्हे रोज नंगी देखता हू,
    पायल- रवि की बात सुन कर उसको एक मुक्का मारती हुई, कमीना कही का, तुझे शर्म नही आती अपनी बहन को नंगी नहाते हुए देखने मे
    रवि- दीदी तुम्हारी जैसी अप्सरा को मे नंगी देखने के लिए सात जनम तक इंतजार कर सकता हू, सच मे दीदी तुम्हारा पूरा जिस्म बहुत सेक्सी है, और पायल की कमर को अपने हाथो से सहलाने लगता है
    पायल- रवि की बात सुन कर पायल का चेहरा सुर्ख लाल हो जाता है और वह, रवि तू बहुत बड़ा कमीना है
    रवि- दीदी एक बार मुझसे चिपक जाओ ना मे कसम से कुछ भी नही करूँगा
    पायल- मुस्कुरा कर नही
    रवि- दीदी प्लीज़ सिर्फ़ मेरे पास चिपक कर लेट जाओ
    पायल की चूत रवि की बातो से गरमा रही थी उसका भी मन रवि से चिपकने का कर रहा था लेकिन वह हिम्मत नही कर पा रही थी, उसकी मोटी-मोटी गदराई चुचिया उसको परेशान कर रही थी और कह रही थी कि मुझे खूब कस-कस कर मसल दे आज चोद ही दे अपनी बहन को, तेरा मोटा लंड कितना तगड़ा है, मेरी चूत तो फाड़ ही देगा
    रवि- दीदी क्या सोच रही हो
    पायल- कुछ नही
    रवि- दीदी अच्छा थोड़ा सा पास तो आ जाओ और उसके गाल पर अपने हाथ से सहलाने लगता है, पायल की रसीली बुर रवि के इस कामुक अंदाज से रस छोड़ने लगती है और वह रवि द्वारा अपने गालो को सहलाने से अपनी आँखे बंद कर लेती है, रवि मोका देख कर पायल के थोड़ा करीब आ जाता है, पायल की साँसे तेज होने लगती है, रवि पायल को थोड़ा अपनी ओर खिच कर उसके चेहरे को अपने चेहरे के बिल्कुल करीब कर लेता है, पायल की तेज साँसे रवि के चेहरे से टकराने लगती है,
    रवि- दीदी आँखे खोलो ना क्या अभी से सोने लगी
    पायल जैसे ही आँखे खोलती है रवि को अपने इतने करीब देख कर फिर आँखे बंद कर लेती है
    रवि- दीदी मेरी तरफ देखो ना
    पायल- अपनी आँखे खोल कर रवि की ओर देखने लगती है उसके होंठ रवि के होंठो से इतने करीब थे कि लगता था अभी छू जाएगे. रवि पायल की कमर और मोटी गदराई गान्ड को अपने हल्के हाथो से बड़े प्यार से सहलाता रहता है और अपनी आँखो से पायल की आँखो मे देखता रहता है, पायल का चेहरा एक दम कामुक नज़र आने लगता है,
    रवि- पायल को देखता हुआ दीदी तुम्हारे होंठ कितने खूबसूरत है बिल्कुल गुलाब की पंखुड़ियो की तरह दिखाई देते है पायल उसकी बातो को उसकी आँखो मे देखती हुई बड़े ध्यान से सुन रही थी लेकिन कोई जवाब नही दे पा रही थी, पायल को रवि की बाते बहुत अच्छी लग रही थी और उसका दिल कर रहा था कि वह रवि से कस कर अपने दूध को चिपका ले लेकिन उसकी हिम्मत नही पड़ रही थी,
    रवि- दीदी पता नही कौन किस्मत वाला होगा जो तुम्हारे इन रसीले होंठो का रस पिएगा
    पायल- मुस्कुरा कर रवि के चेहरे को थोड़ा पीछे धकेलते हुए कोई पिएगा या नही पर तू अभी अपनी बहन के होंठो का रस पीने के लिए मरा जा रहा है,
    रवि- दीदी तुम बहुत कठोर हो तुम्हे अपने भाई पर ज़रा भी दया नही आती है, बस एक बार ही सही मुझे भी पिला दो अपने इन रसीले होंठो का रस
    पायल- मुस्कुराते हुए उसे धक्का मारती हुई जब तेरी बीबी आ जाएगी तो उसके होंठो का रस पीना,
    रवि- दीदी वह तुम्हारी तरह इतनी खूबसूरत थोड़े होगी, अगर तुम मुझे मिल जाओ तो कुछ बात ही अलग होगी,
    पायल- उसे मुस्कुरा कर देखती हुई, क्यो अपनी बहन को हासिल करना चाहता है
    रवि- दीदी कोई तो रास्ता होगा तुम्हे हासिल करने का
    पायल -मुस्कुरा कर कोई रास्ता नही है
    रवि- अच्छा ठीक है, मेरी किस्मत मे शायद तुम्हे प्यार करना लिखा ही नही है, इस जनम मे, मे तुम्हे नही पा सका तो क्या हुआ, मे मालिक से दुआ करूँगा कि अगले जनम मे वह तुम्हे बीबी बनाकर भेजे, और अपनी आँखे बंद करके लेट जाता है.
    पायल- मुस्कुराती हुई उसे देखने लगती है, रवि अपनी आँखे बंद किए काफ़ी देर तक पड़ा रहता है और पायल अपनी आँखे खोले उसके चेहरे को देखती हुई मुस्कुराती रहती है, जब बहुत देर तक रवि अपनी आँखे नही खोलता है तो पायल धीरे से अपने हाथ को उसके सर पर रख कर उसके बालो मे अपनी उंगलिया चलाने लगती है, और अपने मन मे सोचती हुई, कामीने तू भी बड़ा हॅंडसम है तभी तो लड़किया तुझसे तुरंत फस जाती है, पायल को रवि पर प्यार आ रहा था और वह उसके सर को सहलाती हुई उसके गालो को सहलाने लगी, और धीरे से रवि सो गया क्या, रवि जाग रहा था लेकिन उसने अपनी आँखे बंद रखी और कोई रिप्लाइ नही किया, पायल ने एक बार और उसे थोडा हिला कर रवि सो गया क्या, रवि चुपचाप पड़ा रहा, पायल रवि को थोड़ी देर देखती रही फिर जब उससे रहा नही गया तो उसने धीरे से अपने चेहरे को आगे ले जाकर रवि के माथे पर किस कर दिया, और फिर रवि को देखने लगी लेकिन उसका मन नही भरा और इस बार पायल जो करने का सोच रही थी उसकी वजह से उसका दिल तेज-तेज धड़कने लगा, वह अपने चेहरे को आगे ले जाती है और फिर अपने होंठो को धीरे से रवि के होंठो पर रख कर एक गहरा चुंबन लेती है, जब पायल रवि के होंठो पर अपने होंठ रख देती है तो उसकी चूत पूरी गीली हो जाती है और उसे एक अजीब से आनंद की अनुभूति होती है, पायल अपने आप को रोक नही पाती है और उसके जिस्म से अपने गदराए जिस्म को पूरी तरह चिपका कर रवि के होंठो पर फिर से अपने रसीले होंठो को रख देती है और उसका गरम जिस्म पूरी तरह रवि से सटा लेती है उसकी चूत की नसे कूदने लगती है और उसकी चूत का खड़ा हुआ दाना और ज़्यादा तन कर फड़काने लगता है, पायल के दूध के मोटे-मोटे निप्पल बिल्कुल कड़े होकर तन जाते है, पायल धीरे-धीरे रवि के होंठो को अपने होंठो से बार-बार दबाती है फिर हटती है और फिर अपने होंठो से दबा लेती है, रवि की नाक मे उसकी दीदी के गदराए जिस्म की मादक खुसबू बहुत उत्तेजना पेदा कर देती है और उसे अपनी दीदी द्वारा की गई हरकत से बहुत ज़्यादा सुकून मिलता है वह चुपचाप सोने की आक्टिंग करते हुए लेटा रहता है,
    कुछ देर बाद पायल से रहा नही जाता है और वह डरते हुए लेकिन हिम्मत करके रवि के हाथ को पकड़ कर अपनी मोटी-मोटी तनी हुई गदराई चुचियो पर धीरे से रख देती है और फिर रवि के हाथ के पीछे अपना हाथ ले जाकर उसके हाथ को अपने दूध पर धीरे-धीरे दबाने लगती है और फिर से रवि के होंठो पर अपने रसीले होंठ रख कर दबाने लगती है, रवि उसकी इस हरकत से पागल हो जाता है और सोने की आक्टिंग करते हुए अपनी एक टांग को उठा कर पायल की कमर मे डाल कर उससे कस कर चिपक जाता है और पायल अपने भाई की बाँहो मे कस जाती है और अब उससे रहा नही जाता है और वह अपने भाई से ज़ोर से चिपक जाती है और उसके होंठो को चूमने लगती है, उसके दोनो मोटे-मोटे दूध रवि की छाती से कस कर दबे हुए थे और रवि ने उसकी कमर मे हाथ डाले हुए उसकी जाँघो और मोटी गान्ड को अपने पेर को डाल कर कस रखा था, पायल पूरी गीली हो चुकी थी और रवि उसकी स्थिति को समझ गया था और उसने मोके का फयडा उठाते हुए पायल को कस कर अपने सीने से लगाते हुए उसके रसीले होंठो को अपने मुँह मे भर कर चूसना चालू कर दिया, पायल यह जान कर की रवि जाग गया है उससे छूटने की कोशिश करने लगी लेकिन रवि ने अपनी दीदी के गदराए कसे हुए दूध को बड़ी बेरहमी से मसलना शुरू कर दिया और
    पायल उसकी इस हरकत से तड़प गई, आह..रवि, छोड़ ये क्या कर रहा है…?
    रवि- दीदी ,अब मुझे मत रोको आज मे तुम्हारी गदराई जवानी का सारा रस पी लेना चाहता हू
    पायल- आह, आह रवि ये ग़लत है प्लीज़ छोड़ दे मुझे
    रवि- अब क्या ग़लत है और क्या सही मे कुछ नही जानता और पायल की स्कर्ट उठा कर सीधे उसकी गान्ड के उपर हाथ ले जाकर उसकी पेंटी के अंदर हाथ डाल कर उसकी गदराई गान्ड के छेद मे हाथ की उंगलिया कस कर उसे अपनी ओर खीच लेता है, उसकी इस हरकत से पायल सिहर जाती है, रवि पायल के मोटे-मोटे गदराए चुतडो को अपने हाथ से बेरहमी से दबाने लगता है और दूसरे हाथ से पायल की कसी हुई चुचियो को ज़ोर-ज़ोर से मसल्ने लगता है,
    पायल उससे छूटने की कोशिश करती है लेकिन रवि की पकड़ काफ़ी मजबूत होती है और पायल के हाथ पेर ढीले पड़ जाते है, रवि अचानक पायल के उपर चढ़ जाता है और उसके गदराए तने हुए दूध को अपने दोनो हाथो मे भर कर बुरी तरह दबाते हुए मसल्ने लगता है और अपने होंठो से पायल के रसीले होंठो को चूसने लगता है, पायल तड़प कर रह जाती है और उसका विरोध ख़तम हो जाता है और उसकी चूत पानी-पानी हो जाती है, उसका चेहरा पूरा लाल हो जाता है और उसकी आँखे बंद हो जाती है, तभी रवि अचानक अपना एक हाथ नीचे ले जाकर पायल की पेंटी मे हाथ डाल कर उसकी फूली हुई गदराई चूत को अपनी हथेली के पंजो से पकड़ कर बुरी तरह कस लेता है और पायल आह करते हुए बेकाबू हो जाती है, पायल कुछ समझ पाती उससे पहले ही रवि उठ कर अपनी दीदी की दोनो जाँघो को पकड़ कर फैला देता है और अपने मुँह को सीधे उसकी चूत मे पेंटी के उपर से ही रख कर दबा लेता है,
    पायल अपनी जाँघो को चिपकाने की कोशिश करती है लेकिन रवि उसकी पेंटी मे कसी फूली हुई चूत की मादक खुसबू लेता हुआ उसकी चूत को पागलो की तरह अपने मुँह से दबाने लगता है,
    रवि अचानक पायल की चूत से अपना मुँह हटा कर उसे छोड़ता हुआ बैठ कर उसको देखने लगता है, उसकी इस हरकत पर पायल एक दम से रवि की ओर देखती है और रवि को मुस्कुराता हुआ देख कर अपने चेहरे को अपने हाथो से छुपा लेती है, रवि बिल्कुल शांत बैठा हुआ पायल को मुस्कुराता हुआ देखता रहता है और जब वह कुछ नही करता तो पायल अपने चेहरे से अपना हाथ हटाकर रवि को एक बार फिर देखती है और जब उसकी नज़र अपने भाई से मिलती है तो वह मुस्कुरा कर करवट ले कर अपने मुँह को तकिये से छुपा लेती है, रवि के सामने पायल की पेंटी मे कसी गदराई गान्ड आ जाती है और रवि एक दम से पायल की पेंटी के एलास्टिक मे अपनी उंगलिया फसा कर उसकी पेंटी को उसकी मोटी गान्ड से नीचे खिसका देता है और पायल क़ी गान्ड पूरी उसके सामने नंगी हो जाती है, रवि अपनी दीदी के मस्त भरे हुए गदराए चुतडो को देख कर सीधे अपना मुँह उसके चुतडो मे भर देता है और पागलो की तरह अपनी दीदी के भारी-भारी फैले हुए चुतडो को अपने मुँह से चूमने लगता है, रवि अपनी दीदी की नंगी गान्ड के पास बैठ कर उसकी गदराई गान्ड को देख कर पागल हो जाता है और अपनी दीदी के मोटे चुतडो को अपने हाथ से फैलाकर उसके चुतडो की दरार मे अपना मुँह डाल कर उसकी गुदा को पागलो की तरह चूमने और चाटने लगता है पायल अपनी मुत्ठियो से चादर को पकड़े हुए बुरी तरह सीसियाती हुई अपनी मोटी गान्ड अपने भाई से चटवाने लगती है,
    तभी रवि पायल की पेंटी को पूरी उसके परो से अलग कर देता है और अपनी दीदी को पूरी नंगी कर देता है और पायल को सीधा लिटा देता है तो पायल अपने मुँह को अपने हाथो से छुपा लेती है, रवि अपनी दीदी की चिकनी फूली हुई गदराई चूत को देखते ही अपना मुँह उसमे भर कर उसकी चूत को चूमने लगता है और पायल सीसीयाने लगती है,
    रवि- हाय दीदी तुम्हारी चूत कितनी खूबसूरत है, उसकी बात सुनकर पायल मुस्कुरा कर उसकी छाती मे लात मारती है और रवि उसकी टॅंगो को पकड़ कर उपर की ओर मोड़ कर जब अपनी दीदी की फटी हुई गुलाबी चूत और गदराई फूली हुई चूत की फांको को देखता है तो अपने होंठ खोल कर अपना मुँह सीधा अपनी दीदी की चूत मे भर कर
    उसे खूब कस-कस कर चाटने लगता है और
    पायल-आह, आह, आह रवि प्लीज़ छोड़ दे आह रवि आह आह करने लगती है,
    रवि अपनी दीदी की रसीली बुर को उपर से लेकर नीचे तक चाटने लगता है और उसके रस को उसकी चूत के गुलाबी छेद मे जीभ डाल-डाल कर चूसने लगता है, रवि की इस भयानक चुसाइ से पायल जल बिन मछली की तरह तड़पने लगती है, और उसकी मोटी गान्ड हरकत मे आकर हिलने लग जाती है
    रवि अपनी दीदी की रसीली बुर को चाट-चाट कर लाल करने लगता है, जब पायल ज़ोर-ज़ोर से सीसीयाने लगती है और कहने लगती है आह रवि आह, रवि प्लीज़ रवि आह रवि मे मर जाउन्गि आह,आह प्लीज़ रवि और ज़ोर से आह आह ओह ओह रवि प्लीज़ आह,
    पायल की ऐसी स्थिति देख कर रवि मुस्कुरा देता है और एक दम से पायल को छोड़ कर बेड से नीचे उतरने लगता है, पायल उसको इस तरह अचानक उतरते देख कर उसका हाथ पकड़ते हुए
    पायल- कहाँ जा रहा है, पायल का चेहरा उस समय वासना की आग मे लाल हो रहा था
    रवि- नही दीदी यह ग़लत है
    पायल- उसको मुक्का मारती हुई, कुछ ग़लत नही है और उसको अपनी ओर खीच कर अपनी चूत की ओर धकेलने की कोशिश करती है,
    रवि वापस खड़ा होता हुआ, नही दीदी मे तुम्हारे साथ ऐसा नही कर सकता
    पायल- गुस्से से लाल होती हुई उसको उठ कर मारते हुए, कमिने यह सब पहले सोचना था अब तू मुझे छोड़ कर नही जा सकता और उठ कर उससे कस कर चिपक जाती है, और रवि को पागलो की तरह चूमने लगती है, रवि खड़ा- खड़ा ही अपनी दीदी को अपने सीने से चिपका लेता है और
    रवि- मुस्कुराता हुआ उसको अपनी बाँहो मे भर कर, क्या तुम अपने भाई से अपनी चूत मर्वओगि
    पायल- हाँ
    रवि- उसके मोटे-मोटे पके आमो को दबाता हुआ, क्या तुम्हे बहुत अच्छा लग रहा है
    पायल- हाँ
    रवि- अपने हाथ को उसकी चूत के उपर ले जाकर उसकी चूत की फांको मे अपनी उंगली को रगड़ते हुए, क्या तुम मुझसे अपनी चूत चटवाना चाहती हो
    पायल- हू
    रवि- उसका चेहरा अपने हाथो से थाम कर उपर उठाता है और पायल अपनी आँखे खोल कर उसको देखती है, रवि उसकी बुर को अपने हाथो से सहलाता हुआ उसके रसीले होंठो को जैसे ही चूमने के लिए अपने होंठ आगे बढ़ाता है पायल अपनी आँखे बंद कर लेती है और रवि उसके होंठो को चूम कर अपने मुँह को उसके कान के पास ले जाकर,
    रवि-दीदी मेरे मुँह के उपर बैठोगी, पायल उसकी बात सुन कर उससे खूब कस कर चिपक जाती है और रवि उसके शर्ट के बटन खोल कर उसको पूरी नंगी कर देता है तब पायल भी रवि की शर्ट को उतार देती है और जब रवि अपनी दीदी के नंगे गदराए दूध को अपनी नंगी छाती से चिपकता है तो उसे ऐसा लगता है जैसे यह पल यही ठहर जाए, वह एहसास दोनो को इतना मज़ा देता है कि दो मिनिट तक दोनो अपने नंगे जिस्म को एक दूसरे से चिपकाए खड़े रहते है, उसके बाद रवि बेड पर बैठ कर सीधा लेट जाता है और पायल की एक टांग पकड़ कर अपने उपर चढ़ा लेता है और पायल की मोटी गदराई गान्ड को पकड़ कर अपनी ओर खींच कर उसकी फूली हुई चूत को अपने मुँह मे रख कर उसकी चूत को कस-कस कर चूसने लगता है
    और पायल पागलो की तरह अपने भाई के मुँह के उपर अपनी चूत धर कर रगड़ने लगती है रवि अपनी दीदी की चूत की फांको को खूब फैला-फैला कर चाटने लगता है, अपने हाथ अपनी दीदी की मोटी चुचियो पर ले जाकर उसे दबाने लगता है लगभग 20 मिनिट तक रवि अपनी दीदी की चूत को चाट-चाट कर लाल कर देता है और पायल उसके मुँह पर ही झाड़ जाती है, और फिर पायल हाँफती हुई रवि के साइड मे आकर लेट जाती है और रवि भी उसकी ओर मुस्कुरा कर देखने लगता है, दो मिनिट बाद रवि पायल से फिर से चिपक कर उसके दूध को कस कर दबाते हुए उसके रसीले होंठो को चूम लेता है तो पायल अपनी आँखे खोल देती है.

    रवि- पायल की फूली हुई चूत मे हाथ फेरता हुआ, दीदी मुझसे अपनी चूत मर्वओगि, मुझे आपकी चूत बहुत अच्छी लगती है
    पायल- उसे प्यार से देखती हुई, झूठ मत बोल तुझे तो हर औरत की चूत अच्छी लगती है, तू तो हर औरत को चोदने की नज़र से देखता है, बोल मे सही कह रही हू ना
    रवि- पायल के मुँह को चूमते हुए, माइ स्वीट दीदी तुम अपने भाई के बारे मे कितना जानती हो
    पायल- अच्छा सच-सच बता तू और किसकी चूत मारना चाहता है
    रवि- उसकी चूत को अपने हाथो से दबोचता हुआ, सबसे पहले तो तुम्हारी ही चूत मारना चाहता हू
    पायल- और सोनिया को भी चोदना चाहता है ना
    रवि- पायल का मुँह चूमते हुए हाँ
    पायल- और तू भाभी को भी नंगी देखने के लिए मरा जा रहा है ना
    रवि- पायल को खीच कर उसके मोटे-मोटे दूध को कस कर दबोचता हुआ, हाँ दीदी भाभी की गदराई जवानी जब से देखी है मेरा लंड उसके नाम पर बहुत खड़ा होने लगा है
    पायल- उसके तने लंड को पेंट के उपर से मसल्ते हुए जब छूती है तो उसके मुँह से बाप रे निकल जाता है
    रवि- दीदी खोल कर देखो ना और रवि अपनी पेंट उतार देता है और जब अपने लंड को बाहर निकालता है तो पायल अपनी आँखे फाडे हुए उसके मोटे लंड को देखने लगती है रवि- पायल का हाथ पकड़ कर अपने लंड पर रख देता है और उसे अपनी बाँहो मे भर कर उसके रसीले होंठो को बेतहाशा चूमने लगता है, पायल रवि के मोटे लंड को अपने हाथो से दबा-दबा कर उसकी लंबाई और चौड़ाई का जयजा लेने लगती है और उसकी चूत मे पानी आ जाता है और वह रवि के लंड को अपने हाथो से कस कर भींच लेती है
    रवि- दीदी कैसा है मेरा लंड
    पायल- बहुत मोटा है
    रवि- अपनी दीदी की चूत को कस कर अपनी हथेलियो मे दबोचते हुए, दीदी तुम बहुत दिनो से मेरा लंड अपनी चूत मे लेने के लिए तड़प रही हो ना
    पायल- उसके मोटे लंड को भिचते हुए तू भी मेरी चूत मारने के लिए मरा जा रहा है ना
    रवि- हाँ दीदी मे तो तुम्हे ना जाने कब से नंगी करके चोदने के लिए तड़प रहा हू
    पायल- तू बड़ा कमीना है, तू भाभी को भी चोदना चाहता है ना,
    रवि- हाँ दीदी पर भाभी को तो मेने अभी तक नंगी नही देखा लेकिन जब से तुम्हारी इस गदराई गान्ड को नंगी देखा है मे इसके लिए पागल हू और रवि पायल की मस्तानी गदराई गान्ड को अपने हाथो से कस-कस कर मसल्ने लगता है
    पायल रवि के आंड को अपने हाथो से सहलाने लगती है तभी रवि उठ कर पायल की जाँघो को फैला कर उसकी चूत मे अपना मुँह रख देता है और पायल सीसियाते हुए अपने भाई के मोटे लंड को अपने हाथो मे जाकड़ कर उसको अपने मुँह मे भर लेती है और दोनो एक दूसरे की चूत और लंड को पागलो की तरह चाटने लगते है, रवि अपनी दीदी की फूली हुई चूत की फांको को अपने हाथो से खूब फैला-फैला कर चाटने लगता है और उसकी चूत के गुलाबी छेद मे अपनी जीभ डाल देता है पायल उसके आंड्को को अपने हाथो मे भरती हुई उसके लंड के टोपे को अपने मुँह मे भर कर कस कर चूसने लगती है, कुछ देर बाद दोनो उठ कर एक दूसरे की आँखो मे देखते है और रवि पायल को खीच कर अपने गोद मे चढ़ा लेता है और पायल पूरी नंगी अपने भाई से कस कर चिपक जाती है,
    रवि पायल के गालो को अपने हाथो से सहलाता हुआ उसके रसीले होंठो को चूस्ता है और पायल की चूत की फांको के बीच रवि का लंड हरकत करता रहता है
    रवि- दीदी आज हमारे घर मे दो-दो सुहागरात एक साथ मनाई जा रही है, आज दो- दो कुवरीयो की सील एक साथ टूटेगी
    पायल- सीसियाती हुई, रवि अब मुझसे सहा नही जा रहा है मुझे चोद ना
    रवि- पायल की बात सुन कर मुस्कुराता हुआ क्या दीदी
    पायल- उसको मुक्का मारती हुई, उसको मुस्कुरा कर देखती है, तुझे एक बार मे समझ नही आता क्या
    रवि- एक बार और कहो ना क्या कह रही थी
    पायल- मुस्कुरा कर रवि के होंठो को चूमते हुए, अपनी दीदी को कस कर चोद दे भैया, फाड़ दे अपनी दीदी की चूत को
    रवि- पायल के मुँह से यह सुन कर उसे अपनी बाँहो मे भर कर कस कर उसके मोटे-मोटे दूध को मसलता हुआ उसके रसीले होंठो को चूमने लगता है और पायल उसके लंड को अपनी मोटी गदराई गान्ड उठा कर अड्जस्ट करने लगती है रवि पायल को नंगी ही अपनी गोद मे उठा कर खड़ा हो जाता है और पायल उसके दोनो ओर अपनी टाँगे करे उससे चिपक जाती है रवि का मोटा लंड पायल की गान्ड के छेद से सटा रहता है, रवि पायल को बेड पर लेटा देता है और उसके मुँह के पास आकर उसके होंठो को चूमता हुआ
    रवि- दीदी मेरे लंड को देखो सह लोगि ना तुम
    पायल- उसके मोटे लंड को अपने हाथ मे कस कर दबाते हुए, तू मेरी फिकर मत कर तेरा पूरा लंड एक ही बार मे खा जाउन्गि मे, अब देर मत कर रवि देख मेरी चूत का क्या हाल है और रवि को अपनी चूत फैला कर दोनो जाँघो को हवा मे उठा कर अपना मस्ताना भोसड़ा दिखाती है,
    रवि अपनी दीदी की चिकनी फूली हुई बुर को देख कर उसको अपने मुँह मे भर लेता है और एक बार खूब ज़ोर से उसको पूरी बुर को अपनी जीभ से गीला करता हुआ अपने लंड को अपनी दीदी की गुलाबी फूली हुई चूत मे लगा कर उसकी केले के समान तनी हुई जाँघो को फोल्ड करते हुए पायल की गदराई गान्ड को दबोच कर एक तगड़ा धक्का अपनी दीदी की चूत मे मार देता है
    और उसका आधा लंड पायल की रसीली चूत को फाड़ता हुआ अंदर फस जाता है और पायल आह मर गई रे कह कर ज़ोर से चिल्लाति है और रवि जल्दी से उसके मुँह पर हाथ रख कर उसकी आवाज़ को बंद करता हुआ, अभी तो कह रही थी एक ही बार मे पूरा लंड खा जाओगी अब क्या हुआ,
    पायल अपने पेरो को इधर उधर मारती हुई आह रवि बहुत दर्द हो रहा है प्लीज़ एक बार निकाल ले, रवि ठीक है और रवि उसकी जाँघो को अपने हाथ मे कस कर पकड़ता हुआ दूसरा धक्का कुछ ज़्यादा ही तेज अपनी दीदी की चूत मे मार देता है और पायल एक दम अकड़ जाती है और उसकी आँखे पलट कर बंद हो जाती है और रवि उसके उपर आकर लेट जाता है और पायल उसको अपने उपर से धकेल्ति हुई रवि मर जाउन्गि प्लीज़ रवि निकाल ले आह आ. रवि पायल के मोटे-मोटे दूध को अपने हाथो मे भर कर कस-कस कर दबाता हुआ उसकी चूत मे धीरे-धीरे लंड अंदर बाहर करना शुरू कर देता है और पायल गहरी-गहरी साँसे लेती हुई कराहने लगती है,
    रवि अपनी दीदी को धीरे-धीरे चोदता हुआ
    रवि- दीदी तुम्हारी चूत बहुत मस्त है कितना कसा हुआ मेरा लंड अंदर जा रहा है
    पायल- सीसियाते हुए, तेरे लंड ने मेरी चूत फाड़ दी है रवि, आह क्या धीरे-धीरे छू रहा है थोड़ा कस-कस कर मार ना मेरी चूत, बहुत खुजली हो रही है आह आहह,
    रवि अपनी दीदी की बात सुन कर उसकी चूत मे अपने लंड के तगड़े धक्के मारने लगता है और पायल अपनी मोटी गान्ड को उठा-उठा के रवि के लंड के धक्को का जवाब देने लगती है,
    पायल- आह,आह हाय रवि मुझे क्या मालूम था कि चूत मराने मे इतना मज़ा आता है नही तो मे कब की तुझसे चुद गई होती और चोद, खूब चोद, कस के चोद मेरे भैया, आज अपनी दीदी की चूत को चोद-चोद के फाड़ दे आ,आ,आ
    रवि पायल के होंठो को चूमता हुआ उसके गदराए दूध को कस कर दबाते हुए अपने लंड की करारी ठोकर अपनी प्यारी दीदी की मस्तानी चूत मे मारने लगता है और उसका मोटा लंड उसकी बहन की चूत मे सतसट अंदर बाहर होने लगता है, पायल पागलो की तरह रवि को चूमने लगती है और उसके हर धक्के के साथ अपनी गदराई मोटी गान्ड को उपर उठा कर अपनी चूत को रवि के लंड पर मारने लगती है, पायल की चूत उसके चूत रस से पानी-पानी हो जाती है और वह आसमान मे उड़ने लगती है,
    रवि अपनी दीदी को कस-कस कर चोदना शुरू कर देता है उनकी चुदाई की फ़च-फ़च की आवाज़ पूरे कमरे मे गुजने लगती है, पायल आह आह ओह ओह का स्वर निकालते हुए रवि को पूरी तरह कस लेती है और अपनी चूत को रवि के लंड मे कस कर अपनी गान्ड को और उपर उठा लेती है,
    रवि अपनी बहन की गदराई गान्ड के नीचे अपने हाथ को लगा कर उसके भारी चुतडो को दबोच लेता है और अपनी दीदी को कस-कस कर ठोकने लगता है और पायल एक दम आहह करते हुए अकड़ जाती है और रवि सतसट अपने लंड को अपनी दीदी की चूत मे मारता हुआ उसकी चूत की गहराई मे जाकर अपने लंड को पूरा फसा कर अपने लंड से रुक-रुक कर लंबी पिचकारी मारने लगता है और उसकी पिचकारी की मार पायल के गर्भ तक महसूस होने लगती है और पायल भी रवि के साथ कस कर चिपकती हुई बह जाती है,
    दोनो भाई बहन लंबी-लंबी साँसे लेते हुए हफ्ते रहते है और दोनो की आँखे बंद रहती है, करीब दो मिनिट तक रवि अपनी बहन पर चढ़ा हांफता रहता है उसके बाद रवि जैसे ही उठने लगता है पायल उसको अपनी बाँहो मे जाकड़ लेती है और फिर से अपनी कमर हिलाने लगती है, पायल तब तक रवि के लंड को अपनी चूत मे दबोचे हिलती रहती है जब तक कि रवि का लंड उसकी चूत से खुद ही बाहर नही आ जाता है,
    उसके बाद रवि अपनी दीदी के उपर से उठ कर अपने लंड को चादर से पोछता है और फिर अपनी दीदी की ओर देखता है तो पायल उसको देख कर मुस्कुराती है तब रवि उसको देख कर मुस्कुराते हुए अपनी आँख मार देता है, पायल उसकी हरकत पर मुस्कुरा कर उसके बाजू मे एक हाथ कस कर मारती हुई, कमीना कही का, और फिर पायल नंगी ही उठ कर खड़ी हो जाती है और अपनी गदराई मोटी गान्ड को मतकाती हुई बाथरूम की ओर जाने लगती है, रवि अपनी दीदी की गदराई मस्तानी गान्ड की थिरकन को ललचाई नज़रो से देखता है तभी पायल पलट कर रवि को देखती है और जब उसे अपने मोटे- मोटे फैले हुए गदराए चुतडो को देखता पाती है तो हस कर वही झुक कर अपने हाथो से अपनी गान्ड को फैला कर अपनी मोटी गान्ड के छेद को रवि को दिखा देती है, रवि उसकी इस हरकत से पागल हो जाता है और उठ कर पायल की और जाने लगता है और पायल मुस्कुरा कर भाग कर बाथरूम मे घुस जाती है और जैसे ही दरवाजा बंद करने लगती है
    रवि हाथ अदा कर रोक देता है और खुद भी बाथरूम मे घुस जाता है,
    पायल- रवि क्या कर रहा है मे आती हू ना बाहर मुझे पेशाब तो कर लेने दे
    रवि - मे भी देखुगा तुम कैसे मुतती हो
    पायल- रवि तू बाहर जा मुझे तेरे सामने नही मुतना है
    रवि- ओफ्फ हो दीदी मेरे सामने नंगी खड़ी हो फिर भी शर्मा रही हो
    पायल- लेकिन रवि,
    रवि- लेकिन-वेकीन कुछ नही अब जल्दी करो
    पायल- रवि को देख कर मुस्कुराते हुए, अच्छा करती हू और बैठने लगती है तो रवि उसका हाथ पकड़ कर, नही दीदी बैठ कर नही खड़ी होकर करो
    पायल- तू पागल है क्या खड़ी होकर मुझसे नही बनता है
    रवि - सब बन जाएगा तुम करो तो सही और पायल को पीछे से हाथ डाल कर एक हाथ से उसकी गुदा और दूसरे हाथ से उसके दूध को मसलता हुआ, मेरा मुँह क्या देख रही हो करो ना
    पायल- खड़ी-खड़ी ही रुक-रुक कर मूतने लगती है और रवि उसकी चूत को सहलाने लगता है, पायल की आँखो मे कुछ शर्म सी आ जाती है और वह रवि से चिपक जाती है रवि उसको वही बैठा कर उसकी चूत मेपानी डाल कर उसको रगड़-रगड़ कर धोने लगता है, रवि पायल की चूत के छेद मे उंगली डाल-डाल कर उसकी चूत पर ठंडा पानी डाल-डाल कर उसकी चूत को धो देता है उसके बाद रवि पायल को लेकर बाहर आ जाता है और बाथरूम के गेट पर रुक जाता है पायल दो कदम आगे चल कर पलट कर
    पायल- क्या हुआ तू रुक क्यो गया
    रवि- उसके भारी चुतडो को देखता हुआ कुछ नही तुम चलो तो
    पायल- मुस्कुरा कर मे जानती हू तू क्यो रुक गया, तू मेरी गदराई मोटी गान्ड की थिरकन देखना चाहता है ना
    रवि- मुस्कुरा कर, दीदी तुम बहुत समझदार हो, तुम्हे तो मेरी बीबी होना चाहिए था
    पायल- तो कौन सा तू मेरे साथ भाई बहन वाले काम करता है, चोदता तो अपनी बीबी की तरह ही है
    रवि- नही दीदी, जितना मज़ा अपनी जवान दीदी को चोदने मे आता है उतना मज़ा शायद अपनी बीबी को भी चोदने मे नही आता होगा, और जब तुम्हारी शादी होगी तो तुम्हे भी उतना मज़ा अपने पति से चुदवाने मे नही आएगा जितना मज़ा तुम्हे अपने भाई से चुदवाने मे आया होगा
    पायल- मुस्कुरा कर तूने कहाँ से सीखा यह सब, इसीलिए तू अपनी दीदी को चोदने के लिए तड़प रहा था
    रवि- पायल के पास आकर उसके रसीले होंठो को अपने मुँह मे भर कर चूमता हुआ, क्या तुम मेरे लंड को अपनी चूत मे लेने के लिए नही तड़प रही थी,
    पायल- मे तो बहुत तड़प रही थी लेकिन तुझे तो मुझसे अच्छी लड़किया भी चोदने को मिल जाती फिर तू मेरे ही पीछे हाथ धोकर क्यो पड़ा हुआ था,
    रवि- दीदी मुझे लड़किया तो बहुत पसंद आई लेकिन जब मे तुम्हे नंगी करके चोदने की कल्पना करता हू ना तो मुझे एक अलग ही मज़ा आता है, तुम्हारी नशीली गदराई जवानी की बात ही अलग है, उपर से जब मे सोचता हू कि तुम मेरी दीदी हो तो मेरे लंड मे एक अलग ही तनाव आता है और मे तुम्हे पूरी नंगी करके अपनी बाँहो मे भर लेना चाहता हू,
    पायल- रवि के मोटे लंड को अपने हाथो मे भर कर उससे चिपकती हुई, रवि अब तुझे मुझको रोज चोदना पड़ेगा मे तेरे बिना नही रह सकती हू
    रवि- दीदी तुम फिकर क्यो करती हो आज से तुम रोज अपने भाई के साथ नंगी ही सोऑगी और तुम्हारा भाई अपनी दीदी को रोज कस कर चोदेगा, मे भी तुम्हारे बिना नही रह सकता हू,
    पायल- लेकिन रवि अब भाभी हमारे घर मे आगाई है इसलिए तू अपनी हर्कतो पर कंट्रोल रखेगा और हमे बहुत सावधानी से काम करना होगा उन्हे अगर ज़रा भी भनक लगी तो भैया हमारी जान ले लेंगे,
    रवि- पायल को अपने गोद मे उठा कर अपने सीने से चिपका लेता है और पायल नंगी ही उसकी कमर के आसपास अपने पेरो को लपेट कर उससे चुपक जाती है और रवि अपने लंड को पायल की चूत मे सेट करके उसे सॅट से अपने लंड पर बैठा लेता है और उसका लंड उसकी दीदी की चूत फाड़ता हुआ अंदर समा जाता है और पायल रवि का मुँह चूमते हुए उससे चिपक जाती है
    रवि आराम-आराम से पायल की मोटी गदराई गान्ड को अपने हाथो से थामे उपर नीचे करने लगता है और पायल अपने भाई के उपर चढ़ि अपनी चूत मारती रहती है,
    रवि- दीदी यह तो तुम सच कह रही हो की भाभी के आने से हमे सावधानी रखनी होगी लेकिन अगर मे भाभी को भी चोद दू तो फिर तो हमारी सारी टेन्षन ख़तम हो जाएगी
    पायल- बड़ा आया भाभी को चोदने वाला, तूने सब को अपनी दीदी की तरह समझ रखा है क्या, भाभी से कोई उल्टी बात कर भी मत देना नही तो इतने जूते खाएगा की गिनना भी मुश्किल हो जाएगा,
    रवि- दीदी अच्छा ये बताओ तुम एक तेज नेचर की लड़की थी ना,
    पायल- हाँ तो
    रवि- दीदी जब मे तुम्हे फसा कर चोद सकता हू तो फिर भाभी क्या चीज़ है
    पायल- देख रवि हर चीज़ को मज़ाक मे मत लिया कर तू ज़रूरत से ज़्यादा कॉन्फिडेंट मत हुआ कर किसी दिन तेरा ओवरकॉन्फिडेंट तुझ पर भारी पड़ेगा
    रवि- पायल के दूध को अपने हाथो मे भर कर दबाता हुआ उसके रसीले होंठो को चूम कर, अच्छा दीदी मेरे एक सवाल का जवाब दो
    पायल- आह क्या
    रवि- दीदी मान लो तुम्हारी शादी हो गई होती और तुम्हारा देवेर किसी दिन तुम्हारे पास खड़ा हुआ बाते करते-करते अचानक तुम्हारी मोटी गान्ड को अपने हाथो से सहला देता तब तुम यह बात अपने पति को बताती कि नही,
    पायल- कुछ सोच कर नही
    रवि- पर क्यो नही बताती
    पायल- इसलिए कि ऐसी बात अगर मे अपने पति से करती तो हो सकता है उल्टे वो मुझे ही ग़लत समझ लेते और अपने भाई पर उन्हे पूरा विश्वास होता, तब मे सही होते हुए भी उनकी नज़र मे बिना कारण ही ग़लत हो जाती
    रवि- बिल्कुल सही कहा तुमने आंड दिस ईज़ फॅक्ट, यही होता भी है हमरे कल्चर मे औरत अक्सर ऐसी बाते किसी से शेर नही करती जिनमे उन्हे अपनी ही इज़्ज़त का ख़तरा हो, मेरे ख्याल से तुम समझ गई होगी कि मे क्या कहना चाहता हू
    पायल- पर रवि कुछ औरते ऐसी भी होती है जो यह सब नही सोचती और सीधे आदमी को मरवा देती है
    रवि- दीदी तुम अपने कमिने भाई को जानती नही हो, भाभी को तो मे चोद कर ही रहुगा उसके लिए मुझे चाहे जो करना पड़े, उसकी गदराई जवानी देख कर तो मे उसे फोटो देख कर ही चोद चुका हू, पर दीदी तुम्हे मेरा थोड़ा साथ देना होगा,
    पायल- रवि के उपर से उतरती हुई, मे तेरा साथ क्यो दू
    रवि- दीदी तुम समझती नही हो यह हम दोनो के लिए बहुत ज़रूरी है कि भाभी को भी हम अपने खेल मे शामिल कर ले वरना किसी दिन हम पकड़े गये तो ज़्यादा बड़ी बात हो जाएगी या फिर आज के बाद हम दोनो यह सब बंद कर्दे, अब फ़ैसला तुम्हारे हाथ मे है तुम अपने भाई के लंड से रोज चुदना चाहती हो या आज आख़िरी चुदाई समझ कर भूल जाना चाहती हो.
    पायल- रवि से चिपकते हुए उसके लंड को पकड़ कर, रवि यह भी कोई भूलने वाली चीज़ है क्या इसके बिना तो मे एक दिन नही रह सकती, लेकिन रवि तू जो कह रहा है वह बहुत रिसकी काम है कही कुछ गड़बड़ हो गई तो,
    रवि- दीदी पहले हम भाभी को अच्छे से आजमाएगे यदि हमे लगा कि वह अपनी चूत मरवाने के लिए मर रही है तब हम आगे कदम बढ़ाएगे,
    पायल- ठीक है लेकिन जो भी करना सोच समझ कर करना वह तेरी भाभी है दीदी नही
    रवि- पायल के होंठो को चूमते हुए, दीदी यू आर वेरी स्वीट, काश उपर वाला हर किसी को तुम जैसी मस्तानी बहन दे, और रवि पायल को अपने सीने से लगा कर अपने हाथ नीचे ले जाकर उसकी गदराई गान्ड को अपने हाथो से दबोचते हुए
    रवि- दीदी
    पायल- हू
    रवि- दीदी मुझे तुम्हारी ये गदराई मोटी गान्ड बहुत अच्छी लगती है
    पायल- मे जानती हू, देखेगा अपनी दीदी की मोटी गान्ड को
    रवि- दिखाओ ना, देखूँगा भी और चाटूँगा भी
    पायल- अच्छा जा बेड पर जाकर बैठ जा
    रवि बेड पर जाकर बैठ जाता है और पायल उसके करीब आकर घूम जाती है और फिर रवि को मूड कर देखती हुई अपनी मस्ताने गदराए फैले हुए चुतडो को मटकाने वाले अंदाज मे चलने लगती है और फिर पलट कर मुस्कुराते हुए रवि की ओर देखती है और अपनी गान्ड को बाहर की ओर उभार कर अपने दोनो हाथो से अपनी गान्ड के भारी-भारी पाटो को विपरीत दिशा मे फैला कर अपनी गुदा को अपने भाई को दिखाती हुई ले देख जी भर के कैसी है
    रवि धीरे से उठ कर अपनी दीदी के पास जाता है और अपने घुटनो के बल बैठ कर
    रवि- दीदी थोड़ा और फैलाओ ना
    पायल- अपने हाथो से पानी मोटी गान्ड के छेद को खूब फैला लेती है और रवि अपनी जीभ निकाल कर अपनी दीदी की गान्ड के मोटे कसे हुए छेद को चाटने लगता है और पायल मुस्कुराते हुए अपनी आँखे बंद करके आह आह ऐसे ही रवि साथ मे चूत को भी चाट और पायल थोड़ा और झुक जाती है,
    पायल- हाँ रवि ऐसे ही चूत के तने हुए दाने से अपनी जीभ को फेरते हुए मेरी चूत के रसीले छेद को चाटते हुए मेरी गान्ड तक अपनी जीभ लाकर चाट रवि हाँ सी ऐसे ही हाँ, हाँ ऐसे ही रवि तू बहुत अच्छा चाटता है चूत और गान्ड को एक साथ चाट उपर से नीचे तक अपनी जीभ को थोड़ा दबा कर फेर रवि हाँ, हाँ सी आह, आह, हाँ रवि ऐसे ही हाँ , आह आह रवि अपनी दीदी की बात सुन कर पूरे जोश मे आकर उसकी चूत और मोटी गान्ड को खूब कस-कस कर चाटने लगता है और पायल के पेर कुछ ही देर मे काँपने लगते है और
    पायल- रवि मुझसे खड़ा नही रहा जाएगा चल बेड के पास करते है और फिर पायल अपने भारी-भारी गोरे-गोरे चुतडो को मतकाती हुई बेड से पेट के बल लेट जाती है और अपनी गान्ड को रवि को दिखाती हुई
    पायल- आ रवि अब अच्छे से जी भर कर चाट तू बहुत अच्छा चाटता है जो भी औरत तुझसे अपनी गान्ड और चूत चाताएगी वह बहुत खुस
    हो जाएगी, तू एक दम एक्सपर्ट है पता नही तुझे और कौन-कौन से हुनर आते है,
    रवि अपनी दीदी की गान्ड के पास आकर ज़मीन पर बैठता हुआ अपने मुँह को उसकी गान्ड के छेद से लगा देता है और पायल अपने हाथो से अपने भारी-भारी चुतडो को और फैला देती है
    पायल- रवि मेरी चूत और गान्ड को उपर से चीभ फेरते हुए नीचे तक लेजा कर खूब कस कर कर चाटना
    रवि- ओके दीदी आज मे तुम्हे पूरी मस्त कर दूँगा और रवि अपनी दीदी की गान्ड और चूत को पागलो की तरह कस-कस कर चाटने लगता है पायल आह आह करती हुई सीसीयाने लगती है रवि पायल की चूत और गान्ड के छेद को चाट-चाट कर पूरी लाल कर देता है और पायल की चूत से पानी बह-बह कर उसकी गदराई जाँघो से रिसने लगता है, पायल अपनी गान्ड को रवि के मुँह मे मारने लगती है और रवि उसकी गदराई गान्ड को दबोचे हुए कस-कस कर उसकी चूत का रस पीने लगता है
    बीच-बीच मे रवि अपनी दीदी की गुदा मे अपनी उंगली भी डाल देता है कभी-कभी अपनी दीदी की गुदा मे पूरी उंगली फसा कर उसकी चूत को चाटता है तो पायल पागल हो कर अपनी गान्ड को रवि के मुँह पर मारने लगती है, जब उससे बर्दास्त करना मुश्किल हो जाता है तो
    पायल- रवि अब अपना लंड डाल दे अब मुझसे नही सहा जा रहा है
    रवि- दीदी मुझे तुम्हारी गान्ड मारना है
    पायल- नही रवि अभी नही मेरी गान्ड और
    कभी मार लेना आज तो तू मेरी चूत को ही जम
    कर चोद दे मुझे बहुत खुजली हो रही है, आज मेरी चूत पीछे से ही खूब कस-कस कर मार, मेरी गान्ड तू और कभी मार लेना
    रवि- ठीक है दीदी जैसी तुम्हारी मर्ज़ी और रवि अपने मोटे लंड को अपनी दीदी की चूत फैला कर पीछे से एक तगड़े धक्के के साथ उसकी चूत मे भर देता है, और पायल अपनी हाथो की कोहनी को बेड से टिकाए उसके लंड के तगड़े शॉट अपनी चूत मे लेने लगती है,
    रवि सतसट अपने लंड को अपनी दीदी की उठी हुई गदराई चूत मे मारने लगता है और पायल की चूत की फांके चौड़ी होकर रवि का लंड अपने अंदर समाए
    रहती है, रवि अपनी दीदी की चूत मे अपने लंड को इतना तेज ठोकता है कि उसका लंड उसकी दीदी की चूत मे जड़ तक जाकर ठोकर मारता है, पायल उसके हर धक्के के साथ आह आह करते हुए सीसीयाने लगतीहै,
    लगभग 20 मिनिट तक रवि अपनी दीदी की चूत को पीछे से चोद-चोद कर लाल कर देता है और जब एक जबरदस्त धक्का अपनी दीदी की चूत मे मारता है तो पायल एक दम से खड़ी होकर रवि को खड़ा करके उसके सीने से बुरी तरह चिपक जाती है और उसे पागलो की तरह चूमने लगती है रवि अपनी दीदी को फिर से घुमा कर झुका देता है और फिर से उसकी चूत मे सॅट से अपने लंड को अंदर तक भर देता है और फिर उसकी चूत को कस-कस कर चोदने लगता है,
    दो मिनिट बाद ही पायल फिर से वापस मूड कर रवि से चिपकते हुए
    पायल- बस रवि अब नही सहा जाता मेरा निकल जाएगा
    रवि- पायल के होंठो को चूमता हुआ आइ लव यू दीदी और उसे बेड पर सीधे लिटा कर उसकी उसकी चूत मे अपने लंड को पेल कर उसके उपर चिपक कर लेट जाता है और अपने हाथ को अपनी दीदी की गान्ड के नीचे ले जाकर उसकी गान्ड को थोड़ा उपर उठा कर अपने लंड से अपनी दीदी को सतसट चोदने लगता है और पायल हवा मे उड़ने लगती है,
    रवि सतसट 8-10 धक्के कस-कस कर अपनी दीदी की चूत मे मारता है और पायल अकड़ कर उससे बुरी तरह चिपक जाती है और उसकी चूत की नसे फड़कते हुए अपने अंदर भरे रस को छोड़ने लगती है और रवि भी अपनी दीदी की चूत की जड़ मे अपने लंड को पूरा फसा कर अपने लंड का रस रुक-रुक कर अपनी दीदी की चूत मे छोड़ता हुआ उसे कस कर अपने से चिपका लेता है, दोनो की साँसे पूरी रफ़्तार से चलने लगती है और दोनो अपनी आँखे बंद किए हुए एक दूसरे की चूत और लंड को कस कर एक दूसरे से चिपकाए हान्फ्ते रहते है, लगभग 2 मिनिट तक उसी स्थिति मे पड़े रहने के बाद रवि अपना चेहरा उपर उठा कर आँखे खोल कर पायल को देखता है तब पायल भी अपनी आँखे खोल कर रवि को देखती है रवि उसकी और एक स्माइल देता है और पायल भी मुस्कुरा कर उसके मुँह को अपने दूध मे भर कर चिपका लेती है, कुछ देर बाद रवि पायल के उपर से हट कर साइड मे लेट जाता है और दोनो करवट लेकर एक दूसरे को देखते हुए मुस्कुराने लगते है, फिर रवि अपनी दीदी के चेहरे को चूमता हुआ उसे अपने से चिपका लेता है और अपनी दीदी के सर पर प्यार से हाथ फेरते हुए उसे प्यार करने लगता है और पायल अपने भाई के सीने मे अपना हाथ फेरती हुई उससे चिपक जाती है, कुछ देर तक दोनो एक दूसरेको सहलाते रहते है फिर नंगे ही एक दूसरे सेचिपक कर नींद के आगोश मे समा जाते है

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  13. #13
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    Re: KAMINA

    KAMINA


    रवि अपनी दीदी के चेहरे को चूमता हुआ उसे अपने से चिपका लेता है और अपनी दीदी के सर पर प्यार से हाथ फेरते हुए उसे प्यार करने लगता है और पायल अपने भाई के सीने मे अपना हाथ फेरती हुई उससे चिपक जाती है, कुछ देर तक दोनो एक दूसरेको सहलाते रहते है फिर नंगे ही एक दूसरे सेचिपक कर नींद के आगोश मे समा जाते है

    Ab Agey.........

    सुबह-सुबह पायल जाकर अपने भैया के रूम का दरवाजा बजा कर भाग कर किचन मे आ जाती है थोड़ी देर बाद निशा अपनी मोटी गान्ड हिलाती हुई किचन मे आती है,
    पायल- मुस्कुराते हुए हेलो भाभी कैसी हो
    निशा- मे तो ठीक हू पर तुम कुछ ज़्यादा ही खुस दिख रही हो क्या बात है
    निशा की बात सुन कर पायल के चेहरे का रंग उड़ जाता है उसे ऐसा लगता है जैसे उसकी चोरी किसी ने पकड़ ली हो
    पायल- नही भाभी ऐसी कोई बात नही है मे तो इसलिए खुस हो रही हू कि मे भैया का टिफिन रोज तैयार करके थक गई थी अब तुम जो आ गई हो, मेरी ड्यूटी ख़त्म हुई
    निशा- मुस्कुरा कर अरे अब तुम्हे कुछ करने की ज़रूरत नही है मे आ गई हू ना मे सब संभाल लूँगी और पायल के सर पर प्यार से हाथ फेरने लगती है,
    पायल- भाभी मे तो मज़ाक कर रही थी, आप आराम से सोफे पर बैठो मे अभी आपके लिए कॉफी बना कर लाती हू
    निशा- नही पायल तुम्हे कुछ करने की ज़रूरत नही है मे हू ना, अब मे ही तुम सब का ख्याल रखुगी
    पायल- नही भाभी आप अभी नई-नई आई हो और आते ही कम मे जुट जाओ मुझे अच्छा नही लगेगा
    निशा- अरे इसमे कोई प्राब्लम नही है पगली,
    पायल- अच्छा ठीक है हम दोनो मिल कर ही सब काम करते है
    निशा- पहले तू जाकर नहा ले तुझे कॉलेज भी जाना होगा मे कॉफी बनाती हू
    पायल- ओके भाभी
    पायल जाकर बाथरूम मे घुस जाती है तभी रवि बाहर आता है और किचन मे घुसता हुआ ” दीदी “
    निशा- मुस्कुरा कर रवि की ओर देख कर, रवि आज से तुम्हारी भाभी ने किचन संभाल लिया है, तुम बैठो मे कॉफी लेकर आती हू
    रवि- अपने मन मे सोचता हुआ, क्या बात है रात को लगता है इसकी तबीयत से ठुकाई नही हुई वरना यह इतने जोश मे सुबह से किचन मे नही आ जाती, आने दो बाहर इसकी चाल देखता हू रात को यह चुदी भी है या नही
    रवि- ओके भाभी और अपनी भाभी को उसी के सामने एक बार उपर से नीचे तक देखता हुआ मुस्कुरा कर बाहर निकल जाता है
    निशा अपने मन मे, इसकी नज़रे मुझे बहुत कमिनि लगती है क्या मालूम क्या सोचता है यह मेरे बारे मे
    थोड़ी देर बाद निशा कॉफी लेकर आती है और रवि उसको देखने लगता है,
    निशा उसकी नज़रो को देखती हुई थोड़ा झेप कर उसको कॉफी देने के लिए जैसे ही झुकती है
    रवि उसके बड़े-बड़े गदराए थनो को देखने लगता है और निशा उसकी नज़रो को अपने मोटे दूध पर पड़ते देखती है तो उसे कॉफी देती हुई अपने मन मे कमीना कही का अपनी भाभी को भी नही छोड़ रहा है, पता नही अपनी बहन को छोड़ता होगा कि नही, और जब कॉफी देकर निशा वापस किचन की ओर जाने लगती है तो उसके भारी-भारी गदराए चुतडो को देख कर रवि मस्त हो जाता है और उसके दिल से आवाज़ आती है हाई भाभी क्या चुतड पाए है आपने,
    तभी निशा किचन मे घुसने के पहले एक दम से रवि को पलट कर देखती है और उसे अपने गदराए चुतडो को देखते हुए पाती है, रवि की नज़र अचानक अपनी भाभी से मिल जाती है और निशा को रवि के उपर बहुत गुस्सा आता है लेकिन फिर अचानक उसके होंठो पर एक स्माइल आ जाती है और वह किचन के अंदर चली जाती है, उसे इस तरह मुस्कुराता हुआ देख रवि की कुछ हिम्मत बढ़ जाती है,
    थोड़ी देर बाद निशा वापस आकर रवि के सामने बैठ जाती है, रवि अपनी नज़रो से निशा के मोटे- मोटे दूध को देखने लगता है लेकिन जब निशा उसकी ओर देखती है तो वह इधर उधर देखने लगता है, निशा उसकी नज़रो को समझ जाती है
    निशा- रवि क्या बात है तुम मुझे बहुत देख रहे हो
    रवि- एक दम सकपका कर फिर बात बनाता हुआ, भाभी आप बहुत खूबसूरत हो ना इसलिए मेरी नज़र आप के उपर बार-बार चली जाती है
    निशा- लगता है देवेर जी तुम्हारी भी शादी की उमर हो गई है अब तुम औरतो को देखने लगे हो
    रवि- निशा के सामने ही उसके मोटे खरबूजो को देखता हुआ कहा भाभी अभी तो मे बच्चा हू
    निशा- मुस्कुरा कर बच्चे हो या दूध पीते बच्चे
    रवि- निशा की बात से थोड़ा झेप्ते हुए, फिर थोडा कॉन्फिडेन्स लाते हुए, निशा की आँखो के सामने उसके मोटे दूध को
    देख कर भाभी बच्चा हो या बड़ा दूध तो सभी को पसंद होता है सभी दूध पीना पसंद करते है
    रवि की बात सुन कर इस बार निशा झेप जाती है और अपने मन मे यह कितना बड़ा कमीना है इसका अंदाज़ा लगाना मुश्किल है पर है कमीना मेरी टक्कर का इसका भाई तो इसके कामीने पन के आगे कुछ भी नही, वह तो औरत को सामने नंगी पाकर भी कस कर नही चोदता है और यह तो इतना बड़ा कमीना है की अपनी आँखो से ही औरत को चोद दे इससे बच के रहना पड़ेगा
    रवि- क्या हुआ भाभी क्या सोचने लगी
    निशा- कुछ नही बस यह सोच रही थी कि तुम दोनो भाइयो मे कितना अंतर है
    रवि- वो कैसे
    निशा- मुस्कुराते हुए वो तो मे तुम्हे बाद मे बताउन्गि
    रवि- अपने मन मे जानम जब मेरा मोटा लंड अपनी कसी हुई फूली चूत मे ले लोगि तब बताओगि क्या, ज़रूर तुम मेरा कमीना पन देख कर मुझे लेकर चोदने तक पहुच गई होगी अक्सर औरते मुझसे मिलते ही चोदने की स्टेज पर पहुच जाती है
    तभी पायल नाहकार केवल टॉवेल लपेट कर अपने रूम की ओर जाने लगती है तो रवि पायल की थिरकति मोटी गान्ड को उसके टॉवेल मे से देखने लगता है और निशा रवि को देखने लगती है,
    निशा रवि को इस तरह अपनी बहन को देखते हुए चौक जाती है और अपने मन मे सोचने लगती है, यह तो बहुत बड़ा कमीना है यह तो अपनी बहन को भी उसी नज़र से देखता है,
    रवि- निशा को देखता हुआ, लगता है भाभी आप मेरे बारे मे सोच कर काफ़ी कन्फ्यूज़ हो रही हो
    निशा- उसको घूर कर देखती हुई, मे भला तेरे बारे मे क्यो सोचने लगी
    उसकी बात से रवि अपने मन मे मेरी जान तुम कितना ही सख़्त रवैया अपना लो पर एक दिन तुम्हारी चूत मे मार कर ही रहुगा
    तभी रोहित तैयार होकर बाहर आ जाता है और उन लोगो के पास बैठता हुआ अरे पायल कहाँ है
    रवि- दीदी तो तैयार हो रही है भैया
    रोहित- निशा को मुस्कुरा कर देखते हुए, क्यो रवि कैसी लगी तुम्हे तुम्हारी भाभी
    रवि- निशा की आँखो के सामने उसके मोटे गदराए दूध को घूर कर निशा की ओर एक कमिनि मुस्कान मार कर भैया मे जैसी भाभी चाहता था आप बिल्कुल वैसी ही भाभी लाए हो, और निशा को आँख मारते हुए भैया मुझे भाभी बहुत पसंद है, पर पता नही भैया भाभी मेरे जैसा देवेर पाकर खुस है कि नही
    रोहित- अरे खुस क्यो नही होगी तुमसे अच्छा देवेर निशा को कहाँ मिलेगा, क्यो निशा मे ठीक कह रहा हू ना
    निशा- रवि को खा जाने वाली नज़रो से देखती हुई, यह तो मेरी सोच से भी ज़्यादा अच्छा है
    रोहित- रवि तुमने अपनी भाभी को आते ही परेशान करना शुरू तो नही कर दिया ना
    रवि- निशा को देख कर मुस्कुराता हुआ, क्या बात कर रहे हो भैया मेरी टन्निंग तो भाभी से बिल्कुल दीदी जैसी हो गई है, सच भैया अब इस घर मे मेरी दीदी की और भाभी की खूब जमने वाली है मज़ा आ जाएगा
    रोहित- मुस्कुराता हुआ, होना भी ऐसा ही चाहिए सब मिलजुल कर प्यार से रहो और एक दूसरे की हेल्प करो
    निशा उठ कर किचन मे चली जाती है और रोहित अपने जूते पहन कर तैयार हो जाता है कुछ देर बाद निशा उसका टिफिन लाकर दे देती है और रोहित उनको बाइ करता हुआ बाहर निकल जाता है, रोहित के जाते ही निशा रवि के पास आती है
    निशा- रवि मुझे तुम्हारा अटिट्यूट बिकुल पसंद नही है तुम मेरे साथ तमीज़ से पेश आया करो वरना मुझ से बुरा कोई नही होगा
    रवि- उसकी बात सुन कर एक दम से घबरा जाता है, मेने ऐसा क्या कर दिया भाभी
    निशा- ज़्यादा बनने की कोशिश मत करो मे बच्ची नही हू जो तुम्हारी हर्कतो को ना समझू
    रवि- देखो भाभी अगर मुझसे अंजाने मे कोई ग़लती हुई है तो उसके लिए सॉरी लेकिन मे ऐसा कुछ नही करना चाहता था जिससे आपको बुरा लगे
    निशा- अच्छा तो तुम मुझे ग़लती से अपने भैया के सामने आँख मार रहे थे
    रवि- मेने कब आँख मारी हो सकता है वह आपका भ्रम हो
    निशा- और तुम्हारा इस तरह से मुझे देखना वो क्या है
    रवि- किस तरह से
    निशा- ज़्यादा स्मार्ट मत बनो
    रवि- भाभी आपको कुछ ग़लतफहमी हुई है, मेरे दिल मे आपके लिए बहुत सम्मान है आप बेवजह नाराज़ हो रही हो
    निशा- कुछ सोचती हुई, ठीक है अब जाने दे उन बातो को पायल आ रही है वह सुनेगी तो उसे अच्छा नही लगेगा
    निशा वापस किचन मे जाने लगती है और रवि की नज़रे फिर से उसके गदराए मटकते चुतडो पर लग जाती है, निशा चलते हुए फिर से एक दम पलट कर रवि की ओर देखती है और रवि को अपने मोटे-मोटे चुतडो को घूरता हुआ पाकर, कमीना कही का कह कर अंदर चली जाती है,
    पायल- रवि तू अभी तक रेडी नही हुआ, कॉलेज नही जाना क्या
    रवि- होता हू और उठ कर अपने रूम मे चला जाता है
    पायल- भाभी मुझे भी कॉफी दो ना
    निशा- मुस्कुरा कर उसको कॉफी देती है और फिर कुछ देर बाद रवि जब पायल को लेकर बाइक के पास जाता है तो निशा भी पायल को बाहर तक छोड़ने आती है निशा खड़ी रहती है और रवि अपनी भाभी को देखता हुआ अपनी बाइक स्टार्ट करता है पायल बाइक पर बैठ जाती है तो रवि अपनी भाभी को देखता हुआ दीदी थोड़ा आगे सरक कर बैठो ना पायल थोड़ा आगे सरक जाती है, रवि पायल का हाथ पकड़ कर अपनी भाभी के सामने अपनी कमर पर रख लेता है, निशा और पायल मुस्कुरा कर एक दूसरे से बाइ कहती है
    तभी रवि भी अपनी भाभी को बाइ भाभी कहता हुआ आँख मार देता है और अपनी गाड़ी बढ़ा देता है,
    निशा रवि की इस हरकत को देखती ही रह जाती है और फिर अचानक उसका कामीनेपन देख कर उसे थोड़ी हसी आ जाती है और वह अंदर चली जाती है,
    घर से निकलते ही पायल रवि से बाइक मे बैठे हुए चिपक जाती है और अपना हाथ आगे ले जाकर रवि के लंड को पकड़ कर पायल- भाभी की गदराई जवानी देख कर तेरा लंड खड़ा तो नही हो रहा था,
    रवि- दीदी खड़ा तो बहुत हो रहा था लेकिन भाभी को फसाना इतना आसान नही लग रहा है
    पायल- मे तो पहले ही कहती थी कि वह तेरे हाथ नही आने वाली अब लगता है तुझे बस मुझसे ही काम चलाना पड़ेगा और पायल खिलखिला कर हस्ने लगती है, रवि उसकी बात पर थोड़ा गुस्सा होते हुए अपना हाथ पीछे लेजा कर उसके मोटे दूध को एक दम से दबा देता है ओए पायल एक दम से बिचक जाती है और वह बदला लेने के अंदाज मे रवि के आंड्को को पकड़ कर मसलने लगती है
    रवि- दीदी प्लीज़ छोड़ दो हम गिर जाएगे,
    पायल- उसके आंड्को को छोड़ती हुई, बेटा जिसके घर खुद शीशे के होते है वह दूसरो के घरो मे पत्थर नही फेक्ते,
    रवि- दीदी तुम रात को मिलो तो सही फिर मे बताता हू किसके घर शीशे के है और किसके पत्थर के,
    दोनो बाइक पर मस्ती मारते हुए कॉलेज पहुच जाते है और फिर दोनो एक दूसरे को बाइ कहते हुए अपनी-अपनी क्लास मे चले जाते है, क्लास मे जाते ही रवि की नज़रे सोनिया को तलाश करती है और सोनिया के उपर जाकर टिक जाती है, सोनिया उसको देख कर स्माइल मारती है और रवि मुस्कुराता हुआ उसके पास जाकर बैठ जाता है,
    रवि- क्या हो रहा है डार्लिंग
    सोनिया- कुछ नही बस बैठी-बैठी बोर हो रही थी
    रवि- चलो आज से मे तुम्हारे पास ही बैठा करूगा
    सोनिया- मुस्कुरा कर कोई ज़रूरत नही है, मेरे पास यहा बैठोगे और फिर तुम्हारी हरकत सिनिमा हॉल जैसी फिर शुरू हो जाएगी,
    रवि- मुस्कुराता हुआ क्यो सिनिमा हॉल मे मेने क्या किया था
    सोनिया- मुस्कुरा कर ज़्यादा स्मार्ट बनने की कोशिश ना करो
    रवि- अच्छा चलो आज सिर्फ़ हम दोनो पिक्चर देखने चलते है
    सोनिया- हस कर नही
    रवि- क्यो
    सोनिया- तुम तो पागल हो किसी ने तुम्हारी हर्कतो को देख लिया तो तुम्हारा तो कुछ नही मे बदनाम हो जाउन्गि
    रवि- अच्छा तो चलो ऐसी जगह चलते है जहा हमे कोई नही देखेगा
    सोनिया- क्यो ऐसी जगह ले जाकर क्या करोगे
    रवि- मुस्कुरा कर वही जो तुम कब से चाहती हो
    सोनिया- मुस्कुराते हुए तुम्हे क्या पता मे क्या चाहती हू
    रवि- यही बता दू
    सोनिया- मुस्कुरा कर नही
    रवि- तो फिर चलो जल्दी से नही तो क्लास शुरू हो जाएगी
    सोनिया- नही रवि प्लीज़ ये सब ठीक नही है
    रवि- ओफ्फ हो तुम भी ना मे तुम्हारे लिए दिन रात पागल रहता हू और तुम्हे मेरी कोई फिकर ही नही है
    सोनिया- पर रवि
    रवि- पर-वर कुछ नही अब चलो और सोनिया का हाथ पकड़ कर उठा देता है सोनिया- उससे अपना हाथ छुड़ाते हुए इधर उधर देखती हुई उसके पीछे चल देती है रवि बाहर जाकर अपनी बाइक पर सोनिया को बैठाता है और फिर दोनो बाइक पर सवार होकर चल देते है
    सोनिया- हम कहाँ जा रहे है
    रवि- अरे अब शांति से बैठी रहो मे तुम्हे कही भगा कर तो नही ले जाउन्गा
    रवि अपनी बाइक दौड़ाता हुआ अपने दोस्त करण के ऑफीस के सामने जाकर अपनी बाइक रोक देता है और सोनिया को वही रुकने का कह कर 5 मिनिट मे आने का कहता है और फिर करण के ऑफीस मे पहुच जाता है
    कारण- अरे रवि तू, यहाँ कैसे
    रवि- अबे तेरे ऑफीस मे आया हू तो तुझसे ही मिलने आया हू ना
    कारण- पर अचानक क्या बात है
    रवि- तू ऑफीस से कब छूटेगा
    कारण- शाम को 6 बजे
    रवि- ठीक है तो मुझे अपने फ्लॅट की चाभी दे आज मे दिन भर तेरे फ्लॅट मे आराम करूँगा
    कारण- क्या बात है आज तू फ़ुर्सत है क्या जो आराम करने मेरे फ्लॅट मे जाना चाहता है या और कोई बात है, कही कोई लोंड़िया तो नही ले आया
    रवि- अरे वो सब मे तुझे बाद मे बताउन्गा पहले मुझे जल्दी से चाभी दे शाम को मे 5 बजे तक तुझसे यही मिलने आता हू,
    कारण- उसे चाभी देता हुआ, देखना भाई मेरी बेड शीट गंदी नही होनी चाहिए
    रवि- मुस्कुरा कर अबे अपने दोस्त के लिए ढूलवा लेना
    कारण- मुस्कुरा कर मे भी चलु क्या
    रवि- अबे वो तेरी बीबी नही तेरी भाभी है
    कारण- अरे तो भाभी से मिलवा तो दे
    रवि- अभी नही जब समय आएगा तो तू खुद ही मिल लेना
    कारण- चल ठीक है और फिर रवि उसे बाइ कहता हुआ वापस सोनिया के पास आकर उसे अपनी बाइक पर बैठा कर करण के फ्लॅट मे पहुच जाता है
    सोनिया- रवि ये किसका फ्लॅट है
    रवि- मेरे दोस्त का
    सोनिया- तुम्हारा दोस्त
    रवि- हाँ मे बाद मे तुम्हे उससे मिलवाउँगा और फिर रवि उसके फ्लॅट का लॉक खोल कर सोनिया को लेकर अंदर आ जाता है सोनिया आ कर बेड पर बैठ जाती है और रवि फ्लॅट का डोर लॉक कर के उसके पास आकर बैठ जाता है
    सोनिया- रवि मुझे बहुत अजीब लग रहा है
    रवि- मुस्कुराते हुए पर मुझे बहुत अच्छा लग रहा है, मालूम है सोनिया जब तुम मेरे साथ होती हो तो मुझे यह दुनिया बहुत खूबसूरत लगने लगती है, लगता है यह सब तुम्हारे प्यार का असर है
    सोनिया- थोडा मुस्कुरा कर क्या तुम मुझसे सचमुच इतना प्यार करते हो
    रवि- तुम्हे कोई शक हो तो आजमा कर देख लो
    सोनिया- नही मुझे तुम पर पूरा यकीन है और सब से ज़्यादा तो मुझे तुम्हारी हरकते अच्छी लगती है
    रवि- सोनिया के सामने उसके दूध को देखते हुए, कौन सी वाली हरकत
    सोनिया- शरमाते हुए तुम बहुत कमिने हो
    रवि- पर यह कमीना सिर्फ़ तुम्हे प्यार करता है और सोनिया के गले मे हाथ डाल कर उसे अपने पास खीच लेता है सोनिया उसके हाथ लगाने भर से सिहर जाती है और उसकी चूत मे पानी आ जाता है, रवि सोनिया के भरे हुए गालो को सहलाते हुए उसकी पीठ पर हाथ फेरने लगता है
    रवि- सोनिया का चेहरा अपने हाथो से उठा कर उसकी आँखो मे देखते हुए, तुम पूछ रही थी ना कि तुम क्या चाहती हो यह मे कैसे जानता हू
    सोनिया- मुस्कुरा कर कैसे जानते हो
    रवि- जब मे तुम्हारी आँखो मे देखता हू ना तो मुझे यह पता चल जाता है कि तुम क्या चाहती हो
    सोनिया- मुस्कुरा कर अच्छा, तो बताओ अभी मे क्या चाहता हू
    रवि - उसकी आँखो मे देख कर उसके गदराए मोटे-मोटे दूध को देखता हुआ, तुम यह चाहती हो कि मे तुम्हे अपनी बाँहो मे भर कर तुम्हारे इन रसीले होंठो को चूम लू. बोलो यही चाहती हो ना,
    सोनिया- रवि की बात सुन कर मुस्कुराते हुए अपनी नज़रे नीचे कर लेती है
    रवि- उसके चेहरे को उपर उठाता है और सोनिया अपनी आँखे खोल कर उसकी आँखो मे देखती है,
    रवि : बोलो यही चाहती हो ना, सोनिया रवि का मतलब तो पहले से ही समझ गई थी लेकिन रवि के स्पर्श से उसकी चूत खूब ज़ोर-ज़ोर से पानी छोड़ रही थी और वह रवि की बात सुन कर एक दम से उसके सीने से चिपक जाती है और रवि उसे अपनी बाँहो मे भर कर उसके मोटे-मोटे दूध को कस-कस कर दबाने लगता है और सोनिया तड़पने लगती है, रवि उसके रसीले होंठो को चूसने लगता है और सोनिया रवि की पीठ को अपने नखुनो से दबाने लगती है, रवि अपने मन मे सोचता है यह बहुत ही चुदास माल है केवल छूने भर से ही पिघलने लगा है आज इसकी फूली हुई चूत मारने मे मज़ा आ जाएगा,
    रवि सोनिया को बेड पर लिटा देता है और उसके साइड मे लेट कर सोनिया के रस भरे होंठो का रस पीते हुए हुए मोटे-मोटे दूध को अपने दोनो हाथो मे भर कर खूब कस- कस कर दबाने लगता है और सोनिया अपने हाथ पेर फेकने लगती है, रवि सोनिया की टीशर्ट को उपर करके उसके गदराए नंगे पेट और उसकी गहरी नाभि को अपने होंठो से चूमने लगता है और सोनिया अपनी जंघे जो की ब्लू कलर की जीन्स मे फसि हुई थी को फैला लेती है और रवि सोनिया की जीन्स के उपर से ही उसकी चूत और गान्ड को दबोचने लगता है और सोनिया पागलो की तरह रवि के सर के बाल नोचने लगती है, रवि सोनिया को उठा कर उसकी टीशर्ट को उतार देता है और
    सोनिया पिंक कलर की ब्रा मे अप्सरा सी नज़र आने लगती है रवि उसके मोटे-मोटे दूध मे अपने मुँह को भर देता है और उसके दूध को दबाते हुए उसकी बाँहो उसके गले उसके गाल और उसकी बाँहे उठा कर उसकी चिकनी बगल को चूमने लगता है, सोनिया रवि का मुँह पकड़ कर उसके होंठो को अपने होंठो से चूमने लगती है
    रवि सोनिया की ब्रा का हुक खोल कर उसकी ब्रा को उसके बदन से अलग कर देता है और सोनिया ब्लू जीन्स मे नज़र आती है और उसके मोटे नंगे दूध और गदराया पेट बहुत ही खूबसूरत लगने लगता है रवि सोनिया को अपनी गोद मे चढ़ा लेता है और सोनिया के दूध को दबोचता हुआ उसके एक दूध को अपने मुँह मे भर कर उसके गुलाबी खड़े हुए निप्पल का रस चूसने लगता है और सोनिया तड़प जाती है रवि उसके दोनो मोटे-मोटे दूध को दबा-दबा कर उनका रस चूसने लगता है
    रवि- सोनिया तुम कितनी खूबसूरत हो
    सोनिया- आह धीरे रवि तुम बहुत ज़ोर से मेरे दूध मसल रहे हो
    रवि- अरे डार्लिंग जब तक लोंदियो के दूध को पूरी ताक़त से ना मसलो उन्हे मज़ा नही आता है, तुम्हे अच्छा लग रहा है
    ना
    सोनिया- हाँ
    रवि- और ज़ोर से दबाऊ
    सोनिया- हाँ
    रवि उसके दूध को कस कर दबाने लगता है और सोनिया आह आह करने लगती है
    रवि- अब कैसा लग रहा है
    सोनिया- बहुत अच्छा
    रवि सोनिया को लिटा कर उसके पास लेट जाता है और उसके दूध को अपने हाथो से मसलता हुआ,
    रवि- सोनिया सिनिमा मे ज़्यादा अच्छा लग रहा था या फिर यहाँ
    सोनिया- सिनिमा मे तो तुम कपड़े के उपर से कर रहे थे ना, और यहाँ तो तुम
    रवि- क्या यहाँ तो तुम
    रवि की बात सुन कर सोनिया मुस्कुरा कर मुझे नही मालूम
    रवि- यह कहना चाहती हो ना कि यहाँ तो मे तुम्हे नंगी करके मसल रहा हू और उसके दूध को अपने हाथो मे पकड़ कर कस कर मसल देता है, सोनिया आह आह करके सीसीयाने लगती है
    रवि -सोनिया मे तुम्हारा रस पीना चाहता हू
    सोनिया- सीसियाते हुए कौन सा रस
    रवि- उसके जीन्स के उपर से उसकी चूत को दबाता हुआ यहाँ का जहाँ से इस समय सब से ज़्यादा रस निकल रहा है
    सोनिया- नही रवि वहाँ मत हाथ लगाओ प्लीज़
    रवि- अरे डार्लिंग जब मे वहाँ का रस अपने होंठो से पीऊंगा ना तब तुम्हे सब से ज़्यादा मज़ा आएगा
    सोनिया- पर रवि
    रवि- उसके होंठो को चूस्ता हुआ उसकी फूली हुई चूत को दबा कर बोलो पिलाओगी ना
    सोनिया- सीसियाते हुए हा
    रवि- उसके दूध को चूम कर पूरी नंगी कर दू तुम्हे
    सोनिया- रवि मुझे शरम आती है
    रवि- अच्छा तो तुम अपनी आँखे बंद कर लो
    सोनिया- रवि को देख कर मुस्कुराते हुए क्या तुम सचमुच वहाँ का रस पियोगे
    रवि- हाँ तुम नही जानती लड़को को लड़कियो की चूत का रस पीने मे बहुत अच्छा लगता है मे तो कब से तुम्हारी इस चूत का सारा रस पीने के लिए तड़प रहा हू अब जल्दी से आँखे बंद करो सोनिया रवि की बात सुन कर मुस्कुराते हुए अपनी आँखे बंद कर लेती है और रवि उसकी जींस का बटन खोल कर उसकी जीप को नीचे सरका कर उसकी जीन्स को उसके पेरो से अलग कर देता है रवि उसकी गदराई मोटी जंघे और पिंक कलर की पेंटी मे कसी हुई उसकी फूली चूत को देख कर पागल हो जाता है और सोनिया अपनी आँखे खोल कर रवि को देख कर मंद-मंद मुस्कुराने लगती है, रवि सीधे अपने मुँह को सोनिया की गदराई मोटी जाँघो को दबाते हुए उसकी फूली हुई चूत मे अपना मुँह रख कर अपने मुँह से उसकी गदराई चूत को दबाने लगता है और सोनिया एक लंबी सिसकारी लेते हुए अपनी आँखे फिर से बंद कर लेती है,
    रवि सोनिया की गदराई मोटी और बिल्कुल गोरे रंग की मसल जाँघो को खूब कस-कस कर दबोचते हुए सोनिया की पेंटी के उपर से ही उसकी फूली हुई चूत की खुसबू लेने लगता है रवि सोनिया की पेंटी के उपर से अपने मुँह को ज़ोर से उसकी फूली हुई चूत पर दबाता है और सोनिया आह,आह करती हुई मस्ताने लगती है,
    रवि सोनिया की जाँघो को थाम कर उसकी पेंटी को उसकी गान्ड से उतारते हुए उसे पूरी नंगी कर देता है और जब सोनिया की चिकनी चूत को देखता है तो पागल हो जाता है और सोनिया की चूत को अपने होंठो से दबाते हुए उसकी चूत की फूली हुई फांको को फैला कर उसकी चूत के तने हुए दाने को अपनेमुंह मे भर कर उसका रस चूसने लगता है और
    सोनिया : “आह आहआह रवि प्लीज़ रवि आह ओह रवि ये क्या कर रहे हो रवि मे मर जाउन्गि रवि प्लीज़,”
    रवि- उसकी चूत से अपना मुँह हटा कर क्या हुआ सोनिया दर्द कर रहा है क्या नही करू
    सोनिया उसका सर पकड़ कर नही रवि कुछ दर्द नही हो रहा है प्लीज़ और करो ना
    रवि- सोनिया की बात सुन कर मुस्कुराते हुए नही सोनिया मुझे लगता है तुम्हे दर्द हो रहा है
    सोनिया- उसके सर को पकड़ कर अपनी चूत से लगाती हुई नही रवि प्लीज़ चूसो और चूसो मुझे तो बहुत अच्छा लग रहा है मुझे बिल्कुल दर्द नही हो रहा है
    रवि सोनिया की बात सुन कर मुस्कुराते हुए उसकी दोनो जाँघो को कस कर फैलाते हुए उसकी फटी हुई गुलाबी चूत को पूरा अपने हाथो से खोल कर खूब ज़ोर-ज़ोर से चाटने लगता है और सोनिया आह आह करती हुई हाँ रवि ऐसे ही हाँ रवि और ज़ोर से, बहुत अच्छा लग रहा है रवि खूब कस के चूसो मेरी चूत को,
    रवि सोनिया की चूत को चाट-चाट कर गुलाबी से लाल कर देता है और सोनिया ढेर सारा पानी छोड़ने लगती है,
    रवि सोनिया को उल्टा करके जब उसकी गदराई गान्ड को देखता है तो वह पागल हो जाता है और सोनिया की गान्ड के पाटो को अपने हाथो से चीरता हुआ उसकी कसी हुई गुदा मे अपनी जीभ रख देता है और फिर सोनिया की गुदा और चूत को पीछे से उसकी गान्ड फैला -फैला कर चाटने लगता है, रवि सोनिया के मोटे-मोटे चुतडो को खूब ज़ोर- ज़ोर से मसलता हुआ उसकी गान्ड के छेद को अपनी जीभ से सहलाते हुए अपनी जीभ को उसकी चूत के छेद तक ले जाता है और फिर अपनी जीभ को उसकी चूत के छेद मे भर देता है और सोनिया आह आह करती हुई अपने ही हाथो से अपने मोटे-मोटे दूध को दबाने लगती है, लगभग 1 घंटे तक रवि सोनिया की चूत और गान्ड को चाट-चाट कर लाल कर देता है और सोनिया उस दोरान ना जाने कितनी बार अपनी चूत से पानी छोड़ती है
    जब रवि उसकी चूत को छोड़ता है तो सोनिया अधमरी सी लेटी-लेटी लंबी- लंबी साँसे लेती रहती है करीब दो मिनिट बाद सोनिया रवि को अपनी आँखे खोल कर देखती है तो उसके होश उड़ जाते है रवि उसकी साइड मे पूरा नंगा लेटा हुआ था जब उसकी नज़र रवि के मोटे लंड पर पड़ती है तो सोनिया की आँखे फटी की फटी रह जाती है और वह घबरा जाती है, रवि उसके चेहरे के एक्सप्रेशन को देख कर
    रवि- क्या हुआ सोनिया
    सोनिया- रवि तुम्हारा तो बहुत बड़ा है
    रवि- उसकी चूत को अपने हाथो के पंजो मे भर कर दबोचता हुआ, मेरी रानी तुम्हारे मस्त भोस्डे को इतना ही बड़ा लंड लगेगा इससे छोटे से तुम्हारा मन नही भर पाएगा
    सोनिया- रवि की हर्कतो से सिहर जाती है और रवि को अपनी बाँहो मे भरते हुए, रवि मुझे डर लग रहा है
    रवि- तुम्हे मेरे लंड से डर लग रहा है ना
    सोनिया- उसकी छाती मे अपना मुँह छुपाए हाँ
    रवि- उसके पीछे अपना हाथ ले जाकर उसके मोटे-मोटे गदराए चुतडो को अपने हाथो मे भर कर दबाता हुआ, अरे मेरी जान तुम तो मेरी उमर की हो जबकि तुम से छोटी-छोटी लड़किया इससे भी मोटा लंड लेने के लिए मरी जा रही है, आजकल तो 16- 17 साल की लोंड़िया भी 30 साल के आदमी के लंड की कल्पना करने लगी है, जब लड़किया गरम होती है तो अपनी चूत को सहलाते हुए खूब मोटे लंड की ही कल्पना करती है और फिर तुम तो अच्छी ख़ासी जवान हो गई हो, तुम्हारे इस मस्त भोस्डे को तो यह लंड कुछ भी नही लगेगा चाहो तो पकड़ कर देख लो और सोनिया का हाथ अपने लंड पर रख देता है,
    सोनिया उसके लंड को धीरे-धीरे सहलाती है और जब रवि उसकी फूली हुई बुर को अपने हाथो मे भर कर कस कर मसल्ने लगता है तो सोनिया भी रवि के मोटे लंड को अपने हाथो मे कस कर दबाने लगती है, कुछ देर तक दोनो एक दूसरे के चूत और लंड को कस -कस कर दबाते है उसके बाद रवि उसके होंठो को चूमता हुआ
    रवि- सोनिया
    सोनिया- क्या
    रवि- मेरा लंड चुसोगी
    सोनिया- नही
    रवि- क्यो
    सोनिया- मुझे नही पता कैसे चूस्ते है
    रवि- कभी आइस्क्रीम खाई है
    सोनिया- हाँ
    रवि - बस तो फिर आइस्क्रीम को जैसे चाटते है ना उसी तरह लंड को चटा जाता है एक बार चूस कर देखो तुम्हे बहुत अच्छा लगेगा
    सोनिया- उसके लंड को दबोचते हुए, मुझे शरम आती है
    रवि- अच्छा एक काम करो मे तुम्हारी चूत चूस्ता हू तुम मेरा लंड चूसो और रवि सोनिया की ओर अपनी टाँगे करके उसके पेरो की ओर आकर उसकी जाँघो को फैला कर 69 की पोज़िशन मे आ जाता है, सोनिया रवि के लंड को खोल कर अपनी आँखे फाडे हुए देखती रहती है और जैसे ही रवि अपनी जीभ उसकी चूत मे रख कर चाटना शुरू करता है सोनिया एक दम से रवि के लंड के सूपदे को अपने मुँह मे भर कर पागलो की तरह चूसने लगती है, दोनो एक दूसरे के लंड और चूत को एक दूसरे की गान्ड को दबा-दबा कर चाटने लगते है, लगभग 20 मिनिट तक दोनो एक दूसरे की चूत और लंड को चाट-चाट कर चिकना कर देते है,
    रवि सोनिया को अलग करता है लेकिन सोनिया उसके लंड को छोड़ने को तैयार नही होती है और वह उसके मस्ताने लंड को खूब कस-कस कर चूसने लगती है,
    रवि सोनिया को अलग करके उसके पूरे नंगे बदन को अपने मुँह से चूमता हुआ उसे अपने नंगे बदन से चिपका लेता है सोनिया रवि के पूरे जिस्म को पागलो की तरह अपने मुँह से चूमने लगती है,
    रवि अब समझ जाता है कि लोहा गरम है हथोदा मार देना चाहिए और रवि सोनिया को लेटा कर उसकी दोनो जाँघो को अच्छी तरह फोल्ड करके उसके कंधे से लगा देता है और फिर सोनिया की कसी हुई कुँवारी चूत मे अपने लंड को सटा कर एक तगड़ा धक्का मारता है और सोनिया इतना ज़ोर से चीखती है जैसे उसकी जान निकल गई हो और रवि का मोटा लंड उसकी चूत मे आधे से ज़्यादा फस जाता है और उसकी चूत का छेद किसी छल्ले की तरह फेल जाता है,

    सोनिया अपने पेरो को इधर उधर पागलो की तरह फेकने लगती है और उसकी आँखे छलक आती है रवि उसकी यह हालत देख कर उसको अपनी बाँहो मे भर कर उसके होंठो कोचूमने लगता है और सोनिया उसकी छाती मे मुक्के मारने लगती है,
    रवि जब उसके दूध को कस कर दबाता है तो सोनिया अपने नखुनो से उसकी पीठ नोचने लगती है और रवि की पीठ उसके नखुनो से छिल जाती है और रवि को थोड़ा गुस्सा आ जाता है और वह कचकचा कर अपने खड़े लंड को थोड़ा सा बाहर खीच कर एक तगड़ा धक्का जब सोनिया की चूत मे मारता है तो सोनिया एक दम अकड़ जाती है और उसकी साँसे एक पल के लिए रुक जाती है और उसके हाथ ढीले पड़ जाते है और रवि उसकी गान्ड के नीचे अपना हाथ ले जाकर उसको अपनी और दबोच कर उसकी चूत मे कस- कस कर अपना लंड पेलने लगता है
    सोनिया की चूत रवि के लंड से पूरी फॅट जाती है और वह आह आह करती हुई तड़पने लगती है रवि उसके चुतडो को कस कर पकड़े हुए कस- कस कर उसकी चूत मारने लगता है उसका लंड सोनिया की चूत मे बहुत कसा-कसा अंदर बाहर होने लगता है,
    करीब 30-40 धक्को के बाद सोनिया की चूत मे कुछ चिकनाहट आती है और उसकी गान्ड भी रवि की गान्ड के साथ हिलने लगती है, फिर रवि जब कस कर धक्का लगाता तो सोनिया भी अपनी चूत को उसके लंड पर मारने लगती है, अब दोनो ओर से पूरी ताक़त से शॉट पर शॉट पड़ने लगते है और सोनिया रवि को चूमना शुरू कर देती है और रवि भी सोनिया को चूमते हुए उसकी चूत मारने लगता है,
    रवि- सोनिया की चूत को चोदता हुआ, सोनिया कैसा लग रहा है
    सोनिया- आह आह बहुत अच्छा और तेज करो ना
    रवि- क्या मेरा लंड बहुत बड़ा है
    सोनिया- नही बहुत अच्छा है
    रवि सोनिया की बात सुन कर मुस्कुराता हुआ उसके होंठो को अपने मुँह मे भर कर उसकी चूत मे सतसट अपने लंड को पेलने लगता है और सोनिया अपनी मोटी गान्ड उठा-उठा कर रवि के हर धक्के का जवाब देने लगती है. लगभग आधे घंटे तक दोनो एक दूसरे की चूत और लंड को एक दूसरे पर मारते रहते है उसके बाद सोनिया रवि को पागलो की तरह चूमते हुए ज़ोर- ज़ोर से सीसीयाने लगती है और उसकी चूत बहुत ज़्यादा चिकनी होकर रवि के मोटे लंड को सतसट अपनी चूत मे लेने लगती है और फिर अचानक सोनिया रवि को अपनी बाँहो मे कस कर जाकड़ लेती है और उसकी चूत रवि के लंड को कस कर जाकड़ लेती है और वह पानी छोड़ने लगती है, रवि भी सोनिया की चूत मे सतसट 8-10 धक्के मारता है फिर उसकी चूत मे एक आख़िरी जबरदस्त धक्का मार कर अपने लंड को पूरा सोनिया की चूत की गहराई मे फसा कर रुक-रुक कर अपना पानी सोनिया की चूत के अंदर छोड़ने लगता है और फिर दोनो एक दूसरे को कस कर चिपक जाते है और गहरी- गहरी साँसे लेने लगते है, करीब 2 मिनिट तक दोनो एक दूसरे के उपर नंगे पड़े चिपके रहते है और फिर रवि सोनिया के गालो को चूमने लगता है तो सोनिया अपनी आँखे खोल कर रवि की ओर देखती है और फिर दोनो एक दूसरे को देख कर मुस्कुरा देते है और फिर एक दूसरे को अपनी बाँहो मे कस कर चिपक जाते है,
    थोड़ी देर बाद सोनिया रवि को अपने उपर से अलग हटती है और फिर दोनो उठ कर बैठ जाते है सोनिया जल्दी से अपनी टीशर्ट उठा कर अपने दूध मे ढक लेती है और रवि उसको देख कर मुस्कुराते हुए देखने लगता है.
    रवि- सोनिया को मुस्कुरा कर देखता हुआ, सोनिया तुम खुस तो हो ना
    सोनिया- मुस्कुराते हुए अपनी नज़रे नीचे करती हुई हाँ मे अपनी गर्दन हिला देती है,
    रवि- अब चलना है कि और खेलने का इरादा है
    सोनिया- रवि को मारती हुई जल्दी से अपनी ब्रा उठा कर पहन लेती है और फिर अपनी टीशर्ट पहन कर जैसे ही अपनी पेंटी उठाने को अपना हाथ बढ़ाती है रवि जल्दी से उसकी पेंटी उठा लेता है और अपने मुँह पर लगा कर उसकी पेंटी सूंघने लगता है सोनिया उसकी पीठ मे एक मुक्का मारती हुई उससे अपनी पेंटी छुड़ा लेती है और फिर रवि को नीचे धकेल कर बेड से उतार देती है और जल्दी से अपनी पेंटी पहन कर अपने जीन्स को अपने मोटे-मोटे चुतडो पर चढ़ा कर रेडी हो जाती है, रवि भी अपने कपड़े पहन कर फ्लॅट को लॉक करके फिर से बाइक पर सवार होकर करण के ऑफीस पहुच जाते है और रवि सोनिया को वही खड़ी करके करण के पास जाकर उसे चाभी देकर वापस सोनिया को लेकर सीधे कॉलेज पहुच जाता है, जैसे ही रवि कॉलेज के कॅंपस मे घुसता है पायल इसको देख लेती है और रवि पायल को देख कर मुस्कुराता हुआ बाइक पार्क करके सोनिया के साथ पायल के पास आ जाता है,
    पायल- कहाँ से आ रही है जुगल जोड़ी
    पायल को देख कर सोनिया का चेहरा फीका पड़ जाता है पर रवि कुछ नही दीदी बस ऐसे ही घूमने चले गये थे
    रवि- अच्छा सोनिया तुम जाओ मे अब दीदी को लेकर घर जा रहा हू
    रवि की बात सुन कर सोनिया पायल को बाइ कहती हुई चली जाती है और फिर पायल रवि को घूर कर देखती हुई
    पायल- कहाँ गया था उसको लेकर
    रवि- दीदी मे सब बता दूँगा पर पहले वादा करो तुम नाराज़ नही होगी
    पायल- कही तूने उसे चोद तो नही दिया
    रवि- मुस्कुराते हुए, ओफ्फ हो दीदी मेने कहा ना मे सब बता दूँगा पहले मुझसे वादा करो तुम नाराज़ नही होगी
    पायल- अच्छा ठीक है मे वादा करती हू अब बता, रवि चलो हम कॉफी हाउस मे चल कर बैठ कर बाते करते है
    और दोनो कॉफी हाउस की ओर चल देते है,
    पायल- चेर पर बैठते हुए हा अब बोल कहाँ गया था तू उस कुतिया के साथ
    रवि- मुस्कुराते हुए दीदी तमीज़ से बोलो उसे वह तुम्हारी होने वाली भाभी है
    पायल- क्यो तू उससे शादी करेगा क्या
    रवि- हाँ दीदी, मेरी बीबी वही बनेगी यह मेने सोच लिया है
    पायल- उसको खा जाने वाली नज़रो से घूर कर देखती हुई और मेरा क्या होगा
    रवि- मेरा क्या होगा का क्या मतलब, तुम मेरी बहन हो और बहन ही रहोगी, तुम अपने आपको मेरी बीबी के साथ कंपेर क्यो कर रही हो
    पायल- तो फिर वह सब क्या था जो हमारे बीच हुआ
    रवि- मुस्कुरा कर मुझे क्या पता हमारे बीच क्या हुआ है
    पायल- उसको घूर कर देखती हुई, रवि मे नही जानती थी कि तू इतना बड़ा कमीना है
    रवि- ओफ्फ हो दीदी, आख़िर तुम चाहती क्या हो क्या मे कभी शादी ना करू
    पायल- मेने ये तो नही कहा
    रवि - तो फिर क्या कहना चाहती हो
    पायल- यही कि तू जब शादी कर लेगा तो मेरा क्या होगा
    रवि- पायल का हाथ पकड़ कर सहलाते हुए तुम फिकर क्यो करती हो तुम्हे तो मे बिना शादी किए ही दिन रात चोदुन्गा और अपनी बीबी की तरह ही दिन रात तुम्हे नंगी करके अपने से चिपकाए रहुगा
    पायल- मुस्कुरा कर अच्छा-अच्छा ठीक है वैसे भी तू मुझसे ज़्यादा होशियारी कर नही सकता नही तो तेरी बीबी को मे सब बता दूँगी
    रवि -मुस्कुरा कर क्या बता दोगि
    पायल- मुस्कुराते हुए यही कि तू अपनी दीदी को चोदता है
    रवि- पायल की नशीली आँखो मे देखता हुआ, पायल तुम इतनी खूबसूरत और मस्तानी हो कि अगर तुम मेरी दीदी ना होती तो मे तुम्हे ही अपनी बीबी बनाता
    पायल- क्या मे सोनिया से भी ज़्यादा खूबसूरत हू
    रवि- हाँ दीदी गॉड कसम तुम मुझे दुनिया मे सबसे जयदा खूबसूरत और सेक्सी लगती हो, पता नही तुम्हारी शादी के बाद मे तुम्हारे बिना कैसे रह पाउन्गा
    पायल- तू फिकर क्यो करता है हम दोनो मिलकर कुछ ऐसा चक्कर चलाएगे कि हमारी शादी एक ही शहर मे हो और हम दोनो रोज एक दूसरे से मिल सके, फिर तो तू मुझे रोज चोदेगा ना
    रवि -पायल का हाथ पकड़ कर सहलाता हुआ, हाँ दीदी मे तुम्हे चोदे बिना रह नही सकता, तुम तो मेरा पहला प्यार हो मेने जिंदगी मे पहली बार अपनी दीदी को ही चोदा है इस हिसाब से तुम मेरी बीबी ही हुई ना
    पायल -मुस्कुरा कर चल अब ज़्यादा तेल लगाना बंद कर और सच-सच बता सोनिया को लेकर कहाँ गया था,
    रवि- दीदी आज सोनिया को मेने खूब कस कर चोदा है, आज तो उसकी ऐसी चुदाई की है कि कम से कम 3 दिन तक उसकी चूत मे दर्द रहेगा
    पायल- रवि को आश्चर्या से देखती हुई, झूठ मत बोल रवि सोनिया तुझसे इतनी जल्दी अपनी चूत नही मरवा सकती है
    रवि- नही दीदी मे सच कह रहा हू और फिर रवि ने सोनिया और उसके बीच हुई चुदाई की बात अपनी दीदी को बता दी
    पायल- उसकी बात सुन कर कुछ अपसेट हो जाती है और रवि उसकी भावनाओ को समझ जाता है और पायल के हाथ को पकड़ कर दीदी तुम यह मत समझना कि सोनिया के आ जाने से हम दोनो के बीच के प्यार मे कोई कमी आ जाएगी, बल्कि मे तो यह कहना चाहूगा कि जो जगह मेरे दिल मे तुम्हारे लिए है वह जगह कभी भी कोई लड़की नही ले पाएगी.
    पायल- अपना मुँह बना कर चल रहने दे कुछ ही दिन मे अपनी दीदी को भूल जाएगा, मे तो बेकार ही तेरे साथ पूरी जिंदगी के सपने बुनने मे लगी थी लेकिन मुझे क्या पता था कि जिसके लिए मे यह सब सोच रही हू वह तो एक नंबर. का कमीना है
    रवि- पायल का हाथ पकड़ने की कोशिश करता है और पायल उससे अपना हाथ छुड़ा कर चल देती है
    रवि- दीदी मेरी बात तो सुनो
    पायल- मुझे तेरी कोई बकवास नही सुननी
    रवि -पायल के आगे जाकर उसे रोकता हुआ, दीदी क्या तुम्हे मेरे प्यार पर यकीन नही है कि मे तुमसे कितना प्यार करता हू
    पायल- गुस्से से उसको देखती हुई बिल्कुल नही
    रवि- दीदी अगर ऐसी बात है तो तुम बस एक बार मुझसे कह दो कि रवि आज से तू सोनिया का मुँह जिंदगी भर नही देखेगा तो मे तुम्हारे लिए उसका भी त्याग कर दूँगा, इससे बढ़ कर और क्या सबूत दू मे तुम्हे अपने प्यार की सच्चाई साबित करने के लिए कि मे तुमसे कितना प्यार करता हू
    पायल- रवि की बात सुन कर, क्या तू सच मुच ऐसा कर सकता है मेरे लिए
    रवि- दीदी एक बार बस कह कर देख लो
    पायल- मुस्कुराते हुए तो ठीक है आज के बाद तू इस दुनिया मे किसी को भी मुझसे बिना पूछे नही चोदेगा
    रवि- पायल को देखते हुए कुछ सोच कर मे वादा करता हू दीदी तुम जैसा चाहती हो वैसा ही होगा
    पायल -मुस्कुराते हुए, एक बार और सोच ले अगर तूने अपना वादा तोड़ा तो अपनी दीदी का मरा हुआ
    रवि- पायल के शब्दो को अपने हाथो से दबाता हुआ, दीदी मरे तुम्हारे दुश्मन, तुम्हे तो जीना होगा और वह भी अपने भाई के लिए
    रवि की बात सुनते ही पायल रवि की बाँहो मे समा जाती है और रवि अपनी दीदी को चूमते हुए उसे अपनी बाँहो मे भर लेता है और फिर दोनो बाइक पर सवार होकर अपने घर आ जाते है,


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  14. #14
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    Re: KAMINA

    KAMINA

    रवि की बात सुनते ही पायल रवि की बाँहो मे समा जाती है और रवि अपनी दीदी को चूमते हुए उसे अपनी बाँहो मे भर लेता है और फिर दोनो बाइक पर सवार होकर अपने घर आ जाते है,

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    घर पहुचने पर पायल सीधे अपनी भाभी के रूम मे जाती है जहा निशा बेड पर उल्टी लेटी हुई कोई बुक पढ़ रही थी,
    पायल- अरे भाभी जी क्या पढ़ रही है आप
    निशा- कुछ नही ननद रानी बस मे तो ऐसे ही टाइम पास कर रही थी पर तू बता बड़ी खुस लग रही है किसी लड़के से फस तो नही गई
    पायल- अरे भाभी तुम्हारी ननद कोई ऐसी वासी लड़की है क्या जो किसी भी लड़के से इतनी आसनी से फस जाए
    निशा-क्यो तुझे लड़को मे कोई दिलचस्पी नही है क्या
    पायल- नही भाभी मे तो लड़को से दूर ही रहती हू,
    निशा- क्यो
    पायल- लड़को की जात का क्या भरोशा कब क्या कर दे
    निशा- अच्छा रवि कहाँ है
    पायल- अपने रूम मे गया है
    निशा- वह तो दिन भर लड़कियो के पीछे ही रहता होगा
    पायल- पता नही भाभी वह तो मुझे क्लास मे छोड़ कर ऐसा गायब होता है कि फिर कॉलेज के बाद ही मिलता है
    निशा- अच्छा कभी तूने अपने भाई की नज़रो को पढ़ने करने की कोशिश की है
    पायल- अपने मन मे लगता है कमिने ने भाभी के सामने ही उसँके दूध और गान्ड को घूरा होगा तभी भाभी ऐसी बात कर रही है
    निशा- क्या हुआ क्या सोचने लगी
    पायल- कुछ नही मुझे कॉफी पीने का मन कर रहा है, मे जाकर कॉफी बनाती हू आप भी पियोगी क्या,
    निशा- उसका हाथ पकड़ कर तू बैठ मे बना कर लाती हू और फिर निशा अपनी गदराई गान्ड को मतकती हुई जाने लगती है और पायल उसकी मटकती मोटी गान्ड को देखती हुई सोचने लगती है, बेचारे रवि की क्या ग़लती साली के चुतड है ही इतने जबरदस्त कि किसी का भी मन इसकी गान्ड मारने का करने लगे,
    निशा सोचती है कि कही रवि बाद मे कॉफी के लिए ना कहने लगे इसलिए उससे भी पूछ लेती हू और वह रवि के रूम की ओर जाती है, रवि अपने कपड़े उतार कर पाजामा पहनने की तैयारी मे था तभी उसका मन अपने लंड को खोल कर देखने का होता है और वह अपने मोटे लंड को अंडरवेर से बाहर निकाल कर उसके टोपे को बाहर निकाल कर देखने लगता है और थोड़ा सहलाने पर ही उसका मोटा लोडा तन कर विकराल रूप धारण कर लेता है और वह अपने लंड को सहलाते हुए देखने लगता है तभी निशा रवि के रूम मे झाँक कर देखती है और जैसे ही उसकी नज़र रवि के मोटे लोड पर पड़ती है उसकी आँखे फटी की फटी रह जाती है और वह रवि के मोटे लंड को घूर कर देखने लगती है रवि का ध्यान दरवाजे की ओर नही होता है और वह आराम से अपने लंड को मसलता रहता है, निशा का गला उसके मोटे लंड को देख कर सूखने लगता है और वह बड़ी मुस्किल मे अपना थूक गले के नीचे उतार पाती है, निशा का दिल जोरो से धड़कता है और वह चुपचाप दबे पाँव लोटने लगती है
    तभी रवि को ऐसा लगता है जैसे कोई झाँक रहा था और वह अपने लंड को अंडरवेार मे डाल कर दौड़ कर दरवाजे से बाहर झाँक कर देखता है तो उसे उसकी भाभी अपने गदराए चुतड मटका कर जाते हुए दिखाई देती है,
    रवि यह सोच कर खुस हो जाता है कि शायद भाभी उसके रूम के दरवाजे पर खड़ी उसके तगड़े लंड को देख रही थी वह सोचने लगता है यह तो बहुत ही अच्छा काम हुआ है, और वह जल्दी से अपने पाजामे को पहन कर सीधा किचन मे जाता है जहा निशा अपने भारी चुतडो को उठाए गॅस स्टॅंड के पास खड़ी कॉफी बनाती रहती है
    रवि जल्दी से किचन मे जाकर अपनी भाभी के सामने मुस्कुराता हुआ जाता है और निशा उसे देख कर सीधे उसके पाजामे के तने हुए भाग की ओर देखती है और फिर रवि की आँखो मे देखती है तो रवि मुस्कुरा देता है, और निशा अपना मुँह सामने की ओर कर लेती है
    रवि- मुस्कुराता हुआ, भाभी अभी आप मेरे रूम मे आई थी क्या
    निशा- उसकी बात सुन कर चौंक जाती है और एक दम हकलाते हुए नही तो मे कहाँ आई मे तो चाइ मेरा मतलब है कॉफी बना रही हू,
    रवि अपनी भाभी के पीछे जाकर उसकी मोटी गान्ड से अपने लंड को सटाता हुआ गॅस की ओर देखने का बहाना करता हुआ भाभी मेरे लिए भी बना रही हो ना
    निशा- थोड़ा घबरा कर हाँ
    रवि का लंड अपनी भाभी की जबरदस्त गदराई हुई मोटी गान्ड को देख कर तन जाता है और जब उसका लंड अपनी भाभी की गान्ड से सॅट जाता है तो उसका मोटा लोडा झटके मारने लगता है और निशा को उसके लंड की चुभन अपनी मोटी गान्ड मे महसूस होने लगती है,
    रवि- अपने लंड का दबाव उसके भारी गदराए हुए चुतडो पर देता हुआ, भाभी लगता है आप कॉफी बहुत अच्छी बनाती हो क्या कलर आया है आपकी कॉफी मे, और अपने मोटे लंड को अपनी भाभी के फैले हुए चुतडो के पाटो की दरार मे लगा कर थोड़ा कस कर दबा देता है और निशा एक दम उसके लंड की चुभन अपनी गान्ड के छेद मे महसूस करके सिहर जाती है लेकिन तभी उसको होश आता है और वह रवि को अपने पीछे से धकेलते हुए,
    निशा- रवि ठीक से नही खड़ा रह सकता क्या,
    रवि- निशा के सामने आकर क्या भाभी मे ठीक से तो खड़ा हू
    निशा- अपने सूखे होंठो को अपनी जीभ से गीला करती हुई जाओ बाहर जाकर बैठो मे कॉफी लेकर आती हू
    रवि - निशा के सामने ही उसके दूध को देखता हुआ मुस्कुराकर क्या भाभी कुछ देर तो अपने पास खड़ा रहने दो मे कब से आपको देखने के लिए तरस रहा था
    निशा- क्यो मेरे मुँह मे हीरे मोती जड़े है क्या जो तू मुझे देखने के लिए तरस रहा है
    रवि- अपनी भाभी के गदराए दूध को देखता हुआ, भाभी तुम्हारे मुँह मे तो नही पर
    निशा- उसको घूर कर देखती हुई पर क्या
    रवि- मुस्कुराते हुए रहने दो भाभी तुम बुरा मान जाओगी
    निशा- अपनी आँखे रवि को दिखाती हुई, देख रवि मुझे तेरी यह सब हरकते बिल्कुल अच्छी नही लगती है तू मेरे साथ तमीज़ से पेश आया कर,
    रवि- भाभी कभी तो मुझसे प्यार से बोल लिया करो मे कौन सी हरकत आपके साथ करता हू
    निशा- ज़्यादा स्मार्ट मत बन, पहली बात तो तेरी आँख मे कचरा गिर गया था और फिर कॉलेज जाते टाइम भी कचरा गिर गया था क्या
    रवि- भाभी आप तो हर बात को सीरियस्ली ले लेती हो आप को इन सब बातो को माइंड नही करना चाहिए,
    निशा- तू मुझे ऐसी नज़रो से देखे और मे माइंड ना करू वा
    रवि- भाभी आप खूबसूरत इतनी हो कि मे अपने आपको रोक नही पाता हू इसमे मेरी कोई ग़लती नही है बल्कि इसमे आपके इस खूबसूरत हुस्न की ग़लती है जो मुझे परेशान करता रहता है
    निशा- खूबसूरत तो तेरी बहन भी है तो क्या उसे भी ऐसे ही देखता है,
    रवि- मुस्कुराता हुआ, अच्छा बाबा आप नाराज़ क्यो होती है मे यहाँ से चला जाता हू, बोलो अब तो खुस
    निशा- उसे देख कर अपनी आँखे दिखा कर हाँ तो जाता क्यो नही
    रवि- पहले बोलो अब तो खुस हो ना अब ज़रा एक बार मुस्कुरा दो तो मे चला जाता हू
    निशा- मुझे नही मुस्कुराना
    रवि- प्लीज़ भाभी एक बार बस
    निशा- उसकी हर्कतो से थोड़ा सा मुस्कुराती हुई उसे मारते हुए कमीना कही का और रवि वहाँ से भाग कर बाहर आ जाता है
    निशा किचन मे खड़ी-खड़ी बाप रे इस कमिने का कितना बड़ा लंड है, पर रोहित तो इससे इतना बड़ा है उसके बाद भी इसका लंड तो रोहित से भी मोटा और लंबा नज़र आ रहा था, इतना मोटा लंड कैसे चूत मे घुसता होगा, चूत को तो फाड़ ही देता होगा, क्या पता इसने कभी किसी की चूत मे घुसाया है कि नही, पर कमीना पता नही क्यो मेरी गान्ड के पीछे पड़ा हुआ है लगता है यह मुझे फसा कर चोदने के फिराक मे है, तभी तो मेरी गान्ड मे अपना लंड सटा कर खड़ा था, और तो और डरता भी नही है चाहे कितना ही डराओ, जब मेरे सख़्त रवैये से इसकी इतनी हिम्मत है तो अगर इसे मे ज़रा सी ढील दू तो यह मेरी गान्ड ज़रूर मार देगा, इसकी नज़रे दिन रात मेरे दूध और चुतडो पर लगी रहती है यह ज़रूर मुझे फसा कर मुझे चोदने की फिराक मे है, वाकई बहुत ही बड़ा कमीना है यह,
    तभी पायल किचन मे आकर क्या हुआ भाभी बड़ी देर लगा दी, कही रवि आपको परेशान तो नही करने लगा था,
    निशा- मुस्कुरा कर नही-नही वह भला मुझे क्यो परेशान करने लगा
    पायल- अपने मन मे उस कमिने के लिए इतना प्यार, ज़रूर कुछ ना कुछ हुआ है, क्यो कि जब कोई लड़की या औरत रवि से चुदवाने के बारे मे सोचती है तभी उसकी साइड मे बोलती है नही तो पहले तो सब रवि को कमीना ही कहती है, ज़रूर कमिने ने कुछ दाव खेल लिया है या फिर हो ना हो भाभी ने इस कमिने का लंड देख लिया है, कुछ तो है, अब क्या है वह तो मेरे प्यारे कमिने भाई से ही पता चलेगा, और सोनिया को चोद कर उसने यह भी साबित कर दिया है कि वह भाभी की चूत भी जल्दी ही मार देगा, वाकई बहुत ही बड़ा कमीना है मेरा भाई.
    रवि- अपने मन मे सोचता हुआ, आज भाभी तुमने मेरे लंड के दर्शन कर के बहुत बड़ी ग़लती कर दी है अब तुम्हे इस ग़लती की सज़ा अपनी मोटी गान्ड मे मेरा लंड लेकर ही करनी होगी, मुझे उम्मीद है कि मेरे लंड की चुभन तुम्हे बहुत दिनो तक सताती रहेगी और यही चुभन तुम्हारे चुदवाने का कारण होगी, आख़िर तुमने पाया भी तो दुनिया का सब से बड़ा कमीना देवेर जो है,
    तीनो आमने सामने बैठ कर कॉफी पीते हुए अपनी नज़रो से एक दूसरे को देख रहे थे लेकिन उनके दिमाग़ मे बस चुदाई की ही बाते चल रही थी और तीनो की सोच उनकी नज़रो से बया भी हो रही थी बस उनकी नज़रो को पहचानने वाला चाहिए था,
    रवि अपनी कमिनि नज़रे अपनी भाभी पर चला रहा था और पायल रवि को आँखे निकाल कर उसे ऐसी हरकत ना कहने के लिए मना कर रही थी, रवि जब पायल को मुस्कुरा कर आँख मार देता है तो निशा एक दम से रवि की नज़रो को देख लेती है लेकिन ऐसा शो करती है जैसे उसने कुछ ध्यान नही दिया हो, निशा अपने मन मे इस कमिने की हर्कतो से तो लगता है कि यह अपनी बहन को भी नही चोदता होगा, कही पायल अपने भाई से तो नही फसि है, नही-नही ऐसा कैसे हो सकता है, मुझे यह सब नही सोचना चाहिए, तभी पायल उठ कर रवि की ओर मुस्कुरा कर देखती हुई अपने रूम मे जाने लगती है,
    निशा- अरे पायल बैठ ना कहाँ जा रही है
    पायल- अभी आई भाभी अपने कपड़े चेंज करके
    निशा- ओके
    पायल के जाने के बाद निशा अपनी नज़रे रवि की ओर करती है और रवि को मुस्कुराता हुआ अपनी ओर ही देखता पाती है
    निशा- क्यो रवि क्या बात है तुम्हारे चेहरे पर हर समय मुस्कान रहती है
    रवि- क्या करू भाभी जब से आप इस घर मे आई हो मेरी खुशी का ठिकाना ही नही है
    निशा- क्यो क्या मे इतनी अच्छी हू
    रवि- आपकी तारीफ के लिए मेरे पास शब्द नही है
    निशा- और क्या पायल तुझे अच्छी नही लगती है
    रवि- मुस्कुराते हुए नही भाभी ऐसी बात नही है दीदी भी अच्छी लगती है लेकिन आपकी तो बात ही कुछ और है और निशा के गदराए मोटे-मोटे चुचो को देखने लगता है निशा अपने पल्लू को अपनी छाती मे ठीक से रखते हुए झल्ला कर
    निशा- रवि ऐसे घूर कर क्यो देखा करता है क्या खा जाएगा
    रवि- मुस्कुरा कर उसके रसीले होंठो को देखता हुआ अरे भाभी आप भी कैसी बाते करती है आप क्या खाने की चीज़ है आप तो पीने.....
    निशा- अपनी आँखो को निकाल कर उसको घूर कर गुस्से से देखती हुई, क्या बोला
    रवि- मुस्कुरा कर कुछ नही भाभी
    निशा- मे जानती हू तू क्या कहना चाहता है
    रवि- मुस्कुराते हुए, क्या
    निशा- रवि तू क्या सोचता है कि मे कोई ऐसी वैसी औरत हू
    रवि- निशा के सीरीयस चेहरे को देख कर सीरीयस होता हुआ, भाभी मेने ऐसा कब कहा कि आप ऐसी वैसी औरत है
    निशा- तो फिर तू मेरे साथ इस तरह क्यो पेश आता है
    रवि- देखो भाभी मे तो आप से थोड़ी मज़ाक कर लेता हू यदि आपको मेरी किसी बात का बुरा लगता है तो मुझे आप साफ-साफ कह दिया करो तो मे आगे से ऐसी हरकत नही किया करूँगा
    निशा- ठीक है तो फिर आगे से मेरे.... और फिर कुछ कहती हुई चुप हो जाती है और अपनी नज़रे इधर उधर करने लगती है
    रवि- आगे से क्या भाभी
    निशा- उसको घूर कर देखती हुई कुछ नही
    रवि- नही भाभी कुछ तो है जो तुम्हे पसंद नही है मुझे खुल कर बता दो मे आगे से वह हरकत नही करूँगा जो आपको पसंद ना हो
    निशा- उसको गौर से देखती हुई, थोड़ा मुस्कुरा कर रवि तू बहुत बड़ा कमीना है,
    रवि- अपनी भाभी की बात सुन कर मुस्कुराता हुआ, वाह भाभी क्या खूब पहचाना है आपने अपने देवेर को
    निशा- मुस्कुराते हुए बेटा मे तुझे आज नही उसी दिन पहचान गई थी जिस दिन तूने मुझे पहली बार अपनी इन कामिनी नज़रो से देखा था
    रवि- मुस्कुराते हुए, भाभी मुझ मे यह विशेषता है कि कोई भी औरत मुझसे ज़्यादा समय तक नाराज़ नही रह पाती है, अब अपने आप को ही देख लो मुझसे बाते करते हुए कितना खुस नज़र आ रही हो जबकि थोड़ी देर पहले आप मुझसे कितना नाराज़ हो रही थी,
    निशा- उसकी बात सुन कर मुस्कुराते हुए वेरी स्मार्ट
    रवि- अरे भाभी यह तो कुछ भी नही है जब आप मुझसे बिल्कुल फ्रॅंक हो जाओगी तब देखना आप मुझसे कितना खुस रहने लगोगी और तो और आपका मन करेगा कि आप दिन भर मेरे पास ही रहो और मुझसे बाते करती रहो,
    तभी अंदर से पायल की आवाज़ आती है रवि ज़रा यहाँ आना
    निशा- मुस्कुराते हुए हाँ तू सच कहता है तभी तो पायल भी तेरे बिना ज़्यादा देर तक नही रह पाती है
    रवि- निशा की बात को समझ कर मुस्कुराता हुआ, भाभी थोड़ा सा आप भी ट्राई करोगी तो आप भी मुझे हर पल अपने पास ही रखना चाहोगी बस थोड़ा सा मेरे बारे मे अपनी राय बदल लो फिर देखना आप मुझसे कितना खुस रहोगी, समझी, और फिर निशा के सामने ही उसको आँख मार कर मुस्कुराते हुए अपनी दीदी के रूम की ओर बढ़ जाता है और निशा उसको अपना मुँह फाडे देखती रह जाती है और फिर कुछ देर बाद थोड़ा सा मुस्कुरा कर कमीना कही का कह कर टीवी ऑन कर लेती है.
    रवि पायल को पीछे से जाकर उसके गदरा मोटे-मोटे दूध को अपने हाथो मे भर कर दबोचता हुआ हे दीदी कब से तुम्हे छुआ नही था, कितना तड़प रहा हू मे तुम्हारे बिना, ना जाने यह रात कब होगी,
    पायल- उसको दूर धकेल्टी हुई, क्यो रे तू अपनी हरकत से बाज नही आएगा, इतनी जल्दी गरम-गरम खाने की कोशिश मत कर अपना हाथ और मुँह दोनो जला लेगा
    रवि- पायल को वापस से पकड़ कर अपनी बाँहो मे भरते हुए दीदी तुम फिकर क्यो करती हो तुम्हारा भाई हर औरत की कमज़ोरी को जल्दी ही पकड़ लेता है, अब भाभी की बात छोड़ो और अपने इन मस्ताने दूध को पिलाने की बात करो और पायल के दूध को अपने हाथो से कस-कस कर मसल्ने लगता है,
    पायल- आह थोड़ा धीरे दबा रवि तू तो एक दम जान निकालने पर उतारू हो जाता है
    रवि- उसके दूध को कस कर दबाते हुए, हे दीदी मे क्या करू तुम्हारे ये मस्ताने दूध है ही इतने कठोर कि जब मे इन्हे दबाता हू तो यह खुद मुझसे कहने लगते है कि बेटा रवि थोड़ा ज़ोर लगा कर दबाना तभी तो तेरी प्यारी दीदी की चूत मे पानी आएगा,
    पायल- आह तू बहुत कमीना है तुझे औरतो के हर सुख की नब्ज़ का अंदाज़ा रहता है, तभी तो औरते जल्दी ही तुझे अपनी चूत दे देती है,
    रवि- अपनी दीदी की चूत को अपने हाथो मे भर कर दबोचता हुआ, दीदी तुम्हारी इस फूली हुई चूत की तो बात ही अलग है
    पायल- चल झूठा कही का तेरे मन मे तो ना जाने किस-किस की चूत बसी हुई है अपनी दीदी को तो तू टाइम पास समझने लगा है
    रवि- नही दीदी सच मुच तुम्हारी चूत के मुक़ाबले किसी की चूत नही है,
    पायल- मुस्कुरा कर अच्छा, तो मुझे यह बता कि तुझे सोनिया को चोदने मे ज़्यादा मज़ा आया था या मुझे
    रवि- सच कहु दीदी जितना मज़ा तुम्हारी मस्तानी चूत को फाड़ने मे आया था ना उतना मज़ा शायद ही किसी को चोदने मे आएगा, तुम तो उपर से लेकर इतनी सेक्सी और खूबसूरत हो की मे तुम्हे चोदे बिना अब जी ही नही सकता हू, और पायल के रसीले होंठो को अपने मुँह मे भर कर उसके मोटे-मोटे चुतडो को अपने हाथो मे कस कर खूब ज़ोर-ज़ोर से दबोचने लगता है, पायल उसके लंड को उसकी पेंट के उपर से दबाते हुए,
    पायल- अपनी दीदी को चोदने के लिए तेरा यह मोटा डंडा कितना जल्दी खड़ा हो जाता है
    रवि- पायल की चूत को अपने हाथो से दबोचते हुए, दीदी तुम्हारी चूत भी तो अपने भाई के मोटे डंडे को खाने के लिए कितनी जल्दी फूल जाती है,
    पायल- रवि क्या कर रहा है अभी चोद देगा क्या अपनी दीदी को
    रवि- हाँ दीदी मे तो कब से तुम्हे चोदने के लिए तड़प रहा हू
    पायल- पगले अभी मुझे छोड़ कही भाभी ना देख ले, यह सब रात को करेगे
    रवि- पायल के होंठो को चूमता हुआ, ठीक है दीदी जैसा तुम कहो और फिर रवि बाहर आ जाता है, जब रवि बाहर आता है तो निशा उसके चेहरे को गौर से देखती है और रवि उसको देख कर मुस्कुराता हुआ उसके सामने आकर बैठ जाता है
    रवि- क्या देख रही हो भाभी
    निशा- मुस्कुराते हुए देख रही हू कि अपनी दीदी की एक आवाज़ मे कैसा भागा- भागा जाता है
    रवि- मुस्कुराते हुए, कभी आप भी आवाज़ देकर देखो आपके लिए तो इससे भी तेज दौड़ कर आ जाउन्गा
    निशा- मुझे तो तेरी किसी भी हेल्प की ज़रूरत ही नही है
    रवि- अपना कोई काम करवा कर तो देखो भाभी फिर आपको हमेशा मेरी ही हेल्प की ज़रूरत पड़ेगी
    निशा- क्यो तू इतना एक्सपर्ट है क्या
    रवि- मुस्कुराता हुआ भैया से भी ज़्यादा एक्सपर्ट हू मे कभी आजमा कर देखो आप भी याद करोगी
    निशा- अच्छा इतना विश्वास है अपने आप पर
    रवि- अपने आप पर नही अपने काम करने के तरीके पर
    निशा- मुस्कुराते हुए ऐसा क्या तरीका यूज़ करता है तू
    रवि- भाभी वह तो मे कर के ही दिखा सकता हू कभी मोका दो तो बताउन्गा
    निशा- मुस्कुराते हुए सोचूँगी
    रवि- अरे भाभी इसमे सोचना क्या, बस एक बार इशारा करो बंदा हाजिर हो जाएगा
    निशा- और अगर तेरे भैया ने कहा कि रवि से कोई भी काम क्यो करवाती हो तो फिर
    रवि- अरे भाभी भैया को बताने की ज़रूरत ही क्या है
    निशा- और अगर उन्हे फिर भी पता चल गया तो
    रवि- भाभी आप इतनी तो समझदार है ही कि भैया को क्या पता लगना चाहिए और क्या नही यह तय कर ले
    निशा- मुस्कुरा कर तुझे मेरी हेल्प करने मे बड़ी दिलचस्पी है
    रवि- अपने मन मे भाभी तुम्हारे जैसा गदराया माल जब सामने हो तो किसकी दिलचस्पी नही होगी तुम्हे चोदने मे,
    रवि- क्या करू भाभी मुझे अपने घर की औरतो की हेल्प करने मे बड़ा मज़ा आता है
    निशा- अपनी दीदी की भी हेल्प करता है क्या
    रवि- मुस्कुरा कर आपको क्या लगता है
    निशा- अपने मन मे सोचती हुई मुझे तो लगता है कमिने तू अपनी दीदी को ज़रूर चोदता होगा, तेरे होंठो पर लगी लिपस्टिक इस बात का सबूत है, पायल दिखने मे तो बड़ी भोली बनती है पर मुझे अब यकीन हो गया है कि तू ज़रूर उसे चोदता है और वह भी खूब कस कर तुझसे अपनी चूत मरवाती है,
    रवि- क्या हुआ भाभी क्या सोचने लगी
    निशा- कुछ नही मे तो यह सोच रही थी कि पायल क्या तेरी हेल्प लेने को तैयार हो जाती होगी
    रवि- क्यो क्या बुराई है मुझमे
    निशा- वही तो मे सोच रही हू
    रवि- भाभी अब ज़्यादा सोचो मत जल्दी से कोई फ़ैसला लो
    निशा- क्यो तुझे बड़ी जल्दी है मेरी हेल्प करने की मुझे तो अभी तेरी हेल्प की ज़रूरत नही है हाँ पायल को ज़रूर तेरी हेल्प की ज़रूरत पड़ती होगी
    रवि- निशा की गदराई जवानी को उपर से नीचे तक खा जाने वाली नज़रो से देखता हुआ, भाभी आपको देख कर तो ऐसा लगताहै कि आप को बहुत ज़्यादा मेरी हेल्प की ज़रूरत है
    निशा- रवि की बात सुन कर उसकी आँखो मे घुरती हुई मुझे तेरी हेल्प की अभी कोई ज़रूरत नही है
    रवि- निशा के मोटे-मोटे दूध को देखता हुआ लगता है भाभी आप मेरी हेल्प लेने मे डर रही है
    निशा- भला मे क्यो डरने लगी तुझसे
    रवि- नही भाभी आप ज़रूर डर रही है नही तो आपका अंदाज तो यही साबित करता है कि आप भी मेरी हेल्प लेने के लिए मरी जा रही है
    निशा- तुझे क्या मालूम मे मरी जा रही हू या नही
    रवि- अगर आप मरी नही जा रही है तो फिर मे आपको इतना अच्छा क्यो लगता हू
    निशा- उसको घूर कर देखती हुई किसने कहा कि तू मुझे अच्छा लगता है
    रवि- दीदी ही कह रही थी
    निशा- आश्चर्या से रवि को देखती हुई क्या कह रही थी पायल
    रवि- यही कि रवि बहुत ही अच्छा लड़का है अपने भैया से बिल्कुल अलग है और मे ऐसा ही देवेर चाहती थी जो दिन भर मेरा ख्याल रखे
    निशा- मेने ऐसा कब कहा पायल से
    रवि- अच्छा तो क्या मे झूठ बोल रहा हू, अभी मे दीदी को बुला कर पुछवा देता हू कि उसने ऐसा कहा था कि नही मुझसे
    निशा- नही-नही रहने दे हो सकता है मेने कहा हो, मुझे ठीक से याद नही है
    रवि- मुस्कराता हुआ, तो अब सच-सच बताओ मे आपको अच्छा लगता हू ना
    निशा- रवि की बात सुन कर मुस्कुराते हुए अपने मुँह से ही अपनी तारीफ करवा रहा है मुझसे
    रवि- प्लीज़ भाभी एक बार तो बता दो
    निशा- मुस्कुरा कर क्या बता दू
    रवि -यही कि आप मेरे बारे मे क्या सोचती हो
    निशा- मुस्कुरा कर "तू बहुत बड़ा कमीना है"
    रवि -मुस्कुराते हुए तो फिर भाभी अब ये भी बता दो कि इस कामीने को कब मोका दोगि अपनी हेल्प करने का मे बहुत तड़प रहा हू आपके लिए, मेरा मतलब है आपकी हेल्प के लिए
    निशा- मुस्कुरा कर रवि तू ऐसा सोच भी कैसे लेता है कि मे तुझसे....
    रवि- भाभी मे तो आपके लिए बहुत कुछ सोचता हू
    निशा- उसको देखती हुई क्या सोचता है
    रवि- मुस्कुरा कर उसके सामने ही उसके मोटे- मोटे दूध को खा जाने वाली नज़रो से घूरता हुआ, बता दू
    निशा- अपनी नज़रे चुराते हुए, क्या
    रवि- यही कि मे आपके बारे मे क्या सोचता हू
    निशा- उसको घूर कर देखती हुई, नही कोई ज़रूरत नही है, मे सब जानती हू तू क्या सोचता है
    रवि- मुस्कुराते हुए तो फिर आप ही बता दो मे क्या सोचता हू
    निशा- मुझे नही मालूम
    रवि- मुस्कुराता हुआ, ठीक है भाभी आप तो मुझे कुछ नही बताओगि पर मे भी सब जानता हू कि आप मेरे लिए क्या सोचती है, और मे यह भी जानता हू कि आप मेरे रूम के दरवाजे पर खड़ी -खड़ी क्या देख रही थी
    निशा- उसकी बात सुन कर एक दम से सकपका जाती है और क्या-क्या देख रही थी मे, मेने कब देखा, मे थोड़े ही वहाँ थी
    रवि- भाभी आप कितना ही छुपा लो मेने तो आपकी उस बात को दीदी को भी बता दिया है
    निशा- एक दम घबराकर क्या बता दिया है तूने पायल से
    रवि- अपनी भाभी का घबराया हुआ चेहरा देख कर अरे भाभी इतना घबरा क्यो रही हो मे तो मज़ाक कर रहा हू, मेने दीदी को कुछ नही बताया है कि आप उस वक़्त क्या देख रही थी छुप कर
    रविकी बात सुन कर निशा कुछ शर्मा जाती है और अपनी गर्दन नीचे करती हुई अपनी नज़रे झुका लेती है रवि बैठा-बैठा निशा को देखता रहता है और फिर निशा जब अपनी नज़रे उठा कर रवि को देखती है तो रवि एक दम से निशा को आँख मार देता है और निशा शर्म से पानी-पानी हो जाती है, रवि उठ कर निशा के पास जाकर बैठ जाता है और निशा अपनी नज़रे ज़मीन से गढ़ाए रहती है
    रवि- भाभी, और निशा अपनी नज़रे उठा कर रवि को देखती है उसका चेहरा ऐसा दिखाई दे रहा था जैसे उसको किसी ने रंगे हाथो चोरी करते हुए पकड़ लिया था,
    रवि- निशा की आँखो मे देखते हुए, भाभी आप बहुत खूबसूरत हो, निशा उसकी बात सुन कर अपनी नज़रे नीचे करती है तो रवि उसकी थोड़ी को अपने हाथो से पकड़ कर उसके चेहरे को उपर उठता है और भाभी आइ लव यू
    रवि की बात सुन कर निशा उठ कर जाने लगती है तो रवि उसका हाथ पकड़ लेता है और
    रवि- भाभी कहाँ जा रही हो
    निशा- अपने हाथ को छुड़ाने की कोशिश करती हुई मुझे जाने दे रवि
    रवि- खड़ा होकर निशा के हाथो को कस कर पकड़ता हुआ उसकी मोटी गान्ड से अपने लंड को सताता हुआ, भाभी फिर मुझसे कब अपनी हेल्प कर्वओगि
    निशा- अपने हाथ को छुड़ा कर उसको सोफे पर धकेल्टी हुई मुस्कुरा कर कभी नही और अपने मोटे-मोटे चुतडो को मतकती हुई पायल के रूम की ओर जाने लगती है,
    रवि- पीछे से आवाज़ लगता हुआ, भाभी अगर आपने मुझसे हेल्प नही करवाई तो मे आप वाली बात दीदी को बता दूँगा निशा रवि को कुछ कहती उससे पहले ही पायल रूम से बाहर आती हुई
    पायल- क्या बता देगा रवि
    पायल की बात सुन कर निशा के होश उड़ जाते है और वह रवि को ना मे गर्दन हिलाते हुए उसे इशारे से चुप रहने को कहती है
    रवि- निशा को मुस्कुराते हुए देख कर कुछ नही दीदी मे तुम्हे बाद मे बताउन्गा
    पायल- क्या बात है अभी बता ना
    रवि- नही दीदी अभी नही पहले भाभी से तो पूछ लू कि मे तुम्हे बताऊ कि नही
    पायल- ओफ्फ हो पहेलिया क्यो बुझा रहा है बताना है तो बता नही तो मत बता और भाभी के पास आकर भाभी आप ही बताओ क्या बात है
    निशा- घबराते हुए कुछ नही, रवि तो मज़ाक कर रहा है, और रवि को घूर कर देखती हुई , है ना रवि
    रवि- भाभी पहले बोलो हेल्प का जवाब यस है या नो
    निशा- उसको घूर कर देखती हुई हाँ, हाँ यस है अब तो खुस
    रवि- अरे दीदी मे तो मज़ाक कर रहा था दरअसल मेने भाभी से एक पहेली पूछी थी और भाभी उसका जवाब नही दे पाई और शर्त के मुताबिक मे अब जो भी भाभी से मागुंगा भाभी को मुझे देना पड़ेगा
    रवि- निशा को देख कर क्यो भाभी मे जो भी मांगूगा आप दोगि ना
    निशा- रवि की ओर देख कर मुस्कुराते हुए, हाँ, हाँ जो तुझे चाहिए ले लेना
    रवि- निशा की गदराई जवानी पर उसकी आँखो के सामने ही नज़र मारते हुए, भाभी तुम जानती हो मुझे क्या चाहिए, अब बाद मे जब मे मांगूगा तो मुकरना नही, नही तो और पायल को बता देने का इशारा करता है और निशा की ओर मुस्कुरा कर आँख मारता हुआ अपने रूम मे चला जाता है
    उसके जाने के बाद निशा गहरी सांस लेती हुई पायल बड़ा ही कमीना है तेरा भाई
    पायल- क्यो क्या हो गया भाभी, सच पूछो तो मे आप दोनो की गोल मोल बात को समझ ही नही पाई
    निशा- पायल को देख कर मुस्कुराते हुए यह सब तेरा ही किया धरा है तू क्या- क्या कहती रहती है रवि से मेरे बारे मे
    पायल- निशा को आश्चर्या से देखते हुए मेने क्या कहा है
    निशा- अब जाने दे, मुझे तो तूने फसा ही दिया है
    पायल- अरे भाभी मुझे सच मे कुछ नही मालूम आख़िर हुआ क्या है
    निशा- वो सब छोड़ मे तुझे बाद मे बताउन्गि पहले यह बता कि रवि को क्यो बुलाया था अपने कमरे मे निशा की बात सुन कर पायल एक दम से झेप जाती है और उसके चेहरे के बदलते एक्सप्रेशन को देख कर निशा मुस्कुराने लगती है,
    निशा- क्या हुआ मेने कुछ ग़लत पूछ लिया क्या
    पायल- सकपका कर नही वो ऐसा है भाभी
    निशा- मुस्कुरा कर कैसा है, बड़ा कमीना है ना
    पायल- कौन
    निशा- अरे वही अपना रवि
    पायल- थोड़ा मुस्कुरा कर हाँ वो तो है
    निशा- तुझे कैसे पता कि वह बहुत कमीना है
    पायल- फिर से झेप्ते हुए मुझे क्या पता मे तो आपकी हाँ मे हाँ मिला रही हू
    निशा- बिना सोचे समझे
    पायल- ओफ्फ हो भाभी अब कोड वर्ड मे बाते करना बंद भी करो और साफ-साफ कहो आप क्या कहना चाहती हो
    निशा- पायल के गाल को खिचती हुई, साफ-साफ कह दू
    पायल- घबरा कर, बात पलटती हुई भाभी आज खाने मे क्या बनाना है,
    निशा- मुस्कुरा कर अरे अभी तो बहुत समय है आ थोड़ी देर बैठ कर बाते करते है
    पायल- घबराती हुई वो भाभी मुझे ज़रा बाथरूम जाना है
    निशा- मुस्कुराते हुए, अच्छा जा मे तेरा यही वेट करती हू
    पायल जल्दी से बाथरूम मे जाकर घुस जाती है और लंबी-लंबी साँसे लेती हुई, भाभी कैसी बाते कर रही है कही इन्हे शक तो नही हो गया, ज़रूर उस कमिने ने कुछ किया है तभी तो भाभी मुझसे ऐसी बाते कर रही है कही रवि ने उन्हे कुछ बता तो नही दिया, उसका कोई भरोशा नही है, अब क्या करू मे बाहर कैसे जाउ, भाभी फिर से कुछ पूछने लगी तो मे क्या जवाब दूँगी, तभी बाहर से निशा की आवाज़ आती है पायल कितना देर लगाएगी, पायल घबराती हुई आई भाभी, हे भगवान आज तो बचा ले मुझे, कहा फसा दिया इस कमिने ने,
    तभी निशा का फोन बजता है और दूसरी ओर रोहित उससे बाते करने लगता है,
    पायल धीरे से दरवाजा खोल कर बाहर आती है और भाभी को दूसरी ओर मुँह करके बात करते देखती है और चुपचाप दबे पाँव अपने रूम मे भाग जाती है. निशा फोन कट करने के बाद बाथरूम का दरवाजा खोल कर अंदर देखती है और फिर मुस्कुराती हुई, सोचती है हो ना हो इन दोनो के बीच ज़रूर कोई ना कोई लेफ्डा चल रहा है लेकिन मे कैसे मालूम करू पायल तो मुझे बताने से रही, अब तो मुझे इन सब बातो की सच्चाई सिर्फ़ रवि से ही पता चल सकती है पर यह भी सच है कि अगर मे यह सब बाते जानना चाहती हू तो मुझे रवि से अपनी चूत मर्वानी पड़ेगी, वह कमीना भी तो मेरी चूत के पीछे हाथ धो कर पड़ा है, वैसे उसका लंड बहुत ही बड़ा है जो भी उसके लंड से चुदेगि उसे तो मज़ा आ जाएगा, अरे यह क्या मेरी चूत क्यो गीली हो गई और मुस्कुराते हुए रवि के मोटे लंड के बारे मे सोचेगी तो चूत तो गीली होगी ही ना,


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  15. #15
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    Re: KAMINA

    KAMINA

    पायल धीरे से दरवाजा खोल कर बाहर आती है और भाभी को दूसरी ओर मुँह करके बात करते देखती है और चुपचाप दबे पाँव अपने रूम मे भाग जाती है. निशा फोन कट करने के बाद बाथरूम का दरवाजा खोल कर अंदर देखती है और फिर मुस्कुराती हुई, सोचती है हो ना हो इन दोनो के बीच ज़रूर कोई ना कोई लेफ्डा चल रहा है लेकिन मे कैसे मालूम करू पायल तो मुझे बताने से रही, अब तो मुझे इन सब बातो की सच्चाई सिर्फ़ रवि से ही पता चल सकती है पर यह भी सच है कि अगर मे यह सब बाते जानना चाहती हू तो मुझे रवि से अपनी चूत मर्वानी पड़ेगी, वह कमीना भी तो मेरी चूत के पीछे हाथ धो कर पड़ा है, वैसे उसका लंड बहुत ही बड़ा है जो भी उसके लंड से चुदेगि उसे तो मज़ा आ जाएगा, अरे यह क्या मेरी चूत क्यो गीली हो गई और मुस्कुराते हुए रवि के मोटे लंड के बारे मे सोचेगी तो चूत तो गीली होगी ही ना,

    Ab Agey..........

    उधर सोनिया को देखने के लिए लड़के वाले आ जाते है और सोनिया काफ़ी दुखी मन से अपने मा-बाप के सामने लड़के वालो के सामने जाती है, लड़के वाले सोनिया को देखते ही रिश्ता पक्का कर देते है और यह कह कर चले जाते है की एक आख़िरी बार वह सोनिया का फोटो अपने बेटे के पास भेज रहे है अगर उसे भी लड़की पसंद आ गई तो जल्द ही शादी की डेट तय कर दी जाएगी,
    सोनिया यह सब सुन कर काफ़ी उदास हो जाती है और रोने लगती है, और रवि को फोन करके सब बाते उसे बताने लगती है, और रवि से कहती है वह उसे आकर ले जाए नही तो वह जहर खा कर अपनी जान दे देगी,
    रवि- ओफ्फ हो सोनिया पागलो जैसी बात क्यो करती हो तुम फिकर मत करो मे कुछ ना कुछ रास्ता निकाल लूँगा और अगर कुछ नही हुआ तो तुम्हारे मरने से पहले मे उसे मार दूँगा जो तुमसे शादी करने चला है, और सोनिया को कॉन्फिडेन्स मे लेकर चुप करा देता है और फोन रख देता है, तभी उसके पास करण का फोन आता है और
    कारण- हेलो रवि कहाँ है
    रवि- घर पर बोल क्या बात है
    कारण- अबे एक खुशी की बात है
    रवि- अच्छा वह क्या
    कारण- अरे मेरे मम्मी-पापा ने मेरे लिए एक लड़की पसंद कर ली है और उसकी तस्वीर कल तक मेरे पास आ जाएगी तू एक काम कर कल सनडे भी है तू कल मेरे फ्लॅट मे आ जा हम कल इंजोय करते है,
    रवि- ओके डियर मे सुबह ही पहुच जाउन्गा पर साले कल भी तू मुझे दिन मे ही वोड्का पिलाएगा क्या,
    कारण- अबे जब मस्ती मारना हो तो दिन क्या और रात क्या आजा मज़ा आ जाएगा
    रवि- चल ठीक है मे आता हू बाइ रात को रोहित और निशा अपने रूम मे घुस कर चुदाई शुरू कर देते है और दूसरी तरफ रवि अपनी दीदी के रूम मे जाकर उसके साइड मे लेट जाता है और फिर दोनो भाई बहन एक दूसरे का चेहरा देखते हुए एक दूसरे की आँखो मे देखने लगते है और दोनो बिना एक दूसरे को छुए ही गरम होने लगते है,
    रवि- पायल की आँखो मे देखता हुआ धीरे से अपने हाथ को अपनी दीदी के गदराए दूध पर रख कर हल्के-हल्के दबाते हुए, मेरी जान तुम कितनी सेक्सी और खूबसूरत लगती हो, काश तुम मेरी बीबी होती,
    पायल- रवि के मोटे लंड को उसके पाजामे के उपर से ही दबाती हुई, दीदी समझ कर हो चोद रवि तुझे ज़्यादा मज़ा आएगा बीबी को तो हर कोई चोद लेता है पर अपनी दीदी को तो नसीब वाले ही चोद पाते है,
    रवि - पायल के मस्ताने दूध को कस कर मसलता हुआ, दीदी अगर तुम्हारे जैसी गदराई दीदी जिसकी भी होगी वह उसे ज़रूर चोदने के लिए मरा जाएगा,
    पायल- उसके मोटे लंड को दबाती हुई, बेटे तेरे जैसा लंड भी जिस लड़की के भाई का होगा वह ज़रूर उसे अपनी फूली हुई चूत मे लेने के लिए मचल जाएगी
    रवि अपनी दीदी से बाते भी करता जा रहा था और बीच-बीच मे कभी उसके मोटे गदराए दूध को मसलता कभी उसके रसीले होंठो को चूस्ता और कभी अपना हाथ पीछे ले जाकर उसकी मोटी गान्ड को दबाता,
    रवि- दीदी तुम्हारे चुतड कितने भारी हो गये है ऐसा लगता है जैसे तुम खूब कस कर अपनी गान्ड मरवाती हो
    पायल- मुझे लगता है आज तू मेरी गान्ड मरने के मूड मे है,
    रवि- दीदी तुम कहो तो आज मे तुम्हारी गान्ड को खूब कस कर चोद दू,
    पायल- मुस्कुरा कर पर मुझे ज़्यादा दर्द होगा तो
    रवि- नही दीदी मे इस तरह से तुम्हारी गान्ड मारूँगा कि तुम्हे ज़्यादा दर्द नही होगा
    पायल- और मेरी चूत जो सुबह से रस छोड़ रही है उसका क्या होगा
    रवि- दीदी तुम फिकर क्यो करती हो मे तुम्हारी चूत का सारा रस अपने मुँह से पी जाउन्गा, और तुम मेरे मुँह मे ही अपना सारा रस छोड़ देना
    पायल- नही तू थोड़ी देर मेरी गान्ड मार ले लेकिन फिर मुझे अपनी चूत मे तेरा मोटा लंड चाहिए
    रवि- अच्छा ठीक है और पायल की गदराई गान्ड को दबोचते हुए, लेकिन दीदी तुम्हारी गान्ड मे ज़्यादा दर्द ना हो इसके लिए मुझे तेल लगा कर तुम्हारी गान्ड को चिकना बनाना पड़ेगा, पायल अपनी स्कर्ट और टीशर्ट उतार कर तुरंत नंगी हो जाती है और फिर अपनी ब्रा और पेंटी उतार कर खड़ी हो जाती है और रवि की ओर मुस्कुरा कर देखती हुई मे कैसी लग रही हू
    रवि- अपनी दीदी की नंगी गदराई जवानी उसके मोटे-मोटे कसे हुए दूध और फूली हुई चूत को देख कर मस्त हो जाता है और खुद भी अपने सारे कपड़े उतार कर पूरा नंगा हो जाता है उसका मोटा लंड सर उठाए खड़ा रहता है और वह अपनी दीदी के पास जाकर उसकी नंगी गदराई जवानी को अपनी बाँहो मे भर कर पागलो की तरह चूमने लगता है, दोनो भाई बहन एक दूसरे से पूरे नंगे खड़े होकर चिपके हुए एक दूसरे की गान्ड और पीठ को सहलाते हुए एक दूसरे के मुँह, होंठ को चूमने लगते है रवि- दीदी चलो ड्रेसिंग टेबल के शीशे मे एक दूसरे को नंगा देखते है
    पायल- उसके लंड को अपने हाथो से पकड़ कर अपनी गान्ड मतकती हुई धीरे-धीरे रवि के लंड को अपने हाथो से खिचते हुए ड्रेसिंग टेबल की ओर जाने लगती है और रवि अपनी दीदी के गदराए चुतडो की मस्तानी थिरकन को देखता हुआचल देता है, ड्रेसिंग टेबल के शीशे के सामने जाकर दोनो एक दूसरे से नंगे ही चिपक जाते है और शीशे मे एक दूसरे का चेहरा देख कर मुस्कुराते हुए एक दूसरे के नंगे बदन को सहलाने लगते है, पायल अपनी मोटी गदराई गान्ड को शीशे के सामने करके थोड़ा अपनी गान्ड को बाहर निकाल कर रवि को दिखाती है और रवि अपनी दीदी की मस्तानी गान्ड को शीशे मे देखते हुए उसकी गदराई गान्ड के मोटे-मोटे पाटो को सहलाता हुआ अपनी दीदी की गहरी गुदा मे अपने हाथ की उंगलिया फेर-फेर कर सहलाने लगता है और पायल अपने भाई के मोटे लंड के टोपे को खोल कर उसके टोपे को सहलाने लगती है,
    तभी रवि द्रीसिंग टेबल के उपर रखी ऑमंड ड्रॉप्स की शीशी को उठा कर उससे तेल निकाल कर अपनी दीदी की मोटी गान्ड की दरार मे तेल लगा कर उसकी गदराई मोटी गान्ड के छेद मे अपनी उंगली घुसा-घुसा कर तेल लगाने लगता है तभी पायल अपनी हथेली को आगे करके रवि को अपने हाथ मे तेल डालने का इशारा करती है और रवि उसके हाथो मे तेल डाल देता है और पायल अपने हाथो मे तेल लेकर रवि के मोटे लंड मे तेल लगा-लगा कर उसे सहलाने लगती है, रवि अपनी दीदी के मोटे गदराए चुतडो को पूरा तेल से भिगो देता है और खूब कस-कस कर अपनी दीदी के मस्ताने चुतडो की मालिश करने लगता है, वह जितनी ज़ोर से अपनी उंगलियो को अपनी दीदी की गान्ड की दरार मे भरता है पायल भी उतनी ही तेज तरीके से अपने हाथो को अपने भाई के लंड पर कस-कस कर तेल मलने लगती है,
    करीब 10 मिनिट तक दोनो एक दूसरे की गान्ड और लंड मे तेल लगा-लगा कर पूरी तरह चिकना कर देते है उसके बाद रवि अपनी दीदी को बेड से सटा कर पेट के बल बेड के नीचे टाँगे झुला कर लिटा देता है और फिर अपनी दीदी की मोटी गान्ड के छेद को अपने हाथो से फैलता है तो पायल उसके हाथ को हटाते हुए अपने हाथो से अपनी गदराई मोटी गान्ड को खूब कस कर फैलाती है और अपने भाई को अपनी गान्ड का कसा हुआ छेद दिखा कर “ले रवि ,अब डाल अपने लंड को अपनी दीदी की गदराई गान्ड मे,” रवि पायल की बात सुन कर अपने लंड को अपनी दीदी की गान्ड के छेद मे लगा कर एक तगड़ा धक्का मारता है और उसका लंड अपनी दीदी की गान्ड के छेद को फैलता हुआ लगभग आधा अंदर धस जाता है और पायल की गान्ड फॅट जाती है और वह ज़ोर से सीसियाते हुए “आह ,रवि बहुत मोटा है तेरा लंड .आ…. रवि, प्लीज़ ,मे मर जाउन्गि…, रवि ,रुक जा …रवि ,आ…!!!”, रवि अपने आधे लंड को फसाए हुए अपनी दीदी की गान्ड के मोटे-मोटे पाटो को दबोच-दबोच कर सहलाते हुए अपने लंड को धीरे-धीरे अपनी दीदी की मोटी गान्ड मे गाढ़ने लगता है,
    पायल आह-आह करती हुई अपनी गान्ड के छेद को कभी सिकोडती है कभी फैलाती है, रवि लगातार अपनी दीदी की गान्ड के मोटे- मोटे पाटो को मसल-मसल कर सहलाता रहता है जब पायल कुछ शांत दिखाई देती है तो रवि अपने लंड को एक दम से कस कर अपनी दीदी की मोटी गान्ड मे पेल देता है और उसका मोटा लंड उसकी दीदी की मोटी गान्ड को फाड़ता हुआ पूरा अंदर फिट हो जाता है और पायल की गान्ड फॅट जाती है और वह ज़ोर-ज़ोर से सीसियाते हुए अपनी गान्ड के छेद को सिकोड़ने लगती है, रवि अपनी दीदी की गान्ड को बड़े प्यार से सहलाता हुआ धीरे-धीरे अपने लंड को अंदर बाहर करने लगता है और पायल “आह-आह… रवि, सी… आह-आह …ओह.. रवि ,बहुत दर्द हो रहा है.. रवि, प्लीज़.. रुक जा…आह-आह…”, रवि अपनी दीदी के मोटे चुतडो को कस-कस कर अपने हाथो से भिचता हुआ उसकी गान्ड मारने लगता है और पायल अपने हाथो के पंजो से चादर को पकड़े हुए अपने भाई का मोटा लंड अपनी गदराई गान्ड मे लेने लगती है,
    रवि करीब 10 मिनिट तक अपनी दीदी को धीरे- धीरे लेकिन गहरे धक्के मारता हुआ
    उसकी मोटी गान्ड चोदता रहता है, उसके बाद रवि अपनी दीदी की गान्ड को उमच-हुमच कर चोदना शुरू कर देता है और पायल आह-आह ओह रवि बहुत खुजली हो रही है आह रवि बहुत अच्छा लग रहा है थोड़ा तेज चोद आह-आह ओह रवि तू कितना अच्छा है थोड़ा कस कर मार रवि आह-आह, चोद ना रवि थोड़ा तेज चोद रवि प्लीज़ आह-आह ओह मे मर जाउन्गि रवि और तेज मार और तेज,
    रवि अपनी दीदी की गान्ड को सतसट चोदने लगता है और उसके चुतडो पर हल्के-हल्के थप्पड़ मारते हुए उसकी गान्ड मे सतसट लंड पेलने लगता है, करीब 20 मिनिट तक अपनी दीदी की गान्ड को मारते हुए रवि का लंड उसकी कसी हुई गान्ड मे पानी छोड़ देता है और हान्फता हुआ उसकी कमर के उपर झुक जाता है और पायल बेड पर पेट के बल पसर जाती है, रवि सीधा अपनी दीदी की गान्ड मे लंड फसाए उसके उपर लेट जाता है और करीब 2 मिनिट बाद उसका लंड उसकी दीदी की गान्ड से बाहर निकल आता है, पायल अधमरी सी गहरी- गहरी साँसे लेती हुई पड़ी रहती है और रवि उसकी गोरी-गोरी पीठ को सहलाता रहता है
    करीब 2 मिनिट तक रवि उसके उपर लेटा रहता है उसके बाद उठ कर अपनी दीदी की गान्ड मे एक थप्पड़ मारते हुए
    रवि- दीदी अब उठो भी कब तक पड़ी रहोगी
    पायल- पलट कर पीठ के बल लेटती हुई, कामीने कितना ज़ोर से चोद रहा था तू
    रवि- लो कर लो बात खुद ही तो कह रही थी कि रवि और ज़ोर से चोद खूब कस कर चोद और अब कह रही हो कितना ज़ोर से चोद रहा था,
    पायल- मुस्कुरकर अरे उस समय होश रहता है क्या, पर तुझे तो सोचना चाहिए था कि तेरी दीदी की क्या हालत होगी, मेरा तो सारा बदन दर्द करने लगा है अब मुझसे उठा भी नही जा रहा है,
    रवि- अरे दीदी तुम फिकर क्यो करती हो मे तुम्हे अपनी गोद मे उठा लेता हू और रवि अपनी दीदी को अपनी गोद मे उठा लेता है और पायल उसके सीने से चिपक जाती है, रवि अपनी दीदी के होंठो को चूमता हुआ,
    रवि- दीदी तुम्हारी गान्ड बहुत मस्त है
    पायल- मुस्कुरा कर अपनी दीदी को नंगी करके अपनी गोद मे उठाते हुए तुझे शरम नही आती है
    रवि- तुम्हारे जैसी दीदी को पूरी नंगी करके गोद मे उठाने और अपने लंड मे चढ़ने मे बहुत मज़ा आता है और अपनी दीदी की चूत की फांको को फैलाकर देखते हुए देखो तो दीदी तुम्हारी चूत कितना पानी छोड़ रही है, जानती हो यह क्या कह रही है
    पायल- मुस्कुरा कर क्या कह रही है
    रवि- दीदी यह कह रही है की रवि अपने मोटे लंड को मेरे अंदर फसा कर खूब कर कर मेरी चूत मार दे
    पायल- तो फिर देख क्या रहा है जैसा वह कह रही है वैसा करता क्यो नही
    रवि- क्यो नही अभी कर देता हू और रवि पायल की दोनो टाँगो को अपनी कमर से लपेट कर उसकी चूत के छेद मे अपने लंड को जैसे ही सेट करता है पायल अपनी चूत का धक्का उसके लंड पर मार देती है और रवि का लंड अपनी दीदी की फटी हुई चूत मे सॅट से अंदर घुस जाता है और पायल अपने भाई के सीने से चिपक जाती है और रवि खड़े-खड़े ही अपनी दीदी को चोदने लगता है,
    पायल रवि के होंठो को चूसने लगती है और रवि अपनी दीदी की गान्ड को दबोचे हुए उसकी चूत को मारने लगता है, पायल अपने भाई के खड़े लंड पर झूलते हुए अपनी चूत को रगड़ने लगती है, थोड़ी देर बाद रवि पायल को सीधा बेड पर लेटा देता है और पायल अपनी मोटी-मोटी गदराई जाँघो को पूरा खोल कर अपने पेरो को उपर कर लेती है और उसकी फूली हुई चूत पूरी खुल कर फैल जाती है, रवि अपनी दीदी की गुलाबी रस से भीगी चूत को देख कर अपने लंड को अपनी दीदी की चूत मे रख कर एक तगड़ा शॉट मारता है और उसकी चूत मे उसका लंड पूरा जड़ तक समा जाता है और फिर रवि अपने पेरो के पंजो के बल बैठा- बैठा अपनी दीदी की चूत को कस-कस कर चोदने लगता है, पायल आह-आह करते हुए अपनी चूत को अपने भाई के लंड पर मारने लगती है,
    दोनो और से डचा डच ठुकाई चालू हो जाती है एक धक्का रवि अपनी दीदी की चूत मे मारता है तो दूसरा धक्का पायल अपने भाई के लंड पर मार देती है इस तरह टू वे कम्यूनिकेशन शुरू हो जाता है और फिर रवि अपनी स्पीट को पूरी रफ़्तार पर लाकर अपनी दीदी की चूत को कस-कस कर ठोकने लगता है, और फिर रवि अपनी दीदी के नंगे बदन पर सो जाता है और उसके दूध को दबोचता हुआ उसके होंठो को पीने लगता है और उसका लंड सतसट अपनी दीदी की चूत को चोदने लगता है, करीब 20 मिनिट तक दोनो और से तगड़े धक्के पड़ते है और फिर पायल की चूत पूरी तरह चिकनी होकर सिकुड़ने और फैलने लगती है और वह एक दम से आह-आह रवि आ रवि कहते हुए रवि को कस कर अपने सीने से चिपका लेती है और उसकी चूत पानी छोड़ देती है और रवि भी अपनी दीदी की कसी हुई चूत मे अपने लंड को जड़ तक फसा कर रुक-रुक कर पिचकारी मारने लगता है, और दोनो एक दूसरे के साथ कस कर चिपक जाते है, करीब 2 मिनिट तक दोनो गहरी साँसे लेते हुए एक दूसरे से चिपके रहते है उसके बाद रवि साइड मे लेट जाता है और पायल उसके सीने से चिपक कर सो जाती है, रवि अपनी दीदी के सर के बालो को सहलाता हुआ उसे प्यार करने लगता है.
    सुबह-सुबह रवि नहा धोकर तैयार होकर पायल को कहता है कि वह अपने एक दोस्त से मिलने जा रहा है और शाम तक लोटेगा, पायल अपना मुँह बनाते हुए,
    पायल- रवि दिन भर तो मे तेरे बिना बोर हो जाउन्गि और भाभी से तूने क्या कहा है जो वह हाथ धोकर मेरे पीछे पड़ी हुई है और फिर तू नही रहेगा तो वह ना जाने क्या- क्या सवाल करेगी, मे कैसे क्या कहुगी उनसे,
    रवि- दीदी उन्हे कुछ भी नही बताना और उल्टे उनसे ही सवाल पूछना, ध्यान रहे उनकी बातो मे आने की बजाय तुम्हे उन्ही से कुछ ना कुछ उगलवाना होगा, बाकी मे तुम्हे बाद मे बताउन्गा, अपना ख्याल रखना मे शाम तक आ जाउन्गा और पायल के होंठो को चूम कर अपने घर से निकल जाता है और अपनी बाइक को करण के फ्लॅट की ओर दौड़ा देता है.
    रवि, करण के फ्लॅट पर पहुच कर उसकी डोर बेल बजाता है और करण आकर गेट खोल देता है
    कारण- आ गया तू
    रवि- हा यार बड़ी मुस्किल मे आने दिया
    कारण- किसने
    अरे मेरी जानेमन ने और किसने
    कारण- यार कभी हमे भी अपनी जानेमन से मिलवा दे ना
    रवि- अरे वाह बड़ा आया मेरी जानेमन से मिलने वाला जिस दिन तुझे पता चलेगा कि मेरी जान कौन है उस दिन तेरे होश उड़ जाएगे समझे
    कारण- अरे ऐसी कौन सी हूर की परी है जिसे देख कर मेरे होश उड़ जाएगे
    रवि- अरे डियर वह सब तो मे तुझे बाद मे बताउन्गा पहले मुझे यह तो बता तुझ जैसे गधे से कौन ब्याह रचाने को राज़ी हो गई, कमिने साले चले है शादी करने
    करण- आबे मुझसे भी बड़ा कमीना तो तू है ना जाने कब किसे चोदने का सोचने लग जाए कोई ईमान धरम तो है नही
    रवि- हाँ यार यह तो तू सच कह रहा है एक बार तो मेने सपने मे तेरे फ्लॅट मे आकर ही अपना लंड खूब तबीयत से हिलाया था
    कारण- किसको सोच कर
    रवि- तेरी मम्मी को और किसको
    करण- लगता है आज तू सुबह से ही किसी की चूत के दर्शन करके आया है जो सुबह से ही तुझे चूत दिखाई दे रही है
    रवि- सॉरी यार बुरा मत मानना मे तो मज़ाक कर रहा था
    करण- अबे तेरी बात का बुरा मान कर मे कर भी क्या लूँगा, तेरा कोई भरोशा नही है मेरी मम्मी को देख लेगा तो उसे भी चोदने के बारे मे सोचने लग जाएगा, आख़िर कमीना जो ठहरा
    रवि- करण की बात पर मुस्कुराता हुआ, नही यार तेरी मम्मी तो बूढ़ी हो गई होगी उसकी चूत मे क्या मारूँगा
    करण- अबे साले तूने अगर मेरी मम्मी को देखा होता तो ऐसी बात नही करता
    रवि- अच्छा तो क्या तेरी मम्मी अभी तक जवान है
    करण- तू बैठ मे पहले तेरी चाय्स लेकर आता हू फिर आराम से बैठ कर बाते करेगे आज मेरा लंड भी सुबह से परेशान कर रहा है
    रवि- क्यो तुझे तेरी मम्मी की गदराई फूली हुई चूत याद आ गई क्या
    करण- अबे तू मेरी मम्मी की चूत और मोटी गान्ड देख लेगा तो पागल हो जाएगा
    रवि- अबे दिखा चाहे ना दिखा अपने मुँह से ही बता दे मुझे तो उसमे ही मज़ा आ जाएगा
    करण वोड्का की बोतल उसके सामने रख कर बैठ जाता है और फिर दो लार्ग पॅक बनाता है और दोनो एक ही सांस मे पूरा ग्लास खाली कर देते है और फिर दूसरा लार्ग पॅक ख़तम करते हुए,
    रवि- हा तो करण तू क्या कह रहा था तेरी मम्मी के बारे मे
    करण- अरे यार क्या बताऊ, तूने आते ही मेरी मम्मी की फूली हुई चूत की बात करके मेरा लंड खड़ा कर दिया है
    रवि- क्या तेरी मम्मी की चूत इतनी ज़्यादा मस्त और फूली हुई है
    करण- अरे मेरी मम्मी की चूत देख कर तो बुड्ढे का लंड भी झटके मारने लगे क्या गदराई चूत है उसकी और उसकी मोटी गान्ड देख कर तो तू खड़े-खड़े ही उसकी गान्ड मे अपना लंड फासने को तैयार हो जाए,
    रवि- क्या खूब मोटी और गदराई गान्ड है तेरी मम्मी की
    करण- अरे अगर तू मेरी मम्मी को पूरी नंगी देख ले तो तेरे लंड से खड़े-खड़े ही पानी निकल जाएगा, मेरी मम्मी की गदराई जवानी उसकी मोटी गान्ड और उसकी मोटी-मोटी चिकनी जंघे हाय मे तो अपने लंड को अपनी मम्मी को पूरी नंगी सोच कर ही हिलाता हू, ऐसी जबरदस्त गान्ड और ऐसी फूली हुई चूत मेने आज तक नही देखी,
    रवि- अच्छा ये बता देखने मे कैसी लगती है तेरी मम्मी, कितनी उमर होगी उसकी
    करण- अपना ग्लास ख़तम करता हुआ, अरे यार कम से कम 45 की होगी पर उसकी गदराई जवानी आज भी इतनी कसी हुई है उसके भारी- भारी चुतड तो तेरे दोनो हाथो मे भी नही समा सकते और एक दम गोरी गान्ड है उसकी और उसकी छूट अफ क्या बतौ आज भी अपनी छूट के बाल जब साफ कर लेती है तो उसकी छूट इनटी गोरी और इतनी फूली हुई नज़र आती है कि दिल करता है की अपनी मम्मी की चूत मे अपना मुँह रख कर अपने मुँह से उसकी फूली हुई चूत को दबाता ही रहू, उसकी गदराई जंघे देख कर तो मे पागल हो जाता हू इतनी चिकनी और इतनी मोटी-मोटी गदराई जंघे है की अपने दोनो हाथो मे भर-भर कर दबोचने मे मज़ा आ जाए, उसके दूध इतने मोटे-मोटे और कसे हुए है कि क्या बताऊ,
    रवि -अच्छा करण तेरी मम्मी आज भी पेंटी पहनती है कि नही
    करण- अरे वह तो अपनी भारी गान्ड के उपर इतनी छोटी सी पेंटी पहनती है कि उसकी पेंटी तो उसकी मोटी गदराई गान्ड की दरार मे ही फस जाती है और उसके भारी- भारी चुतडो के पाट पूरे नंगे ही नज़र आते है, और तो और रवि जब मेरी मम्मी की चूत जब उसकी गुलाबी पेंटी मे कस जाती है तब भी मेरी मम्मी की चूत पेंटी के उपर से भी इतनी फूली हुई नज़र आती है कि अपने हाथो के पूरे पंजो से पकड़ कर दबोचने पर भी मेरी मम्मी की फूली हुई चूत पकड़ मे ना आए,
    रवि- अपने ग्लास को खाली करता हुआ, अच्छा करण जब तेरी मम्मी अपनी मोटी गदराई जाँघो को फैला लेती है तब उसकी चूतकैसी नज़र आती है,
    करण- सबसे बड़ी बात तो यह है कि मेरी मम्मी हमेशा अपनी चूत के बाल साफ करके उसे एक दम चिकना रखती है और जब वह अपनी मोटी-मोटी गदराई जाँघो को फैला लेती है तो उसका चूत पूरा भोसड़ा नज़र आने लगती है उसकी चूत की फूली हुई मोटी-मोटी फांके बहुत ही गदराई हुई लगती है और जब वह घोड़ी बन कर खड़ी होती है तो उसका एक बीते से भी ज़्यादा बड़ा भोसड़ा और सूकी फूली हुई गदराई फांके बहुत ही खूबसूरत लगती है ऐसा लगता है जैसे पीछे से
    उसकी मस्तानी फूली हुई चूत की मोटी- मोटी फांको को फैलाकर अपनी मम्मी की चूत को खूब कस-कस कर चाट लू, मेरी मम्मी की चूत और मोटी गान्ड को जब से देखा है मे तो पागल हो गया हू मेरा लंड दिन रत अपनी मम्मी की चूत और गान्ड चोदने के लिए तड़प्ता रहता है, मे तो दिन रात अपनी मम्मी को अपनी कल्पना मे नंगी करके खूब कस-कस कर चोदता हू और यह फील करता हू कि कैसे मेरी मम्मी अपने नंगे बदन को मुझसे चिपका-चिपका कर मुझसे अपनी चूत और गान्ड मराती है, जब मे अपनी मम्मी को अपने सपनो मे पूरी नंगी करके खूब कस-कस कर चोदता हू तो मुझे बहुत मज़ा आता है और मे तबीयत से झाड़ता हू.
    रवि- करण क्या तेरी मम्मी थोड़ी मोटी है
    करण- तू उसे मोटी नही गदराई कह उसका गुदाज उभरा हुआ पेट उसकी गहरी नाभि, उसके भारी-भारी मोटे-मोटे चुतड, उसकी गदराई चिकनी और खूब मोटी जंघे और सबसे खूबसूरत चिकनी फूली हुई एक बीते से भी लंबी फूली चूत, उफ्फ रवि मेरी मम्मी थोड़ी भारी बदन की है लेकिन उसे चोदने मे मज़ा आ जाए, उसे जब पूरी नंगी करके उसके नंगे गदराए बदन पर चढ़ कर उसे चोदो तो मज़ा आ जाए, तू पिछली बार कह रहा था ना कि करण तेरी फॅंटेसी क्या है तू किसको नंगी सोच कर अपने लंड को सहलाता है, तू किसकी चूत को अपनी कल्पना मे चोद-चोद कर झाड़ता है, तो दोस्त वह मेरी मम्मी है जिसको अपने कल्पना मे मे कई बार चोद चुका हू,
    रवि- यार करण जब तू अपनी मम्मी की मोटी- मोटी गदराई गान्ड देखता है तो तुझे कैसा फील होता है
    करण- मुझे लगता है की पीछे से जाकर उसकी मोटी गान्ड मे अपना लंड फसा कर इस कदर अपनी मम्मी की मोटी और गदराई गान्ड मारू की वह मस्त हो जाए, मेरी मम्मी की गान्ड है भी इतनी मोटी और गदराई हुई की उसे खूब कस-कस कर अपने मोटे लंड से चोदना पड़े तब जाकर उसे कुछ मज़ा आएगा, तू सोच रवि मेरी उस समय क्या हालत होती होगी जब मे अपने घर जाता हू और मेरी मम्मी दिन भर मेरे सामने अपनी मोटी-मोटी गान्ड मतकती हुई घूमती है, तब तो दोस्त ऐसा लगता है कि अभी अपनी मम्मी की साडी उठा कर उसकी मोटी गान्ड मे अपना लंड फसा कर खूब कस-कस कर अपनी मम्मी की मोटे-मोटे चुतडो को चोद दू, मेरा तो लंड दिन भर उसकी गदराई जवानी, मोटे-मोटे फैले हुए चुतड और फूली हुई चूत को देख-देख कर खड़ा रहता है, उपर से अपनी छोटी सी पेंटी भी मेरे सामने ही बाथरूम मे टांग देती है तब बस यही कल्पना करता हू कि यह छोटी सी पेंटी मेरी मम्मी की मोटी गान्ड और फूली हुई चूत से कैसे कसी रहती होगी,
    रवि- फिर तो करण तेरा मन अपनी मम्मी को पूरी नंगी करके खूब कस-कस कर चोदने का करता होगा
    करण- हा यार ऐसा लगता है कि दिन रात अपनी मम्मी को नंगी करके चोदता ही रहू
    रवि- पर तूने अपनी मम्मी को पूरी नंगी कब देख लिया
    कारण- अरे एक बार मे जब अपने घर गया था तब एक दिन मेरे घर पर मम्मी और मेरे अलावा कोई नही था, मे अपने रूम मे लेटा हुआ था तभी मुझे प्यास लगी और मे किचन की ओर पानी लेने गया तो देखा की मम्मी का रूम अंदर से बंद था मे सोचने लगा कि मम्मी दिन मे ही रूम लॉक करके क्या कर रही तब मेने देखा घर के दरवाजे पुराने जमाने के लकड़ी के बने हुए थे और उनके बीच काफ़ी दरार थी मेने जैसे ही अंदर झाँक कर देखा मेरे तो होश उड़ गये,
    रवि- क्यो ऐसा क्या देख लिया तूने
    करण- अरे मेने देखा मेरी मम्मी पूरी नंगी खड़ी होकर अपनी चूत के बाल साफ कर रही थी, उसकी मोटी और गदराई जवानी फूली हुई चूत और मोटी-मोटी गान्ड देख कर मे तो पागल हो गया और मेरा लंड अपनी मम्मी की नंगी मदमस्त जवानी को देख कर खड़ा हो गया, वह अपनी चूत के एक- एक बाल को बड़े प्यार से साफ कर रही थी और उसकी चूत से जैसे-जैसे बाल साफ हो रहे थे उसकी गोरी चूत और ज़्यादा फूली हुई नज़र आने लगी, उसकी फूली हुई चूत के मोटी- मोटी फूली हुई फांके और उसकी चूत का कटाव साफ नज़र आ रहा था और उसके पेडू और गदराए पेट के उठाव ने मुझे पागल कर दिया था, जब वह थोड़ा घूम गई तो उसकी गदराई मोटी गान्ड देख कर तो मेरा दिल करने लगा कि अभी जाकर अपनी मम्मी की गदराई उठी हुई मोटी गान्ड मे अपने लंड को कस कर पेल दू, जब मेरी मम्मी के चूत के बाल पूरे साफ हो गये तो वह अपनी फूली हुई गदराई चूत को अपने हाथ से सहलाते हुए बचे हुए बालो कॉधूढ़ने लगी, उसकी चूत के फूले हुए हिस्से को देख कर मेरे मुँह मे पानी आ गया और मुझे ऐसा लगने लगा कि काश ऐसी फूली हुई चूत को चूमने का मोका मिल जाए तो ऐसी रसीली चूत को रात भर नंगी करके चातू,
    रवि- करण को एक और ग्लास देता हुआ ले करण आज तेरी बातो से वोड्का का नशा डबल लगने लगा है, आगे बता फिर क्या हुआ,
    करण- रवि से ग्लास ले कर अपने मुँह मे लगा कर एक ही घुट मे ग्लास खाली करते हुए, फिर उस दिन मेने अपनी मम्मी की नंगी गदराई जवानी को ध्यान करते हुए, उसकी फूली हुई चूत और मोटी गान्ड को कस-कस कर चोदने की कल्पना करते हुए तबीयत से मूठ मारी और तू यकीन नही करेगा अपनी मम्मी को पूरी नंगी करके चोदने की कल्पना करके जब मेने अपना लंड हिलाया तो मुझे उस दिन सबसे ज़्यादा मज़ा आया, उस दिन के बाद मे अपनी मम्मी को पूरी नंगी देखने के मोके ढूढ़ने लगा और मेने फिर उसे कभी बाथरूम मे कभी उसके रूम मे कई बार नंगी देखा और अपनी मम्मी को पूरी नंगी करके चोदने का सोच- सोच के खूब लंड हिलाया,
    रवि- कभी तूने अपनी मम्मी को चोदने की कोशिश नही की
    कारण- नही यार मेरी मम्मी बहुत सख़्त है इसलिए मेरी कभी हिम्मत ही नही पड़ी, हा किसी ना किसी बहाने से कभी अपनी मम्मी की मोटी गान्ड कभी उसके मोटे-मोटे दूध, और कभी उसकी गदराई जाँघो को ज़रूर छू कर मज़ा लिया है पर चोदने का कभी मोका नही मिला और ना ही मेरी कभी हिम्मत ही पड़ी,
    रवि- अबे यह बात तू मुझे पहले बता देता तो मे कुछ ना कुछ आइडिया तो तुझे ज़रूर दे देता,
    करण- रहने दे यार तेरे आइडिया मुझे किसी भी दिन मरवा देंगे, मे तो अपनी मम्मी को चोदने की कल्पना करके लंड हिला कर ही खुस हो लेता हू, मुझे कोई रिस्क नही लेना है,
    रवि- खेर जैसी तेरी मर्ज़ी पर तूने अपनी मम्मी की चूत और गान्ड को जब से देखा होगा तब से तुझे भारी बदन वाली औरतो को ही चोदने का मन करता होगा,
    करण- अरे मुझे तो अपनी मम्मी को ही चोदने का मन करता है लेकिन क्या करू, अपनी मम्मी की चूत मारने के लिए गान्ड मे दम भी तो होना चाहिए, अपनी मम्मी को फसा कर चोदना कोई मज़ाक तो नही है,
    रवि- तू ठीक कहता है, लेकिन अगर तो कोशिश करता तो शायद सफल भी हो जाता, क्यो की औरतो को भी मोटे-मोटे लंड की बहुत चाह होती है, तूने अपना मोटा लोडा अपनी मम्मी को दिखा दिया होता तो शायद वह भी तेरी और ध्यान देने लगती,
    करण- तू कहता तो ठीक है पर ऐसी स्थिति भी तो बनना चाहिए कि मे यह सब कर सकता
    रवि- अरे यार ज़यादा कुछ नही तो अपनी मम्मी की फूली हुई चूत को एक बार सोते हुए ही अपनी मुट्ठी मे भर के तो देखता तुझे नही मालूम ऐसी गदराई औरतो की चूत को अपनी मुट्ठी मे भर कर मसल्ने मे कितना मज़ा आता है,
    करण- अरे डियर अपनी मम्मी की चूत को तो मे कई बार जब वह गहरी नींद मे होती थी तब अपनी मुट्ठी मे भर कर दबोचने क्या, एक बार तो उसकी साडी सोते हुए पूरी उपर हो गई थी और उसने पेंटी भी नही पहनी हुई थी और शायद झाँत के बाल भी उसने एक दिन पहले ही बनाए थे तब तू बात नही मानेगा मेने अपनी मम्मी की फूली हुई चूत पर अपने मुँह को रख कर जब उसकी गदराई मुलायम चूत को चूमा तो मेरा लंड अपना पेंट फाड़ कर बाहर आने को तड़प उठा, अपनी मम्मी की फूली हुई चूत की मादक गान्ड ने मुझको पागल कर दिया था, मुझसे रहा नही गया और जब मेने हिम्मत करके अपनी मम्मी की फूली हुई चूत की मोटी- मोटी गदराई फांको को अलग करने की कोशिश की वह एक दम से करवट ले कर लेट गई और मेरी तो गान्ड ही फॅट गई लेकिन किस्मत से मे बच गया तब से ज़्यादा कुछ नही करता हू, जब भी देखता हू कि वह गहरी नींद मे है तब कभी उसकी मोटी गान्ड को सहला लेता हू या फिर उसकी गदराई फूली हुई चूत पर अपना हाथ फेर लेता हू और फिर जाकर मूठ मार लेता हू
    रवि- हाय तुझे तो बड़ा मज़ा आया होगा अपनी मम्मी की फूली हुई छूट को अपने हाथो मे भर कर दबोचने मे
    करण- हा यार ऐसा मज़ा तो आदमी को पागल कर देता है
    रवि- अपने मन मे सोचता हुआ, बेटे करण मेरा आधा सपना तो सच निकला पर तूने तेरी मम्मी को चोदा नही और मेरे ख्वाबो मे तो तूने अपनी मम्मी को खूब कस-कस कर चोदा था, कही ऐसा तो नही कि तू पूरी बात मुझे बता नही रहा है, खेर कोई बात नही, अगर तूने अपनी मम्मी को चोदा होगा तो एक ना एक दिन तू मुझे ज़रूर बताएगा,
    रवि- करण तू मुझे अपनी होनेवाली बीबी की फोटो दिखाने वाला था ना
    कारण- हाँ यार दिखाने वाला तो था लेकिन अभी तक तो फोटो मेरे पास नही आया है अब मेने ही नही देखा तो तुझे कहा से दिखाऊ, लेकिन आज कल मे आ जाएगा फिट तुझे ज़रूर दिखाउँगा
    रवि- चल ठीक है लेकिन शादी कब कर रहा है,
    कारण- बस फोटो देख कर हाँ कहना है और फिर शादी की तैयारी शुरू
    रवि- मतलब चट मँगनी और पट ब्याह
    करण- हा यार अब चूत के बिना नही रहा जाता है, पर तूने यह नही बताया कि तू उस दिन किस लड़की को यहाँ लाया था, तूने ज़रूर उसे मेरे बेड पर पूरी नंगी करके चोदा होगा,
    रवि- तू ठीक कह रहा है, मेने उसकी उस दिन खूब कस कर चूत मारी थी, तू उसे नही जानता है, वह मेरी जान है और मे उसी से शादी करने का सोच रहा हू पर
    करण- पर क्या
    रवि- अरे यार अब क्या बताऊ ना जाने किस मदर्चोद का रिश्ता उसके लिए आया है तब से वह बहुत रो रही है और मे भी उसके लिए परेशान हू
    करण- तो फिर अब क्या करेगा
    रवि- सोचता हू जिस भोसड़ी वाले का रिश्ता उसके लिए आया है जाकर उसकी मा चोद दू
    करण- हस्ते हुए, अबे तो जाकर चोद दे ना तुझे किसने रोका है
    रवि- यार तुझे मज़ाक लग रहा है पर यह मेरे प्यार का सवाल है, मुझे कुछ समझ नही आ रहा है मे क्या करू
    करण- एक कम क्यो नही करता, लड़की के मा- बाप से जाकर तू ही रिश्ता माँग ले
    रवि- देखते है दोस्त क्या होता है, कुछ ना कुछ तो करना ही पड़ेगा,
    दोनो दोस्त दिन भर आपस मे डिसकस करते हुए बिता देते है उसके बाद खाना खाकर रवि वही सो जाता है और जब शाम होती है तो वह करण को बाइ करके अपने घर की ओर चल देता है,


    To Be Cont...............

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